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"मिर्गी लाइलाज रोग नहीं है; झाड़-फूंक और टोना टोटका-संबंधित इलाज में व्यर्थ समय न गंवाएं।"

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" मिर्गी लाइलाज रोग नहीं है; यह ऊपरी हवा का चक्कर नहीं है। लोगों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है। इसका इलाज संभव है , " यह कहना है डॉ आत्माराम बंसल का जोकि मेदांता इंस्टीट्यूट ऑफ़ न्यूरोसाइंसेज़ विभाग में सीनियर कंसल्टेंट, न्यूरोलॉजी ऐंड ऐपिलेप्सी के पद पर कार्यरत हैं। प्रस्तुत हैं उनके साथ किये गये साक्षात्कार के कुछ प्रमुख अंश :  प्रश्न : आपका मानना है कि मिर्गी लाइलाज बीमारी नहीं है। लेकिन यह रोग क्यों होता है? इसके पीछे मूलभूत कारण क्या हैं? उत्तर : मैं आपको इस तथ्य से अवगत कराना चाहता हूं कि मिर्गी कोई मानसिक रोग नहीं है।  वस्तुतः हमारे ब्रेन के अंदर विद्युतीय परिपथ (इलेक्ट्रिक सर्किट) होता है। अगर रक्त में विद्युतीय धारा (करंट) ज़्यादा है, तो ऐसी स्थिति में लोगों को दौरा आता है।  प्रश्न : प्रश्न यह उठता है कि यह रोग कब लोगों को अपनी गिरफ़्त में लेता है ?  उत्तर : यह रोग किसी भी उम्र में हो सकता है। यह जन्मजात रोग भी हो सकता है। छोटे छोटे बच्चों में भी यह रोग अवलोकित किया जा सकता है। और यह रोग बुढ़ापे में भी हो सकता है। लेकिन गौरतलब है कि हर उम्र में रोग होने के पीछे कार

जिस देश की GDP हमसे अच्छी होगी,वहां का आदमी भारत क्यों आएगा

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कैट ने दिल्ली के व्यापारियों की विशेष सुरक्षा किए जाने की मांग की 

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इस प्रकार की घटनाओं ने दिल्ली के व्यापार को बुरी तरह प्रभावित किया है और दिल्ली का व्यापार बेहद कम  हुआ है । दिल्ली में प्रति दिन अन्य राज्यों से लगभग 5 लाख व्यापारी सामान ख़रीदने आते हैं लेकिन वर्तमान हालात के चलते और सोशल मीडिया पर चल रहे ग़ैर ज़िम्मेदारन खबरों ने अन्य राज्य के व्यापारियों को दिल्ली आने आशंकित कर दिया है जिसके चलते अन्य राज्यों के व्यापारी फ़िलहाल दिल्ली नहीं आ रहे और दिल्ली के व्यापार का बड़ा  हिस्सा दैनिक व्यापार से महरूम हो गया है । नयी दिल्ली - कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज़ (कैट) ने दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में दंगाइयों तत्वों द्वारा दिल्ली की फ़िज़ा को ख़राब करने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं दिल्ली पुलिस सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन करते हुए कहा की अब सरकार को और अधिक प्रतीक्षा न करते हुए दिल्ली में क़ानून का शासन स्थापित करने में कड़े से कड़े कदम उठाए जाने चाहिए और कुछ मुट्ठी भर लोगों द्वारा दिल्ली को बंधक बनाने के मंसूबों पर अविलम्ब पानी फेरना चाहिए ।  कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल एवं कैट दिल्ली प्रद

फिल्म "Anari ऑटो वाला" रिलीज

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लखनऊ  - भोजपुरी फिल्म anari ऑटो वाला 28 फरवरी को उत्तर प्रदेश के सिनेमा घरों में रिलीज हो गई है।  इस फिल्म की शूटिंग अनेक खूबसूरत लोकेशन पर की गई है जिस में गोरखपुर,मुंबई,आजमगढ़ के प्रमुख स्थान हैं l इस  फिल्म में निगेटिव किरदार निभाने वाले राकेश गिरी से बातचीत हुई उन्होंने फिल्म के बारे में बताया कि यह फिल्म आप लोगों को बोर नहीं करेगी, दर्शक का इस फिल्म से भरपूर मनोरंजन होगा ऐसी आशा है।  इस फिल्म में काम करने वाले कलाकार कृश भैया ,अंजलि बनर्जी ,संजय पांडे अयाज खान, संजय महानंदन किरन यादव ,सुनी दत्त पांडे, शिव बालक वर्मा, राकेश गिरी, सुहानी पांडे, राज पटेल जैसे कलाकार अपनी प्रमुख भूमिका में नज़र आयेंगें। विलेन की भूमिका में राकेश मिश्रा ने  इस फिल्म में काम किया है।  इस फिल्म के डायरेक्टर जमेस पारकर ,प्रोडूसरअजीत शुक्ला है फिल्म का संगीत संदीप संजय ने दिया है , संतोष पुरी ने इस फिल्म में गाने गाए हैं।  

"साम्प्रदयिक सद्भावना और समय की मांग" पर वाक् प्रतियोगिता संपन्न

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तमिलनाडु के इस्लामिया महाविद्यालय में अंतर महाविद्यालय वाक् प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। हिंदी विभाग द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में अन्य महाविद्यालयों से छात्र छत्राओं ने भाग लिया। प्रतियोगिता का विषय रहा - सांप्रदायिक सद्भावना - समय की मांग। सभी प्रतिभागियों ने सांप्रदायिक सद्भावना के महत्व और इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला। अंत में प्रतिभा के आधार पर तीन उत्तम छात्र प्रतिभागियों के नाम पुरस्कार विजेताओं के रूप में घोषित किए गए।   

फिल्म "पंगेबाज" दर्शकों का भरपूर मनोरंजन के साथ

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पटना - भोजपुरी फिल्म पंगेबाज 28 फरवरी को बिहार,झारखंड के सिनेमाघरों में रिलीज़ हो रही है। राउडी हीरो प्रेम सिंह से इस फिल्म को लेकर खास बातचीत हुई , उन्होंने कहा दर्शकों का प्रेम दुलार समय समय से मिला है।  यह भरसक प्रयास रहता है फिल्म लगन और मेहनत से करता हूं  मनोरंजन से भरपूर फिल्म में एक्ट्रेस ऋतु सिंह ने भी दमदार अभिनय किया है। निर्माता हिमांशु शेखर चौधरी व सुनील सिंह है। इस फिल्म के निर्देशक राम जे पटेल है। ये फिल्म पी.एच,एस फिल्म्स के बैनर तले और निर्देशक “राम पटेल” के निर्देशन में बनी है ! जिसके मुख्य भुमिका में रावडी हीरो “प्रेम सिंह” और अभिनेत्री “तनुश्री” नजर आएंगी साथ ही अहम किरदारो में अभिनेत्री “अम्रपाली दूबे”,आइटम क्वीन “ग्लोरी महंतो”,उमेश सिंह,धर्मेन्द्र सिंह,जे.पी सिंह,शाहेब लाल धारी,महेश आचार्य आदि कलाकार इस फिल्म में काम किए है l इस फिल्म की कहानी एक “लव स्टोरी  हैl जो दर्शकों को खूब पसंद आएगी संगीतकार “छोटे बाबा” फिल्म के लीड एक्टर प्रेम सिंह का मानना है की ये फिल्म भोजपुरी जगत के लिए नवीन है जिससे दर्शक सिनेमाघर मे बोर नहीं होंगे फिल्म के सभी गाने दर्शकों को मनोरंजन

आईडीबीआई फेडरल लाइफ़ इंश्योरेंस ने ‘गारंटीड लाइफ़टाइम इनकम प्लान’ को लॉन्च किया

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नयी दिल्ली : जीवन बीमा के क्षेत्र की निजी कंपनियों में अग्रणी, आईडीबीआई फेडरल लाइफ़ इंश्योरेंस ने एकल प्रीमियम वाले नॉन-पार्टिसिपेटिंग एवं नॉन-लिंक्ड प्लान,यानि आईडीबीआई फेडरल लाइफ़ इंश्योरेंस गारंटीड लाइफ़टाइम इनकम प्लान के शुभारंभ की घोषणा की, जो नियमित आमदनी प्रदान करने वाली सामान्य योजना है। इस योजना के तहत, रिटायरमेंट के बाद के चरण में खर्चों को पूरा करने में मदद करने के लिए पॉलिसीधारक को जीवनभर गारंटीकृत आय उपलब्ध कराई जाएगी। गारंटी के साथ प्राप्त होने वाली यह आय दरअसल वेतन प्राप्त करने के सामान होगी, जिसे पहले से निर्धारित अवधि–यानि कि मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक आधार पर प्राप्त किया जा सकता है।   आईडीबीआई फेडरल लाइफ़ इंश्योरेंस गारंटीड लाइफ़टाइम इनकम प्लान रिटायरमेंट के बाद पॉलिसीधारकों की मदद करने के लिए तीन विकल्प देता है– इमीडिएट लाइफ़ एन्यूइटी, खरीद मूल्य की वापसी के साथ इमीडिएट लाइफ़ एन्यूइटी, तथा खरीद मूल्य की वापसी के साथ डिफर्ड लाइफ़ एन्यूइटी, जिससे रिटायरमेंट के बाद की अवधि में उनकी आर्थिक स्वतंत्रता बरकरार रहे। पहले के दो इमीडिएट एन्यूइटी विकल्पों में अ

अनाथालय से लेकर पौधारोपण तक,आये फाइनेंस का समाजिक कार्यों में योगदान

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अपनी स्थापना से लेकर अब तक 6 वर्षों में आये फाइनेंस छोटे उद्यमियों के लिए फाइनेंस की सुविधा को सरल बनाते हुए सभी को समान अवसर प्रदान करने का प्रयास किया है। कंपनी ने इंडस्ट्री-क्लस्टर तरीका अपनाया और कई एल/एमएल मॉडल के माध्यम से 173 शहरों में 2 लाख से ज्यादा उद्यमियों के लिए बदलाव लाया है। नई दिल्ली : छोटी कंपनियों को फाइनेंस उपलब्ध करवाने वाले आये फाइनेंस के 3000 से ज्यादा कर्मचारियों ने संस्थान के मूल सिद्धांत ‘सामाजिक सरोकार’ का अनुसरण करते हुए 6वां स्थापना दिवस मनाया। यह कैपिटलजी द्वारा समर्थित फिनटेक कंपनी है। आये फाइनेंस की सभी 173 ब्रांच, 3 रीजनल ऑफिस और हेड ऑफिस ने स्थापना दिवस के अवसर पर समाज और पर्यावरण में सुधार के लिए सप्ताह के प्रत्येक दिन  किसी न किसी सामाजिक गतिविधि में भाग लिया। इस मौके पर ब्रांच के कर्मचारियों ने वृद्धा आश्रम जाकर न सिर्फ समय बिताया बल्कि आसपास की साफ-सफाई भी की ताकि वहां का वातावरण स्वच्छ रहे। दिव्यांग और गरीब तबकों के बच्चों के साथ समय बिताया। इसके अलावा बेघरों को कपड़े बांटने, पौधारोपण, स्कूल में फर्नीचर, स्कूल बैग और स्टेशनरी दान करने, अनाथालयों मे

फिनटेक कीअगले 3 वर्ष में 1 लाख एटीपी कियोस्क,पीओएस डिवाइस और मोबाइल वैंस शुरू करने की योजना

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नयी दिल्ली   : जीवन को सहज बनाने के लिए जिपि ने अपनी नई सर्विस एक्सपे.लाइफ भारत में लॉन्च कर दी है, जिसके माध्यम से यूजर विभिन्न प्रकार के बिल सिंगल विंडो की मदद से भर सकेंगे। ब्लॉकचेन आधारित ट्रांजेक्शन फ्रेमवर्क से लैस कंपनी विभिन्न प्रकार के डिजिटल बिल पेमेंट विकल्प जैसे टच स्क्रीन कियोस्क, वेब, मोबाइल एप, पीओएस डिवाइस और मोबाइल एटीपी वैन मुहैया कराएगी। एक्सपे.लाईफ बिज़नेस टू बिज़नेस और बिज़नेस टू कंज्यूमर दोनों सेगमेंट में अपनी सर्विसेस देगी। रोहित कुमार (सीईओ) और बोहितेश कुमार मिश्रा (सीओओ व सीटीओ) द्वारा स्थापित किया गया एक्सपे.लाइफ यूजर को टच स्क्रीन एटीपी कियोस्क, पीओएस मशीन और मोबाइल वैन के माध्यम से कैश और क्रेडिट या डेबिट कार्ड दोनों के जरिए बिल पेमेंट करने की सुविधा देगा। यह एएमबीआईसी मॉडल पर आधारित है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मोबिलिटी, ब्लॉकचेन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और क्लाउड टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है और ट्रांजेक्शन में उच्च स्तर की पारदर्शिता का प्रदर्शन करता है। अपनी तरह की यह इकलौती फिनटेक कंपनी है जो सभी डिजिटल माध्यमों के लिए वन क्लिक प्रोसेसिंग की सुविधा भी उपलब्ध कर

ब्रिजलैब्ज़ की वर्ष 20-21 में 2500 इंजीनियर को स्किल्ड बनाने और रोजगार मुहैया कराने का लक्ष्य

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मुंबई : देश की सबसे बड़ी आईपी-ड्रिवेन इंक्यूबेशन लैब ब्रिजलैब्ज़ सॉल्यूशन एलएलपी ने वित्त वर्ष 20-21 में नए इंजीनियर को स्किल बनाने और रोजगार देने का लक्ष्य तय किया है। इसके साथ ही कंपनी ने पुणे और हैदराबाद में दो नई लैब शुरू करने का फैसला किया है। इसकी मुख्य ऑफरिंग मेकर प्रोग्राम कंपनी के मूल प्रयासों में से एक है, जिसमें इंजीनियर को जरूरी स्किल की ट्रेनिंग देकर इंडस्ट्री के लिए तैयार किया जाता है। इसके साथ ही कंपनी कोडिंग बूटकैंप और अन्य गतिविधियां भी संचालित करती है, ताकि ज्यादा से ज्यादा इंजीनियर को रोजगार के लायक बनाया जा सके। मेकर प्रोग्राम की बदौलत वित्त वर्ष 19-20 में कंपनी की कमाई में 300 फीसदी का बड़ा इजाफा हुआ है। मौजूदा वित्त वर्ष में ही कंपनी ने 1100 से ज्यादा हाई स्किल्ड इंजीनियर तैयार किए हैं और इन्हें थॉटवर्क्स, बुकमायशो और अर्बन लैडर जैसी बड़ी कंपनियों में प्लेसमेंट दिलवाया है। कंपनी सक्रिय रूप से महिला इंजीनियर को भी प्रोत्साहित कर रही है और विभिन्न प्रोग्राम के माध्यम से कॅरिअर को लेकर जागरूकता फैलाने का काम कर रही है। मौजूदा उम्मीदवारों में 45 फीसदी महिलाएं हैं। विस्त

कविता के माध्यम से बड़ा संदेश

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Bhojpuri Film के लिए फ़रीदाबाद में हुआ ऑडिशंस

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अभिमान अक्ल को खा जाता है

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एक घर के मुखिया को यह अभिमान हो गया कि उसके बिना उसके परिवार का काम नहीं चल सकता। उसकी छोटी सी दुकान थी। उससे जो आय होती थी, उसी से उसके परिवार का गुजारा चलता था। चूंकि कमाने वाला वह अकेला ही था इसलिए उसे लगता था कि उसके बगैर कुछ नहीं हो सकता।वह लोगों के सामने डींग हांका करता था। एक दिन वह एक संत के सत्संग में पहुंचा। संत कह रहे थे, “दुनिया में किसी के बिना किसी का काम नहीं रुकता।यह अभिमान व्यर्थ है कि मेरे बिना परिवार या समाज ठहर जाएगा।सभी को अपने भाग्य के अनुसार प्राप्त होता है।” सत्संग समाप्त होने के बाद मुखिया ने संत से कहा, “मैं दिन भर कमाकर जो पैसे लाता हूं उसी से मेरे घर का खर्च चलता है। मेरे बिना तो मेरे परिवार के लोग भूखे मर जाएंगे।”संत बोले, “यह तुम्हारा भ्रम है।हर कोई अपने भाग्य का खाता है।” इस पर मुखिया ने कहा, “आप इसे प्रमाणित करके दिखाइए।” संत ने कहा, “ठीक है। तुम बिना किसी को बताए घर से एक महीने के लिए गायब हो जाओ। ”उसने ऐसा ही किया। संत ने यह बात फैला दी कि उसे बाघ ने अपना भोजन बना लिया है। मुखिया के परिवार वाले कई दिनों तकशोक संतप्त रहे। गांव वाले आखिरकार उनकी मदद के ल