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देश में फंसे विदेशी पर्यटकों की सहायता के लिए 'स्ट्रैंडेड इन इंडिया'

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नयी दिल्ली - पर्यटन मंत्रालय सक्रिय रूप से जुटा हुआ कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा पर्यटकों, होटलों द्वारा उठाए जाने वाले विभिन्न कदमों और पर्यटकों के लिए सुरक्षा उपायों और उद्योग संघों के कर्मचारियों के लिए जारी किए गए दिशानिर्देशों का होटल व्यवसायियों के बीच व्यापक प्रसार किया जा सके। ये एडवाइज़री विभिन्न पर्यटन कार्यालयों को उनके अपने क्षेत्रों में सक्रिय निगरानी के लिए भी प्रसारित किए गए। जो देश कोविड-19 से काफी प्रभावित थे वहां के यात्रियों की सूची, क्षेत्रीय कार्यालयों में भेज दी गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की एडवाइज़री के मुताबिक उन कार्यालयों से कहा गया है कि वे ऐसे यात्रियों की गतिविधियों का पता लगाएं और नजर रखें ताकि होटलों द्वारा सुरक्षा उपाय किए जा सकें और कोविड​-19 के मद्देनजर अतिसंवेदनशील व्यक्तियों के क्वॉरंटीन का काम किया जा सके। इन सबके लिए पर्यटन मंत्रालय राज्य पर्यटन विभागों और राज्य प्रशासन के साथ सक्रिय रूप से सहयोग कर रहा है। इस बीच 'स्ट्रैंडेड इन इंडिया' पोर्टल पर्यटकों को अपने देशों तक वापस सुरक्षित यात्रा करने में सफलतापूर

देश में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई हेतु व्यापारियों और ट्रांसपोर्ट को पास आसानी से उपलब्ध हों

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नयी दिल्ली - बावजूद इसके कि आवश्यक वस्तुओं में व्यापार करने वाले व्यापारियों को उनके लिए और उनके कर्मचारियों के लिए आवश्यक सामान की आवाजाही की सप्लाई हेतु पास प्राप्त करने में बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है और सामानों की आवाजाही के लिए ट्रांसपोर्ट भी उपलब्ध नहीं है फिर भी देश भर में आवश्यक वस्तुओं के थोक व्यापारी किसी तरह से अपने संबंधित खुदरा विक्रेताओं को आवश्यक सामानों की आपूर्ति कर रहें हैं ताकि रिटेलर्स के प्रतिष्ठानों पर आवश्यक वस्तुओं का कोई अबाहव न हो  सामानों के स्टॉक से बाहर न जाएं और आम लोगों को दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुएं आसानी से मिल सकें ! अब तक व्यापारियों ने देश भर में सप्लाई चेन को अपने सीमित संसाधनों के बल पर पूरी आपूर्ति श्रृंखला अच्छी तरह से काम करने लायक बना रखा है लेकिन अब यह समय है जब आवश्यक वस्तुओं के लिए आपूर्ति श्रृंखला के हर स्तर पर सुचारू आपूर्ति बनाए रखने की आवश्यकता है और उसके लिए कुछ कदम उठाये जाने की तत्काल आवश्यकता है ! कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी.भारतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा क

दीपक जलाएं महामारी भगाएं

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विजय सिंह बिष्ट जलाओ दिये पर रखें ध्यान इतना। कोरोना कहीं रह न पाये।। चमका दें तिमिर में  प्रकाश इतना।। कोरोना दिये में स्वयं जल जाये। मिलें परस्पर जले दीप इतने। कोलोना कहीं छिप न जाये। मन बचन और कर्म से दीपक जलाएं। अंधेरा धरा पर कहीं रह न पाये।। समर्पित हों दीपक जलाने को इतने। कोरोना इधर कहीं टिक न पाये।। दिलों से दिल को मिलाकर चलें। मोदी के मन में कहीं कमी रह न पाये।। जलाओ दिये पर रहे ध्यान इतना। कोरोना भयभीत होकर भाग जाये।।

दिलकश भोजपुरी गीत जो आपने ने नहीं सुना

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दीपक जलायें महामारी भगाएं

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चीन की मैन्यूफेक्चरिंग रिकवरी क्रूड के लिए अच्छा सौदा, पीली धातु की चमक फीकी

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चीन से अपेक्षित बेहतर मैन्यूफेक्चरिंग आंकड़ों से अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में तेजी से रिकवरी की उम्मीद जागी है। इससे कच्चे तेल और बेस मेटल्स की कीमतों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा, जबकि सोने की कीमतों पर नकारात्मक असर पड़ा है। आने वाले दिनों में कमोडिटी की कीमतें उस रिकवरी पर निर्भर करेंगी जो चीनी अर्थव्यवस्था कोरोनावायरस के प्रभाव से दर्ज करेगी।यहां हम बता रहे हैं कि 31 मार्च को विभिन्न कमोडिटी का प्रदर्शन कैसा रहा। सोना चीन की उम्मीद से बेहतर आर्थिक आंकड़ों और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने की उम्मीद ने मंगलवार को सोने की कीमतों को नीचे खींचा। सोने की कीमत 3 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1571.7 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई। इसके अलावा अमेरिकी डॉलर को मिली सराहना से अन्य मुद्रा धारकों के लिए पीली धातु महंगी हो गई और इसका असर सोने की कीमतों पर दबाव के तौर पर सामने आया। चीन के इंडस्ट्रियल सेक्टर पीएमआई फरवरी 2020 के 35.7 निचले स्तर से बढ़कर मार्च 2020 में 52.7 पर पहुंच गया। हालांकि, कोरोनावायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए दुनिया के बाकी हिस्सों में लागू लॉकडाउन ने बाजा

यूनियन बैंक भारत का पांचवां सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक बना

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तीनों संस्थाओं के ग्राहक अब यूनियन बैंक्स के व्यापक नेटवर्क और निर्बाध सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। प्रभावी बुनियादी सेवाएं जैसे कि नकद निकासी और जमा, बैलेंस पूछताछ और फंड ट्रांसफर संयुक्त नेटवर्क में इंटरऑपरेबल हो जाएगा। यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक के ग्राहकों को एक-दूसरे के एटीएम पर नगद निकासी पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगाया जाएगा। नयी दिल्ली : यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, भूतपूर्व आंध्रा बैंक और भूतपूर्व कॉर्पोरेशन बैंक अब एक बैंक बन गए हैं। एक साथ आने से उम्मीद है कि वे अपनी समृद्ध व्यक्तिगत विरासतों का दोहन करेंगे और एक गतिशील साझा भविष्य बनाएंगे। आंध्र बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक के सभी कर्मचारी, ग्राहक और शाखाएं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया परिवार का हिस्सा बन जाएंगे। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया अब हमारे 9500+ शाखाओं और 13500+ एटीएम में 120 मिलियन से अधिक ग्राहकों को उत्पादों और सेवाओं की विस्तृत शृंखला प्रदान करता है। संयुक्त रूप से वे भारत के चौथे सबसे बड़े बैंकिंग नेटवर्क और भारत के पांचवें सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक बन गए हैं। उम्मीद है कि इस समामेलन से अगले तीन वर्षों मे