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विदेशी तब्लीगी जमाअत के लोगों की रिहाई के लिए इम्पार की मांग

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नयी दिल्ली : इंसानी बुनियादों पर विदेशी तबलीगी जमात के लोगों को छोड़ने के लिए भारत सरकार के होम सेक्रेट्री अजय कुमार भल्ला को इंडियन मुस्लिम फॉर प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्स (IMPAR) की ओर से एक पत्र लिखा गया है, जिसमें करोना को लेकर भारत सरकार की कोशिशों की प्रशंसा करते हुए कहा गया है कि भारत सरकार ने अर्थव्यवस्था को बूस्ट करने के लिए जो कदम उठाए हैं वह सराहनीय हैं। साथ ही साथ इस पूरी महामारी में सरकार की ओर से जो कदम आम जनता के हितों की रक्षा में लिए उठाये जा रहे हैं इम्पार उसकी प्रशंसा करता है।   पत्र में भारत सरकार के गृह सचिव का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा गया है कि चेन्नई तमिलनाडु में फंसी 12 महिलाओं सहित 125 विदेशी तबलीगी जमात के लोगों की रिहाई को लेकर आप से अपील करते हैं। पत्र में कहा गया है कि माननीय न्यायालय द्वारा उनकी रिहाई का आदेश दिया गया है लेकिन राज्य के वरिष्ठ पुलिस और जेल अधिकारियों ने कहा है कि MHA ने इस दिशा में आदेश जारी कर रखा है। जब तक गृह मंत्रालय आदेश वापस नहीं लेता है तब तक यह संभव नहीं है। अहम बात यह है कि उन्होंने किसी भी वीजा की शर्तों का उल्लंघन नहीं किया है या क

‘चांद जइसन दुल्हिन हमार’ पारिवारिक फिल्‍म है

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अरूण कुमार दुबे ने कहा कि अभी हम फिल्‍म के पोस्‍ट प्रोडक्‍शन में लगे हुए हैं। उम्‍मीद है जल्‍द ही फिल्‍म को हम सेंसर बोर्ड तक भी भेजेंगे। जहां तक रिलीज की बात है, तो पुरी दुनिया में अभी कोरोना काल चल रहा है। हमारे देश में भी कोरोना का संक्रमण रूक नहीं रहा है, इसलिए सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, अभी सिनेमाघर बंद हैं। लेकिन जैसे ही सरकार सिनेमा घरों को खोलने की अनुमति देगी, हम फिल्‍म को रिलीज करेंगे। दुबे ने कहा कि कोरोना काल में भले लोग सिनेमाई मनोरंजन से दूर रहे, लेकिन सरकार से हरी झंडी मिलते ही हम फिल्‍म को रिलीज कर देंगे। मुंबई  - श्री सदगुरू इंटरटेंमेंट हाउस और रीगल फिल्‍म एंड म्‍यूजिक प्रोडक्‍शन के बैनर तले बन रही भोजपुरी फिल्‍म ‘चांद जइसन दुल्हिन हमार’ का शूटिंग लॉकडाउन के पहले पूरी हो गई थी इस फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन तेजी से मुंबई में चल रहा है। इस फिल्‍म के मुख्य कलाकार है प्रेम सिंह, गुंजन पंत, विमल पांडेय, पल्‍लवी कुलकर्णी, दीपक सिन्‍हा, विनोद मिश्रा, जे पी सिंह, अरूण कुमार दुबे, साहब लालधारी, पूनम राय , रवीना सिंह, चंद्र मुखी आदि मुख्‍य भूमिका में हैं। इसकी जानकारी फिल्‍म के

फील गुड शॉवर जेल्स के साथ इमोशनल गुडनेस की खुराक के लिए तैयार रहें

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नयी दिल्ली : प्रमुख डायरेक्ट-सेलिंग स्वीडिश ब्यूटी ब्रांड ऑरिफ्लेम ऐसे प्रोडक्ट बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जो न केवल आपको न केवल सुंदर दिखाते हैं बल्कि महसूस भी कराते हैं। समग्र सुंदरता पर अपने ठोस विश्वास को आधार बनाकर यह ब्रांड अपने प्रोडक्ट्स विकसित करता है और इसी के तहत ब्रांड ने अपने फील गुड शॉवर जेल लॉन्च किए हैं। सेंसरीयल शॉवर जेल में आवश्यक तेल और अन्य अवयवों को इन्फ्यूज किया गया है जो एक विशिष्ट मूड या भावना को विकसित करने के लिए जाने जाते हैं। जब फील गुड शॉवर जेल आपके साधारण स्नान को भी खुशनुमा बना सकता है तो एक साधारण स्नान क्यों करना? मल्टी-सेंसरियल शॉवर जेल दो नए वेरिएंट्स में उपलब्ध हैं- चिल आउट और बी हैप्पी। चिल आउट शॉवर जेल को लैवेंडर - ऐसी खुशबू है जिसका इस्तेमाल व्यापक रूप से विश्राम के लिए किया जाता है- और देवदार- जो कामुक, मिट्टी के और मीठी सुगंध के साथ परफेक्ट हैं, के साथ इन्फ्यूज किया गया है। इसके नाम से पता चलता है, चिल आउट शॉवर जेल का क्लींजिंग और कामिंग इफेक्ट आपको एक और एक्शन से भरपूर दिन शुरू करने से पहले आराम करने और सुस्ताने में मदद करेगा। हंसना बंद करो क्

टाइड इंडिया के ब्रांड एंबेसडर बने आयुष्मान खुराना

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टाइड के विज्ञापनों की एक नई श्रृंखला के साथ इस साझेदारी की शुरुआत होगी, जिसमें आयुष्मान खुराना बेहद मज़ेदार और अनोखे तरीके से एक परिवार के अलग-अलग सदस्यों की भूमिका निभाते हुए नज़र आएंगे। अभिनेता ने बड़े ही मनमोहक अंदाज में इन सभी किरदारों को निभाया है। मुंबई - भारत में P&G के सबसे बड़े फैब्रिक केयर ब्रांडों में से एक, टाइड ने बेहद प्रतिभाशाली और वर्सेटाइल एक्टर आयुष्मान खुराना को भारत के लिए अपना ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है। इस साझेदारी के बाद टाइड ने अभिनेता के साथ अपने पहले विज्ञापन को लॉन्च कर दिया है, जो टाइड अल्ट्रा वेरिएंट के लिए है और इसे विशेष रूप से वॉशिंग मशीन के लिए डिज़ाइन किया गया है। भारत में टाइड को वर्ष 2000 में लॉन्च किया गया था, जो 'उत्कृष्ट सफाई' प्रदान करता है और इसने कपड़ों की धुलाई में उच्चतम मानदंड निर्धारित किया है। घर में हाथों से कपड़े की धुलाई के लिए एक डिटर्जेंट के तौर पर इस ब्रांड ने शुरुआत की थी जो टाइड अल्ट्रा के लॉन्च के साथ अब मशीन में इस्तेमाल होने वाले डिटर्जेंट के तौर पर भी विकसित हो चुका है, साथ ही स्टेन मैग्नेट के साथ यह पहले से और बे

नामचीन कलाकारों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की 

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पटना : विभिन्न विधाओं में महारथ हासिल बिहार के कई कलाकारों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की । भाजपा कला संस्कृति प्रकोष्ठ , बिहार प्रदेश द्वारा प्रदेश कार्यालय के अटल सभागार में कलाकार मिलन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त बिहार के करीब 55 कलाकारों को सदस्यता दिलायी गयी। कार्यक्रम के आरंभ में सभागार में उपस्थित सभी लोगों ने गर्ल 1 घाटी में शहीद हुए  सैनिकों के लिए  एवं दिवगंत अभिनेता व बिहार के लाल सुशांत सिंह राजपूत के लिए और साथ ही लगभग 103 लोग जो कल वज्रपात से  हमारे बीच नहीं रहे  उनके लिए 2 मिनट का मौन रखकर उनको श्रद्धांजलि दी । इसके पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा बिहार प्रदेश अध्यक्ष  संजय जायसवाल , विशिस्ट अतिथि प्रदेश महामंत्री जनक राम, प्रदेश महामंत्री संजीव चौरसिया, कला संस्कृति प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक बरुण कुमार सिंह, प्रदेश सह संयोजक सचिन मोढ़निया व बरुन सिंह द्वारा कलाकारों को माला, गमछा व तुलसी पौधा देकर सम्मानित किया गया एवं उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी गयी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि संजय जयसवाल ने कहा

महाराष्ट्र : साठ साल से अधिक आयु के कैदियों को आंतरिम ज़मानत या आपातकाल पैरोल दिए जाने मांग

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लख़नऊ - देश के विभिन्न संगठनों ने कोविद 19 के बढ़ते संक्रमण के मद्देनज़र महाराष्ट्र की जेलों और कथित क्वरंटीन सेंटरों की दुर्दशा पर महराष्ट्र सरकार पत्र लिखा है। पत्र में वरिष्ठ मानवाधिकारवादी गौतम नवलखा द्वारा उनकी पत्नी को बताई गई बातों का हवाला देते हुए कहा गया है कि महराष्ट्र की तालोजा, धुले और यरावदा जेलों में 4 संक्रमित कैदियों की मौत हो चुकी है, जेलों में क्षमता से काफी अधिक बंदी कैद हैं। जिससे बंदियों में संक्रमण फैलने का जोखिम बहुत बढ़ जाता है। पत्र में जनपद रायगढ़ के नामदार कृष्ण गोखले हाई स्कूल स्थित क्वरंटीन सेंटर का उल्लेख करते हुए बताया गया है कि वहां 350 कैदियों को छः कक्षाओं में भर दिया गया है। सुविधा के नाम पर केवल तीन शौचालय, सात मूत्रालय और एक स्नान गृह जहां बाल्टी और मग तक नहीं है। लोग राहदारी और बरामदे तक में सोने को मजबूर हैं। पत्र में वरिष्ठ नागरिकों और विभिन्न रोगों से ग्रस्त कैदियों के जीवन के खतरों को रेखांकित करते हुए महाराष्ट्र सरकार से मांग की गई है कि किसी भी अपराध में आरोपित साठ साल से अधिक आयु के कैदियों को आंतरिम ज़मानत या आपातकाल पैरोल दिया जाए। क्वरंटी

क्यों जी कहां हो क्या हो रहा है कहने वाले चितरंजन जी नहीं रहे

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महाश्वेता देवी के शब्दों में आंदोलन यानी चितरंजन सिंह आपातकाल की बरसी पर हम सबको छोड़कर चले गए. मानवाधिकार-लोकतांत्रिक अधिकार आंदोलन से जुड़े तो यूपी के किसी जिले में शुरुआती दौर में किसी प्रशासनिक या पत्रकारिता से जुड़े शख्श से मनवाधिकारों की बात आते ही चितरंजन सिंह का नाम आ जाता था. कंधे पर गमछा डाले हल्की सी मुस्कराहट लिए हुए चितरंजन जी का महीने-तीन महीनें में फोन आ ही जाता था. पिछली बार पिछले साल आया कि कहां हो भतीजे की शादी पटना में है आना है और कुछ बातें. बलवन्त भाई से बात हुई तो पटना के महेंद्र भाई के साथ गए. पर अफसोस कि उस दिन भी तबीयत ठीक न होने के चलते चितरंजन जी से मुलाकात न हो सकी.पिछले दिनों बलवन्त भाई ने उनकी तबीयत के बारे में बताया तो लक्ष्मण प्रसाद भाई से बात हुई तो वे चित्रकूट से आए तो उनके साथ बलिया आना हुआ. इमरान भाई और राम प्रकाश जी के साथ जब उनके गांव सुल्तानपुर गए तो घर पर खामोशी छाई हुई थी. मनियर से रामप्रकाश जी भी साथ हो गए जो चितरंजन सिंह के साथ इलाहाबाद विश्वविद्यालय से लेकर लम्बे समय तक साथ-साथ काम कर चुके हैं. उनके भाई मनोरंजन सिंह जी ने थोड़ी देर बाद बरामदे के