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ड्रूम ने टेक-इनेबल्ड डोरस्टेप व्हीकल सर्विस जम्पस्टार्ट लॉन्च की

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नयी दिल्ली : बहुत से वाहन ज्यादा देर तक खड़े रहने पर शुरू होने या मूव करने में भी समस्या पैदा करते हैं। क्यों ? डेड बैटरी, फ्यूल पंप लीक, इग्निशन इश्यू, फ्लैट टायर आदि। चूंकि, देशभर में लॉकडाउन की अवधि में विस्तार के कारण भारत में ज्यादातर वाहन 40 दिनों से अधिक समय तक गैरेज में पार्क हैं, इसलिए मालिकों के लिए इन्हें शुरू करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन गया है। इस समस्या को हल करने के लिए भारत के सबसे बड़े और अग्रणी ऑनलाइन ऑटोमोबाइल लेन-देन मार्केटप्लेस डूम ने पूरे भारत में ग्राहकों के लिए उनके घर पर एक अनूठी सेवा जम्पस्टार्ट - ऑटोकेयर लॉन्च की है। इस सेवा में टायरों का रखरखाव, महत्वपूर्ण कार्यों की जांच और ऑयल व ल्यूब्रिकंट टॉप-अप के साथ-साथ वाहन का जम्पस्टार्ट शामिल है। मुख्य जंप स्टार्ट डिवाइस पैकेज के अलावा यूजर टोइंग, गैस फिल, फ्लैट टायर की मरम्मत, प्रेशर वॉटर क्लीनिंग और ऑयल, ल्यूब्रिक्रंट, कूलंट आदि की टॉप-अप सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। यूजर्स वाहन, लोकेशन, मेन सर्विस और इस प्रक्रिया में किसी भी एड-ऑन सेवाओं को चुन सकते हैं। वे अपनी सुविधा के अनुसार टाइम स्लॉट चुन सकते हैं और भुगता

मारूति सुजुकी ने अपने शोरूमों के लिए नए नियम तय किए

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नई दिल्ली : नए नियमों और उपभोक्ताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मारूति सुजुकी इण्डिया लिमिटेड ने देश भर में अपने सभी डीलरशिप्स के लिए व्यापक मानक संचालन प्रक्रिया (SoP) की शुरूआत की है। यह प्रक्रिया कंपनी के सभी शोरूमों में उपभोक्ताओं और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए हाइजीन एवं सैनिटाइज़ेशन के सर्वोच्च मानकों को सुनिश्चित करेगी। इन SoPs को लागू करने के बाद और राज्य सरकारों से मिले अनुमोदन के आधार पर, मारूति सुजुकी ने अपने शोरूम खोलना शुरू कर दिया है और इंतज़ार कर रहे उपभोक्ताओं को कारों की डिलीवरी देनी शुरू कर दी है। मारूति सुजुकी के शोरूमों में जीवन के नए तरीके पर बात करते हुए  केनिची आयुकावा, मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ, मारूति सुजुकी इण्डिया ने कहा, ‘‘उपभोक्ताओं का संतोष एवं सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारे सभी डीलरशिप्स ने सुरक्षा, हाइजीन एवं सैनिटाइज़ेशन को सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी कदम उठाए हैं। मैं अपने उपभोक्ताओं को आश्वासन देना चाहूंगा कि मारूति सुजुकी के साथ आपका कार खरीदने का अनुभव पूरी तरह से सुरक्षित है।’’ ‘‘न केवल हमारी डीलरशिप्स, बल्कि मैनुफैक्चरिंग सुवि

जिंदल स्टेनलेस का ओडिशा में सीमित रूप से परिचालन शुरू

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नयी दिल्ली - जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड ने सरकार द्वारा निर्धारित चरणबद्ध ढंग में आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के निर्णय का स्वागत किया है। इस निर्णय के उपरान्त कंपनी ने ओडिशा में हमारी जाजपुर सुविधा में चरणबद्ध तरीके से परिचालन शुरू किया है। कर्मचारियों और अन्य सभी सहकर्मियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कंपनी सरकार द्वारा निर्धारित सभी दिशानिर्देशों का अनुपालन करेगी। सभी कर्मचारी सोशल डिस्टैन्सिंग और कंपनी द्वारा लागू किए गए सुरक्षा दिशानिर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करेंगे। कंपनी नियमित तौर पर बाज़ार की स्थिति की समीक्षा करेगी और उसके अनुसार अपने परिचालन में बढ़ौतरी करेगी। उम्मीद है कि धीरे-धीरे अन्य आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने से उद्योग और अर्थव्यवस्था को जल्द ही पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी।

सीमा पर लड़ते देश के पहरेदार

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विजय सिंह बिष्ट एक तरफ सीमा पर लड़ते देश के पहरेदार हैं।  इधर झूठी राजनीति करते, घर में कुछ गदार हैं। उधर खून में नहा रहा, वो किसी गोदी का लाल है इधर लूट के हाट में कोई, होता मालामाल है। एक देश के लिए,लगाये प्राणों की है  बाजी , इधर दूसरों की मेहनत पर,ऐस करें इक पाजी। सावधान वे लूट न पायें ऐसे जो मक्कार हैं। एक तरफ सीमा पर लड़ते, देश के पहरेदार हैं। जो मजदूर काम न करें,उसको तुम अपराधी जानो, जो किसान नहीं अन्न उगाये, दुश्मन का साथी जानो। देश के काम धनी न आये उस पर भी गोली तानों, देश के दुश्मन रिश्र्वत ले जो उससे बढ़कर रण ठानों। ऐसे लोग सभी दुश्मन के,समझो रिश्तेदार हैं। एक खेलता सीमा पर जब निज प्राणों की होली। सांस टूटती अंतिम कहती जय मातृभूमि की बोली। उधर सुहागिन की मिटती सिंदूरी रंगोली, इधर चोर बाजारों में हैं, भरते कुछ निज झोली कोई तन मन धन सब देता, कुछ बनते साहूकार हैं। एक तरफ सीमा पर लड़ते , देश के पहरेदार हैं।

बिहार आज आएगी 12 और श्रमिक स्पेशल ट्रेनें

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पटना - भारतीय रेल एक मई से अब तक 67 श्रमिक विशेष ट्रेनें चला चुका है, जिनमें करीब 67 हजार श्रमिक यात्रा कर चुके हैं। रेलवे के अनुसार चार मई तक 55 ट्रेनें चलाई जा चुकी थीं । मंगलवार को 21 ट्रेन चलाई गई, जो मुख्य रूप से बेंगलुरू, सूरत, साबरमती, जालंधनर, कोटा, एर्णाकुलम से रवाना हुई। हर ट्रेन में औसतन एक हजार यात्री सवारी कर रह हैं। बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि बुधवार को 12 ट्रेनें पहुंच रही हैं।  कहा कि अगले कुछ दिनों में 60 ट्रेनें खुलने के तैयार हैं, जिसकी सूचना मिल चुकी है। प्रखंड स्तरीय क्वारटाइन सेंटर के लिए 2900 भवन चिह्नित कर लिये गए हैं, जहां पर बाहर से आनेवाले लोगों को रखना है। बाहर रहने वाले 19 लाख 16 हजार लोगों के खाते में मुख्यमंत्री सहायता के रूप में एक-एक हजार की राशि भेज दी गई है। राज्य के अंदर 201 आपदा राहत केंद्र अभी चल रहे हैं, जहां पर 62774  लोग रह रहे हैं। इस मौके पर एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने कहा कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले वाहनों से अभी तक 13 करोड़ की वसूली की गई है

बनियापुर कोरोना संक्रमण तथा सोशल डिस्टेंटिंग को ले कर काफी जागरूकता है

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बिहार - बनियापुर छपरा विधानसभा श्चैत्र में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लोग काफी सतर्क हैं। पूरे ब्लॉक में  बैंक या किसी भी चौराहे का नजारा देख कर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि लोगों में कोरोना संक्रमण तथा सोशल डिस्टेंटिंग को ले कर काफी जागरूकता हैं।  बनियापुर ब्लॉक ऑफिस में भी कोरोना संक्रमण को लेकर काफी सजगता से काम लिया जा रहा है और सोशल डिस्टेंटिंग का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। यहां ऑफिस का स्टाफ काम करने आ रहे हैं कोरोना संक्रमण को लेकर पदाधिकारियों को ब्लॉक ऑफिस स्टाफ कैसे सतर्क रहें बातों को ध्यान देने के लिए कहा गया  है।  प्रखंड विकास पदाधिकारी सुदामा प्रसाद सिंह की पहल पर जागरूकता अभियान समय-समय पर चलाया जा रहा है सैनिटाइरतथा मास्क  आदि का वितरण व यहां के लोगों को किसी प्रकार का कोई दिक्कत ना हो इसके प्रति सेमिनार का आयोजन समय-समय पर होता रहता है। मीटिंग के दौरान उन्होंने कहा राशन कार्ड जिन व्यक्ति के पास नहीं है जीविका के माध्यम से उनका राशन कार्ड मुहैया कराया जाएगा ताकि इस महामारी के दौर में उन्हें भी राशन मिले बिहार सरकार के पहल पर यहां पर सैनिटाइजर आदि का छिड़काव किया जा रहा

83% छात्रों का कहना है कि ‘जलवायु परिवर्तन वास्तविक

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नयी दिल्ली : दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म ब्रेनली ने अर्थ डे पर अपने भारतीय यूजर-बेस में सर्वेक्षण किया है। इस वर्ष कोविड-19 महामारी की पृष्ठभूमि में अर्थ डे पर इस सर्वे में छोटे व मध्यम आकार से लेकर महानगरों के 2963 प्रतिभागियों ने जवाब दिए, जिनमें ज्यादातर महानगरों से थे। कोरोनोवायरस की पृष्ठभूमि में अर्थ डे पर कराए गए सर्वेक्षण के प्रमुख निष्कर्षों में से एक है- 83.9% छात्रों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन वास्तविक है। फिर भी केवल 40.7% ने कहा कि यदि मौका मिले तो वे पर्यावरणीय मुद्दों पर एक ऑनलाइन सेशन में भाग लेना चाहते हैं। 71.2% छात्रों ने कहा कि उनकी रुचि पहले से ही जलवायु परिवर्तन के बारे में जानने में है और उनमें से 46% ने कहा कि वे अपने दम पर पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन के बारे में शोध कर रहे हैं। इसके अलावा, 38.4% का कहना है कि वे टीवी के माध्यम से जागरूक हुए, 16.9% प्रिंट मीडिया के माध्यम से और 60.4% स्कूल में जागरुक हुए। हालांकि, वे यह भी महसूस करते हैं कि स्कूल में जागरूकता में सुधार की काफी गुंजाइश है। हालांकि, सिर्फ 57.5% ने कहा उन्हें 'स्कूल में पर्

मदान फाउंडेशन जरूरतमंदों को भोजन,जरूरी सामान और हास्पिटलों में पीपीई वितरित कर रही है

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नयी दिल्ली , कोरोना वायरस के देश में बढ़ते आंकड़े जहां लोगों को डरा रहे हैं, वहीं इस बिमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी सभी को हौसला दे रही है। इससे लड़ने के लिए जहां देश की केंद्र सकरार और राज्य सरकारों द्वारा बेहतरीन कार्य किया जा रहा है वहीं सरकारी प्रयासों के अलावा भी बहुत से प्रसास किये जा रहे हैं। इसमें देश के युवा उद्यमी आगे आ रहे है और अपना अहम योगदान दे रहे हैं। ऐसे ही युवा उद्यमियों में से एक हैं, भुपिंदर मदान जो अपने मदान फाउंडेशन के जरिए इस महामारी के दौरान जरूरत की चीजें जरूरतमंदों तक पहुंचा रहे हैं।  मदान फाउंडेशन आगे कदम बढ़ाते हुए जरूरतमंदों के लिए भोजन, जरूरी सामान और विभिन्न हास्पिटलों में कोविड के योद्धाओं को पीपीई वितरित कर रही है। इसके साथ ही उन संस्थाओं को भी आर्थिक सहायता दे रही है जो सेवा भाव से लोगों की सहायता कर रहे हैं। इसके तहत दिल्ली स्थित सिख गुरुदारा प्रबंधक समीति को रुपये 1 लाख का दान और ग्लोबल केयर आर्गनाइजेशन को रुपये 5 लाख का दान दिया। तमिलनाडु के तिरुपुर में 5 लाख दैनिक मजदूर मजदूर रहते है, यहां उनकी समस्या को देखते हुए उनके लिए चादर, कंबल और 20

ऊबरमेडिक कारे 19 शहरों में 30 अस्पतालों के फ्रंटलाईन चिकित्सा कर्मियों को फ्री परिवहन सेवाएं

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नई दिल्ली :ऊबर ने नई दिल्ली के दो और सार्वजनिक अस्पतालों, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और कलावती सरन चिल्ड्रन हॉस्पिटल के फ्रंटलाईन स्वास्थ्यसेवा कर्मियों के परिवहन के लिए अपनी निःशुल्क ऊबरमेडिक सेवा का विस्तार किया है। यह प्रस्ताव सरकार द्वारा राजधानी में प्रतिबंधित परिवहन के आदेश के ठीक बाद दिया गया है, गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली को रैड ज़ोन में रखा गया है। नई दिल्ली के कई अग्रणी सार्वजनिक अस्पताल जैसे सर गंगा राम अस्पताल, डॉ राम मनोहर लोहिया अस्प्ताल, सफदरजंग अस्पताल पहले से ऊबरमेडिक सेवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। सेवाओं के बारे में बात करते प्रभजीत सिंह, डायरेक्टर, ऑपरेशन्स एवं हैड ऑफ सिटीज़, ऊबर इण्डिया एण्ड साउथ एशिया ने कहा, ‘‘सरकार कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए अथक प्रयास कर रही है, ऐसे में यह साझेदारी भारत को महामारी से जीत हासिल करने की दिशा में हमारी ओर से एक योगदान है। ऊबर में हम स्वास्थ्यसेवा कर्मियों को सलाम करते हैं, जो अपने जीवन को जोखिम में डालर कर दूसरों का जीवन बचा रहे हैं। हम ऊबरमेडिक ड्राइवरों के प्रति भी आभारी हैं जो इन फ्रंटलाईन स्वस्थ्य कर्मियों को अस्पताल आ

वोल्टास हमेशा राष्ट्र के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध रहा है

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नयी दिल्ली - अपने विशेष प्रयासों के तहत वोल्टास ने आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करना जारी रखते हुए कर्मचारियों के विकास और उन्हें कोविड-19 में सुरक्षित और स्वस्थ रहते हुए काम कर पाने के लिए मेडिकल सुविधाओं में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है।  विभिन्न अस्पतालों, डेरी और ब्लड बैंकों के कोल्ड स्टोरेज यूनिट्स, ऊर्जा वितरण केंद्रों आदि की एचवीएसी प्रणालियों की रखरखाव में यह कंपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वोल्टास द्वारा स्मार्ट वेंटिलेशन सुविधाओं को इस्तेमाल करते हुए वर्तमान मेडिकल सुविधाओं जैसे एम्स, भटिंडा और गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सामान्य वार्डस को कोविड-19 आइसोलेशन वार्डस में परिवर्तित करने में मदद की जा रही है। इसमें टेस्ट्स सेंटर्स निर्माण करने से लेकर अस्पतालों और जीवन-रक्षक दवाइयां बनाने वाली फार्मास्युटिकल कंपनियों में चिलर्स के भविष्यसूचक रखरखाव तक कई काम शामिल हैं जो करोड़ों जिंदगियों को प्रभावित करते हैं। कोयंबटूर में वोल्टास ने कोविड-19 के प्रकोप को रोकने में राज्य की मदद के लिए कोवई मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक टेस्ट सेंटर बनाया है। पहले यह सेंटर

रोज़ा रख कर भी की जा रही है राशन की होम डिलीवरी

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नयी दिल्ली -उत्तर पूर्वी जिले के मुस्तफाबाद इलाके मे सौफिया एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी व् हमदर्द नेशनल फाउंडेशन  मिलकर कोरोना वाइरस की महामारी से हुए लॉकडाउन के बाद देश भर में गरीबों,मज़दूर,झुग्गी झोंपड़ी वालों से लेकर रोजमर्रा के कामकाज लोगों के लिए कोरोना के अलावा भूख और राशन की समस्या भी किसी बड़ी आफत जैसी गुज़र रही है,लेकिन इस महामारी के दौर में बहुत सी स्वंयसेवी संस्थाओं ने गरीबों और ज़रूरतमन्द लोगों के लिए मदद का हाथ बढाया है। इन संस्थाओं की फेहरिस्त में हमदर्द नेशनल फाउंडेशन भी शामिल है, हमदर्द नेशनल फाउंडेशन ने सौफिया  संस्था के साथ मिलकर  उत्तर पूर्वी   दिल्ली के अलग अलग इलाकों में तक़रीबन 200 राशन की किट्स ज़रूरतमंद लोगों तक पहुंचाने का काम किया है ,इस राशन की किट् में तकरीबन एक महीने का राशन परिवारों तक पहुंचाया जा रहा है। सौफिया  के द्वारा अभी तक तक़रीबन 6500 परिवारों तक राशन पहुंचाया जा चुका है इस लॉकडाउन ने न सिर्फ उनके रोज़गार को उनसे छीन कर राशन और खाने तक की समस्या को भी बढ़ा दिया है,लेकिन इन हालात में भी सामाजिक संस्थाओं ने अपना भरपूर सहयोग देते हुए गरीब मज़दूरों की समस्याओं

वायु सेना ने पुष्प वर्षा कर कोरोना वारियर्स को दी सलामी,डॉक्टरो,नर्स के खुशी से निकले आंसू

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पटना : विश्व में महामारी का दौर जारी है । इस महामारी  से जहां कई लोगो ने अपनी जान गवाई वही कई लोगो ने महामारी पर अपनी विजय पताका भी लहराए है । इसका सारा श्रेय उन कोरोना वारियर्स को जाता है जो इस विपदा की घड़ी में सबकुछ त्याग कर लोगो की सेवा में दिन रात लगे है । कोरोना वारियर्स के सम्मान को सलाम करने और उनके इस साहसिक कार्य के लिए भारतीय सेना के जंगी हैलिकॉप्टरों ने कोरोना वारियर्स के इस जज्बे को सलामी कुछ अलग अंदाज से दिया की कोरोना वारियर्स अपने भावनाओ को रोक नहीं पाए, मन खुशी से गदगद एवं आँखों से आंसू निकल आये । , राजधानी पटना में भी सेना के हैलिकॉप्टरों द्वारा एम्स पटना,एवं नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पातल के प्रांगण में खड़े डॉक्टर्स ,नर्स ,स्टाफ,और पुलिस कर्मियों पर हवाई पुष्प वर्षा कर सम्मान किया । ये नजारा एक अद्भुत नजारा था जो इतिहास में पहली दफा देखने को मिला । जिसे लोग ता उम्र याद रखेंगे की जैसे देश के वीर सपूत सरहदों पर निडरता से अपना कर्तव्य निर्वहन करते हैं ठीक वैसे ही आज इस विषम परिस्थिति में कोरोना वारियर्स भी डट कर इस महामारी से मुकाबला कर रहे है । देश इन्हे सलाम करता है ।

दिल्ली सरकार का कोरोना रोगियों के होम आइसोलेशन के दौरान घर बैठे स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का फैसला

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नई दिल्ली :  मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 3 मई से प्रभावी नए लॉकडाउन दिशानिर्देशों के तहत सरकारी कार्यालयों में कामकाज प्रारंभ होने के बाद पहली कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की। जिसमें कोरोना के हल्के लक्षण वाले रोगियों को होम क्वारंटाइन के दौरान स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की प्रक्रिया को मंजूरी दी गई।  इसके लिए एक संपूर्ण प्रशिक्षण मैनुअल तैयार किया गया है, जो सभी रोगियों और उनके देखभाल करने वालों को दिया जाएगा। स्वास्थ्य कार्मियों की एक टीम व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक रोगी को बुलाएगी, और उन्हें घर पर अलगाव के लिए सर्वोत्तम प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण देगी। इसके बाद एक दैनिक कॉल होगी जो रोगी के सभी महत्वपूर्ण विकारों को ट्रैक करेगी और उनके सभी प्रश्नों का उत्तर देगी। 14 दिनों के अलगाव के बाद किए जाने वाले रोगियों के परीक्षण के लिए रोगियों को स्वचालित एसएमएस अलर्ट भी मिलेगा। दिल्ली सरकार भारत में सर्वश्रेष्ठ होम हेल्थ केयर प्रदाताओं में से एक के साथ काम कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी कोरोना रोगियों को उनके घर के अलगाव की अवधि के दौरान सर्वोत्तम स्वास्थ्य देखभाल संभव हो।