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ऐप पर डॉक्टर और रिपोर्टर कोरोना वायरस का मुकाबला करने में मदद करते दिखे

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नयी दिल्ली : देश में मौजूदा स्थिति के कारण, एक छोटे वीडियो मेकिंग प्लेटफॉर्म VMate, ने अपने उपयोगकर्ताओं के बीच कोविद -19 के बारे में अधिक जागरूकता पैदा कर रहा है।मंच ने हमेशा अलग-अलग व्यवसायों वाले लोगों की अपार भागीदारी को माना है जो कभी भी अपनी मज़ेदार और विचित्र सामग्री के साथ हमारा मनोरंजन करने में सफल रहे हैं। उनमें से कुछ डॉक्टर, चिकित्सा पेशेवरों और पत्रकारों ने इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए उपयोगकर्ताओं को कोविद -19 के आसपास प्रामाणिक समाचार और कल्पित कथा तोड़ना का जिम्मा लिया है। ये डॉक्टर और रिपोर्टर उपयोगकर्ताओं को अधिक जागरूक बनने के लिए प्रासंगिक जानकारी प्रदान कर रहे हैं और उन सभी सेनानियों के पीछे संघर्ष का प्रदर्शन करते हैं जो अभी भी सड़कों पर हैं जो महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में मदद कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 3 मई तक घोषित किए गए लॉकडाउन के विस्तार के साथ, जनता को शिक्षित करने और उन्हें बहुमूल्य प्रामाणिक समाचार देने के लिए वास्तव में महत्वपूर्ण हो गया है और साथ ही लॉकडाउन की इस अवधि के दौरान उन्हें वास्तविक परिदृश्य और लोगों की कहानियों

एमजी मोटर फ्रंटलाइन वॉरियर्स की सुरक्षित यात्रा के लिए 100 हेक्टर उपलब्ध कराएगा

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नई दिल्ली : कोविड-19 संकट के समय मदद का हाथ बढ़ाते हुए एमजी मोटर इंडिया ने मई-2020 के अंत तक देशभर में सामुदायिक सेवा के लिए डॉक्टरों, चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों, पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को 100 एमजी हेक्टर प्रदान करने का फैसला किया है। एमजी मोटर यूके ने कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए पूरे ब्रिटेन में एनएचएस एजेंसियों को 100 एमजी जेडेस ईवी प्रदान करने का वचन दिया है। भारत में, कार निर्माता कोविड-19 के संकट को दूर करने के लिए राष्ट्रीय प्रयासों का समर्थन करते हुए100 हेक्टयर नि: शुल्क प्रदान करेगा। सभी कारों को ईंधन और ड्राइवरों के साथ उबलब्ध कराया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोविड-19 के खिलाफ अपनी लड़ाई को तेज करने के भारत के प्रयासों में संकट से लड़ रहे फ्रंटलाइन वॉरियर्स यानी डॉक्टर, चिकित्सा विभाग के कर्मचारी, पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षित रूप से यात्रा कर सकें। राज्य सरकार के नियमानुसार लॉकडाउन के दौरान एमजी के नेशनल नेटवर्क से कारों की आपूर्ति की जाएगी। कार निर्माता इन 100 हेक्टर को राष्ट्रीय सेवा के लिए तैनात करने के लिए हाल ही में शुरू की

नामी पत्रकार के साथ कोई वारदात या कोई दुर्व्यवहार हो जाता है तभी एकता की चर्चा क्यों होती है

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जब भी  किसी बड़े नामी पत्रकार, विशेषतः जब वह टी वी चैनलों  या किसी बड़े समाचार पत्र समूह से सम्बद्ध हो, के साथ कोई वारदात या अन्य कोई दुर्व्यवहार हो जाता है तभी पत्रकारों की अखिल भारतीय एकता की चर्चा क्यों होती है। सभी पत्रकार संगठन व नेता एकता और आन्दोलन का आह्वान करने लगते हैं । ये सभी लोग उस समय पता नहीं किस बिल में समाये रहते हैं जब किसी लघु अथवा मध्यम श्रेणी के आंचलिक समाचार पत्र या उसके किसी पत्रकार के साथ कोई दुर्व्यवहार या अनुचित दबाव की स्थिति हो जाती है। ऐसे समय में ये लोग पीड़ित पक्ष के साथ खड़े होने की अपेक्षा विरोध में खड़े नज़र आते हैं । यही नहीं बल्कि जो सुविधाएं मूलतः लघु श्रेणी के समाचार पत्रों के पत्रकारों के लिए राज्य व केन्द्र सरकारों द्वारा, इस बात को दृष्टिगत रखते हुए दी गईं थीं कि लघु समाचार-पत्रों का प्रबन्धन देने में सक्षम नहीं होता, उन्हें भी धीरे-धीरे बड़े पत्रकारों द्वारा लिया जाने लगा है । इतना ही नहीं कालान्तर में तो लघु व आंचलिक समाचार पत्रों के पत्रकारों के लिए इन सुविधाओं का लाभ दिये जाने के औचित्य पर ही उंगली उठाई जाने लगी है । अब जबकि लघु एवं मध्यम सम

लॉक डाउन का सख्ती से हो रहा है पालन

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फ़ेसबुक, जियो के प्लैटफ़ॉर्म्स में ₹43,574 करोड़ का निवेश कर 9.99% की हिस्सेदारी लेगा।

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  मुंबई : रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड, जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड और फ़ेसबुक इंक ने एक बाइंडिंग अग्रीमेंट पर हस्ताक्षर की घोषणा की है। जिसके मुताबिक फ़ेसबुक ने जियो प्लैटफ़ॉर्म्स में ₹ 43,574 करोड़ ($6.22 अरब) का निवेश किया है। फ़ेसबुक के इस निवेश से जियो प्लैटफ़ॉर्म्स की “प्री मनी एंटरप्राइज़ वैल्यू” ₹ 4.62  लाख करोड़ ($65.95 अरब) है; कन्वर्ज़न रेट ₹ 70 प्रति डॉलर माना गया है। फ़ेसबुक के निवेश के बाद उसे जियो प्लैटफ़ॉर्म्स में 9.99% की हिस्सेदारी (“फ़ुली डायल्यूटेड बेसिस” पर) मिल जाएगी।   जियो प्लैटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की “फ़ुली ओन्ड सब्सिडियरी” है। ये एक “नेक्स्ट जनरेशन” टेक्नॉलोजी कंपनी है जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है। इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल ईकोसिस्टम और भारत के नंबर #1 हाइ-स्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफ़ॉर्म को एक-साथ लाने का काम कर रही है। रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, वो जियो प्लैटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की “होल्ली ओन्ड सब्सिडियरी” बनी रहेगी। जियो एक ऐसे “डिजिटल भारत” का निर्माण करना चाहता है

कोरोना का विवरण हजारों साल पहले लिखा और वर्णित किया गया

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विजय सिंह बिष्ट कोरोना की महामारी ने समस्त विश्व को विचलित कर दिया है। इस अज्ञात शत्रु  ने युद्ध की विभीषिकाओं को भी पीछे छोड़ दिया है।ऐसा तो महाभारत के युद्ध में भी अप्रत्याक्षित रूप से जन हानि नहीं होगी। आखिर यह वायरस इतना प्रबल रूप कैसे धारण करता है जब कि वैज्ञानिक इसको निर्जीव मानकर चल रहे हैं। आजकल सारे बुद्धिजीवी इसको चीन द्वारा निर्मित वायरस बता रहे हैं। तो कोई रामचरितमानस की पृष्ठ संख्या 538पर अंकित चौपाइयों और दोहे का उदाहरण दे रहे हैं। कुछ जीवविज्ञान के पुस्तकों में कोरोना को दिखा रहे हैं।मानस की चौपाइयों पर रेखांकित कर के दिखाया जाता है कि सब कै निंदा जे जड़ करहीं, ते चमगादुर होइ अवतरहीं। इस में न तो ऊपर की चौपाइयों को अर्थ लिया जा रहा है। नहीं नीचे की पंक्तियों को लिया जा रहा है। वास्तव में यह रोग तुलसी दास की इन प्रारसंगिक पंक्तियों में या तो पूर्व में हुए रोग की ओर इशारा करता है अथवा भविष्यवक्ता के रूप में चेतावनी देते हैं। वैसे यह आवश्यक है कि जब विद्वान का उपहास होने लगता है अथवा अज्ञान चरम पर हो तब हानिकारक कारक पैदा होगे ही। इस पृष्ठ की सारी चौपाइयां और दोहे इस रोग की

महिला ने कहा उस दिन लॉक डाउन नहीं था

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चित्रकारों की कला का बेहतरीन नमूना

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जिन्दगी तृप्ति है न प्यास है

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विजय सिंह बिष्ट जीवन दर्शन। जान है तो जहान है। जिंदगी दूर है न पास है। जिन्दगी तृप्ति है न प्यास है। मृत्यु तो सदा नवीन,साहस पास है। जिन्दगी दूर है न पास है। कोरोना दूर है न पास है चित्र बन रहा लकीर मिट रही। अज्ञात शत्रु हार रहा,आयु घट गई। राह में भटक रहा पथिक, आंखों में अश्रु हैं न हास है। कोराना भयानक शत्रु है जान है तो जहान है जी रहा स्नेह, मृत्यु जी रही। पग पग पर दृढ़ विश्वास है। हार जायेगा अदृश्य शत्रु भी, विजय मंत्र हमारे पास है। जान है तो जहान है। कोरोना दूर है न पास है। कर रहा मनुज अनेक यत्न, रक्षा सूत्र सभी हमारे पास हैं। अनंत की तरह अनंत भाव हैं।  अपूर्णता पूर्णता भरी,साहस प्रर्याप्त है। जिन्दगी दूर है न पास है कोरोना भगाइए,वह दूर है न पास है।  मोह जाल त्याग दीजिए, यही जाल तो कमाल है। दूरियां एक दिन मिट जाइगीं, दृढ साहस कीजिए,दिलाइए। यही कोरोना से जीत का विश्वास है।

जयपुर को पशुचिकित्सा परिषद की मान्यता विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में छाई खुशी की लहर

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बीकानेर । वेटरनरी विश्वविद्यालय के संघटक पशुचिकित्सा महाविद्यालय, जयपुर (पी.जी.आई.वी.ई.आर.) की स्नातक डिग्री को भारतीय पशुचिकित्सा परिषद् की प्रथम अनुसूचि में शामिल किया गया है। भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन और डेयरी विभाग की भारत के राजपत्र में प्रकाशित अधिसूचना के तहत पशुचिकित्सा महाविद्यालय, जयपुर को वी.सी.आई. की अनुसूचि में शामिल किया गया है।   वेटरनरी कौंसिल ऑफ इंडिया की सलाहकार समिति की अभिशंषा के बाद यह नोटिफिकेशन मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी किया गया है। वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विष्णु शर्मा ने इस निर्णय को एक उपलब्धि बताते हुए कहा कि इससे केन्द्र एवं राज्य सरकार से अनुदान और सहायता राशि मिलने का रास्ता प्रशस्त हो गया है। अब इस महाविद्यालय का चहुँमुखी विकास संभव हो सकेगा। कुलपति ने संस्थान के सभी संकाय सदस्यों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को उनके प्रयासों एवं टीम वर्क के लिए बधाई दी है। पशुचिकित्सा महाविद्यालय, जयपुर के भारतीय पशुचिकित्सा परिषद् की पहली अनुसूचि में सम्मिलित करने की खबर जैसे ही पहुँ

करोड़ों भारतीयों के साथ संवाद के लिए ‘कोविड इंडिया सेवा’ प्लेटफॉर्म

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कोविड-19 से संबंधित नवीनतम विश्वसनीय जानकारी पाने के लिए  @CovidIndiaSeva  को फॉलो करें आप कोविड-19 से संबंधित किसी विशेष प्रश्न का उत्‍तर पाने के लिए  @CovidIndiaSeva  पर भी ट्वीट कर सकते हैं, और अधिकारी उचित जानकारी के साथ आपके ट्वीट का जवाब देंगे यह एकाउंट कोविड-19 से संबंधित आपके सवालों का जवाब देने के लिए बनाया गया है। हालांकि, अपने सवाल के साथ ट्वीट करने के लिए आपको संपर्क विवरण, पहचान दस्तावेज और निजी स्वास्थ्य रिकॉर्ड जैसी कोई भी निजी या संवेदनशील जानकारी देने की आवश्यकता नहीं है।  नयी दिल्ली -केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने ‘कोविड इंडिया सेवा’ का शुभारंभ किया, जो इस महामारी से निपटने के बीच करोड़ों भारतीयों के साथ संवाद का सीधा चैनल स्थापित करने के लिए एक संवादात्‍मक प्‍लेटफॉर्म है। इस पहल का उद्देश्‍य वास्तविक समय में पारदर्शी ई-गवर्नेंस डिलीवरी को सक्षम बनाना और विशेष रूप से कोविड-19 महामारी जैसी मौजूदा संकटपूर्ण परिस्थितियों में बड़ी तेजी से नागरिकों के अनगिनत प्रश्नों का जवाब देना है। इसके जरिए लोग @CovidIndiaSeva  पर सवाल कर सकते हैं और उन्हें

अर्थ डे 2020 पर वन पेज स्पॉटलाइट ग्रैमी अवार्ड विजेताओं और प्रख्यात संगीतकारों के साथ ग्लोबल ऑनलाइन कंसर्ट

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नयी दिल्ली - क्रिएटर्स और मनोरंजन पेशेवरों की सोशल और प्रोफेशनल नेटवर्किंग साइट वन पेज स्पॉटलाइट ने अर्थ डे यानी 22 अप्रैल को 60 मिनट का ऑनलाइट कंसर्ट आयोजित करने की तैयारी की है। इसमें छह देशों के 40 संगीतकार भाग लेंगे। इनमें 5 ग्रैमी अवार्ड विजेता भी शामिल हैं। हमारे एसोसिएटिंग पार्टनर्स के कई ऑफिशियल हैंडल्स से इसे लाइव स्ट्रीम किया जाएगा। दुनिया के 13 शहरों के कलाकार और संगीतकार इस प्रदर्शन में शामिल होंगे, जहां वे वैश्विक लॉकडाउन के दौरान अपने घरों से एकजुटता व्यक्त करते हुए प्रस्तुति देंगे और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को बढ़ावा देने के लिए दुनियाभर में शुरू की गई स्टे होम, स्टे सेफ पहल को समर्थन देंगे। इस पहल पर टिप्पणी करते हुए ग्रैमी पुरस्कार विजेता अमेरिकी संगीतकार, म्युजिक प्रोड्यूसर और पर्यावरण विद् रिकी केज ने कहा, “आज, संगीत संस्कृति का सबसे अधिक सेवन किया जाने वाला रूप है। संगीत की क्षमता सामाजिक सामंजस्य को बढ़ाने और मनुष्यों के ध्यान को निर्देशित करने, मोहित करने और सामुदायिक भावना पैदा करने के लिए है। इस कंसर्ट के पीछे का आइडिया पृथ्वी के पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैला

रोबोट कोरोनोवायरस संक्रमित रोगियों के बीच शारीरिक दूरी को बढ़ावा देने में मदद करेंगे

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नई दिल्ली : भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली कोविड-19 के बढ़ते मामलों से जूझ रही है, ऐसे में भारत के नंबर-1 उपभोक्ता रोबोटिक्स ब्रांड मिलग्रो ने एम्स, दिल्ली के साथ अपने साझा प्रयासों की घोषणा की है ताकि डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के बीच महामारी फैलने को रोका जा सके। इस प्रयास के तहत इसके एडवांस एआई-पावर्ड रोबोट - मिलग्रो आईमैप 9 और ह्यूमनॉइड ईएलएफ - का परीक्षण एम्स दिल्ली के एडवांस कोविड-19 वार्ड में किया जाएगा। भारत में निर्मित मिलग्रो आईमैप 9 फर्श को कीटाणुरहित करने वाला रोबोट है जो बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के नेविगेट होता है और फर्श साफ कर सकता है। यह सोडियम हाइपोक्लोराइट घोल का उपयोग करके फर्श की सतह पर कोविड पोर्स को नष्ट कर सकता है, जिसकी अनुशंसा आईसीएमआर ने की है। यह रोबोट बिना गिरे खुद ही चलता है और अपना रास्ता खुद ही बाधाओं से बचते हुए बनाता है, एलआईडीएआर द्वारा गाइडेड और एडवांस एसएलएएम टेक्नोलॉजी से लैस है। मिलग्रो की पेटेंटेड रियल टाइम टैरेन रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी (आरटी2आरटी) 360 डिग्री, रियल टाइम में फ्लोर मैप बनाने के लिए प्रति सेकंड 6 गुना स्कैन करती है, वह भी 16 मीट