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ओ जट्टा आई बैसाखी --बैसाखी का दिन सूर्य पर्व का प्रथम दिन माना जाता है

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सुरेखा शर्मा,लेखिका /समीक्षक समूचे उत्तर भारत में जनजीवन को यदि कोई दिन सबसे अधिक उमंग और उल्लास से भर देता है तो वह है, बैसाखी का दिन । लेकिन इस बार पूरी दुनिया को एक ऐसी महामारी ने अपने मकड़जाल में ग्रस लिया है जिस कारण चहुँओर   त्राहि-त्राहि मची हुई है ।खेतों में फसलें पकी खड़ी हैं।जो अपनी मुक्ति के लिए पुकार रही हैं। कहाँ तो ये पुकार सुनाई दिया करती थी ---' कणकां दी मुक गई राखी••••ओ जट्टा आई बैसाखी ,ओ जट्टा आई बैसाखी ।' लेकिन आज स्थिति भयावह हो रही है।कोरोना के कहर से सभी डरे हुए हैं। ऐसे में बैसाखी पर्व का उल्लास भी कम होना स्वाभाविक   है । पंजाब का प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह किसी भी धर्म व जाति का क्यों न हो,वर्ष भर इस दिन की प्रतीक्षा करता है और अपने नए कार्यों की शुरुआत इसी दिन से करता है । बैसाखी का दिन सूर्य पर्व का प्रथम दिन माना जाता है । यह पर्व  बैसाख माह संक्रांति  दिवस के रूप में मनाया जाता है । विशेष रूप से यह कृषि से जुड़ा पर्व है। भारत वर्ष  की संपूर्ण अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है । इसी माह में गेंहू की फसल की कटाई की जाती है। गेंहू को कणक भी कहते हैं और कणक

दृष्टिबाधितों से जुड़ने और कोरोनावायरस संकट के बीच संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए टॉक शो- सच्चे नायक

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नयी दिल्ली : भारत में क्षेत्रीय भाषा के सबसे तेजी से बढ़ते ऑडियो कंटेंट प्लेटफॉर्म Khabri ने सेलिब्रिटी-बेस्ड टॉक शो तैयार किया है, जिसका प्रसारण शुरू हो गया है । कोविड-19 महामारी के प्रकोप को कम करने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के बीच प्लेटफार्म ने यह शो #VoiceofBlinds पहल के एक हिस्से के तौर पर बनाया है। यह मौजूदा संकट में दृष्टिहीनों की मदद की आवश्यकता बताता है। दृष्टिहीन व दृष्टिबाधित छूकर ही आसपास की चीजों को महसूस करते हैं, लेकिन आज कोरोनावायरस पर काबू पाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया जा रहा है। ‘सच्चे नायक’ नाम से यह टॉक शो हर शनिवार को शाम 7 बजे Khabri ऐप पर प्रसारित होगा। टॉक शो का प्रमुख उद्देश्य वर्तमान स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाना, यूजर्स को घर के अंदर रहने और आवश्यक सावधानी बरतने के लिए शिक्षित करना है। यह यूजर्स को आगे आकर और दृष्टिहीनों की मदद करने की अपील भी करेगा। भोजपुरी अभिनेता, सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व रेडियो प्रोड्यूसर शैलेश सिन्हा टॉक शो को होस्ट करेंगे। टॉक शो का मुख्य आकर्षण गेस्ट सेलिब्रिटी से बातचीत होगा। उसके बाद आने वाले एपिसोड में अन्य सच्च

सबकी रसोई के तहत लॉकडाउन में 8.50 लाख जरूरतमंदों को मुहैया कराया भोजन

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नयी दिल्ली - इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC) सबकी रसोई पहल के तहत दिल्ली समेत देश के 31 शहरों में जरूरतमंदों को अब तक 8.50 लाख से अधिक भोजन उपलब्ध करा चुकी है।  I-PAC ने देश के 31 शहरों में 1,84,840 जरूरतमंदों को ताजा भोजन उपलब्ध कराया। आईपैक दिल्ली-NCR में दिल्ली, गुड़गांव और फरीदाबाद में जरूरतमंदों जो भोजन मुहैया कराने के लिए 70 डिस्ट्रीब्यूशन प्वॉइंट बनाया है और गुरुवार को दिल्ली-NCR में 15,520 जरूरतमंदों को ताजा भोजन उपलब्ध कराया।  इस पहल के बारे में अधिक जानने के लिए या हिस्सा लेने के लिए, कृपया हमसे संपर्क कर सकते हैं। आप हमें info.sabkirasoi@indianpac.com पर ईमेल भेज सकते हैं या हमें यहां कॉल कर सकते हैं: 6900869008

"राज नगर" वार्ड में पूरे इलाके को सेनेटाइज़ करवाया

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भोजपुरी अभिनेता आनंद ओझा रियल हीरो

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आनंद ओझा (Anand Ojha) भोजपुरी फिल्मो के सफलतम अभिनेताओं में गिने जाते हैं. उन्होंने कई हिट फ़िल्में भी दी हैं. आनंद ओझा सिर्फ फिल्मों के हीरो ही नहीं हैं बल्कि वह रियल हीरो है. इन दिनों वह आगरा जोन में उत्तर प्रदेश सरकार में ट्रैफिक इन्सपेक्टर के रूप में सेवा दे रहें हैं. आनंद ओझा एक पुलिस अधिकारी के रूप में दिन रात लॉक डाउन में सेवा देकर यह साबित कर दिया है की वह रियल लाइफ के भी हीरो हैं.एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर के रूप में वह लोगों की मदद मे दिन-रात लगे हैं. वह आगरा में फंसे लोगों के लिए दिन रात एक कर ना केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपनी भूमिका  निभा रहें है. बल्कि वह चप्पे- चप्पे पर अपनी नजर बनाये हुए हैं, ताकी कोई बेसहारा खाली पेट न सो पाये. इसके पहले भी आनंद ओझा नें कोरोना के चलते पलायन करने वालों के लिए आगरा के अलग-अलग हिस्सों में में खुद जाकर राहत सामग्री उपलब्ध कराया. इसके साथ ही उन्होंने उन पलायन करने वालों को सही सलामत उनके घरो तक भेजने मे में मदद भी की. अभिनेता और इन्सपेक्टर आनंद ओझा नें बताया की जो भी व्यक्ति आगरा के अंदर फंसा है उसके तत्काल रहने और खाने पीने की व्यवस्था की

भईया नीलकंठ’ की तैयारी में जुटे अभिनेता अभय तिवारी

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रुद्रा फिल्म कंपनी के बैनर ‘भईया नीलकंठ’ के लिए लीड रोल में नजर आने वाले अभिनेता अ‍भय तिवारी इन दिनों अपने घर में ही खूब पसीना बहा रहे हैं। देश भर में लगातार कोरोना का कहर जारी है और संपूर्ण लॉकडाउन से सारे काम – काज ठप्‍प पड़े हैं। इसका असर फिल्म इंडस्‍ट्री पर भी खूब देखा जा रहा है। तभी फिल्‍म के शूटिंग की पूरी तैयारी होने के बावजूद ‘भईया नीलकंठ’ की शूटिंग लॉकडाउन समाप्‍त होने तक टाल दिया गया है। मगर फिल्‍म के तमाम कलाकारों अपने घरों में ही इस फिल्‍म के लिए वार्मअप कर रहे हैं।  अभिनेता अभय तिवारी अपने घर को ही जिम बना डाला और फिल्‍म की तैयारी में जुट गए हैं। उन्‍होंने अपनी डेली रूटीन में एक्‍सरसाइज और रिहर्सल को शामिल कर लिया है। फिल्‍म की तैयारियों की एक तस्‍वीर उन्‍होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर भी किया। साथ ही उन्‍होंने लोगों को संदेश दिया कि वे कोरोना को हराने के लिए घर में ही रहें। उन्‍होंने कहा कि हम ही नहीं, पूरी दुनिया इस महामारी की शिकार है और इससे बचने व कोरोना के चैन को तोड़ने का एकमात्र रास्‍ता है कि हम अपने घरों में रहे हैं।  अभय तिवारी के पीआरओ संजय भूषण पटियाला न

अभिनेता अभय तिवारी ने तकनीशियनों को बांटा राशन

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अभय तिवारी रुद्रा फिल्म कंपनी के बैनर तले बन रही भोजपुरी फ़िल्म 'दिल तुझ पर क़ुर्बान' में सिंगर - एक्टर रितेश पांडेय के साथ नजर आने वाली हैं। फ़िल्म की शूटिंग कोलकाता के दुर्गापुर और पानागढ के मनोरम लोकेशन पर हुई है, जो इन दिनों पोस्‍ट प्रोडक्‍शन फेज में है। फ़िल्म की निर्माता अदिति राय हैं और निर्देशन राजू चौहान हैं। फिल्म के पीआरओ संजय भूषण पटियाला हैं, जो राहत सामग्री वितरण के दौरान उनके साथ रहे।   कोरोना की लड़ाई में खाने – पीने का संकट अब फिल्‍म इंडस्‍ट्री में तकनीशियनों पर गहराने लगा है। लॉकडाउन के उनके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है, जिसके बाद आज फिल्‍म 'दिल तुझ पर क़ुर्बान' के अभिनेता अभय तिवारी ने मुंबई में इंडस्‍ट्री के तकनीशियनों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया। उन्‍होंने तकनीशियनों के बीच 5 किलो चावल, 5 किलो आटा, 2 किलो दाल, 2 किलो तेल, 1 किलो नमक, सर्फ, साबुन और मास्‍क का वितरण किया।  इनमें कई विदेशी तकनीशियन भी थे, जो खाने के संकट से जूझ रहे हैं।  अभय तिवारी ने इस मदद के दौरान लॉकडाउन के नियमों का पालन किया और सोशल डिस्‍टेंसिंग का खास ख्‍याल रखते हुए लोगों की मद