संदेश

हरियाणा में दिसंबर 2022 तक ग्रामीण परिवारों को 100 प्रतिशत पानी का नल कनेक्शन देने का लक्ष्य

चित्र
केंद्र सरकार का यह प्रयास है कि कोविड-19 के मौजदा हालात में  प्राथमिकता के आधार पर ग्रामीण घरों में नल कनेक्शन प्रदान किया जाए, ताकि ग्रामीण लोगों को सार्वजनिक स्थलों से पानी लाने के लिए बड़ी कतार में खड़े होने की कठिनाई से न गुजरना पड़े। । सरकार चाहती है कि ग्रामीण समुदाय कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षित रहे और समाज के गरीब और वंचित तबकों को उनके घर परिसर के अंदर नल कनेक्शन के माध्यम से पानी की आपूर्ति उपलब्ध हो जाए जिससे सामाजिक दूरियों के नियम का पालन करते हुए उन्हें सार्वजनिक स्थलों पर पानी लाने जाने से रोका जा सके।  राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को प्राथमिकता के आधार पर पेयजल से संबंधित कार्य करने के लिए आदेश जारी किए गए हैं ताकि ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन प्रदान करने के साथ-साथ स्थानीय लोगों और प्रवासी श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा हो सकें। हरियाणा में दिसंबर 2022 तक सभी ग्रामीण परिवारों को पाइप लाइन के जरिए नल का पानी पहुंचाने की तैयारी हो रही है। राज्य ने जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत 2019-20 में 1.05 लाख नल कनेक्शन उपलब्ध कराए हैं। अब राज्य सरकार 2024-25 के लिए निर्धा

जब बात वाइब्रंट स्टार्ट-अप अर्थव्यवस्था विकसित करने की होती है तो सरकार के पास दृष्टिकोण की कमी साफ़ नजर आती है

चित्र
नयी दिल्ली - वे देश का गौरव हैं और $ 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। सरकार फिर दोहरा सकती है कि डेमोग्राफिक डिविडेंड एनर्जी सफलता के स्तंभों में से एक है, लेकिन क्या हम यह घोषणा कर रहे हैं कि सिलिकॉन वैली और ग्रेटर बे एरिया (हांगकांग / चीन) की तरह सफल स्टार्ट-अप इकोसिस्टम बनाया जाए? वेंचर कैटेलिस्ट्स के सह-संस्थापक और 9यूनीकॉर्न्स एक्सीलेटर फंड के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ.अपूर्व रंजन शर्मा की ओर से इकोनॉमी फंड पर -  "प्रधानमंत्री द्वारा घोषित $ 266 बिलियन (20 लाख करोड़ रुपये) महामारी पैकेज एक प्रशंसनीय कदम है। यह भारत की जीडीपी का लगभग 10% है जो कि घातक कोविड-19 वायरस की वजह से पस्त हो चुकी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। पीएम मोदी ने स्पष्ट संकेत दिया है। इस राशि का उपयोग छोटे व्यवसायों की मदद के लिए किया जाएगा, लेकिन इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं है कि भारतीय स्टार्ट-अप इकोसिस्टम, जिसका वायरस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, को इससे लाभ होगा।  यह समझा जाता है कि राजकोषीय प्रोत्साहन का बड़ा हिस्सा मजदूरों, मध्यम वर्ग और एसएमई को

ग्राम सभा लोदली क्षेत्र के बीरोंखाल में सुरक्षा कवच वितरण

चित्र
उत्तराखण्ड  - वेदीखाल _ग्राम सभा लोदली जनपद पौड़ी गढ़वाल में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा ग्राम सभाओं में सैनिटाइजर एवं मास्क वितरण कार्यक्रम ग्राम सभा प्रधान सुरेन्द्र सिंह बिष्ट एवं उनके सहयोगी वार्ड सदस्यों द्वारा ग्राम वासियों में वितरित किए गए कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी आवश्यक पहलुओं पर  शिशुपाल सिंह बिष्ट अध्यापक जो बाहर से आने वाले लोगों को क्वारनटाइन क्षेत्र में रहने की व्यवस्था कर रहे हैं सविस्तार समझाया, ताकि गांव में कोरोना का प्रवेषनिशेध किया जा सके। इस सराहनीय कार्य के लिए सभी जन प्रतिनिधि एवं जन सेवक बधाई के पात्र हैं। जनपद पौड़ी गढ़वाल इस कार्य में अग्रगण्य भूमिका निभा रहा है। 

बाजारों ने इंट्रा-डे में कमाया लाभ आखिरी घंटे में गंवाया

चित्र
नयी दिल्ली -  कारोबारी सत्र में मुनाफावसूली से बाजार निगेटिव नोट पर बंद हुआ। इंट्रा-डे ट्रेड्स के अंतिम घंटों में बेंचमार्क सूचकांक मामूली नुकसान के साथ समाप्त हुए और उन्होंने इंट्रा-डे में कमाया लाभ गंवा दिया। सेंसेक्स 81.48 या 0.26% की गिरावट के साथ 31561.22 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 12.30 अंकों या 0.13% की गिरावट के साथ 9239.20 पर बंद हुआ। ऑटो सेक्टर में मजबूत तेजी का रुख दिखा, जिससे इंट्रा-डे ट्रेड में निफ्टी ऑटो इंडेक्स 4% चढ़ गया। कारोबारी सत्र के दौरान 1084 शेयरों में बढ़त दर्ज की गई, जबकि 1280 शेयरों ने नुकसान दर्ज किया और 186 शेयर अपरिवर्तित रहे। अमर देव सिंह, हेड एडवायजरी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड ऑटोमोबाइल क्षेत्र में, हीरो मोटोकॉर्प निफ्टी-50 इंडेक्स में 6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,082 रुपये पर बंद होकर टॉप पर रहा, जबकि टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो और मारुति सुजुकी भी पॉजीटिव नोट पर बंद हुए। अन्य शेयर जिन्होंने लाभ कमाया उनमें भारती इंफ्राटेल, ग्रासिम इंडस्ट्रीज और वेदांता शामिल थे। बैंकिंग क्षेत्र और निफ्टी बैंक के लिए बुरी खबरें जारी रहीं और निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेस 1.5 प्रतिशत

बिचौलिए जरूरतमंद लोगों तक राहत सामग्री पहुँचने नहीं दे रहे

चित्र

लाखों करोड़ के पैकेज में मज़दूरों के लिए क्या है

चित्र

‘लोकल उत्पादों’ का प्रचार करने और उन्हें ‘वैश्विक’ बनाने का समय है: प्रधानमंत्री

चित्र
नयी दिल्ली - प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने महामारी से जूझते हुए अपनी जान गंवा देने वाले लोगों को स्‍मरण करते हुए कहा कि कोविड-19 के कारण जो संकट उभर कर सामने आया है, वह अप्रत्‍याशित है, लेकिन इस लड़ाई में हमें न केवल अपनी रक्षा करने की जरूरत है, बल्कि निरंतर आगे भी बढ़ते रहना होगा। कोविड काल से पहले और बाद की दुनिया का उल्‍लेख करते हुए कहा कि 21वीं सदी को भारत की सदी बनाने के सपने को पूरा करने के लिए यह सुनिश्चित करते हुए आगे बढ़ना है कि देश आत्मनिर्भर हो जाए। संकट को एक अवसर में बदलने की बात कहते हुए उन्होंने पीपीई किट और एन-95 मास्क का उदाहरण दिया, जिनका भारत में उत्पादन लगभग नगण्य से बढ़कर 2-2 लाख पीस प्रतिदिन के उच्‍च स्‍तर पर पहुंच गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भूमंडलीकृत दुनिया में आत्मनिर्भरता के मायने बदल गए हैं। जब भारत आत्मनिर्भरता की बात करता है, तो वह आत्मकेंद्रित व्यवस्था की वकालत नहीं करता है। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति दुनिया को एक परिवार के रूप में मानती है, और भारत की प्रगति में हमेशा विश्व की प्रगति समाहित रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया को भरोसा है कि संपूर्ण