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NSD द्वारा उभरते कलाकारों और थिएटर में दिलचस्‍पी रखने वालों के लिए 10 से 17 मई तक वेबिनार श्रृंखला का आयोजन

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नयी दिल्ली - राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) 10 मई से लगातार एक सप्‍ताह के लिए थिएटर के वरिष्‍ठ कलाकारों द्वारा दैनिक वेबिनार आयोजित करने की योजना बनाई है। इच्छुक लोग एनएसडी  के यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज के जरिए इन वेबिनार्स में शामिल हो सकते हैं। एक घंटे का वेबिनार रोजाना शाम 4 बजे शुरू होगा और लोगों को सवाल जवाब के लिए 30 मिनट का अतिरिक्त समय मिलेगा। वेबिनार्स केवल थिएटर के इतिहास और आलोचना पर ही नहीं, बल्कि डिजिटल माध्यम से व्‍यावहारिक प्रशिक्षण पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे।  इसमें  व्याख्यान,लेक-डेम, मास्टर क्लास, थिएटर और कला के अन्य क्षेत्रों की प्रसिद्ध हस्तियों के साथ बातचीत और भारतीय थिएटर में महारत रखने वालों के साथ गहन बातचीत को शामिल किया जाएगा। इस सीमित और मध्यवर्ती बातचीत से न केवल ऐसे समय में लाखों लोगों की सीखने की ललक पूर्ण होगी, बल्कि ये शोध एवं अध्‍ययन के लिए संसाधन सामग्री भी साबित होगी। दिलचस्‍पी रखने वाले इच्‍छुक लोग वेबिनार में  https://www.youtube.com/c/nationalschoolofdrama   पर शामिल हो सकते हैं। वेबिनार एनएसडी के आधिकारिक फेसबुक पेज  https://www.facebook.c

रेड क्रॉस की तरह हमारा ध्येय मानवतावादी गतिविधियों को प्रेरित करने वाला होना चाहिए - डॉ.हर्ष वर्धन

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आईआरसीएस की स्थापना एक स्वैच्छिक मानवतावादी संगठन के रूप में 1920 में हुई थी। आज देश भर में 1,100 से अधिक शाखाओं के नेटवर्क के साथ यह आपदाओं/आपातकाल स्थितियों के समय राहत उपलब्ध कराता है, साथ ही निर्बल लोगों एवं समुदायों के स्वास्थ्य की देखभाल को बढ़ावा भी देता है। यह विश्व में सबसे बड़ा स्वतंत्र मानवतावादी संगठन, इंटरनेशनल रेड क्रॉस सोसाइटी और रेड क्रेसेंट आंदोलन का अग्रिम सदस्य है। इंडियन रेड क्रॉस का मिशन हर वक्त, सभी प्रकार की मानवतावादी गतिविधियों को प्रेरित, प्रोत्साहित एवं आरंभ करना है जिससे कि मानव कष्टों को न्यूनतम बनाया जा सके एवं यहां तक कि रोका जा सके और इस प्रकार शांति के लिए अधिक अनुकूल माहौल के सृजन में योगदान दिया जा सके। नयी दिल्ली - केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने ‘विश्व रेड क्रॉस दिवस‘ के अवसर पर इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी (आईआरसीएस) के शताब्दी समारोहों में भाग लिया। डॉ. हर्ष वर्धन ने विश्व रेड क्रॉस दिवस के संस्थापक हेनरी डुरंट की वक्ष प्रतिमा को माला पहनाई और इस अवसर को चिन्हित करने के लिए पीपीई, मास्क, वेट पाइप्स, बॉडी बैग्स आदि से निर्म

 क्या बोले रे जोगी

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वी0 एस0 बिष्ट क्या बोले ये जोगी, तेरी वीणा का इकतारा, तारा बोले छोड़ दे जोगी, माया का चौबारा। दर दर भटके कहीं न अटके, नदिया की ज्यों धारा, ठाठ पड़ा सब रह जाता है, कूच करे जब बंजारा। दुनिया की यह भूल भुलैया, इसका आर न पारा। माया महाठगिनी साधु, नामुमकिन छुटकारा। शूरा ज्ञानी शाह रंक को, इसने चुन चुन मारा। क्या बोले रे जोगी , तेरी वीणा का इकतारा। राज गये दरवार गये, औ खाक हुआ सरमाया, जोड़ी लाखों की थी माया, साथ न कुछ ले पाया। माया के चक्कर में फंसकर, मिलता है सम्मान नहीं, नशा चढ़े जब दौलत का तो, रहता फिर कुछ ज्ञान नहीं, रानी ज्ञानी के चक्कर में, खत्म हुआ दरवारा। क्या बोले रे जोगी , तेरी वीणा का इकतारा। झूठे रिस्ते झूठे नाते, झूठ का ये बाजारा, जैसे आए वैसे जाए, छूटे सब संसारा, चलती फिरती इस मंडी में, बसे नहीं घरबारा, फिर क्यों… जाने कितनी बार बनी होगी बिगड़ी होगी बस्ती, मिट्टी में है आखिर मिलती सबकी एक दिन हस्ती, आनी जानी दुनिया है ए, चार दिनों का मेला, ज्ञानी है वह हंस हंस करके, सुख-दुख इसके झेला, प्यार से रहना और बनाए रखना भाईचारा। क्या बोली रे जोगी तेरा इकतारा। आंख खुली तो जागा जोगी, देखा

क्यों खोली शराब की दूकान

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सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं

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केरल के सुदूर मल्लापुरम में फंसे निज़ामाबाद,आजमगढ़ के मजदूरों को भेजने की अपील

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लखनऊ - रिहाई मंच ने केरल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आजमगढ़ के निज़ामाबाद के छियासी मजदूर जो लॉक डाउन में मल्लापुरम में फसे हैं की घर वापसी सुनिश्चित करने की मांग की है. मंच ने कहा कि विभिन्न प्रदेशों में सुदूर क्षेत्रों में पूर्वांचल के मजदूर फसे हैं. केरल प्रशासन ने आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन रिहाई मंच को दिया है. कोरोनो महामारी से निपटने के प्रयासों के लिए धन्यवाद देते हुए रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने पत्र में बताया है कि निज़ामाबाद, आजमगढ़ के अजय यादव ने रिहाई मंच से संपर्क कर अवगत कराया कि वे और उनके 86 साथी केरल के जनपद मल्लापुरम के तिरुर में कांजराकोल में हैं। सभी टाइल्स मार्बल के काम में मजदूर हैं। इनके साथ तीन महिलाएं भी हैं। कोरोना महामारी की वजह से लंबे लाक डाउन की स्थिति में यह सभी अपने गृह जनपद आजमगढ़ आना चाहते हैं। इन सभी को जब मालूम चला कि घर वापसी के लिए तिरुर थाने में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया चल रही है तो वे वहां गए जहां उन्हें केरल पुलिस कोविड 19 माइग्रेंट लेबर आइडेंटी कार्ड जारी किया है। पूछने पर कि गाड़ी कब आएगी उनको कोई कन्फर्म सूचना नहीं मिली। कोरोना महामारी के दौर मे

15 मई को रिलीज होगा फिल्‍म ‘दिल में रहना है’ का म्‍यूजिक

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मुंबई - ताहिर कमाल खान की अपकमिंग फिल्‍म ‘दिल में रहना है’ का म्‍यूजिक इस महीने 15 मई को यूट्यूब पर रिलीज किया जायेगा। उससे पहले इस फिल्‍म का ट्रेलर भी रिलीज होने वाला है। हालांकि फिल्‍म के रिलीज के बारे में संशय बरकरार है, क्‍योंकि वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से संपूर्ण देश में लॉक डाउन है। इसलिए अगले कई महीनों तक सिनेमाघरों के बंद रहने के आसार प्रबल हैं, लेकिन फिल्‍म के प्रोड्यूसर साजिद अफजल ने तब तक इस फिल्‍म के गाने को यूट्यूब पर जारी करने का फैसला किया है।   एस मन्‍नत फिल्‍म्‍स्‍ प्रस्‍तुत और आलम अकील अंसारी एज इकबाल फिल्‍म्स इंटरटेंमेंट की फिल्‍म ‘दिल में रहना है’ एक रोमांटिक फिल्‍म है, जिसकी एक झलक आज फिल्‍म के ट्रेलर में शाम में देखने को मिलेगा। इसको लेकर ताहिर कमाल खान काफी एक्‍साइटेड हैं। उनका कहना है कि फिल्‍म काफी शानदार होने वाली है। दुख इस बात का है कि फिल्‍म के रिलीज में वक्‍त लग जायेगा। क्‍योंकि अभी हमें सबसे पहले कोरोना संकट को देश से हराना है। लेकिन फिल्‍म की कुछ झलकियां आज से सोशल मीडिया में दर्शकों के सामने होगी।   ताहिर कमाल खान की इस फिल्‍म के को प्रोड्यूसर जमा

हमारी कोशिश है कि भोजपुरी को स्‍वच्‍छ बनायें और अश्‍लीलता से दूर ले जायें-सिंगर ओम प्रकाश दीवाना

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मुंबई - भोजपुरी सिंगर ओम प्रकाश दीवाना का इन दिनों टिक टॉक, वीगो, लाईकी जैसे एप पर जलवा खूब देखने को मिल रहा है। इन एप्‍स पर ओम प्रकाश दीवाना के गाने पर लोग खूब सारे वीडियोज बना रहे हैं, जिसके लिए ओम प्रकाश दीवाना ने अपने फैंस का शुक्रिया अदा करते हुए आभार व्‍यक्‍त किया है। उन्‍होंने कहा कि यह मेरे लिए फख्र की बात है कि लोगों को मेरा गाना पसंद आ रहा है और वे अपने तरीके से इन गानों को टिक टॉक आदि के जरिये रिक्रियेट कर रहे हैं। इस प्‍यार और दुलार के लिए मैं सबों का आभार व्‍यक्‍त करता हूं।   टिक टॉक, वीगो, लाईकी जैसे एप पर सिंगर ओम प्रकाश दीवाना ‘मेरा हस्‍बैंड हाफ माइंड है’, ‘बनवा तनी खैनी’, ‘अंखिया के झुलवा’, ‘सासु जी के धियवा’, ‘दाबा राजा टूटे ला कमरिया’, ‘पेटवा छोडले बा घर’ जैसे गाने लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं। ये गाने तीन चार महीने से लोगों के लिए पसंद बने हुए हैं। इसको लेकर ओम प्रकाश दीवाना ने कहा कि आप लोगों का प्‍यार हमेशा इसी तरह बना रहे है। हम इसके लिए आपके आभारी हैं। और आपको भरोसा दिलाते हैं कि आने वाले दिनों में हम आपके लिए और अच्‍छे गाने लेकर आयेंगे, जिसे आप परिवार के साथ सु

एडवांस्ड मॉइस्चर-बूस्टिंग कॉम्प्लेक्स के साथ फेस मास्क को ताजगी और त्वचा को नमी देते हैं

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नई दिल्ली : प्रमुख डायरेक्ट-सेलिंग स्वीडिश ब्यूटी ब्रांड ऑरिफ्लेम प्रगतिशील विज्ञान का लाभ उठाकर ऐसे प्रोडक्ट्स बनाते हैं जो आपको सुंदर दिखने और महसूस करने में मदद करते हैं। भारत में फेस मास्क की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए ब्रांड ने अपने नोवएज फेस मास्क के 2 नए वैरिएंट्स लॉन्च किए हैं। नोवएज स्ट्रेंग्थनिंग फेस मास्क और नोवएज रीप्लेनिशिंग फेस मास्क में एंटी-ऑक्सिडेंट प्लांट स्टेम सेल के एक्स्ट्रेक्ट होते हैं जो फ्री रेडिकल्स से निपटते हैं और ऑक्सीडेटिव डैमेज से त्वचा की रक्षा करते हैं। एडवांस्ड मॉइस्चर-बूस्टिंग कॉम्प्लेक्स के साथ फेस मास्क गहराई से त्वचा को कंडीशन करते हैं जिससे त्वचा अधिक जवां और चमकदार दिखती है। स्ट्रेग्थनिंग फेस मास्क त्वचा के लोच और लचीलेपन को बहाल करने में मदद करता है, जबकि रीप्लेनिशिंग फेस मास्क तेजी से हाइड्रेट करता है, त्वचा को चमकदार और फिर से जवां बनाने में मदद करता है। दोनों फेस मास्क त्वचा को पहले जैसा बनाते हैं जबकि त्वचा के प्रोटेक्टिंग बैरियर को समर्थन देकर क्षति रोकते हैं। नए लॉन्च पर ऑरिफ्लेम में सीनियर डायरेक्टर रीजनल मार्केटिंग साउथ एशिया नवीन आनं

‘‘थैलीसीमिया की रोकथाम व इलाज के लिए एक प्रभावशाली,देशव्यापी कार्यक्रम समय की ज़रूरत है’’

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थैलीसीमिया एक अनुवांशिक विकृति है, जिसमें शरीर कम मात्रा में खून का उत्पादन करता है। भारत के वर्तमान संदर्भ में हर साल थैलीसीमिया के 10,000 नए मामले सामने आते हैं। जो माता पिता आम तौर पर लक्षण विहीन होते हैं, वो इस बीमारी के कैरियर बनते हैं और उनसे बच्चों में ये बीमारी जाने की संभावना 25 फीसदी होती है। बैंगलोर । विश्व थैलीसीमिया दिवस हर साल 8 मई को मनाया जाता है। इस दिन थैलीसीमिया की बीमारी की ओर ध्यान आकर्षित किया जाता है, जिसमें हीमोग्लोबीन असामान्य रूप से बनने लगता है। थैलीसीमिया के मरीज के लिए सबसे महत्वपूर्ण इलाज ब्लड स्टेम सेल ट्रांसप्लांट है। इसलिए इस विश्व थैलीसीमिया दिवस पर डीकेएमएस बीएमएसटी फाउंडेशन इंडिया भारत के नागरिकों से आग्रह कर रहा है कि वो ब्लड स्टेम सेल डोनर के रूप में रजिस्ट्रेशन कराएं एवं किसी के जीवनरक्षक बनें। डॉक्टर सुनील भट्ट, डायरेक्टर एवं क्लिनिकल लीड, पीडियाट्रिक हीमेटोलॉजी, ऑन्कोलॉजी एवं ब्लड एंड मैरो ट्रांसप्लांटेशन, नारायणा हैल्थ, बैंगलुरू ने कहा, ‘‘भारत में थैलीसीमिया के मामले देखते हुए इस बीमारी का भार बहुत ज्यादा है और इस पर तत्काल ध्यान दिए जाने की ज

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का हुआ तलाक़

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आंध्र प्रदेश के कैमिकल प्लांट में गैस लीक

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प्रवासी मजदूर दरवाज़ा तोड़ सड़कों पर आए

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