संदेश

भोजपुरी बहुत मीठी भाषा है - सिनेमैटोग्राफर शिवा चौधरी

चित्र
सिनेमैटोग्राफर शिवा चौधरी बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्रीज में पिछले 20 वर्षों से अपने काम के कारण एक अलग पहचान बना चुके हैं , इन्होंने 100 से ज्यादा हिंदी फिल्म,टीवी सीरियल तथा  मराठी,गुजराती,तेलुगू ,पंजाबी ,भोजपुरी ,संथाली , सिंधी, तमिल के अलावा अन्य भारतीय भाषाओं की फिल्मों ,सीरियल्स को एक एक्सपर्ट सिनेमैटोग्राफर रूप में कैमरे के पीछे रह कर बेहतरीन काम को अंजाम दिया है. शिवा चौधरी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा आज कल कई डायरेक्टर भोजपुरी फिल्म बना रहे है,वह फिल्मों में जिस तरह से अश्लीलता परोस रहे हैं वह हमारे समाज के हित में नहीं है.ऐसे डॉयरेक्टर और प्रोड्यूसर भोजपुरी समाज को गलत दिशा और संदेश दे रहे हैं  इस तरह की फिल्मों पर अंकुश लगाना चाहिए। वह समय समय पर लोगों को जागरुक करते हैं इन्हें इस बात का दुख है भोजपुरी की गरिमा को जो बरसों से संस्कार मिला है इसको हम लोगों को संजोकर रखना चाहिए अपनी संस्कृति की इस धरोहर को बचाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। शिवा चौधरी कहते हैं कि भोजपुरी भाषा बहुत मीठी भाषा है, इसके बोलने वाले लगभग देश- विदेश सभी जगहों पर मिलते हैं. अश्लील फिल्में बनाने वा

फिल्म "हम तो हुए हैं तुम्हारे" 27 सितंबर को होगी रिलीज़

चित्र
हिंदी फीचर फिल्म "हम तो हुए हैं तुम्हारे" 27 सितंबर को रिलीज़ हो रही है। यह फिल्म मनोरंजन से भरपूर है, फिल्म की कहानी,गीत,संगीत दर्शकों को पसंद आएगी ऐसी आशा की जा रही है।  फिल्म के स्टार कास्ट में अजीत पंडित ,आशिमा शर्मा तथा हनी शर्मा प्रमुख भूमिका में हैं।  आयुषी नैना फिल्म्स के बैनर तले बनी इस फिल्म की शूटिंग कानपुर ,उत्तर प्रदेश की है। फिल्म के डायरेक्टर दीपक ए त्रिपाठी ने कहा है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपनी एक अलग पहचान बनाएगी वह दर्शकों से कहना चाहते है कि इस फिल्म को देखे ,एक अलग तरह की स्टोरी आपको देखने को मिलेगी।  इस फिल्म में गायक कुमार शानु ,उदित नारायण और खुशबु जैन की आवाज़ में कई बेहतरीन गीत हैं साथ ही अविनाश पाठक का सुन्दर संगीत और सुशील कुमार के लिखे गीत हैं। इस फिल्म के प्रोड्यूसर सुधीर तिवारी ,सारिका मिश्रा तथा भानु त्रिवेदी। सिनेमाटोग्राफी शिवा चौधरी का है..

उत्तराखंड में पंचायती चुनाव का शंखनाद आरंभ

चित्र
उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायती राज का शंखनाद आरंभ हो गया है। प्रत्याशियों का प्रचार लोकलुभावन व्याख्यानों विज्ञापनों के साथ साथ डोर टु डोर अपने और अपने सहयोगियों से चरम सीमा पर है।  जनपद पौड़ी गढ़वाल के थाना क्षेत्र सतपुली में  चार सौ पेटी शराब की पकड़ी गई हैं  यह पता नहीं लगा कि यह शराब कहां परोसी जानी थी, और इस का उपभोक्ता कौन है। ये तो सारी मिली भगत का स्वरूप है।  यह भी समाचार है कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र से जो प्रत्याशी हैं ही छोटे बाजारों में निवासित उम्मीदवार हैं। राजनीति के पंडित वोट के लिए उन्हें वोटर लिस्ट में शामिल कर लेते हैं। इस आधार पर उनका अधिकार बनता ही है उत्तराखंडी जब पलायन कर रहा है और ये लोग धंधे के रूप में उत्तराखंड में निवासित हैं साथ ही समाज से धुल मिल रहे हैं जिन लोगों ने इन्हें बसाया सारी गलती उनकी है। स्वत्रंता के पश्चात ग्राम पंचायतों में केवल मात्र  जन्म मृत्यु का विवरण मात्र , किसानों को प्रशिक्षण दिलना तथा अधिक से अधिक सैकड़ों में देय धन पर विकास का कार्य पानी रास्तों का सुधारीकरण था।जो बर्तमान में करोड़ों और लाखों रूपयों में करवा जाता है। तब भारत के प्र

जॉब करने वाली स्त्रियों के फैशन जॉब

चित्र
जॉब परिवार को चलाने की एक गाड़ी है जिसमें जीवन के सब सपने हैं और इस गाड़ी को पहले घर के मुखिया यानि पुरुषवर्ग चलाता था । तब छोटे छोटे सपने छोटे छोटे खर्च होते थे किन्तु अब इस युग में जहां अबला , सबला बन चुकी हैं, पढ़ाई में अव्वल आ रहीं हैं ,वहीं पुरुषों के साथ प्रत्येक क्षेत्र में कन्धे से कन्धा मिला कर चल रही हैं । गृहस्थी की गाड़ी चलाने में भी स्त्रियां पुरुषों का भरपूर साथ दे रही हैं। जॉब का सम्बन्ध समाज के प्रत्येक तबके से है। इस को कई हिस्सों में बांटा जा सकता है ।  गरीब वर्ग----यहां स्त्रियाँ घरों में चौका बरतन करती हैं फैक्ट्रियों में काम करती हैं । अपनी योग्यता अनुरूप कोई न कोई काम ढूंड ही लेती हैं अपने ,अपने बच्चों के , परिवार के सपने पूरा करने की कोशिश करती हैं।यहां स्त्रियां अधिकतर शादीशुदा होती हैं। मध्यम वर्ग------यहां स्त्रियाँ शादीशुदा व कुंवारी दोनों होती हैं। शादीशुदा वर्तमान संवारने का प्रयास करती हैं और कुंवारी आगामी सपनों को पूरा करने के लिये तत्पर रह्ती हैंं।  इनको हम कई वर्गों में विभक्त कर सकते हैं। एक वे जो काफी शिक्षित होती हैं और उंचे पदों पर विराजमान होती हैं जैस

डीडी इंडिया का प्रसारण अब कोरिया में भी

चित्र
नयी दिल्ली - दूरदर्शन ने 15 सितंबर 2019 को अपनी स्‍थापना के 60 वर्ष पूरे कर लिए। इसी  दिन 1959 को दूरदर्शन की शुरुआत प्रायोगिक तौर पर की गई थी। अपने साठ साल का लंबा सफर तय करते हुए दूरदर्शन आज दुनिया के सबसे बड़े लोक प्रसारकों में से एक बन चुका है और राष्‍ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा रहा है । देश की कई पीढि़यां दूरदर्शन देखकर बड़ी हुई हैं। जहां तक समाचारों की विश्‍वसनीयता और लोक प्रसारक की भूमिका तथा मनोरंजन के माध्‍यम की बात है, दूरदर्शन का कोई मुकाबला नहीं है। रामायण, महाभारत, हम लोग, बुनियाद, मालगुड़ी डेज़ और उड़ान जैसे पुराने दौर के कार्यक्रमों से लेकर आज के समय में राष्‍ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय घटनाओं की हाईटैक कवरेज तथा स्‍वास्‍थ्‍य, शिक्षा और सशक्तिकरण जैसे विषयों पर प्रभावित कार्यक्रम का सवाल है दूरदर्शन सभी आयु वर्ग के लोगों का पसंदीदा प्रसारण माध्‍यम बना हुआ है। यह देश के सामाजिक ताने-बाने को समृद्ध बनाने में भी बड़ा योगदान कर रहा है। केन्‍द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दूरदर्शन की स्‍थापना के 60 वर्ष पूरे होने के अवसर पर नई दिल्‍ली में आयोजित समारोह में

सिंगल यूज़ प्लास्टिक को लेकर स्थिति साफ करे सरकार

चित्र
नयी दिल्ली - कैट ने कहा है कि  देश में केवल व्यापारी ही अकेले ऐसे हैं जिनके साथ देश के  130 करोड़ लोगों का सीधा सम्बन्ध रहता है और इस मुद्दे की सफलता में देश भर के लगभग 7 करोड़ से अधिक शॉपिंग आउटलेट प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं। कैट ने पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए 1 सितंबर, 2019 से एक देशव्यापी अभियान शुरू किया है, जिसमें देश भर के व्यापारियों को एकल प्लास्टिक को बेचने या खरीदने की सलाह दी गई है। व्यापारियों से यह भी कहा गया है की वो अपने ग्राहकों को सामान खरीदने के लिए स्वयं के बैग लाने की सलाह दें ! कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स  (कैट ) ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावेडकर को भेजे गए पत्र  में सिंगल यूज़ प्लास्टिक के उपयोग को बंद करने के आवाहन के सन्दर्भ में कहा है की  इस मुद्दे के विभिन्न पहलुओं को लेकर व्यापार एवं उद्योग में कई तरह के भ्रम बने हुए हैं जो यदि दूर नहीं किये गए तो सिंगल यूज़ प्लास्टिक को समाप्त करने पर कई तरह के अवरोधक बनेंगे ! कैट ने आग्रह किया है कि देश में एकल उपयोग प्लास्टिक को समाप्त करने के लिए पर्यावरण मं

इण्डिया गेट पर प्लास्टिक का बहिष्कार,सुखी रहे संसार अभियान

चित्र
नयी दिल्ली - सी 1 जनक पुरी नर्सरी एस डी एम सी स्कूल की प्रधानाचार्या सुजाता गुप्ता, सुषमा भंडारी नर्सरी विंग इंचार्ज पश्चिमी क्षेत्र ,इण्डिया गेट पर प्लास्टिक का बहिष्कार,सुखी रहे संसार,ये पन्क्तियां लिखी तख्ती के साथ जागरूकता के लिए , बच्चों द्वारा नाटक,भाषण प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर नर्सरी कक्षा का शकील नन्हा गजलकार की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। साथ ही वरिष्ठ अधिकारीयों के अलावा पश्चिमी क्षेत्र के डी डी ई रिषिपाल राणा,एस डी एम सी शिक्षा सीमिति की अध्यक्ष पुष्पा , मेयर सुनीता कांगड़ा ,नन्दिनी शर्मा समेत भारी संख्या में बच्चे तथा लोग ,अधिकारी ,अध्यापक प्लास्टिक मुक्त वातावरण अभियान का हिस्सा बने।   :