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डाक और तार विभाग भवन निर्माण सेवा P&T-BWS समूह-ए काडर की समीक्षा को मंजूरी

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नयी दिल्ली - डाक-तार विभाग भवन निर्माण सेवा समूह-ए का गठन 1990 में एक संगठित समूह-ए सेवा के रूप में किया गया था। इसकी तीन शाखाएं - सिविल, इलेक्ट्रिक और आर्किटेक्‍चर हैं। यह दूरसंचार विभाग और डाक विभाग के लिए अपनी सेवाएं देता है। इसके कर्मचारियों और अधिकारियों का चयन संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित संयुक्‍त इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा के जरिये किया जाता है। पी एंड टी बीडब्‍ल्‍यूएस के अधिकारी, दूरसंचार विभाग और डाक विभागदूरसंचार विभाग की सार्वजनिक इकाइयों तथा केन्‍द्र सरकार के मंत्रालयों, विभागों और राज्‍य सरकार के स्‍वायत्‍त निकायों में प्रबंधन और प्रशासनिक स्‍तर पर काम कर रहे हैं। 1990 में गठन के बाद से ही इस सेवा काडर की समीक्षा नहीं की गई थी और यह काफी समय से लंबित पड़ी थी। केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल ने डाक एवं तार विभाग भवन निर्माण सेवा समूह-ए की काडर समीक्षा को मंजूरी दे दी है। इस ड्यूटी के पदों की संख्‍या 105 निर्धारित की गई थी। इनकी समीक्षा से दूरसंचार विभाग और डाक विभाग के मुख्‍यालयों और क्षेत्रीय इकाइयों में काडर गठन को आवश्‍यकताओं के अनुरूप मजबूती मिलेगी। इससे पी एंड टी बीडब्‍ल्‍यूएस श्र

भारत अमेरिका, यूरोपीय संघ के साथ व्यापार अनुबंधों का पता लगा रहा है

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नयी दिल्ली - जापान, कोरिया और आसियान दे शों के साथ मुक्त व्यापार अनुबंधों (एफटीए) की समीक्षा की जा रही है। दक्षिण कोरिया के साथ एफटीए, जो तीन साल पहले शुरू हुआ था उसकी तेजी से समीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि भारत ने एफटीए की समीक्षा के लिए पहले ही आसियान से अनुबंध किया है और जापान एफटीए के संबंध में मुद्दों को निपटाने के लिए एक संयुक्त कार्य समूह (जेडब्ल्यूजी) विचार-विमर्श कर रहा है। केन्द्रीय वाणिज्य, उद्योग और रेल मंत्री  पीयूष गोयल ने यह आश्वासन दिया कि भारत किसी भी व्यापार अनुबंध को जल्दबाजी में अंतिम रूप नहीं देगा। नई दिल्ली में क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) के बारे में भारत द्वारा लिए गए निर्णय के संबंध में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि व्यापार समझौता वार्ता के दौरान सबसे पहले देश पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत के आर्थिक हित और राष्ट्रीय प्राथमिकताएं सबसे पहले आती हैं। किसानों, डेयरी क्षेत्र, एमएसएमई और घरेलू विनिर्माण की चिंताओं का समाधान किया जाएगा और इन क्षेत्रों की सुरक्षा की जाएगी। श्री पीयूष गोयल ने कहा कि आ

टिकाऊ और मुनाफे की खेती मौजूदा समय की जरूरत

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कोलकाता - कृषि वैज्ञानिक सम्मेलन के संयोजक डॉ जे.पी. शर्मा ने कहा कि “टिकाऊ और मुनाफे की खेती मौजूदा समय की जरूरत है। किसान खेती में उपयुक्त बीजों और खाद एवं कीटनाशकों का संतुलित उपयोग करें तो लागत को सीमित रखने में मदद मिल सकती है। इसय लक्ष्य को हासिल करने में औपचारिक अनुसंधान संगठनों के माध्यम से किसानों को मिलने वाला तकनीकी सहयोग उत्पादन और किसानों की आय वृद्धि में मददगार हो सकता है। इसके लिए कृषि शोधों का लाभ किसानों तक पहुंचाना महत्वपूर्ण है।” कृषि वैज्ञानिक सम्मेलन आईआईएसएफ का एक अभिन्न हिस्सा है। वर्ष 2015 में दिल्ली में पहली बार आयोजित किए गए आईआईएसएफ से अब तक इसका आयोजन लगातार किया जा रहा है। कृषि नवाचार, कृषि विविधीकरण एवं एकीकृत कृषि पद्धति, मूल्य संवर्द्धन, वैल्यू चेन तथा बिजनेस मॉडल्स, टिकाऊ खेती के लिए वैकल्पिक पद्धति, स्मार्ट खेती और पॉलिसी एडवोकेसी जैसे सत्र कृषि वैज्ञानिक सम्मेलन का प्रमुख हिस्सा रहे हैं। इस सम्मेलन में कृषि वैज्ञानिक, शोधार्थी, छात्र और किसान मुख्य रूप से शामिल होते हैं। वैज्ञानिक तकनीकों के कुशल उपयोग की सही समझ न होने से खेती की लागत बढ़ जाती है और

मुम्बई लोकल ट्रेनों में सफर को आरामदेह और सुरक्षित बनाने के लिए ‘उत्तम-रेक’ शामिल

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मुंबई - नई रेक 6 नवम्बर से अपनी सामान्य सेवा शुरू कर दी है और दिन में 10 बार इसका परिचालन होगा।  पश्चिम रेलवे ने दुनिया की पहली लेडीज स्पेशल लोकल ट्रेन 5 मई, 1992 को तथा भारत की पहली वातानुकूलित ईएमयू ट्रेन 25 दिसंबर, 2017 को मुम्बई उपनगर सेक्शन में शुरू की थी। अब तक केवल दो उत्तम रेकों को चेन्नई के इंटीग्रल कोच कारखाना में निर्मित किया गया है, जिनमें से बाकी रेकों को दक्षिण मध्य रेलवे को दे दिया गया है।    पश्चिम रेलवे के 69वें स्थापना दिवस के शुभावसर पर भारतीय रेल ने शानदार 'उत्तम रेक' को शामिल किया गया। चर्चगेट से विरार जाने वाली लेडीज स्पेशल लोकल ट्रेन में इन डिब्बों को लगाकर उद्घाटन किया गया। उत्तम रेक में मुम्बईकरों की सुख-सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई सुधार किये गए हैं। उत्तम रेक की विशेषताएं – सभी कोचों में सीसीटीवी निगरानी प्रणाली का प्रावधान,चोरी रोकने के लिए कोचों में लगे अभेद्य पार्टीशन,मॉड्यूलर लगेज रैक,पहले दर्जे के कोचों में ऊंची पीठ वाली सीटें,दूसरे दर्जे के कोचों में लकड़ी की सज्जा वाली फाइबर मिश्रित प्लास्टिक की सीटों का प्रावधान,सभी कोचों में 2 हैंडल वाली

अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की शुरूआत में इतालवी फिल्म ‘डिस्पाइट दी फॉग’ दिखाई जाएगी

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गोवा - 50वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, 2019 में 76 देशों की 200 से अधिक बेहतरीन फिल्में, भारतीय पैनोरमा वर्ग में 26 फीचर फिल्में और गैर-फीचर फिल्में दिखाई जायेंगी। उम्मीद की जाती है कि महोत्सव में 10,000 से अधिक लोग और फिल्मों के शौकीन हिस्सा लेंगे।  50वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव दर्शकों को अपने जादू में बांधने के लिए तैयार है। इसकी शुरूआत में इतालवी फिल्म 'डिस्पाइट दी फॉग' (कुहासे के बावजूद) दिखाई जाएगी। इसका निर्देशन यूरोप के सर्वाधिक सम्मानित फिल्मकार गोरान पास्कलयेविच हैं। यह फिल्म रोम के एक छोटे से शहर में स्थित एक रेस्त्रां मालिक पाओलो की कहानी है। एक दिन वह शाम को बरसात में काम से घर लौटता है, तो रास्ते में उसे एक बच्चा दिखाई देता है। वह बच्चा एक बस-स्टॉप पर ठंड से ठिठुरता एक कोने में दुबका हुआ था। पाओलो उसे घर ले जाने का फैसला करता है। उस बच्चे का नाम मोहम्मद है और वह एक शरणार्थी है। रबड़ की नाव से इटली तक आने के दौरान उसके माता-पिता खो जाते हैं। उस लड़के को देखकर पाओलो की पत्नी वलेरिया परेशान हो जाती है, लेकिन रात तक उसे रोकने पर राजी हो जाती है

झारखण्‍ड विधानसभा चुनाव के दौरान मीडिया कवरेज के लिए गाइड लाइन

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झारखण्‍ड राज्‍य विधानसभा के लिए आम चुनाव 2019 कराने का कार्यक्रम 1 नवम्‍बर, 2019 को घोषित कर दिया गया है। राज्‍य में मतदान 05 (पांच) चरणों में 30.11.2019, 07.12.2019, 12.12.2019, 16.12.2019 और 20.12.2019 आयोजित किया जाना है। किसी निर्वाचन क्षेत्र में मतदान समापन के लिए निर्धारित समय से 48 घंटे पहले की अवधि के दौरान टेलीविजन या किसी तरह की डिवाइस के माध्यम से किसी भी तरह की चुनावी सामग्री को प्रदर्शित करने की मनाही है।.मतदान के समापन के लिए निर्धारित 48 घंटे की अवधि के दौरान सार्वजनिक बैठक की मनाही।। सिनेमैटोग्राफ, टेलीविजन या इसी तरह की अन्य डिवाइस के माध्यम से जनता के समक्ष किसी भी चुनावी सामग्री का प्रदर्शन ;मतदान क्षेत्र में किसी भी चुनाव के लिए मतदान के समापन के लिए निर्धारित समय के साथ समाप्त होने वाले 48 घंटे की अवधि के दौरान किसी भी मतदान क्षेत्र में  कोई भी व्यक्ति जो उप-धारा (1) के प्रावधानों का उल्लंघन करता है, उसे उतनी अवधि के लिए जेल की सजा दी जाएगी, जिसे दो वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है या उस पर जुर्माना लगाया जा सकता है या दोनों एक साथ हो सकते हैं। इस धारा में, "चुनावी

"इगास महोत्सव" श्री रामचद्र जी की लंका विजय के रूप में मनाया जाता है

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। इगास महोत्सव । दीपावली का पर्व श्री राम चद्र जी की लंका विजय के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। दीपावली प्रकाश पर्व है। उसी प्रकार इगास को भी हर्षोल्लास के साथ प्रकाश पर्व के रूप में ही मनाया जाता है। दोनों ही पर्व श्री राम चन्द्र जी से ही जुड़े हुए हैं। ये कहानी प्रचलित हैं कि बनवास से श्री राम के अयोध्या लौटने का समाचार देवभूमि उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्र में ग्यारह दिनों के पश्चात पहुंचा,इस लिए गढ़वाल और कुमाऊं के लोगों ने इस को इगास के रूप में दीवाली के समरूप ही मनाया। दीपावली के दिन भी गौपूजा की जाती है उनके सींगों,खुरों को तेल लगाकर पूजन किया जाता है।उनको गौ ग्रास भांति भांति तरह से खिलाया जाता है। इगास के दिन उन गायों और बछड़ों का भी श्रृंगार किया जाता था जो दूध नहीं दे पाती थी, उन्हें भी गौ ग्रास दिया जाता था। गढ़वाली कहावत थी_ लैंदे(दूध देने वाली) की दीवाली और बैले(न दूघ देने वाले) की इगास। अर्थात दोनों प्रकार के गायों की पूजा अलग-अलग रूप में होती थी। इस वर्ष इगास आठ नवंबर को है।इसको पुराने जमाने में बबूल की रस्सियां (हरी बबु

‘राइजिंग हिमाचल 2019’ धर्मशाला में 7 नवम्‍बर से

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नयी दिल्ली - भारत सरकार के वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीनस्‍थ राष्‍ट्रीय निवेश संवर्धन एवं सुविधा एजेंसी 'इन्‍वेस्‍ट इंडिया' दरअसल इंडिया इन्‍वेस्‍टमेंट ग्रिड (आईआईजी) के जरिए 'राइजिंग हिमाचल समिट' का प्रचार-प्रसार कर रही है। इस शिखर सम्‍मेलन के दौरान इन्‍वेस्‍ट इंडिया इसमें भाग लेने वाले निवेशकों को पारस्‍परिक संवादात्‍मक डिजिटल अनुभव कराएगी और आईआईजी पोर्टल के जरिए राज्‍य में उपलब्‍ध निवेश अवसरों को दर्शाएगी। प्रदर्शनी स्‍थल में विभिन्‍न अवयव या घटक होंगे जो इन्‍वेस्‍ट इंडिया को राष्‍ट्रीय निवेश सुविधा एजेंसी के रूप में पेश करेंगे और हिमाचल प्रदेश की निवेश संभावनाओं को दर्शाएंगे।: ·         आईआईजी पोर्टल का डिजिटल ऑनलाइन डिस्‍प्‍ले होगा जिससे कुछ इस तरह का पारस्‍परिक संवादात्‍मक अनुभव संभव हो पाएगा जिसके तहत उपयोगकर्ता (यूजर) वास्‍तविक समय पर हिमाचल प्रदेश में विभिन्‍न सेक्‍टरों में उपलब्‍ध निवेश अवसरों की तलाश (ब्राउज) कर सकेंगे। ·         प्रदर्शनी बूथ पर इच्‍छुक भारतीय निजी कपंनियों और निवेशकों के लिए ऑन-साइट पंजीकरण सुविधा उपलब्‍ध होगी, ताकि वे प्रासंगिक अव

लंदन WTM 2019 में इंडिया पवेलियन की थीम है ‘अतुल्‍य भारत~अतुल्‍य भारत को जानें’

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भारत को एक अनुभवात्मक गंतव्य या देश के रूप में प्रस्‍तुत करने और पर्यटकों को भारत से जुड़े विभिन्‍न अनूठे अनुभवों की व्यापक क्षमता का अहसास कराने के लिए कल (4 नवम्‍बर, 2019) 'अतुल्‍य भारत – अतुल्‍य भारत को जानें' थीम पर एक पैनल परिचर्चा आयोजित की गई थी। पैनल परिचर्चा का संचालन सीएनएन यूरोप की संपादक सुश्री नीना डॉस सैंटोस ने किया।           डब्‍ल्‍यूटीएम दरअसल विश्‍व भर के यात्रा एवं पर्यटन उद्योग के लिए एक ऐसी अनूठी प्रदर्शनी है जिसे अवश्‍य ही देखना चाहिए। इतना ही नहीं, यह कारोबारियों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाने एवं इनके पारस्‍परिक संवाद वाली प्रदर्शनी है। डब्‍ल्‍यूटीएम अब विश्‍व की सबसे बड़ी प्रदर्शनी के रूप में विकसित हो चुकी है जो 182 देशों एवं क्षेत्रों के 5,000 से भी अधिक प्रदर्शकों तथा 51,000 से भी ज्‍यादा प्रतिभागियों को आकर्षित करने में सफल रही है। प्रतिभागियों में यात्रा या ट्रैवल उद्योग के वरिष्‍ठ प्रोफेशनल, सरकार का प्रतिनिधित्‍व करने वाले मंत्री, अंतर्राष्‍ट्रीय प्रेस शामिल हैं। प्रतिभागी प्रत्‍येक नवम्‍बर महीने में 'एक्‍सेल – लंदन' का शुभारंभ करते हैं, ताकि

Festival Urdu Heritage अपने हुनर को दिखाने का बड़ा प्लेटफॉर्म

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जनवरी 2020 को होने जा रहा है "JIFF" 64 देशों की 219 फिल्मों का हुआ चयन

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जयपुर । जनवरी 2020 का महीना फिल्मों की दुनिया से सराबोर होने को है। जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ट्रस्ट और आर्यन रोज़ फाउण्डेशन की ओर से आयोजित जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल [ जिफ] का आगाज़ इस वर्ष 17 से 21 जनवरी को होने जा रहा है। फिक्शन फिल्मों की श्रेणी में जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, विश्व के सबसे बड़े फिल्म फेस्टिवल के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। जिफ संस्थापक हनु रोज़  ने बताया कि इस वर्ष जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में फिल्मों का प्रदर्शन शहर के आयनॉक्स सिनेमा हॉल [गौरव टावर] में होगा। वहीं, सिनेमा जगत् से जुड़ी विविध चर्चाओं और संवाद कार्यक्रमों का आयोजन शहर के क्लार्कस आमेर होटल और अन्य स्थानों पर होगा। दुनिया भर के सिने प्रेमियों के लिए बहुप्रतीक्षित जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित होने वाली फिल्मों की सूची मंगलवार को जारी की गई। यह सूची दो हिस्सों में है – कॉम्पिटिटीव फिल्में और डेस्कटॉप फिल्में। कॉम्पिटिटीव फिल्मों के रूप में चयनित फिल्में बड़ी स्क्रीन्स पर दिखाई जाएंगी, वहीं डेस्कटॉप फिल्में लैपटॉप स्क्रीन्स पर दर्शकों के लिए उपलब्ध रहेंगी। डेस्कट

दिल्‍ली आदि महोत्‍सव 16 से 30 नवम्‍बर तक आयोजित होगा

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नयी दिल्ली - जनजातीय कार्य मंत्रालय के ट्राइफेड संगठन ने 'आदि महोत्‍सव-राष्‍ट्रीय जनजातीय उत्‍सव' के आयोजन की एक नई अवधारणा शुरू की है, ताकि महानगरों तथा राज्‍यों की राजधानियों के बाजारों तक जनजातीय उस्‍ताद शिल्‍पकारों और महिलाओं की सीधी पहुंच हो सकें। मौजूदा वित्‍त-वर्ष के दौरान ऐसे 26 उत्‍सवों की योजना तैयार की गई है। इनमें से आठ उत्‍सव शिमला, ऊटी, लेह-लद्दाख, विशाखापत्‍तनम, नोएडा, इंदौर, पुणे और भुवनेश्‍वर में आयोजित हो चुके हैं। इनमें लगभग 900 जनजातीय शिल्‍पकारों ने हिस्‍सा लिया और 5 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री हुई। इस उत्‍सव में 27 राज्‍यों से एक हजार से अधिक जनजातीय शिल्‍पकार और कलाकार हिस्‍सा लेंगे। इस दौरान देश के 20 राज्‍यों की संस्‍कृति तथा जनजातीय रिवाजों, उत्‍सवों, मार्शल-ऑर्ट आदि का प्रदर्शन किया जायेगा। दिल्ली आदि महोत्सव 16 से 30 नवम्बर बीच दिल्ली-हाट,आईएनए में आयोजित होगा। उद्घाटन समारोह में गृह मंत्री अमित शाह मुख्‍य अतिथि होंगे और कार्यक्रम की अध्‍यक्षता जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा करेंगे। जनजातीय कार्य राज्‍य मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह सरूता विशिष्‍ट

जीवन के तीन H,H,H जिसने जीते वही योगी

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मानव शरीर में इन तीन अंगों की महत्त्वपूर्ण विशेषता है। जिनकी उपलब्धि से सामान्य मनुष्य महामानव तथा योगी हो सकता है। Head_शीर्षभाग भाल,माथा जिसमें दृष्टि,श्रर्व्य,श्रवण ,गंध,स्वाद सभी इंद्रियों का सम्मिश्रण है। यही वह भाग है जहां तिलक और ताज सजता है। शिव के त्रिनेत्र, विशाल जट्टा जूट,मां गंगा का धारण स्थल , तथा निर्मल चंद्र बिराजमान है। शिव शक्ति ने ये सभी गुण मनुष्य में भी दिए हैं। क्योंक हम सभी शिव अंश ही तो हैं। सिर में निर्मल मस्तिष्क की रचना विवेक के ज्ञानार्जन के लिए की गई है  मस्तिष्क विकार रहित है उसमें सद्बुद्धि भरी है तो वह मुखरित होकर सारे नेक काम करवायेगी।मन की चंचलता और आत्मा की स्थिरता , head से ही संचालित होती है। हमें स्वाभिमान का पाठ सिर ही पढ़ाता है।वह चाहे अपना हो या भारत मां का,जाति धर्म की बलवेदी  पर भी वही न्योंछावर करवाता है। 💓 Heart-करुणा और दया का सागर दिल ही तो है।आस्था का जुड़ाव मन और मस्तिष्क से ही तो जुड़ा है। दिलों से जुड़ने से श्रृष्टि का निर्माण हुआ है। सभी जीव जंतु एक दूसरे पर इसीलिए तो निर्भर हैं। भोजन, हवा, आत्मरक्षा, निर्माण, ये सब दिलों का अपन्वत ह