संदेश

स्कूल बंद होने से ब्राइट ट्यूटी ऐप में छात्रों की 225% वृद्धि

चित्र
नयी दिल्ली . COVID-19 महामारी को रोकने के प्रयासों में देशभर के सभी सार्वजनिक और निजी संस्थानों, जैसे स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटरों की पढ़ाई पूर्णतः स्थगित की जा चुकी हैं। इस  शैक्षिक व्यवधान को सुव्यवस्थित करने और छात्रों की स्कूली शिक्षा को नियमित बनाए रखने के लिए भारत के लोकप्रिय स्टडी प्लेटफॉर्म ब्राइट ट्यूटी ने अपनी कमर कस ली है। इस मुश्किल दौर में ब्राइट ट्यूटी द्वारा सभी छात्रों के लिए अध्ययन सामग्री और परीक्षा तैयारी किट मुफ्त प्रदान की जा रही है। राजस्थान, हरियाणा और नागालैंड के राज्य शिक्षा बोर्डों की ब्राइट ट्यूटी के साथ विशेष भागीदारी है। यह शिक्षण बोर्ड अपने सभी स्कूली छात्रों को लॉकडाउन के दौरान ब्राइट ट्यूटी ऐप से पढ़ने की सलाह दे रहे हैं। इस दौर में ब्राइट ट्यूटी की पहल व कार्यों को विभिन्न शैक्षिक बोर्ड के बीच खूब सराहा जा रहा है। प्रत्येक भारतीय छात्र को किफायती दरों पर विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के अपने मिशन में ब्राइट ट्यूटी (ऑनलाइन लर्निंग पोर्टल) ने अपने उपयोगक्ता छात्रों की संख्या में 225% वृद्धि दर्ज की है। साथ ही इस मुश्किल दौर में छात्रों द्वारा हमारे ऐ

ड्रूम की पहली डिजिटल सेलर मीट

चित्र
 गुरुग्राम : भारत के सबसे बड़े और अग्रणी ऑनलाइन ऑटोमोबाइल लेन-देन बाज़ार ड्रूम ने हाल ही में अपने मासिक सेलर मीट की मेजबानी की - लेकिन इस बार डिजिटल ट्विस्ट देकर। राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बीच यह मीट ऐसा पहला कार्यक्रम है जो पूरी तरह से वर्चुअल हुआ। लॉकडाउन के बावजूद ब्रांड का फोकस बिजनेस को सामान्य रूप से जारी रखने पर है और इस पर प्रकाश डालते हुए डिजिटल सेलर मीट में दिल्ली-एनसीआर और बैंगलोर के 40 डीलर्स को ज़ूम के जरिये जोड़ा गया। इस मीट के दौरान ड्रूम के संस्थापक और सीईओ संदीप अग्रवाल ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से विक्रेताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “समूची बिजनेस कम्युनिटी महामारी के प्रभावों को महसूस कर रही है। ऐसे कठिन समय में मुझे आशा है कि आप और आपके परिवार सुरक्षित हैं और सभी सावधानियों और सुरक्षा उपायों को अपना रहे हैं। ड्रूम विक्रेताओं के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और आपकी बेहतर सेवा के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है। हम आपके लिए कुछ यूनिक ऑफरिंग्स और सुझाव लेकर आए हैं और उस पर हमें आपके इनपुट्स की आवश्यकता होगी। कृपया अपने विचारों या सुझावों को साझा करने के लिए इस प्लेटफ

जापानी मशीन से किया जा रहा है सेनेटाइज़

चित्र

हम धोखे में थे-अगर इंसान अपनी टांग न अड़ाए

चित्र

ऐप पर डॉक्टर और रिपोर्टर कोरोना वायरस का मुकाबला करने में मदद करते दिखे

चित्र
नयी दिल्ली : देश में मौजूदा स्थिति के कारण, एक छोटे वीडियो मेकिंग प्लेटफॉर्म VMate, ने अपने उपयोगकर्ताओं के बीच कोविद -19 के बारे में अधिक जागरूकता पैदा कर रहा है।मंच ने हमेशा अलग-अलग व्यवसायों वाले लोगों की अपार भागीदारी को माना है जो कभी भी अपनी मज़ेदार और विचित्र सामग्री के साथ हमारा मनोरंजन करने में सफल रहे हैं। उनमें से कुछ डॉक्टर, चिकित्सा पेशेवरों और पत्रकारों ने इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए उपयोगकर्ताओं को कोविद -19 के आसपास प्रामाणिक समाचार और कल्पित कथा तोड़ना का जिम्मा लिया है। ये डॉक्टर और रिपोर्टर उपयोगकर्ताओं को अधिक जागरूक बनने के लिए प्रासंगिक जानकारी प्रदान कर रहे हैं और उन सभी सेनानियों के पीछे संघर्ष का प्रदर्शन करते हैं जो अभी भी सड़कों पर हैं जो महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में मदद कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 3 मई तक घोषित किए गए लॉकडाउन के विस्तार के साथ, जनता को शिक्षित करने और उन्हें बहुमूल्य प्रामाणिक समाचार देने के लिए वास्तव में महत्वपूर्ण हो गया है और साथ ही लॉकडाउन की इस अवधि के दौरान उन्हें वास्तविक परिदृश्य और लोगों की कहानियों

एमजी मोटर फ्रंटलाइन वॉरियर्स की सुरक्षित यात्रा के लिए 100 हेक्टर उपलब्ध कराएगा

चित्र
नई दिल्ली : कोविड-19 संकट के समय मदद का हाथ बढ़ाते हुए एमजी मोटर इंडिया ने मई-2020 के अंत तक देशभर में सामुदायिक सेवा के लिए डॉक्टरों, चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों, पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को 100 एमजी हेक्टर प्रदान करने का फैसला किया है। एमजी मोटर यूके ने कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए पूरे ब्रिटेन में एनएचएस एजेंसियों को 100 एमजी जेडेस ईवी प्रदान करने का वचन दिया है। भारत में, कार निर्माता कोविड-19 के संकट को दूर करने के लिए राष्ट्रीय प्रयासों का समर्थन करते हुए100 हेक्टयर नि: शुल्क प्रदान करेगा। सभी कारों को ईंधन और ड्राइवरों के साथ उबलब्ध कराया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोविड-19 के खिलाफ अपनी लड़ाई को तेज करने के भारत के प्रयासों में संकट से लड़ रहे फ्रंटलाइन वॉरियर्स यानी डॉक्टर, चिकित्सा विभाग के कर्मचारी, पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षित रूप से यात्रा कर सकें। राज्य सरकार के नियमानुसार लॉकडाउन के दौरान एमजी के नेशनल नेटवर्क से कारों की आपूर्ति की जाएगी। कार निर्माता इन 100 हेक्टर को राष्ट्रीय सेवा के लिए तैनात करने के लिए हाल ही में शुरू की

नामी पत्रकार के साथ कोई वारदात या कोई दुर्व्यवहार हो जाता है तभी एकता की चर्चा क्यों होती है

चित्र
जब भी  किसी बड़े नामी पत्रकार, विशेषतः जब वह टी वी चैनलों  या किसी बड़े समाचार पत्र समूह से सम्बद्ध हो, के साथ कोई वारदात या अन्य कोई दुर्व्यवहार हो जाता है तभी पत्रकारों की अखिल भारतीय एकता की चर्चा क्यों होती है। सभी पत्रकार संगठन व नेता एकता और आन्दोलन का आह्वान करने लगते हैं । ये सभी लोग उस समय पता नहीं किस बिल में समाये रहते हैं जब किसी लघु अथवा मध्यम श्रेणी के आंचलिक समाचार पत्र या उसके किसी पत्रकार के साथ कोई दुर्व्यवहार या अनुचित दबाव की स्थिति हो जाती है। ऐसे समय में ये लोग पीड़ित पक्ष के साथ खड़े होने की अपेक्षा विरोध में खड़े नज़र आते हैं । यही नहीं बल्कि जो सुविधाएं मूलतः लघु श्रेणी के समाचार पत्रों के पत्रकारों के लिए राज्य व केन्द्र सरकारों द्वारा, इस बात को दृष्टिगत रखते हुए दी गईं थीं कि लघु समाचार-पत्रों का प्रबन्धन देने में सक्षम नहीं होता, उन्हें भी धीरे-धीरे बड़े पत्रकारों द्वारा लिया जाने लगा है । इतना ही नहीं कालान्तर में तो लघु व आंचलिक समाचार पत्रों के पत्रकारों के लिए इन सुविधाओं का लाभ दिये जाने के औचित्य पर ही उंगली उठाई जाने लगी है । अब जबकि लघु एवं मध्यम सम

लॉक डाउन का सख्ती से हो रहा है पालन

चित्र

फ़ेसबुक, जियो के प्लैटफ़ॉर्म्स में ₹43,574 करोड़ का निवेश कर 9.99% की हिस्सेदारी लेगा।

चित्र
  मुंबई : रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड, जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड और फ़ेसबुक इंक ने एक बाइंडिंग अग्रीमेंट पर हस्ताक्षर की घोषणा की है। जिसके मुताबिक फ़ेसबुक ने जियो प्लैटफ़ॉर्म्स में ₹ 43,574 करोड़ ($6.22 अरब) का निवेश किया है। फ़ेसबुक के इस निवेश से जियो प्लैटफ़ॉर्म्स की “प्री मनी एंटरप्राइज़ वैल्यू” ₹ 4.62  लाख करोड़ ($65.95 अरब) है; कन्वर्ज़न रेट ₹ 70 प्रति डॉलर माना गया है। फ़ेसबुक के निवेश के बाद उसे जियो प्लैटफ़ॉर्म्स में 9.99% की हिस्सेदारी (“फ़ुली डायल्यूटेड बेसिस” पर) मिल जाएगी।   जियो प्लैटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की “फ़ुली ओन्ड सब्सिडियरी” है। ये एक “नेक्स्ट जनरेशन” टेक्नॉलोजी कंपनी है जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है। इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल ईकोसिस्टम और भारत के नंबर #1 हाइ-स्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफ़ॉर्म को एक-साथ लाने का काम कर रही है। रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, वो जियो प्लैटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की “होल्ली ओन्ड सब्सिडियरी” बनी रहेगी। जियो एक ऐसे “डिजिटल भारत” का निर्माण करना चाहता है

कोरोना का विवरण हजारों साल पहले लिखा और वर्णित किया गया

चित्र
विजय सिंह बिष्ट कोरोना की महामारी ने समस्त विश्व को विचलित कर दिया है। इस अज्ञात शत्रु  ने युद्ध की विभीषिकाओं को भी पीछे छोड़ दिया है।ऐसा तो महाभारत के युद्ध में भी अप्रत्याक्षित रूप से जन हानि नहीं होगी। आखिर यह वायरस इतना प्रबल रूप कैसे धारण करता है जब कि वैज्ञानिक इसको निर्जीव मानकर चल रहे हैं। आजकल सारे बुद्धिजीवी इसको चीन द्वारा निर्मित वायरस बता रहे हैं। तो कोई रामचरितमानस की पृष्ठ संख्या 538पर अंकित चौपाइयों और दोहे का उदाहरण दे रहे हैं। कुछ जीवविज्ञान के पुस्तकों में कोरोना को दिखा रहे हैं।मानस की चौपाइयों पर रेखांकित कर के दिखाया जाता है कि सब कै निंदा जे जड़ करहीं, ते चमगादुर होइ अवतरहीं। इस में न तो ऊपर की चौपाइयों को अर्थ लिया जा रहा है। नहीं नीचे की पंक्तियों को लिया जा रहा है। वास्तव में यह रोग तुलसी दास की इन प्रारसंगिक पंक्तियों में या तो पूर्व में हुए रोग की ओर इशारा करता है अथवा भविष्यवक्ता के रूप में चेतावनी देते हैं। वैसे यह आवश्यक है कि जब विद्वान का उपहास होने लगता है अथवा अज्ञान चरम पर हो तब हानिकारक कारक पैदा होगे ही। इस पृष्ठ की सारी चौपाइयां और दोहे इस रोग की

महिला ने कहा उस दिन लॉक डाउन नहीं था

चित्र

चित्रकारों की कला का बेहतरीन नमूना

चित्र

जिन्दगी तृप्ति है न प्यास है

चित्र
विजय सिंह बिष्ट जीवन दर्शन। जान है तो जहान है। जिंदगी दूर है न पास है। जिन्दगी तृप्ति है न प्यास है। मृत्यु तो सदा नवीन,साहस पास है। जिन्दगी दूर है न पास है। कोरोना दूर है न पास है चित्र बन रहा लकीर मिट रही। अज्ञात शत्रु हार रहा,आयु घट गई। राह में भटक रहा पथिक, आंखों में अश्रु हैं न हास है। कोराना भयानक शत्रु है जान है तो जहान है जी रहा स्नेह, मृत्यु जी रही। पग पग पर दृढ़ विश्वास है। हार जायेगा अदृश्य शत्रु भी, विजय मंत्र हमारे पास है। जान है तो जहान है। कोरोना दूर है न पास है। कर रहा मनुज अनेक यत्न, रक्षा सूत्र सभी हमारे पास हैं। अनंत की तरह अनंत भाव हैं।  अपूर्णता पूर्णता भरी,साहस प्रर्याप्त है। जिन्दगी दूर है न पास है कोरोना भगाइए,वह दूर है न पास है।  मोह जाल त्याग दीजिए, यही जाल तो कमाल है। दूरियां एक दिन मिट जाइगीं, दृढ साहस कीजिए,दिलाइए। यही कोरोना से जीत का विश्वास है।