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इरफान राही "प्रोमोटर ऑफ़ उर्दू अवार्ड 2019" से सम्मानित 

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नई दिल्ली -राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग द्वारा अपने सालाना अवार्ड्स का वितरण समारोह अपने कार्यालय में कोरोना के कारण सादगी से आयोजित किया गया । आयोग द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय तथा विशेष कार्य करने वाले लोगों को अवार्ड देकर सम्मानित किया जाता है । वर्ष 2019 के सम्मानों में उर्दू भाषा के प्रोत्साहन हेतु हिन्दी उर्दू के पत्रकार ,लेखक तथा शायर इरफान राही सैदपुरी सैफ़ी को  "प्रोमोटर ऑफ़ उर्दू अवार्ड " से सम्मानित किया गया । युवा कवि  इरफान राही पिछले दस पंद्रह  वर्षों से हिन्दी उर्दू साहित्य की सेवा कर रहे हैं आप उर्दू भाषा के शिक्षक भी हैं इन्होंने दिल्ली में उर्दू के प्रचार प्रसार में अहम भूमिका निभाई है । इनकी " मंज़िल की ओर" नामक गीत ग़ज़ल और कविता संग्रह की एक पुस्तक भी प्रकाशित हो चुकी है,आप की रचनाएं देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशित होती रहती हैं । आप सांस्कृतिक,साहित्यिक, शैक्षिक सेवाओं के साथ-साथ समाज सेवा के लिए भी जाने जाते हैं। कोरोना संकट वैश्विक महामारी में भी आपने गरीबों मजदूरों के लिए अपने आप

टाटा स्काई दर्शन पर 12 प्रसिद्ध मंदिरों और तीर्थस्थलों का लाईव टेलीकास्ट

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नयी दिल्ली - इस वैशिवक महामारी के दौर में, जब सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य हो चुकी है, टाटा स्काय भक्तों और भगवान के बीच की दूरी को कम करने के लिए प्रयासरत है। भारत का अग्रणी कंटेंट वितरण एवं , पे टीवी प्लेटफॉर्म भक्तों को ऑनलाईन दर्शन पाने में मदद कर रहा है और टाटा स्काय दर्शन के माध्यम से उन्हें लाईव आरतियों में शामिल होने का अवसर दे रहा है। टाटा कम्युनिकेशन्स साल के हर दिन चौबीसों घण्टे भारत के 12 प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों से हाई  क्वालिटी की लाईव वीडियो एवं ऑडियो सर्विस पेश करता है। जहां एक ओर देश धीरे-धीरे अनलॉक की ओर बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर धार्मिक स्थल भी सख्त निर्देशों के साथ खुलने लगे हैं। इन धार्मिक स्थलों पर गर्भवती महिलाओं, 65 साल से अधिक उम्र के लोगों एवं 10 साल से कम उम्र के बच्चों के जाने पर मनाही है, साथ ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के साथ किसी तरह के कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जा सकता। इस मुशिकल समय में टाटा स्काय दर्शन प्रसिद्ध तीर्थस्थलों जैसे शिरडी साईं बाबा, काशी विश्वनाथ मंदिर, तख्त श्री पटना साहिब और फतेहपुर सीकरी दरगाह से 24/7 निःशुल्क लाईव दर्शन की सेवाएं ल

अंगद राम दलित की मौत की निष्पक्ष जाँच की मांग

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प्रणेता साहित्य संस्थान का चौथा स्थापना दिवस पर काव्य गोष्ठी

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प्रेम की परिभाषा

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परिणीता सिन्हा                                                क्या है प्रेम ? क्या हो उसकी सटीक परिभाषा ?                                                                                                 एक वो जो शिशु की आँखो से झलकता  ၊                                                                   या वो जो वृद्ध की आँखो से टपकता  ၊                                                                                                           यौवन प्रेम की सैकड़े। परिभाषाएं ग़ढता  ၊                                       लेकिन ,सच्चा प्रेम कभी शेष पड़े भोजन का सॉझापन दिखाता ၊                                                                             तेा कभी कम बजट की साड़ी में भी संतोष जताता ၊                     वो जो बस एक नजर से ही पीड़ा को भांप जाता , ढाढस बँधाता  ၊                                                                        धैर्य नहीं खोना , साथ मिल कर हर भार है ढोना ၊                         हर शाम जिसके आने के इंतजार में कटती ၊                                           

लाॅक डाउन में रवीना ने दिल्ली में बच्चा खोया और आजमगढ़ में पति

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लखनऊ/आजमगढ़ । रिहाई मंच ने आजमगढ़ के धड़नी ताजनपुर गांव में दलित प्रवासी मजदूर की आत्महत्या की सूचना के बाद मृतक के परिजनों से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव, बांकेलाल, विनोद यादव, अवधेश यादव और धरमेन्द्र शामिल थे। मंच ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय, मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय, इलाहाबाद, राज्यपाल उत्तर प्रदेश, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग, राज्य अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, गृह मंत्रालय, उत्तर प्रदेश, राज्य मानवाधिकार आयोग, उत्तर प्रदेश, आयुक्त आजमगढ़ मंडल आजमगढ़, उप पुलिस महानिरीक्षिक आजमगढ़ परिक्षेत्र आजमगढ़, जिलाधिकारी आजमगढ़, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, नई दिल्ली, श्रम एवं सेवायोजन मंत्रालय, उत्तर प्रदेश को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की। रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने कहा कि दिल्ली से आजमगढ़ लौटे दलित प्रवासी मजदूर अंगद राम की मौत के कारणों की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए। यह मानवाधिकार का गंभीर मसला है क्योंकि कोरोना महामारी के दौर में प्रवासी मजदूर बहुत मुश्किल

एरिस व एबलू की सफल साझेदारी के एक साल के अंदर बीपीएल समुदायों को रोजगार मिला

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नई दिल्ली । बीपीएल समुदायों को रोजगार देने व मोबिलिटी के स्वच्छ समाधान को बढ़ावा देने में सहयोग करने के लिए उद्यमों के लिए प्रिफर्ड इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) टेक्नॉलॉजी पार्टनर एरिस कम्युनिकेशंस ने एबलू के साथ अपनी सफल साझेदारी का एक साल पूरा होने की घोषणा की। पिछले साल एरिस टेक्नॉलॉजी की मदद से एबलू ने 1000 दिनों की अवधि के लिए लीज़ पर ई-रिक्शा देकर स्वच्छ मोबिलिटी प्रदान करने का अपना मिशन शुरू किया था। इसने एक ई-रेंटल मॉडल प्रस्तुत किया, जिससे ई-रिक्शा को रेंट पर लिए जाने की प्रक्रिया आसान हो गई और उसके लिए व्यक्तिगत मौजूदगी जरूरी नहीं रह गई। पिछले एक साल में यह साझेदारी भारत के 6 राज्यों के 28 शहरों में 28 डीलरों को 450 ई-रिक्शा प्रदान कर चुकी है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और ओडिशा के ग्रामीण व अर्द्धशहरी इलाकों में व्यापक स्तर पर स्वरोजगार बढ़ा है। एरिस स्मार्ट फ्लीट प्लेटफॉर्म एबलू के लिए गेमचेंजर साबित हुआ है। रोजगार के अवसर प्रदान करने के अलावा यह साझेदारी समाज को स्वच्छ परिवेश की ओर ले जाने पर बल देती है। अनेक सामाजिक समूहों एवं एक्टिविस्ट्स का ध्यान उन व

प्रणेता साहित्य संस्थान का चतुर्थ स्थापना दिवस महोत्सव के उपलक्ष्य में ऑनलाइन काव्य गोष्ठी

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नयी दिल्ली - प्रणेता साहित्य संस्थान का चतुर्थ स्थापना दिवस महोत्सव के उपलक्ष में एक ऑनलाइन काव्य गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन  किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवयित्री पुष्पा शर्मा "कुसुम" (सेवानिवृत हिंदी व्याख्याता राजस्थान शिक्षा विभाग) ने की। वीणा अग्रवाल ने संचालन की कमान बड़ी कुशलतापूर्वक संभाली। मुख्य अतिथि सत्येन्द्र सत्यार्थी, कवि ,लेखक,वरिष्ठ उपाध्यक्ष,दिनकर सोसाइटी दिल्ली व भारतीय नेत्रहीन कल्याण परिषद् ,दिल्ली रहे। विशिष्ट अतिथि  गोविंद सिंह पवार,रचनाकार,पत्रकार थे । महासचिव (अखिल भारतीय साहित्य सदन) उप सचिव( दिल्ली मीडिया ऐसोसिएशन) कर्नल प्रवीणशंकर त्रिपाठी रहे। माँ शारदे को माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के बादअतिथि स्वागत के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ। प्रणेता अध्यक्ष सुषमा भण्डारी ने माँ शारदा वंदना "माँ शारदे सुविचार दे" की मधुर स्वरों में प्रस्तुति दी। तत्पश्चात संस्थान के संस्थापक एवं महासचिव एस जी एस सिसोदिय द्वारा प्रणेता साहित्य संस्थान का परिचय दिया गया व संस्थान की गतिविधियों से परिचित कराया गया।उन्होंने कहा कि वरिष्ठ व कनिष्ठ रचनाक

एंजेल ब्रोकिंग ने एक महीने में 1 लाख से ज्यादा नए ग्राहक जोड़े

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  नयी दिल्ली : भारत की सबसे बड़ी स्वतंत्र फुल-सर्विस डिजिटल ब्रोकिंग फर्मों में से एक एंजेल ब्रोकिंग ने मार्च 2020 में लॉकडाउन शुरू होने के बाद से एक लाख से अधिक मासिक नए अकाउंट्स के साथ अपना अब तक का उच्चतम स्तर प्राप्त किया है। क्लाइंट बेस में वृद्धि ने हमारे डेली ट्रेडिंग वॉल्युम को और तेजी दे दी है क्योंकि हम अपने प्लेटफॉर्म पर एक दिन में लगभग 2 मिलियन ट्रेड निष्पादित कर रहे हैं। इसने एंजेल के मल्टी-सेग्मेंट मार्केट लीडरशिप को मजबूती दी है। यह हमारे 2 मिलियन से ज्यादा संतुष्ट ग्राहकों के सुरक्षित, निर्बाध और बेहतर अनुभव को प्रदर्शित करता है। हमारे आईट्रेड प्राइम प्लान के माध्यम से हमारी रणनीति सरलीकृत और सबसे प्रतिस्पर्धी प्राइजिंग स्ट्रक्चर पेश करते हुए नए ग्राहक हासिल करने में इंडस्ट्री की औसत वृद्धि को पीछे छोड़ने की है। यह योजना हमारे ग्राहकों को बुनियादी रिसर्च और एडवायजरी सहित सभी ब्रोकिंग सेवाओं का लाभ उठाने का अवसर प्रदान करती है और वह भी बिल्कुल मुफ्त। एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड के सीएमओ प्रभाकर तिवारी ने इस उपलब्धि पर कहा, “एंजेल ब्रोकिंग एक डिजिटल-फर्स्ट संगठन है, जो सिंगल

गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित व सेहतमंद रहने के प्रभावशाली तरीके

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नयी दिल्ली - मौजूदा परिवेश में सोशल डिस्टैंसिंग एवं घर पर रहना आम बात हो गइ हैं, जिससे हमारी जीवनशैली बदल गई है। जहां सभी लोग इस जीवनशैली के लिए अभ्यस्त हो रहे हैं, वहीं गर्भवती महिला के लिए यह अवधि बहुत तनावपूर्ण हो गई है, क्योंकि उनका मन इस स्थिति को लेकर अनेक विचारों से भरा हुआ है। हिमालया ड्रग कंपनी की आयुर्वेद विशेषज्ञ,आर एंड डी, डॉक्टर प्रतिभा बबशेत ने कहा, ‘‘अनिश्चितता के इस दौर में आप सकारात्मक रहें और उन तरीकों का इस्तेमाल करें, जिससे आपकी और आपके शिशु की सेहत अच्छी बनी रहे। इसके लिए आप अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें और अपने मन को शांत रखें। इस महामारी के दौरान गर्भावस्था मुश्किल तो है, लेकिन असंभव नहीं। आप भीड़ वाले स्थानों से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा घर पर रहें और सोशल डिस्टैंसिंग एवं हाईज़ीन के दिशानिर्देशों का पालन करें।’’ गर्भावस्था के दौरान देखभाल पहले के मुकाबले अब अलग तरह से करनी होगी। आपको इसके लिए कुछ सुझाव दिए जा रहे हैंः- कुछ गतिविधियों की दैनिक दिनचर्या बनाएं, जिससे वो आपकी नई जीवनशैली बन जाएं। अपने आहार, ध्यान, योगा, स्किनकेयर, पर्याप्त नींद एवं नियमित मे

मोटर वाहन दस्‍तावेजों की वैधता बढ़ाकर 30 सितम्‍बर की गई

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नयी दिल्ली - कोविड-19 की इन असामान्य परिस्थितियों के दौरान राज्य / संघ शासित प्रदेशों को मोटर वाहन कानून 1988 के तहत उपलब्ध प्रावधानों या अन्य कानूनों के तहत उपलब्ध ऐसे अन्य प्रावधानों,परमिट की आवश्यकता में छूट पर विचार के लिए,या परमिट के लिए नवीकरण / जुर्माना के लिए शुल्क या करों आदि से राहत प्रदान करने पर विचार करने की अनुमति देने का अनुरोध किया गया है। केन्‍द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने मोटर वाहन दस्तावेजों की वैधता तिथि को और बढ़ाकर इस वर्ष सितंबर तक करने की घोषणा की। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को इस आशय के संबंध में एक परामर्श जारी किया है। इससे पहले,मंत्रालय ने 30 मार्च को सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को एक परामर्श जारी किया था, जिसमें यह सलाह दी गई थी कि फिटनेस,परमिट (सभी प्रकार), ड्राइविंग लाइसेंस,पंजीकरण या किसी अन्य संबंधित दस्तावेज जिसकी वैधता का विस्तार लॉकडाउन के कारण नहीं हो सकाया जिसके होने की संभावना नहीं है और जिसकी वैधता 1 फरवरी,2020 से समाप्त हो गई थी या 31 मई, 2020 तक समाप्त हो जाएगी,

सुविधा-प्राप्त सम्मान...कितने सार्थक

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डॉ• मुक्ता 'भीख में प्राप्त मान-सम्मान प्रगति के पथ में अवरोधक होते हैं, जो आपकी प्रतिभा को कुंद कर देते हैं' यह कथन कोटिशः सत्य है। सन् 2011-12 में डॉ• नांदल द्वारा रचित एक पुस्तक प्रकाशित हुई थी... 'अभिनन्दन करवा लो' बहुत सुंदर व्यंग्य-रचना थी, जिसमें आधुनिक साहित्यकारों की मनोवृत्ति व सोच का लेखा-जोखा बड़े सुंदर ढंग से रेखांकित किया गया था। आदिकाल व रीतिकाल … आश्रय- दाताओं का गुणगान...एक पुरातन परंपरा; जिसका भरपूर प्रचलन आज तक हो रहा है; जिसे देख कर हृदय ठगा-सा रह गया, परंतु वह आज भी समसामयिक है। साहित्य जगत् में अक्सर लोग इस दौड़ अथवा प्रतिस्पर्द्धा में बढ़-चढ़कर भाग ही नहीं लेते, सर्वश्रेष्ठ स्थान पाने को भी आतुर रहते हैं। चंद कविता या कहानियां लिखीं या उनमें थोड़ा हेर-फेर कर अपने नाम से प्रकाशित करवा लीं...बस हो गए मूर्धन्य कवि व साहित्यकार...साहित्य जगत् के देदीप्यमान नक्षत्र, जिसकी रश्मियों का प्रकाश सीमित समय के लिए चहुंओर भासता है। अमावस के घने अंधकार में तो जुगनू भी राहत दिलाने में अहम् भूमिका निभाते हैं, भले ही वे पल-भर में अस्त हो जाते हैं, परंतु उनका महत्व स

लोग अभी भी बाहर निकलने से बच रहे हैं

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