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पियरसन ने छात्रों की लर्निंग जारी रखने के लिए 500 से अधिक अध्यापकों को किया प्रशिक्षित

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नई दिल्ली : युनेस्को की रिपोर्ट के मुताबिक 22 देशों में 290 मिलियन से अधिक छात्रों पर कोरोना वायरस महामारी का असर हुआ है। इस माहौल में वर्चुअल लर्निंग छात्रों के लिए एकमात्र समाधान बनकर रह गई है, लेकिन यह उन शिक्षकों के लिए चुनौती का कारण है जो पढ़ाने के ऑनलाईन तरीकों में सक्षम नहीं हैं। इसी समस्या को दूर करने तथा अध्यापकों एवं छात्रों की मदद करने के लिए दुनिया की अग्रणी लर्निंग कंपनी पियरसन ने अध्यापकों को ऑनलाईन अध्यापन तकनीकों में शिक्षित करने की पहल की है। पियरसन ने 30 स्कूलों में 500 से अधिक अध्यापकों के लिए ऑनलाईन प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन किया और उन्हें ऑनलाईन लर्निंग प्लेटफॉर्म के उपयोग में सक्षम बनाया, साथ ही इस मुश्किल समय में छात्रों को भी डिजिटल अध्ययन के तरीकों पर प्रशिक्षण दिया गया। सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विषयों को कवर किया गया जैसे अध्याय की योजना, अंग्रेज़ी लिखने और पढ़ने के तरीके में सुधार की रणनीतियां, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान पढ़ाने के लिए इंटरैक्टिव रणनीतियां, गणित को रोचक बनाने के लिए योजनाएं, फिनिक्स और ऑनलाईन कक्षा की योजनाएं और इसे इंटरैक्टिव तरीके से अंजाम

आईपैक ने दिल्ली में 25,000 जरूरतमंदों को मुहैया कराया भोजन

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नयी दिल्ली - इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC) सबकी रसोई पहल के तहत दिल्ली समेत देश के 26  शहरों में जरूरतमंदों को अब तक 5 .2 लाख से अधिक भोजन उपलब्ध करा चुकी है। दिल्ली की बात करें, तो I-PAC ने यहां 3,700  जरूरतमंदों को ताजा भोजन उपलब्ध कराया, जबकि पिछले 3 दिनों में 25,000 जरूरतमंदों को भोजन मुहैया कराया जा चुका है।  वैश्विक महामारी करोना की वजह से लोगों को अपार पीड़ा एवं परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लॉकडाउन का बुरा प्रभाव आर्थिक रूप से सबसे निचले पायदान के लोगों पर पड़ रहा है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आईपैक ने सबकी रसोई पहल की शुरुआत 5 अप्रैल को की। इस पहल के पहले चरण के तहत COVID-19 महामारी के दौरान जरूरतमंदों को 10 दिनों में (14 अप्रैल तक) कम से कम 15 लाख ताजा भोजन (1.5 लाख प्रतिदिन) उपलब्ध कराया जाएगा। इस पहल के बारे में अधिक जानने के लिए या हिस्सा लेने के लिए, कृपया हमसे संपर्क कर सकते हैं। आप हमें info.sabkirasoi@indianpac.com पर ईमेल भेज सकते हैं या हमें यहां कॉल कर सकते हैं: 6900869008

ऊबर के ड्राइवरों को रु 25 करोड़ के राहत पैकेज में से अनुदान मिलना शुरू

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गुरूग्राम : ऊबर प्लेटफॉर्म के ड्राइवर पार्टनर्स को ऊबर द्वारा अग्रणी सामाजिक उद्यमों गिव इंडिया एवं संहिता के सहयोग से ऊबर केयर ड्राइवर फंड में जमा की गई रु 25 करोड़ की राशि में से अनुदान मिलना शुरू हो गया है। ऊबर केयर ड्राइवर फंड रोज़ाना हज़ारों ड्राइवर पार्टनर्स और उनके परिवार की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए उनके खातों में अनुदान राशि स्थानान्तरित कर रहा है। ऊबर ने अपने अग्रणी क्राउडफंडिंग संगठन मिलाप के साथ साझेदारी में अपने कर्मचारियों, राइडर, सीएसआर फंड एवं नागरिकों से रु 25 करोड़ की अतिरिक्त राशि जुटाकर कुल रु 50 करोड़ तक पहुंचने का लक्ष्य तय किया है, इस धनराशि का इस्तेमाल ऊबर प्लेटफॉर्म पर ड्राइवर पार्टनर्स के कल्याण के लिए किया जाएगा। अब तक कुछ ही घण्टों में ऊबर कर्मचारियों ने ज़बरदस्त उत्साह का प्रदर्शन किया है और रु 17 लाख का योगदान दे चुके हैं। ड्राइवर पार्टनर्स के अलावा इस धनराशि का इस्तेमाल ऊबर मेडिक, ऊबर असेन्शियल्स एवं ऊबर के लास्ट माइल डिलीवरी सर्विस ड्राइवरों के लिए भी किया जाएगा, जो हाल ही में फ्रंटलाईन कर्मियों को परिवहन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं तथा देश भर में कोविड-19 महा

शिक्षा का लोकतांत्रिकरण करने के लिए नया एडटेक प्लेटफार्म

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नयी दिल्ली : डिजिटल एजुकेशन प्लेटफॉर्म के क्षेत्र में प्रवेश करते हुए यप्पटीवी (YuppTV) ने ‘यप्पमास्टर’  (YuppMaster) नाम से एक क्रांतिकारी एडटेक प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। यह प्लेटफार्म बेहतर तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर, स्पेशलाइज्ड फेकल्टी मेंबर्स, लाइव इंटरैक्टिव क्लासेस के साथ समर्थित है, और वर्तमान में यह भारत और मिडिल ईस्ट (मध्य-पूर्व) में आईआईटी-जेईई और एनईईटी उम्मीदवारों के लिए किफायती प्लेटफ़ॉर्म में से एक है। प्लेटफार्म ने छात्रों को अपनी कैटेगरी में बेस्ट ऑनलाइन एजुकेशन देने के लिए छात्रों को सलाह देने और लाइव स्ट्रीमिंग टेक्नोलॉजी में 10-25 वर्षों के अनुभव वाले टॉप फेकल्टी को साथ लाया है। यप्पमास्टर के सभी फेकल्टी मेंबर अपने क्षेत्र के दिग्गज हैं और पिछले 15 वर्षों से लगातार उनके पढ़ाई छात्रों ने अखिल भारतीय स्तर पर टॉप-100 रैंकर्स में जगह बनाई है। अब सिर्फ टॉप सेंटर में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को नहीं बल्कि पूरे देश के छात्रों को बेस्ट फेकल्टी तक पहुंच प्राप्त होगी। यप्पमास्टर पर 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए आईआईटी जेईई और एनईईटी कोर्स उपलब्ध हैं, जबकि 8वीं से 10वीं तक के छात

दिल्ली में सभी को घर से निकलने पर मास्क पहनना अनिवार्य -अरविंद केजरीवाल

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नई दिल्ली,  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना का कहर थामने के लिए आँपरेशन शिल्ड को बड़े पैमाने पर चलाने का निर्णय लिया है। जिन 21 इलाकों में कंटेनमेंट लागू किया गया है, वहां आँपरेशन शिल्ड चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के अधिक केस मिलने पर दिल्ली के 21 इलाकों में कंटेनमेंट लागू किया गया है। अब उस एरिया में किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। सभी जरूरत की वस्तुएं घर पर पहुंचाई जाएंगी। साथ ही आपरेशन शिल्ड के तहत कोरोना से निपटा जाएगा।   सीएम ने कहा कि कोरोना का इलाज कर घर लौट रहे दो डाॅक्टरों के साथ दुव्र्यवहार करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी पर संतुष्टि जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने सख्त चेतावनी दी है कि इस तरह की हरकत बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि डाॅक्टर और नर्स अपनी जान दांव पर लगा कर लोगों का इलाज कर रहे हैं।  मुख्यमंत्री ने स्कूलों में राशन बांट रहे प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को धन्यवाद दिया है। साथ ही

इस महामारी से लड़ने के लिए सभी का सहयोग जरुरी

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उत्तराखंड की देवकी भण्डारी ने प्रधानमंत्री राहत कोष में दस लाख रुपए दान किए

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लॉक डाउन के चलते रोज़ाना बांटते हैं खाना

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मिल रहा है मस्जिदों और मौलानाओं का लॉक डाउन में पूरा सहयोग

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जब लड़कियां नहीं होंगी तो समाज कैसा होगा

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मीडिया के विज्ञापन रोकने की सलाह के विरोध में पत्रकार संगठन

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नई दिल्ली । पत्रकारों के राष्ट्रीय संघों ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दी इस सलाह पर असंतोष जताया है जिसमें उन्होंने कोविड-19 से लड़ने के लिए पर्याप्त फंड बचाने हेतु मीडिया को दिए जाने वाले विज्ञापनों पर रोक लगाने का अनुरोध किया है। प्रेस एसोसिएशन, इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन, नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स और वर्किंग न्यूज कैमरामैन एसोसिएशन ने आज जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि अगर ऐसा किया गया तो इस महत्वपूर्ण घड़ी में मीडिया की भूमिका को कमतर आंकना जैसा  होगा। कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमति गांधी की तरफ से ऐसी सलाह दी जानी बहुत ही मीडिया और कर्मचारियों के लिए आघातपूर्ण है। इस बयान में लगभग सभी मीडिया संगठनों ने इस सलाह को पूरी तरह से अदूरदर्शी और तर्कहीन बताया है। सभी का एकमत होकर कहना है कि इस महामारी की वजह से मीडिया इंडस्ट्री विशेषकर प्रिंट मीडिया पर अर्थिक दबाव काफी आ गया है और इसके चलते अनेक समाचार पत्रों ने अपना प्रकाशन बंद कर दिया है।  इस बयान पर प्रेस एसोसिएशन के अध्यक्ष जयशंकर गुप्त और महासचिव सी के नायक, इंडियन जर्नलिस्ट्स यूनियन

खबरी का दृष्टिहीन और दृष्टिबाधितों के लिए एक्सक्लूसिव हेल्पलाइन पोर्टल

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नई दिल्ली, ऐसे समय जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी के मद्देनजर नई व्यवस्था के अनुसार खुद को एडजस्ट करने में व्यस्त है, हमारी आबादी का वह बड़ा हिस्सा जो दृष्टिबाधित है, अनदेखी का शिकार हो रहा है। जब सोशल डिस्टेंसिंग नया सर्वमान्य नियम बनकर लागू हो रहा है तब छूकर महसूस करने वाले दृष्टिहीनों और दृष्टिबाधितों के लिए पूरी दुनिया ही बदलने वाली है। इस विजन को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रीय भाषाओं में भारत के पहले डिजिटल ऑडियो प्लेटफार्म खबरी ने पूरे भारत में दृष्टिहीनों के लिए एक एक्सक्लूसिव हेल्पलाइन पोर्टल/प्लेटफार्म तैयार किया है। इस पहल के एक भाग के रूप में खबरी इस सेग्मेंट में चिकित्सा, मनोविज्ञान, सामाजिक या वित्तीय सहित अन्य क्षेत्रों में विशेषज्ञ जानकारी के साथ सहायता प्रदान करेगा। कॉरपोरेट घरानों के साथ-साथ सरकार भी इस पहल का हिस्सा बन सकती है जो डोनेशन या किसी अन्य सहयोग के जरिये उद्देश्य को पूरा करने में मदद कर सकते हैं। इस पहल के माध्यम से कंपनी का उद्देश्य जागरुकता बढ़ाना और इसके ईर्द-गिर्द दूसरों को जागरूक करने का प्रयास करना है। जिन्हें जरूरत है वे खबरी की टीम से सीधे 9810511211,

भारत का पहला कंज्यूमर टू बिजनेस डेटा मार्केटप्लेस लॉन्च

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नयी दिल्ली : ऐस्मा भारत में जन्मा डेटा मार्केटप्लेस है जो यूजर्स को ऐस्मा ऐप के जरिये सहमति और गुमनामी से डेटा से ट्रेड करने पर पुरस्कार देता है। मार्केटप्लेस की लोकेशन शेयरिंग और हेल्थ मैपिंग फीचर का उपयोग संपर्क को प्रभावी तरीके से ट्रैकिंग करने के लिए किया जा सकता है, जो कोविड-19 से लड़ने में अब तक की सबसे महत्वपूर्ण मदद रही है। ऐस्मा इकोसिस्टम द्वारा जुटाई गई अंतर्दृष्टि स्वाभाविक रूप से कोविड-19 प्रसार के खिलाफ एक डिजिटल फेंस बनाती है, वायरस से लड़ाई में नागरिकों और अधिकारियों की मदद करती है। ऐस्मा मोबाइल ऐप के जरिये यूजर्स सहमति और गुमनाम रूप से पुरस्कार पाने के लिए अपने व्यवहार संबंधी डेटा का व्यापार कर सकते हैं और विज्ञापन देखने पर अतिरिक्त राशि पा सकते हैं। व्यवसाय संबंधित प्रोडक्ट्स और सर्विसेस की ऑफरिंग के लिए कानूनी और किफायती फॉर्मेट में ऐस्मा डैशबोर्ड के माध्यम से डेटा का उपयोग करते हैं। इसके अलावा समान चैनल व्यवसायों की मार्केटिंग दक्षता बढ़ाने के लिए टारगेटेड टेक्स्ट, बैनर और वीडियो विज्ञापन प्रदान कर सकता है। मौजूदा कोविड-19 स्थिति के प्रकाश में ऐस्मा ने आम लोगों के ल