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सिर्फ़ गीत नही एक मिशन है “वी थैंक यू”

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नयी दिल्ली - कोरोना वायरस महामारी ने भारत सहित विश्वभर को प्रभावित कर रखा  है। लम्बे लॉकडाउन के बाद देश में अब अनलॉक फ़ेज़ चल रहा है। लॉकडाउन के दौरान डाक्टर, नर्स, पुलिस, मीडियाकर्मी और समाजसेवी दिनरात आमजन की सेवा में लगे हुए हैं। इन्हीं लोगों से प्रेरित हो कर बिहारी मूल के बॉलीवुड निर्देशक अभिषेक कुमार, संगीतकार प्रशांत सातोसे, गीतकार विनय कोचर और उनकी टीम मिल कर क़ोरोना वारियर्स के हौसला अफजाईं के लिए एक  गाना बनाया और उन तमाम लोगों को समर्पित किया है जो दिन रात हमारी सेवा में लगे हैं। संकट के इस घड़ी में हम घर पर सुरक्षित हैं, क्योंकि कोरोना वॉरियर्स अस्पताल और सड़कों पर हमारे हिफाजत के लिए काम में जुटे हैं। इन्हीं कोरोना वॉरियर्स को सलाम करता अभिषेक कुमार का गाना वी थैंक यू आजकल ख़ूब वायरल हो रहा है। अभिषेक कुमार द्वारा तमाम वारियर्स को थैंक यू कहने का ये तरीक़ा बड़ा ही नायाब है। इस गाने के माध्यम से अभिषेक कुमार ने एक बड़ी पहल शुरू की है। बतौर अभिषेक ये गाना तमाम वारियर्स को समर्पित एक ऐंथम है और  वी थैंक यू एक मिशन। इस गीत के निर्देशक अभिषेक कुमार, संगीतकार प्रशांत सातोसे, गीत

टाईमेक्स ग्रुप #देशकेगौरव अभियान के साथ महामारी से लड़ने वाले नायकों का जोश बढ़ाएगा

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नयी दिल्ली । टाईमेक्स ग्रुप ने कोरोना महामारी से लड़ाई लड़ रहे लोगों को सैल्यूट करते हुए अपने ब्रांड टीएमएक्स के फेसबुक पेज पर #देशकेगौरव अभियान की घोषणा की। इस 10 दिवसीय अभियान के तहत टाईमेक्स ग्रुप मुश्किल चुनौती के वक्त दूसरे लोगों की जान बचाने के लिए काम कर रहे, देश के असली नायकों को धन्यवाद देने एवं उन्हें सैल्यूट करने के लिए सोशल मीडिया पोस्ट्स की सीरीज़ प्रारंभ कर रहा है। इस अभियान के माध्यम से कंपनी लोगों से टीएमएक्स के फेसबुक पेज पर इन नायकों को नॉमिनेट करने एवं टैग करने का निवेदन कर रही है तथा इस चुनौतीपूर्ण समय समाज के कल्याण के लिए उनके योगदान का संक्षिप्त विवरण मांग रही है। कंपनी हीरोज़ को नॉमिनेट करने के लिए इस अभियान के तहत 1000 टीएमएक्स वॉच वितरित करने की योजना बना रही है। जो लोग सोशल हीरो को नॉमिनेट करेंगे, उन्हें टीएमएक्स वॉच जीतने का मौका भी मिलेगा। इस अभियान के बारे में अजय ध्यानी, मार्केटिंग हेड, टाईमेक्स इंडिया ने कहा, ‘‘हमें टीएमएक्स के फेसबुक पेज पर #देशकेगौरव अभियान की घोषणा करने की खुशी है। संकट के इस समय हमें उन लोगों का सहयोग व सराहना करना चाहिए, जो अग्रिम कतार

पियरसन प्रोफेशनल सेंटर ने विदेशों में पढ़ने और काम करने के इच्छुकों के लिए फिर शुरू कीं अपनी सेवाएं

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नई दिल्ली : पियरसन, विश्व की लर्निंग कंपनी, ने आकांक्षियों द्वारा लैंग्‍वेज प्रोफिशिएंसी टेस्‍ट की मांग को पूरा करने के लिए, नई दिल्ली  में अपने पियरसन प्रोफेशनल सेंटरऔर अधिकृत परीक्षा केंद्रों को फिर से शुरु कर दिया है। सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों के अनुसार सोशल डिस्‍टेंन्सिंग और अन्य सुरक्षात्‍मक उपायों का पालन करते हुए सेंटर में टेस्‍ट डिलिवरी फिर से शुरु की जाएंगी। परीक्षा लेनेवाले https://pearsonpte.com/ पर जाकर पीटीई परीक्षा कार्यक्रम तय कर सकते हैं। परीक्षा केंद्रों के फिर से शुरु किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए पियरसन इंडिया के सेल्स एवं मार्केटिंग के वाइस प्रेसिडेंट रामानंद एसजी ने कहा, “हर साल भारत में परीक्षा लेनेवाले हजारों इच्छुक विदेशों में पढ़ने और काम करने की महत्वाकांक्षा रखते हैं। भले ही इस साल कोविड 19 महामारी के कारण उनकी महत्वाकांक्षाओं को झटका लगा है लेकिन अनिश्चितताओँ के बावजूद हाल ही सामने आई रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार भारतीय अपनी योजनाओं को जारी रखना चाहते हैं। इसके साथ ही महामारी ने ऑनलाइन शिक्षा की ओर लोगों काझुकाव बढ़ानेमें बड़ी भूमिका निभाई है और

ब्राइट ट्यूटी ने 40,000 शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षण विधि की ट्रेनिंग दी

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नयी दिल्ली : कोविड -19 महामारी के कारण स्कूलों को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस स्थिति ने स्कूलों व अन्य शिक्षण संस्थानों को सीखने की नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया है। वहीं दूसरी ओर यह लॉकडाउन छात्रों को ऑनलाइन कक्षाएं देने के मामले में शिक्षकों के लिए एक परेशानी बनकर भी सामने आया है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कई शिक्षण संस्थान व शिक्षक बेहद कम या बिना तैयारी के ऑनलाइन शिक्षण का कार्य कर रहे हैं।   लॉकडाउन के दौरान इस मुश्किल दौर में शिक्षकों और शिक्षण संस्थानों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए नई दिल्ली स्थित भारत के लोकप्रिय ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म ब्राइट ट्यूटी द्वारा राजस्थान, उड़ीसा, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के विभिन्न निजी और राज्य शैक्षिक बोर्ड के स्कूलों में पढ़ाने वाले 40,000 शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षण विधि के लिए प्रशिक्षित किया है। इस प्रशिक्षण में शिक्षकों को मुख्य रूप से छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाने के तरीकों के बारे में सीखाया गया। साथ ही ऑनलाइन क्लास लेते हुए छात्रों के साथ तालमेल स्थापित करने और आसान तरीके से सभी छात्रों को पाठ्यक्रम समझाने व ऑ

एनवायरनमेंट डे पर ऑरिफ्लेम ने जल, जलवायु और जंगल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई 

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नई दिल्ली : प्रमुख डायरेक्ट-सेलिंग स्वीडिश ब्यूटी ब्रांड ऑरिफ्लेम का मानना है कि सुंदरता सिर्फ इतने तक सीमित नहीं होती कि हम दिखते कैसे हैं। यह हमारे काम करने के तरीके में भी झलकती है। यह उन बदलावों के बारे में है जो हमारे आसपास की दुनिया को और खूबसूरत बना सकते हैं। ब्रांड का मानना है कि हम सभी, व्यक्ति और कंपनियां अपने आसपास हमें घेरे रहने वाले विशाल प्राकृतिक संसाधनों पर सकारात्मक प्रभाव डालने में सक्षम हैं। इस पृष्ठभूमि में ऑरिफ्लेम एक टिकाऊ संसाधनों पर निर्भर कंपनी बनने के लिए अपने दीर्घकालिक लक्ष्य की पुष्टि करता है। ब्रांड सस्टेनेबल बिजनेस प्रैक्टिसेस का पालन करने और तीन रणनीतिक क्षेत्रों: जल, जलवायु और वन: पर उसके दुष्प्रभाव को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। पानी सबसे महत्वपूर्ण निर्माण सामग्री में से एक है और ऑरिफ्लेम प्राकृतिक जलमार्गों और महासागरों की देखभाल सुनिश्चित करता है। दुनियाभर में पानी की कमी के कारण ब्रांड ने 2015 की तुलना में अपने मैन्यूफेक्चरिंग प्लांट्स में उत्पादन प्रक्रिया के दौरान पानी के उपयोग में 18% तक कमी लाई है। दुनियाभर के जल निकायों की रक्षा के अपने अटूट

हरी भरी वसुंधरा इसको न तू छेड़

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सुषमा भंडारी ये साँसों की खान हैं जीवन का वरदान। प्राण सींचते वृक्ष ही मान तू या न मान ।। जंगल में मंगल करें वृक्ष बडे अनमोल शुद्ध हवा इनसे मिले मत कर इनका मोल।। मन हर्षित हो जाय है जब जब देखूं पेड़ । हरी भरी वसुंधरा इसको न तू छेड़। । अपने जीवन के लिये एक लगा तू पौध। यही तुम्हारी खोज है यही तुम्हारा शोध।। खुशियां अपरम्पार हों जग का हो विस्तार। जीवन देते वृक्ष जब मृत्यु जाये हार।। आज लगाई पौध ये देगी जीवन लाभ। स्वास्थ्य लाभ के वास्ते आओ बोयें ख्वाब।। जल संरक्षण भी करें, जल की मारम्मार। दुरुपयोग न कर कभी न हो तू लाचार।। वन्य जीव जलने लगे वृक्षों की क्या बात। स्वार्थ- सिद्धि के लिये मानव दे आघात।। नित्य करें सब योग हम जीवन सफल बनाय । रोग दूर तन स्वस्थ हो मन सुन्दर हो जाय।।  ( पर्यावरण दिवस ) पीहू पीहू बोलता मनुआ हुआ अधीर। कुहू -कुहू मैं करूं  सुन ले मेरी पीर ।। मन मन्दिर जिस पल हुआ  तन दीपक की बाति । शुद्ध- स्वच्छ पर्यावरण  ज्योत जले दिन राति। । डाल- ड़ाल पर फूल हों  कली-कली पर भौर। नीम निबोरी मिल गले  देखें सुन्दर भोर।। नया पाठ जब हम पढें हो स्वच्छता की बात । पर्यावरण गर शुद्ध हो सुख के हो

आओ बचा लें पर्यावरण को

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सुषमा भंडारी ऐसा विश्व बनाना होगा जो बीमारी मुक्त हो प्रदूषण ना आस-पास हो हरियाली से युक्त हो। जल थल अम्बर सभी स्वच्छ हों  चहुंदिश बस खुशहाल हो जीव जंतु और वानस्पति, जीवन ना बेहाल हो ऐसा विश्व बनाना होगा जो बीमारी मुक्त हो प्रदूषण ना आस -पास हो हरियाली से युक्त हो। प्रदूषण है बड़ी बीमारी कल ना यूं बरबाद हो  आओ बचा लें पर्यावरण को वसुधा फिर आबाद हो ऐसा विश्व बनाना होगा जो बीमारी मुक्त हो प्रदूषण ना आस- पास हो हरियाली से युक्त हो । हाहाकार मिटाना होगा आओ कसम ये खायें हम  सृष्टि हमें बचानी होगी पास न आये अपने गम  ऐसा विश्व बनाना होगा जो बीमारी मुक्त हो प्रदूषण ना आस-पास हो हरियाली से युक्त हो हरे पेड़ ना कटने देंगे  नित-नित पौध लगायेंगे ऑक्सीजन ना घटने देंगे कचरा दूर भगाएँगे  ऐसा विश्व बनायेंगे जो बीमारी मुक्त हो प्रदूषण ना आस-पास हो हरियाली से युक्त हो। नदियां ना प्रदूषित हों अब  यही एक विश्वास हो जल संरक्षण करना होगा नव - जीवन की आस हो ऐसा विश्व बनाना होगा जो बीमारी मुक्त हो प्रदूषण ना आस - पास हो हरियाली से युक्त हो। किंतु हमें नए पेड़ लगाकर, समाधान करवाना है। पर्यावरण है आज प्रदूषित, इ