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लोकपाल का लोगो लांच

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नयी दिल्ली - लोकपाल के लोगो का शाब्दिक अर्थ लोग यानी जनता तथा पाल यानी जनता की देखभाल करने वाला है। लोगो संकेत देता है कि किस तरह लोकपाल विधि के अनुसार न्‍याय स्‍थापित करके भारत की जनता की रक्षा और देखभाल करता है। लोगो में लोकपाल (जजों की पीठ), जनता (तीन मानवी चित्र) निगरानी (आंख की पुतली बनाता अशोक चक्र) कानून (नारंगी रंग में पुस्‍तक का आकार) तथा न्‍यायिक (विशिष्‍ट संतुलन बनाकर नीचे तिरंगा रूप में दो हाथ) को दिखाया गया है। लोगो तिरंगा है जो लोकपाल के राष्‍ट्रीय भाव का प्रतिनिधित्‍व करता है। लोकपाल के अध्‍यक्ष न्‍यायमूर्ति पिनाकी चन्‍द्र घोष ने एक समारोह में लोकपाल का लोगो लांच किया। इस अवसर पर लोकपाल के सदस्‍य न्‍यायमूर्ति दिलीप बाबा साहेब भोसले (न्‍यायिक सदस्‍य), न्‍यायमूर्ति प्रदीप कुमार मोहंती (न्‍यायिक सदस्‍य), न्‍यायमूर्ति अजय कुमार त्रिपाठी (न्‍यायिक सदस्‍य), दिनेश कुमार जैन (गैर-न्‍याकि सदस्‍य) श्रीमती अर्चना रामसुन्‍दरम (गैर-न्‍यायिक सदस्‍य), महेन्‍द्र सिंह (गैर न्‍यायिक सदस्‍य), डॉ. इन्‍द्रजीत प्रसाद गौतम (गैर-न्‍यायिक सदस्‍य), लोकपाल सचिव वी.के. अग्रवाल, माईगॉव पोर्टल के सी

दक्षिण भारत के हिंदी साहित्यकार डॉ.शेख अब्दुल वहाब सम्मानित

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मेरठ , उत्तर प्रदेश - क्रांतिधरा साहित्य अकादमी द्वारा मेरठ स्थित आई.आई.एम.टी. यूनिवर्सिटी परिसर में  तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मेरठ साहित्यिक महोत्सव " मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल " आयोजित किया गया. मुख्य अतिथि के रूप में जूनापीठाधीश्वर महामंडलेश्वर आचार्य अवधेशानंद महाराज और जैन मुनि डॉ. लोकेश मुनि विराजमान हुए. इस भव्य उदघाटन समारोह में कनाडा से सरन घई , मारीशस से रामदेव धुरंधर , बेल्जियम से कपिल कुमार , जापान से डॉ. रमा शर्मा , ब्रिटेन से जय वर्मा, नेपाल से विधान आचार्य , डॉ. शवेता दीपति , हिमालिनी पत्रिका के प्रंबध निदेशक सच्चिदानंद मिश्रा आदि एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियो और मेरठ वासीयों के साथ साथ भारत के सभी राज्यों से वरिष्ठ व नवोदित कवि , लेखक , रंगमंच , पत्रकारिता , सामाजिक कार्यकर्ताओं की सहभागिता रही. मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य ' वसुधैव कुटुंबकम ' की भावना और एक दूसरे से साहित्यिक , सांस्कृतिक व भावनात्मक रूप से जोडने की दिशा में एक सशक्त साहित्यिक सेतु का निर्माण करना है.   नवोदित साहित्यकार बन्धुओ को वरिष्ठ साहित्यकारों के सानिध्य में एक अंतर्र

बिभा कुमारी संग परिणय सूत्र में बंधे संजय भूषण पटियाला

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पटना - बिभा कुमारी के संग परिणय सूत्र में बंधे पीआरओ संजय भूषण पटियाला,पप्‍पू यादव समेत भोजीवुड ने दी बधाई। धूमधाम से पटना में संपन्‍न हुआ पीआरओ संजय भूषण पटियाला विवाहोत्‍सव   भोजपुरी फिल्‍म इंडस्‍ट्री के डायनेमिक पीआरओ संजय भूषण पटियाला राजधानी पटना में बिभा कुमारी के साथ परिणय सूत्र में बंध गए। इस दौरान उनके विवाहोत्‍सव में कई दिग्‍गज नेता, भोजपुरी इंडस्‍ट्री के चर्चित डायरेक्‍टर, एक्‍टर व प्रोड्यूसर समेत कई समाजसेवी शामिल हुए और वर – वधु को दांपत्‍य जीवन की शुरूआत के लिए ढ़ेर सारी बधाई व शुभकामनाएं दी।   संजय भूषण पटियाला को बधाई देने वालों में पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्‍पू यादव, अभिनेता व नेता कुणाल सिंह, संजय यादव, राजकुमार आर पांडेय, आनंद बिहारी यादव, आदित्‍य मोहन, अनारा गुप्‍ता, प्रियंका महराज,राज चौहान ,पंकज केसरी, विनोद यादव, ग्‍लोरी मोहंन्‍ता, तृषा खान, के के गोस्‍वामी, अली खान, आजाद सिंह, विवेक सिंह, अरविंद आनंद, इंदु सोनाली, खुशी गुप्‍ता, ट्यूलिप सिंह, कुणाल आदित्‍य, अरूण सिंह काका, आर आर पंकज, शिवा देवनाथ, मनोज राणा, शैलेंद्र राणा, दीप श्रेष्‍ठ, किरण कांत वर्मा, संत

फिल्‍म ‘अगुआ’ में अमरीश सिंह का दिखेगा जलवा

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मुंबई - फिल्‍म भोजपुरी समाज में दो परिवार के बीच रिश्‍ते कराने वाले को अगुआ कहते हैं। इस यूनिक कंसेप्‍ट पर यह फिल्‍म बन रही है। इसमें अमरीश सिंह का किरदार काफी अहम है। फिल्‍म के निर्देशक रितेश ठाकुर हैं। प्रोड्यूसर अनिल काबरा की भोजपुरी फिल्‍म 'अगुआ' की शूटिंग मुंबई के पनवेल स्थित गुप्‍ता स्‍टूडियो शुरू हो गई है। इस फिल्‍म में अभिनेता अमरीश सिंह भी मुख्‍य भूमिका में नजर आने वाले हैं। बताया जा रहा है कि फिल्‍म में अमरीश सिंह का किरदार बेहद अहम है।    अमरीश सिंह ने इस फिल्‍म को खास बताया है और कहा कि उनकी इच्‍छा थी कि वे अनिल काबरा की फिल्‍मों में काम करें, जो इस फिल्‍म से पूरी हो रही है। फिल्‍म की पटकथा काफी स्‍ट्रांग है, जो उन्‍हें बेहद पसंद आयी है। यह एक बेहद सामाजिक और पारिवारिक फिल्‍म है। फिल्‍म हर वर्ग के दर्शकों को पसंद आने वाली हैं। उन्‍होंने कहा कि फिल्‍म 'अगुआ' भोजपुरी में अपने तरीके का एक अलग सब्‍जेक्‍ट है, जो दर्शाता है कि भोजपुरी फिल्‍मों में भी विविधताएं आने लगी हैं। यहां भी कंसेप्‍ट पर काम हो रहा है।   उन्‍होंने अपनी आगामी रिलीज होने वाली फिल्‍म 'लव मै

फिल्म "लवर पॉइंट" में अभिनेत्री पूजा पोद्दार की जबरदस्त एक्टिंग

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हिंदी फिल्म लवर पॉइंट इन दिनों उत्तर प्रदेश झांसी के सिनेमा घरों में दिखाई जा रही है। इस फिल्म के प्रोड्यूसर सचिन गोस्वामी ने खास बातचीत में उन्होंने बताया कि यह एक हॉरर फिल्म है, यह फिल्म दर्शकों को देखना जरूर चाहिए।  इसका सस्पेंस मनोरंजन से भरपूर और बेहतरीन तरीके से विभिन्न लोकेशन पर सूट की गई है।   यह फिल्म मुंबई मेरठ आदि सिनेमा घरों में पहले ही काफी लोगों द्वारा पसंद की जा चुकी है। इस फिल्म में अभिनेत्री पूजा पोद्दार की प्रभावशाली भूमिका है।  इस फिल्म के प्रोड्यूसर सचिन गोस्वामी का फ़िल्मी क्षेत्र में अच्छा अनुभव है वह हिंदी सीरियल में भी काम कर चुके हैं उनका कहना है कि अगर जुनून और उम्मीदें है तो आदमी कुछ भी कर सकता है। यह अपने खुद के प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले और भी फिल्म बनाने की योजना बना चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अपनी अगली योजना और प्रोजेक्ट का एलान करेंगें।  

मिस्र से 6090 एमटी प्याज भारत खरीदेगा

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नयी दिल्ली - विभिन्न राज्य सरकारों की ओर से अब तक 2265 एमटी की कुल मांग प्राप्त हुई है जिसमें  आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, केरल एवं सिक्किम से आई मांग  शामिल है। यही नहीं, इसमें दिल्ली में आपूर्ति के लिए नैफेड की ओर से आई मांग भी शामिल है। अन्य राज्यों से जल्द से जल्द अपनी मांग प्रस्तुत करने का अनुरोध किया गया है, ताकि केन्द्र सरकार इसे सुनिश्चित कर सके। उपभोक्ता कार्य विभाग में सचिव अविनाश के.श्रीवास्तव ने राज्यों की मांग का आकलन करने के लिए राज्य सरकारों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। एमएमटीसी ने मिस्र से 6090 एमटी प्याज की पहली खेप के लिए ऑर्डर दिया है जो मुंबई के नावा शेवा (जेएनपीटी) पर पहुंचेगी। प्रति किलोग्राम 52-55 रुपये के एक्स-मुंबई रेट पर वितरण के लिए राज्य सरकारों को प्याज की पेशकश की जा रही है। प्याज को प्रति किलोग्राम 60 रुपये के एक्स-दिल्ली रेट पर भी उपलब्ध कराया जाएगा। राज्य सरकारें स्वयं ही संबंधित स्थान से स्टॉक हासिल कर सकती हैं और इसके साथ ही आवश्यकता पड़ने पर नैफेड के जरिये ढुलाई की सुविधा पाने का भी विकल्प उनके पास होगा। आयातित प्याज की आपूर्ति दिसम्बर मही

युवाओं के लिए बेहतरीन संदेश है फ़िल्म "LOVERS POINT" Producer सचिन गोस्वामी

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देश के राजनैतिक दलों की चुप्पी 7 करोड़ व्यापारियों के लिए घातक

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देश भर में हुए विरोध मार्च में व्यापारियों ने बेहद रोष और आक्रोश के साथ अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट के खिलाफ नारे लगाए और अपने हाथों में विभिन्न प्लेकार्ड  " अमेज़न -फ्लिपकार्ट गो बैक-गो बैक  ", "अमेज़न फ्लिपकार्ट के पंजे से -ई कामर्स को मुक्त कराओ"," विषाक्त ई कॉमर्स -नहीं चलेगा ,नहीं चलेगा" ," प्रीडेटरी प्राइसिंग -डीप डिस्कॉउंटिंग, बंद करो-बंद करो" ," अमेज़न फ्लिपकार्ट -ईस्ट इंडिया कंपनी का दूसरा रूप " जैसे नारो के साथ अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट का जबरदस्त विरोध किया ! नयी दिल्ली - कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट द्वारा देश के ई कॉमर्स एवं रिटेल बाजार को विकृत किये जाने के खिलाफ चलाये जा रहे देशव्यापी अभियान के अंतर्गत आज कैट ने देश के 500 से अधिक जिलों एवं 300 से अधिक शहरों में " विरोध मार्च " निकाल कर सभी जिलों के कलेक्टर को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देकर सरकार से मांग की गई की अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट को दूसरी ईस्ट इंडिया कंपनी बनने से रोका जाए! विरोध प्रदर्शन में देश भर में लगभग 10 लाख व्यापारि

देहरादून : पत्रकार गाँधी पार्क पर करेंगें सांकेतिक धरना

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देहरादून । उत्तराखण्ड पत्रकार संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वाधान में  'उज्जवल' में हुई एक आपात बैठक में लगभग डेढ़ दर्जन पत्रकार/ मीडिया संगठनों  की मध्यस्थता में एक राय होकर निर्णय लिया गया कि कल 26 नवम्बर मंगलवार को प्रातः 11 बजे से 1बजे तक दो घण्टे का सांकेतिक धरना राजपुर रोड स्थित गाँधी पार्क पर दिया जाएगा। मीटिंग में सम्मिलित सभी लगभग 50 से अधिक पत्रकारों ने मीडिया व पत्रकारों के साथ निरन्तर हो रहे उत्पीड़न व हाल ही में (चार दिन पूर्व) एक पत्रकार साथी शिव प्रशाद सेमवाल के विरुद्ध पुलिस के अनुचित, अव्यवहारिक, अमानवीय, एकपक्षीय क्रूरतम कार्यवाही के अन्तर्गत उत्पीड़न किये जाने व दुर्भावना से प्रेरित होकर तथाकथित निराधार व तथ्यहीन झूठी FIR पर की गई कार्यवाही  और गिरफ्तारी व गिरफ्तारी के तरीके जो एक शातिर अपराधी की भांति अपनाए जातें हैं, व्यवहार के साथ-साथ कुछ का कुछ दर्शा कर जो कार्यवाही की गई वह आपत्तिजनक व अपमानजनक है। यह भी संज्ञान में आया कि सम्वन्धित पुलिस अधिकारी किसी दुर्भावना से ग्रसित होकर अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिशोधात्मक रुख अपनाए हुए किसी के इशारों पर दमनात्मक व उत्पीड़क क

समलैंगिकता अब भी एक संवेदनशील विषय है - मेरियस ओल्टेन्यू

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गोवा - ऐतिहासिक फिल्म बालुआं शोलाक इसी नाम के एक पहलवान से जुड़ी सत्य घटनाओं पर आधारित है। इसके निर्देशक नरजेल्डी शेडीगुलोव इससे पहले कई डॉक्यूमेंट्री बना चुके हैं। बालुआं शोलाक बतौर निर्देशक उनकी पहली फिल्म है। फिल्म के बारे में बात करते हुए शेडीगुलोव ने कहा, 'बालुआं एक राष्ट्रीय नायक हैं। वह संगीतकार भी थे। वह एक ऐसे शख्स भी थे, जिन्होंने कजाखस्तान के लोगों की पहचान के लिए लड़ाई लड़ी।' 'कई ऐसी चीजें हैं, जिन्हें समाज सरासर गलत मानता है, जैसे समलैंगिकता और एक ऐसी महिला, जो बच्चे नहीं चाहती। मैं इन चीजों के बारे में और छानबीन करना चाहता हूं।' भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्‍सव (आईएफएफआई) गोवा में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया से बात करते हुए मेरियस ओल्टेन्यू ने यह बातें कहीं। अपनी फिल्म 'मॉन्स्टर' के बारे में बात करते हुए ओल्टेन्यू ने कहा, 'मैं यह पता लगाना चाहता हूं कि एक संबंध में कुछ समय के बाद क्या होता है, खासकर तब जब दो लोग एक दूसरे के अनुरूप नहीं होते।' यह फिल्म रिश्तों, एक-दूसरे को बर्दाश्त करने और स्वीकार करने की कहानी कहती है। फिल्म के मुख

पालम क्षेत्र की महिलाओं की बैठक,महिला एकता मंच का गठन

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लक्ष्मी नेगी अध्यक्ष एवं आरती चौहान सचिव   नयी दिल्ली - पालम क्षेत्र की महिलाओं की एक बैठक अनिला रावत के निवास पर आहुत की गई। जिसमें बड़ी मात्रा में महिलाओं ने भाग लिया। इसके पूर्व सूत्रधार सुरेन्द्र सिंह नेगी ने इस का शुभारंभ किया। श्रीमती लक्ष्मी नेगी अध्यक्ष एवं श्रीमती आरती चौहान महा सचिव को मंच का नेतृत्व सौंपा गया। साथियों प्रदेश में निवास करना अकेले जीवन निर्वाह करना इतना सरल नहीं है।हमें अपने पास पड़ोस को लेकर चलना ही पड़ेगा। मनुष्य सामाजिक प्राणी है। समाज सामान्य विचारों का एक पुंज है। जो एक प्रकार के रीति-रिवाज, सामाजिक संस्कारों, भाषा और संस्कृति का निर्वाह करता है। इस संदर्भ में आज मातृशक्ति से यही निवेदन किया जा सकता है कि समय-समय पर उनका योगदान भिन्न भिन्न रूप में माना जाता है। भारतीय नारियों में लक्ष्मी बाई ने नारी शक्ति के आधार पर स्वतंत्रता-संग्राम लड़ा था। अकेली  गौरा देवी के आह्वान पर दरांतियों के दंम पर चिपको आन्दोलन लड़ा गया। प्रर्यावरण संमवर्धन की उन्हें नायक माना गया। उत्तराखंड की नारियों में अपूर्व शक्ति भरी है खेल कूद से लेकर पर्वतारोहण,स्वास्थ्य , शिक्षा सै

NCC ने अपना 71वां स्थापना दिवस मनाया

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नयी दिल्ली - इस साल एनसीसी के कैडेटों ने महाराष्ट्र, बिहार और केरल की बाढ़ के दौरान चलाए गए राहत अभियानों में अपना बड़ा योगदान दिया। कैडेटों ने खुले दिल से स्वच्छता अभियान, स्वच्छता साइकिल रैली, मेगा प्रदूषण पखवाड़े में हिस्सा लिया और डिजिटल साक्षरता, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, रक्तदान शिविर, पौधरोपण और टीकाकरण आदि सरकार की विभिन्न पहलों को लेकर जागरुकता फैलाने में अहम भूमिका निभाई। एनसीसी की लड़कियों ने सिक्किम में माउंट टेनचेनखांग (6,010 मीटर) पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की वहीं लड़कों ने हिमाचल प्रदेश के माउंट हनुमार टिब्बा (5,982 मीटर) पर चढ़ने में सफलता पाई। विश्व का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) आज अपना 71वां स्थापना दिवस मना रहा है। यह समारोह कल रक्षा सचिव डा. अजय कुमार और एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चोपड़ा द्वारा नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर राष्ट्र की सेवा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू हुआ। उन्होंने पूरी एनसीसी बिरादरी की ओर से शहीदों को पुष्प अर्पित किए। एनसीसी का स्थापना दिवस देश

डॉक्युमेंट्री फिल्‍म निर्माताओं को दर्शकों की कमी की समस्‍याओं का सामना करना पड़ रहा है : ऊषा देशपांडे

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आईडीपीए आईएफएफआई के दौरान 25, 26 एवं 27 नवंबर को दोपहर 1.30 बजे ओपेन फोरम का भी आयोजन करेगा। ओपेन फोरम के शीर्षक होंगे, ' क्‍या देश भर में तेजी से खुल रहे विभिन्‍न फिल्‍म स्‍कूलों द्वारा दी जा रही शिक्षा की गुणवत्‍ता की कोई निगरानी की जा रही है?, रियलिटी आधारित फिल्‍में कितनी वास्‍तविक हैं?, क्‍या स्‍वतंत्र फिल्‍मकार डिजिटल वितरण मंचों से लाभान्वित हो रहे हैं? पणजी -वृत्‍त फिल्‍म निर्माता एसोसिएशन (आईडीपीए) की अध्‍यक्ष श्रीमती ऊषा देशपांडे ने कहा है कि वृत्‍त चित्र फिल्‍म निर्माताओं को वित्‍त पोषण और दर्शकों की कमी जैसी कई समस्‍याओं का सामना करना पड़ रहा है। वह पणजी में 50वें भारतीय अंतरराष्‍ट्रीय फिल्‍म समारोह में आईडीपीए के महासचिव श्री संस्‍कार देसाई के साथ एक मीडिया सम्‍मेलन को संबोधित कर रही थीं। उन्‍होंने कहा, ' किसी वृत्‍त चित्र फिल्‍म निर्माता की मुख्‍य आवश्‍यकता दर्शकों तक पहुंचना है। हम वृत्‍त चित्र फिल्‍म निर्माताओं के लिए मंच मुहैया कराने के लिए देश भर में स्क्रीनिंग और फिल्‍म समारोहों का आयोजन कर रहे हैं। फिल्‍म समारोहों के सहयोग से, प्रत्‍येक महीने के दूसरे और चौ