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अभिनय के क्षेत्र में छोटे पर्दे से बड़ी पहचान बनाई शंभु राणा ने

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ये रिश्ता क्या कहलाता है star plus, रोशनी zee tv, क्राइम पेट्रोल सोनी tv ,cid sony tv ,ips डायरी dd national, सावधान इंडिया ,स्टार tv इश्क का रंग सफेद कलश tv, मोहल्ला मोहब्बत वाला सब टीवी हाल ही में मेरी बीवी हानिकारक सीरियल में काम कर चुके शंभु राणा की हिंदी फिल्म "सात दिन की ससुराल" की शूटिंग में व्यस्त है खास बात यह कि वह भोजपुरी फिल्म "कानून हमारा मुट्ठी में" भी काम कर चुके हैं साथ ही शंभु राणा की आने वाली भोजपुरी फिल्म "विजेता" तथा "बुधना की सुहागरात " है , वह ऐड फिल्म शैंपू park Aveanue में भी  काम कर चुके है शंभु राणा अपने अभिनय के दम पर आज जिस मुक़ाम पर हैं यह लोकप्रियता इन्हें आसानी से नहीं मिली , इसके पीछे कड़ी मेहनत और संघर्ष है आज टीवी के अनेक सीरियल और फिल्म में दर्शकों ने उनके अभिनय को सराहा और पसंद किया है।  नौकरी की तलाश में शंभू राणा मुंबई गए थिएटर में काम किया तथा हिंदी सीरियल नुक्कड़ नाटक आदि में काम कर अपने अभिनय से सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा।   इन्होंने अपने जीवन में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा जिंदगी भले सबक सिखाती रही पर वह अ

हमारी तीसरी पीढ़ी किसी रिश्ते को नहीं जानती

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मानव जीवन में जिस प्रकार मौसम का प्रभाव पड़ता है उसी प्रकार लगातार रिश्तों में भी पीढ़ी दर पीढ़ी बदलाव होता चला आ रहा है। इस का प्रमुख कारण विघटित परिवार और पलायन ही कहा जा सकता है। गांव छोड़ कर लोग रोजी-रोटी की तलाश में शहरों की ओर चले जा रहे हैं। एक जमाना ऐसा भी था लोग घर और जन्म भूमि छोड़ना ही नहीं चाहते थे। कृषि  और पशुपालन मुख्य व्यवसाय था, पहाड़ी क्षेत्र में बने सीढ़ी नुमा खेत सामूहिक साझेदारी और रिश्तेदारों के बल पर ही बने होंगे। इन भू भागों का नाम सीमा और रिश्तेदारों के सहयोग के नाम पड़े होंगे ,गुडियल खील गुड़ियाल जाति के लोगों द्वारा बनी जमीन,रिखीखेत,रिखी नाम के आदमी ने बनवाई होगी।कैलाड की खोली, सीमा और रिश्तेदारों के सहयोग से बनी जमीन।  किसी भी समारोह अच्छे या बुरे में नाना नानी,मा मा मामी जीजा फूफा  सास ससुर का समलित होना रिश्तों की पहचान थी। मेलों में सारे मित्र आपस में मिला करते थे। आज  न मेले हैं नहीं गांवों में रिश्तेदार। यहां तक पीढ़ी दर पीढ़ी पहिचान भी गायब है पता ढिकाना भी खोज कर नहीं मिलता।  वह जमाना जब संयुक्त परिवार होते थे, विशाल परिवार, दादी की गोद में पांच दस बच

नव प्रभात जन सेवा संस्थान की अनूठी पहल

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नयी दिल्ली - जल प्रकृति की अनमोल धरोहर है। धरती के दो तिहाई हिस्से पर पानी भरा हुआ है, फिर भी पीने योग्य शुद्ध जल पृथ्वी पर उपलब्ध जल का मात्र एक प्रतिशत ही है। आज समय है कि हम पानी की कीमत समझें। यदि जल व्यर्थ बहेगा तो आने वाले समय में पानी की कमी एक महा संकट के रूप में हमारे सामने होगी, जिसका परिणाम भी हमें ही भुगतना पड़ेगा। नव प्रभात जन सेवा संस्थान ने इस संकट को संज्ञान में लेते हुए और एक अनूठी पहल करते हुए अपने अगले कार्यक्रम का विषय भी यही चुना है।  हमारे इस कार्यक्रम के अंतर्गत जल संचयन/वृक्षारोपण/पर्यावरण आदि सम्बद्ध अभियानों में सतत संलग्न और उत्कृष्ट उप्लब्धिधारक व्यक्ति/संस्थाएं भागीदारी हेतु सादर आमंत्रित हैं। कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छुक संस्थाओं/व्यक्तियों का विवरण, प्रमाणों/विशिष्ट कार्यों के अधिकतम 2-3 मिनट के वीडियो सहित नीचे दिए गए ईमेल पर 25 सितंबर,19 तक आमन्त्रित हैं। नोट: एक जूरी द्वारा चयनित सभी संस्थाओं/व्यक्तियों को उपस्थित गणमान्य अतिथियों के साथ अपने अनुभवों और कार्यों को साझा करने का सुअवसर प्राप्त होगा तथा उन्हें मुख्य अतिथि की गरिमामय उपस्थिति में आकर

बिजनेस पत्रकारिता के लिए योगेश भट्ट सम्मानित

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नयी दिल्ली - G.N.N .की ओर से बिजनेस पत्रकारिता मे उल्लेखनीय योगदान के लिए योगेश भट्ट इँडियन पँच ब्यूरो चीफ दिल्ली को 2019 का एवार्ड दिल्ली के एन डी एम सी कनवेन्शन सैन्टर मे प्रदान किया गया ।

बिहार बोर्ड की तैयारी के लिए निशुल्क कोचिंग का उद्घाटन

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छपरा - छपरा से योगिनीया कोठी डीएम आई केंपस में 12 बिहार बोर्ड की तैयारी के लिए निशुल्क कोचिंग का उद्घाटन सारण एसपी हरि किशोर राय ने दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया तथा इस मौके पर काफी गणमान्य लोग उपस्थित थे।  अखिल भारत युवा हिंदू शक्ति के तत्वधान में यह आयोजन किया गया इसके संयोजक ऋषिकेश भारती  (बबलू ) की अहम भूमिका रही। सारण एसपी हरि किशोर राय ने कहा इस संस्थान की तारीफ करते हुए समाज में वंचित निर्धन दुर्बल छात्रों के लिए एक कड़ी का काम के समाज में नया आयाम कायम करेगा यह संस्थान की अनूठी पहल है संचालकों को दिशा निर्देश देते हुए कहा छात्रों को पढ़ाई के साथ नैतिक शिक्षा पर भी बल दिया।  साथ ही पर्यावरण एवं ट्रैफिक नियमों के पालन एवं जागरूक  करने के लिए  इंगित किया और इनकी आवश्यकता पर जोर दिया।   शिक्षक साहिल, उज्जवल श्रीवास्तव, गौरव सिंहा, उज्जवल प्रताप सिंह, साकेत श्रीवास्तव दीपक कुमार, संचालक साहिल ने बताया के ऐसे कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में भी खुलेगा वक्ताओं ने ऐसे कार्यक्रम के लिए सहयोग के लिए भी बात कही जगदम कालेज के पूर्व प्रधानाध्यापक केके द्विवेदी प्रकाश अपार्टमेंट के  वरुण कुमा

किसी भी कार्य को करने के लिए प्रबल इच्छा शक्ति होनी चाहिए-फिल्म अभिनेता अभिषेक गिरि

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हिंन्दी की चार फिल्में और 10 शार्ट फिल्म और 10 भोजपुरी फिल्मों में काम कर चुके फिल्म अभिनेता अभिषेक गिरि सिवान जिला के सत जोड़ा मठिया के रहने वाले हैं इनके पिता का नाम जगत गिरि है। भोजपुरी के बहुचर्चित सुपरहिट फिल्म बाजीगर ,भोजपुरी जगत के सुपर स्टार हीरो पवन सिंह तथा रवि किशन के साथ भी अभिषेक कुमार ने काम किया हैं अभिनेता अभिषेक गिरि विगत 6 वर्षों से मुंबई फिल्म इंडस्ट्रीज में कार्यरत हैं , इन्होंने हिंन्दी की चार फिल्में और 10 शार्ट फिल्म और 10 भोजपुरी फिल्मों में काम किया है,और यह समाज के कार्यों से भी जुड़े हुए हैं । इनकी आने वाली हिंदी फिल्में रोडसाइड सिंगर रकिब है, तुझे सलाम इंडिया , कमबख्त कैरियर आदि प्रमुख है और अभी भारत एक्सप्रेस नामक एक ट्रेवल शो पे काम कर रहे हैं, जिसकी शूटिंग विगत कुछ दिनों से पटना में चल रही है, जो बहुत ही जल्द वेब सीरीज में देखने को मिलेगा।  अभिषेक कुमार से खास बातचीत के दौरान उन्होंने अपने बारे में बताया कि वह सामाजिक कार्य में भी काफी रुचि रखते हैं और बच्चों के पढ़ने के लिए एक लाइब्रेरी भी खोल रखी हैं समय-समय पर लोगों के प्रति सेवारत रहते हैं तथा अपने ग

हिंसा मुक्त बचपन ’पर जागरूकता बढ़ाने के लिए वॉकथॉन,28 सितंबर को उदयपुर में

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महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर विशेषज्ञों के साथ एक विशेष टॉक शो का आयोजन सितम्बर 28 को किया जाएगा। समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी होंगे। उदयपुर , अखिल भारतीय मीडिया कांफ्रेंस 2019 का चौथा संस्करण में हिंसा मुक्त बचपन का समर्थन करने के लिए नई पहल के तहत वॉकथॉन शामिल की गयी है।  कन्वेंशन ऑफ द चाइल्ड राइट्स के 30 साल और यूनिसेफ इंडिया के 70 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 28 सितंबर को सम्मेलन के दूसरे दिन उदयपुर में फतेह सागर झील के किनारे हिंसा मुक्त बचपन की जागरूकता बढ़ाने के लिए वॉकथॉन का आयोजन किया जाएगा। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, 2015 और 2016 के बीच भारत में बच्चों के खिलाफ हिंसा में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।  आंकड़ों के हिसाब से, 2016 में रिपोर्ट किए गए बच्चों के खिलाफ कुल अपराधों की संख्या 1,06,958 थी, जबकि 2015 में 94,172 रिकॉर्ड की गई थी, और बच्चों क खिलाफ अपराधों मे 12,786 की वृद्धि  हुई है। 2012 में, भारत में 9500 बच्चे और किशोर मारे गए थे, जो कि दुनिया भर मे मारे गए बच्चों और किशोरों मे से 10 प्रतिशत का प्रतिनि