संदेश

शोर, कंपन और कर्कशता पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन

नयी दिल्ली - इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) मानेसर में ऑटोमोटिव शोर, कंपन और कर्कशता (आईएनवीएच)  के बारे में अंतर्राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन एवं कार्यशाला का आयोजन किया। आईसीएटी द्वारा आयोजित ऑटोमोटिव एनवीएच पर द्विवार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला का यह पांचवां कार्यक्रम था। इस आईएनवीएच सम्‍मेलन एवं कार्यशाला श्रृंखला से , आईसीएटी का उद्देश्य जागरूकता पैदा करना और इस क्षेत्र के जाने-माने विशेषज्ञों को शामिल करके व्‍यावसायिक और शिक्षाविदों के लिए जानकारी के आदान-प्रदान हेतु एक मंच उपलब्‍ध कराना है। इस दो दिवसीय आयोजन में वाहन उद्योग के विभिन्‍न वर्गों के लगभग 220 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।  कार्यक्रम के दौरान आयोजित सत्रों में विभिन्‍न अनुसंधान और विकास गतिविधियों, उद्योग प्रक्रियाओं, परीक्षण विधियों और मानकों के बारे में ध्‍यान केन्द्रित किया गया। वाहन उद्योग के सामने आज रही एनवीएच चुनौतियों के बारे में एक पैनल चर्चा का भी आयोजन किया गया। प्रतिभागियों में एनवीएच क्षेत्र में मौजूदा रूझानों को वैश्विक परिप्रेक्ष्‍य देने के लिए एनवीएच की समस्‍या सुलझाने वाली रणनीतियों

भारतीय शिष्‍टमंडल ने बिश्‍केक में दूसरे एससीओ मास मीडिया फोरम में भाग लिया

चित्र
किर्गिज़स्तान के बिश्केक में 23-26, मई 2019 तक दूसरा शंघाई सहयोग संगठन(एससीओ) मास मीडिया फोरम आयोजित किया गया है। फोरम की बैठक में सूचना और प्रसारण मंत्रालय का एक शिष्‍टमंडल भारत का प्रतिनिधित्‍व कर रहा है। शिष्‍टमंडल में अपर महानिदेशक टीवीके रेड्डी तथा सहायक निदेशक अंकुर लोहटी शामिल हैं। फोरम का उद्घाटन किर्गिज़स्तान गणराज्य के राष्‍ट्रपति एस जीनबेको ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में राष्‍ट्रपति ने एसएसीओ के पार‍स्‍परिक विश्‍वास, पड़ोसियों के साथ मैत्रीपूर्ण सम्‍बन्‍ध और 'शंघाई भावना'' के साथ क्षेत्रीय सुरक्षा के उद्देश्‍यों को पूरा करने के लिए एससीओ देशों के मास मीडिया संगठनों के महत्‍वों को बताया।  फोरम का उद्देश्‍य एससीओ देशों के बीच मास मीडिया के क्षेत्र में आदान-प्रदान और सहयोग को मजबूत बनाना है। फोरम  एक साथ संगठन का विजन बनाने तथा अंतर्राष्‍ट्रीय सूचना क्षेत्र में संगठन छवि को मजबूत बनाने का अनूठा संगठन है। फोरम में एससीओ देश(सदस्‍य देश, पर्यवेक्षक देश, डॉयलाग पार्टनर्स) मास मीडिया प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधि तथा एससीओ सचिवालय के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। फोरम की बैठक मे

सहारा - वीर नारियों के लिए एक होस्‍टल

नयी दिल्ली - दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने वसंत कुंज में 'वीर नारियों' के लिए सहारा नौसेना होस्‍टल का उद्घाटन किया। नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, पीवीएसएम, एवीएसएम, एडीसी  और नेवल वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (एनडब्ल्यूडब्ल्यूए) की अध्‍यक्षा श्रीमती रीना लांबा, नौसेना के वरिष्‍ठ अधिकारी और अन्‍य गणमान्‍य व्‍यक्ति भी इस अवसर पर मौजूद थे। भारतीय नौसेना द्वारा नौसेना की वीर नारियों 'के लिए यह विशेष परियोजना शुरू की गई है। इस परियोजना का निर्माण नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (एनबीसीसी) के साथ कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी(सीएसआर) की साझेदारी में किया गया है। यह होस्‍टल नौसेना की वीर नारियों के पुनर्वास की दिशा में लंबे समय से अनुभव की जा रही जरूरत का समाधान करेगा और वीर नारियों को एक संरक्षित और सुरक्षित वातावरण उपलब्‍ध करायेगा, जिससे उनके जीवन को नये सिरे से शुरू करने में मदद मिलेगी। सहारा होस्टल में गरिमापूर्ण जीवन के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित कमरों के सैट बनाए गये हैं। इसके साथ-साथ कॉमन डाइनिंग हॉल और एक सामुदायिक हॉल का भी निर्माण किया गया है। सहारा हो

टी.वी. चैनलों पर समाचार और समसामयिक विषयों की सामग्री के बारे में परामर्श जारी

नयी दिल्ली - सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने टीवी चैनलों पर समाचार और समसामयिक मामलों से संबंधित सामग्री के संबंध में परामर्श जारी किया। परामर्श में कहा गया है कि भारत से टेलीविजन चैनलों की  अपलिंकिंग के लिए नीतिगत दिशा-निर्देश, 2011 के अनुसार, सूचना और प्रसारण  मंत्रालय दो श्रेणियों के तहत टीवी चैनलों को अपलिंकिंग करने की अनुमति देता है: (i) गैर-समाचार और समसामयिक मामले ; और (ii) समाचार और समसामयिक मामले। इन दो श्रेणियों को निम्नानुसार परिभाषित किया गया है: (i) गैर-समाचार और समसामयिक मामलों का चैनल- गैर-समाचार और समसामयिक मामलों के टीवी चैनल का आशय  एक ऐसा चैनल है , जिसके कार्यक्रमों की सामग्री में समाचार और समसामयिक मामलों का कोई तत्व नहीं है। (ii) समाचार और समसामयिक मामलों का चैनल - समाचार और समसामयिक मामलों के टीवी चैनल का आशय एक ऐसा चैनल है, जिसके कार्यक्रमों की सामग्री में समाचार और समसामयिक मामलों का तत्व मौजूद हो। समाचार चैनलों के लिए समाचार और समसामयिक मामलों से संबंधित सामग्री प्रस्‍तुत करना अनिवार्य हैं, जबकि गैर-समाचार और समसामयिक मामलों के टीवी चैनलों के लिए किसी भी तरह के स

8वीं भारत-म्यांमार गश्ती उद्घाटन समारोह

चित्र
नयी दिल्ली - 8वीं भारत-म्यांमार गश्ती (आईएमसीओआर) के उद्घाटन समारोह में हिस्‍सा लेने के लिए म्यांमार नौसेना के जहाज यूएमएस किंग टेबिन-श्‍वेलएचटी (773) और यूएमएस इनले (ओपीवी-54) 20 मई को पोर्ट ब्लेयर में अंडमान और निकोबार कमान पहुंचे। कमोडोर हेटिन विन, कमांडर, अय्यरवाडी नौसेना  कमान के नेतृत्व में म्यांमार के प्रतिनिधिमंडल ने नौसेना कम्‍पोनेंट कमांडर के सीएमडीई आशुतोष रिढोर्कर, वीएसएम से मुलाकात की। दोनों नौसेनाओं के बीच कॉरपेट पहल का उद्देश्य आतंकवाद, अवैध तरीके से  मछली पकड़ने, मादक पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी, अवैध शिकार और अन्य अवैध गतिविधियों से जुड़ी समस्‍याओं का समाधान करना है। कॉरपेट श्रृंखला मार्च 2013 में शुरू हुई थी। इससे दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी समझ बढ़ी है और समुद्री मामले में बेहतर व्यावसायिक संपर्क को बढ़ावा मिला है। म्यांमार के जहाज यूएमएस किंग टेबिन-श्‍वेलएचटी और यूएमएस इनले  20 से 28 मई, 2019 के बीच भारतीय नौसेना के जहाज सरयू के साथ एक समन्वित गश्ती का आयोजन करेंगे। दोनों नौसेनाओं से समुद्री पैट्रियन एयरक्राफ्ट द्वारा गश्त के प्रयास को बढ़ावा दिया जाएगा। चार दिन

तटरक्षकों ने पाकिस्तानी नौका से 100 किलोग्राम हेरोइन पकड़ी

नयी दिल्ली - खुफिया विभाग को गुजरात के तट पर भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के नज़दीक मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल एक संदिग्ध नौका के होने के संबंध में जानकारी मिली थी। भारतीय तटरक्षक तत्काल हरकत में आ गया और भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय समुद्री तट रेखा पर गश्त कर रहे भारतीय तटरक्षक जहाज अरिन्जय को इस संदिग्ध नौका के प्रति सतर्क कर दिया गया। जखाऊ और ओखा से दो अतिरिक्त अवरोधक नौकाओं सी-437 और सी-408 को भी इस संदिग्ध नौका की तलाशी का काम सौंप दिया गया। आईसीजी के डोर्नियर विमान को भी 20 और 21 मई को हवाई टोह लेने के लिए पोरबंदर से छोड़ा गया। तटरक्षक जहाजों और विमान ने इस संदिग्ध नौका को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी की। आईसीजी के जहाजों ने इलाके में लगातार निगरानी जारी रखी। तलाशी के दौरान मछली पकड़ने की एक नौका को संदिग्ध हालत में देखा गया और इलाके में तटरक्षक जहाजों ने अंधेरे में 20 मई को नौका को घेर लिया। संदिग्ध नौका ने भारत की तरफ समुद्री सीमा रेखा को पार किया और वह जखाऊ तट की ओर बढ़ने लगी संदिग्ध नौका अल मदीना को निगरानी में रखा गया और 21 मई को करीब सवा नौ बजे भारतीय जल क्षेत

जर्मनी, कोलंबिया और पेरू के राजदूतों ने राष्ट्रपति के समक्ष प्रमाणपत्र प्रस्‍तुत किए

चित्र
नयी दिल्ली - जर्मनी, कोलंबिया और पेरू के राजदूतों ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के समक्ष प्रमाणपत्र प्रस्‍तुत किए। 1>जर्मनी के राजदूत वाल्टर जोहान्स लिंडनर, कोलंबिया के राजदूत अल्वारो संडोवाल बर्नल,   पेरू के राजदूत कार्लोस राफेल पोलो कास्टानेडा