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शिक्षा प्रणाली को वर्तमान दौर की आवश्यकताओं को समझते हुए बदलाव करना चाहिए : राजकुमारी दीया कुमारी

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‘‘किसी भी शिक्षा प्रणाली को वर्तमान दौर की वास्तविक आवश्यकताओं को समझते हुए अपने आप में बदलाव करना चाहिए, ताकि नए दौर के नए चलन में अपने आप को कायम रखा जा सके। मौजूदा दौर में हमें अपने आपको कायम रखने और विकास की राह पर आगे बढ़ने के लिए कौशल के महत्व को समझना होगा, क्योंकि इस समय न केवल हमारे देश को, बल्कि पूरी दुनिया को कोरोना वायरस के कारण अनेक वास्तविक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।‘‘ जयपुर : राजसमंद से सांसद दीया कुमारी ने भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) के परिसर का दौरा किया और इस दौरान उन्हे विश्वविद्यालय में चल रहे ‘आत्मनिर्भर भारत’ से संबंधित प्रयासों को नजदीक से देखने का अवसर मिला। सांसद दीया कुमारी का यह दौरा ऐसे समय में हुआ जब विश्वविद्यालय की शैक्षणिक प्रक्रिया ऑनलाइन तक सीमित है और फिजिकल ट्रेनिंग को स्थगित किया गया है। दीया कुमारी ने विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों के साथ वर्तमान स्थिति पर चर्चा की और इस दौरान उन्होंने बीएसडीयू के कौशल विकास के बुनियादी ढांचे और प्रयोगशालाओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान महामारी ने कौशल उन्नयन की प्रासंगिकता और इसक

ओरिएंट इलेक्ट्रिक ने हेल्थ अप्लायंसेज सेगमेंट में रखा कदम

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ओरिएंट यूवी सैनिटेक में एक टॉप लोडिंग लिड है, इससे यूजर्स इसके अंदर वस्‍तुओं को आसानी से रख सकते हैं। यह उपयोग के लिये पूरी तरह सुरक्षित है। इसका सेफ्टी स्विच दरवाजा खुला होने पर यूवी लाइट को अपने आप बंद कर देता है। इसमें एरर अलर्ट फंक्शन के साथ इलेक्ट्रानिक टाइमर डिस्प्ले है। इसका रबर गैस्केट यूवी किरणों के रिसाव को रोकता है और इसमें मजबूत मेटलिक बॉडी दी गई है। नयी दिल्ली : ओरिएंट इलेक्ट्रिक लिमिटेड, जोकि  2.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर के विविधिकृत सीके बिरला ग्रुप का एक अंग है, ने एक बॉक्स के आकार के सैनिटाइजेशन चैम्बर यूवी सैनिटेक के लॉन्च के साथ हेल्थ एप्लायंसेज सेगमेंट में कदम रखने की घोषणा की है। यह चैम्बर अल्ट्रावॉइलेट (यूवी-सी) लाइट का उपयोग करके केवल 4 मिनट में दैनिक उपयोग की वस्तुओं और किराने के सामान की सतहों पर, कोरोना वायरस सहित बाकी  वायरस, बैक्टीरिया और फंगस को भी मारता है। कंपनी अपने फरीदाबाद स्थित विनिर्माण सयंत्र में इस सैनिटाइजेशन बॉक्स का इन-हाउस उत्‍पादन कर रही है और निकट भविष्य में इस श्रेणी में और भी उत्पाद लाने की योजना है। ओरिएंट इलेक्ट्रिक लिमिटेड के एमडी व सीईओ रा

कामकाजी प्रोफेशनल्‍स और छात्रों के लिए पार्ट-टाइम ऑनलाइन कोडिंग प्रोग्राम शुरू

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नयी दिल्ली : भारत के पहले मिलिटरी स्‍टाइल कोडिंग स्‍कूल, मसाई स्‍कूल ने अपने पार्ट-टाइम फुल-स्‍टैक डेवलपर प्रोग्राम को  लॉन्‍च किया। यह प्रोग्राम छात्रों और कामकाजी प्रोफेशनल्‍स दोनों के लिए ही है - जो फुल-टाइम प्रोग्राम कर पाने में असमर्थ हैं लेकिन नवीनतम वेब डेवलपमेंट टेक्‍नोलॉजिज को सीखकर फुल-स्‍टैक डेवलपर के रूप में अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं। यह प्रोग्राम कंप्‍यूटर साइंस और नवीनतम तकनीकों में मजबूत नींव के निर्माण पर केंद्रित है। इसके लिए टेक-आधारित शिक्षा या संबंधित कार्य अनुभव की कोई भी पूर्व आवश्‍यकता नहीं है। इसके लिए मसाई स्‍कूल की वेबसाइट पर पंजीकरण किया जा सकता है।  30-हफ्ते के इस फुल स्‍टैक वेब डेवलपमेंट प्रोग्राम में 600 घंटे की कोडिंग, 30 घंटे का सॉफ्ट स्किल्‍स, और 60 घंटे का तार्किक क्षमताओं का निर्माण शामिल है। इसके साथ-साथ, इस कोर्स में 20 गेस्‍ट लेक्‍चर्स, 2 डेमो डेज, 2 हैकेथॉन्‍स, 10 प्रोजेक्‍ट्स, 50 चैलेंजेज और 5 मॉक इंटरव्‍यूज शामिल हैं।  नई पेशकश के लॉन्च पर बोलते हुए, मसाई स्कूल के सह-संस्थापक और सीईओ, प्रतीक शुक्ला ने कहा, “वैश्विक स्तर पर चल रही महामारी ने वि

प्रभजीत सिंह,इंडिया एवं साउथ एशिया के ऊबर प्रेज़ीडेन्ट नियुक्त

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नई दिल्ली , ऊबर ने प्रभजीत सिंह को ऊबर इंडिया एवं साउथ एशिया का प्रेज़ीडेन्ट नियुक्त किया है, जो कंपनी के मोबिलिटी कारोबार के विकास को अगले चरण तक ले जाने, तथा भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश में राइडर्स और ड्राइवर्स को सुरक्षित अनुभव प्रदान करने के लिए उत्तरदायी होंगे। वे तुरंत इस पद का कार्यभार संभालेंगे। अपनी नई नियुक्ति पर बात करते हुए प्रभजीत ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि ऊबर में मुझे इंडिया और साउथ एशिया का नेतृत्व करने का मौका मिल रहा है। मुझे उम्मीद है कि कंपनी की उत्कृष्ट टीमों और ऊबर परिवार के सहकर्मियों के साथ मिलकर हम अपने उत्पाद और सेवाओं को और मजबूत बना सकेंगे। ऊबर हमारे शहरों का अभिन्न हिस्सा है और चूंकि कंपनी ने परिवहन सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं, हम  अपने राइडर्स एवं ड्राइवर्स के लिए सुरक्षा, स्थायित्व एवं सेवाओं के सर्वोच्च मानकों को प्राथमिकता देते हैं।’’ इस अवसर पर प्रदीप परमेश्वरन, रीजनल जनरल मैनेजर फॉर एशिया पेसिफिक ने कहा, ‘‘मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है कि प्रभजीत सिंह मेरे स्थान पर ऊबर इंडिया एवं साउथ एशिया के नए प्रेज़ीडेन्ट नियुक्त किए जा रहे ह

राष्ट्रीय डिजाइन संस्थानों [ NID ] के छात्र जर्मनी में अब वर्क परमिट के लिए आसानी से आवेदन कर सकेंगे

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जर्मनी में विदेशी विश्वविद्यालय-स्तर की योग्यता की पहचान अक्सर जर्मन वर्क वीजा,  जॉब सीकर्स वीजा या जर्मन ब्लू कार्ड हासिल करने के लिए एक आवश्यक शर्त है। वीजा आवेदन की सफलता अक्सर इस प्रमाण पर निर्भर करती है कि जर्मनी के बाहर अर्जित विश्वविद्यालय-स्तरीय योग्यता को समकक्ष जर्मन योग्यता के बराबर माना जाता है। आम तौर पर,  जर्मनी में किसी की डिग्री को मान्यता के लिए उसे 3/4 वर्षीय स्नातक की डिग्री प्राप्त होने की बुनियादी आवश्यकता होती है। भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने विश्व स्तर की डिजाइन शिक्षा प्रदान करने के लिए भारत में पांच राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) की स्थापना की है। एनआईडी अहमदाबाद (अहमदाबाद, गांधीनगर और बेंगलुरु कैंपस के साथ) ने 1961 में अपनी गतिविधियों की शुरुआत की थी जबकि बाकी के चार नए एनआईडी अर्थात् – एनआईडी आंध्र प्रदेश, एनआईडी हरियाणा, एनआईडी असम और एनआईडी मध्य प्रदेश पिछले कुछ वर्षों में अस्तित्व में आए हैं। इन पांचों एनआईडी को संसद के अधिनियम के आधार पर राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों के रूप में

RGNAU : स्नातक एवं स्नातकोत्तर के लिए आनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 29 जुलाई

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अमेठी - भारत के एकमात्र उड्डयन विश्वविद्यालय, राजीव गांधी राष्ट्रीय उड्डयन विश्वविद्यालय (आरजीएनएयू),अमेठी, उत्तर प्रदेश ने 2020 के नए सत्र में पाठ्यक्रमों के लिए नामांकन प्रक्रिया आरंभ कर देने की घोषणा की है। इन पाठ्यक्रमों में उड्डयन सेवाओं तथा एयर कार्गो में बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (बीएमएस) तथा हवाई अड्डा प्रचालनों में स्नातकोत्तर डिप्लोमा शामिल है। बीएमएस तथा स्नातकोत्तर डिप्लोमा कोर्स के लिए आनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 29 जुलाई 2020 है। इच्छुक छात्रों को प्रोग्राम में सूचीबद्ध होने के लिए विश्वविद्यालय  की  वेबसाइट  www.rgnau.ac.in पर मेल करना होगा। राजीव गांधी राष्ट्रीय उड्डयन विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति अम्बेर दूबे ने कहा, ‘ पूरे देश भर में हवाई अड्डों की संख्या बढ़ रही है और प्रत्येक नया हवाई अड्डा प्रचुर मात्रा में रोजगार अवसरों का सृजन करता है। उड्डयन क्षेत्र के विकास के साथ, हम प्रशिक्षित आकांक्षी छात्रों के लिए एक सुनहरे अवसर की उम्मीद करते हैं। आरजीएनएयू द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे रोजगार उन्मुखी पाठ्यक्रम छात्रों को उभरते अवसरों के लिए मुस्तैद रहने के लिए त

राजीव गांधी राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय में अल्पावधि पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू

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अमेठी  - राजीव गांधी राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय (आरजीएनएयू) भारत का पहला और एकमात्र विमानन विश्वविद्यालय है जिसकी स्थापना उत्तर प्रदेश के अमेठी में राजीव गांधी राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय अधिनियम, 2013 के तहत की गई। आरजीएनएयू का उद्देश्य विमानन उद्योग के सभी उप-क्षेत्रों के संचालन और प्रबंधन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए उद्योग के साथ संयोजन के रूप में विमानन अध्ययन, शिक्षण, प्रशिक्षण, अनुसंधान को सुविधा और बढ़ावा देना है। भारतीय विमानन उद्योग के भीतर कौशल की कमी को दूर करने के लिए विश्वविद्यालय वर्तमान में तीन पाठ्यक्रम- एक पूर्व स्नातक (अंडर ग्रेजुएट) पाठ्यक्रम, एक परा स्नातक कार्यक्रम, और एक अग्निशमन में मौलिक सर्टिफिकेट कोर्स चला रहा है। विश्वविद्यालय पहले से ही अपने व्यवसायों में लगे पेशेवरों के लिए मध्य स्तर और वरिष्ठ स्तर पर अद्यतन ज्ञान प्रदान करने के लिए कई ईडीपी/एमडीपी आयोजित करता है। विश्वविद्यालय के बारे में और अधिक जानकारी के लिए  www.rgnau.ac.in  पर संपर्क किया जा सकता है। भारत का एकमात्र विमानन विश्वविद्यालय राजीव गांधी राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय (आरजीएनए