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कान्हा तेरी प्रीत मेंं

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सुषमा भंडारी   कान्हा तेरी प्रीत मेंं  डूबी ऐसी कन्हाई तेरी प्रीत में  खूबी ऐसी बिसर गई खुद से  संवर गई खुद से ओ मेरे घनश्याम---- तू ही मेरा गहना भोले भाले हां तुझ  संग रहना  तू सम्भाले ओ मेरे घनश्याम ----- नैनों में तू ही है बिहारी हाँ देखे दुनिया देखे सारी  ओ मेरे घनश्याम ------ तुम स्ंग गाउँ प्रीत के गाने आई हूं तुझ से रीत निभाने ओ मेरे घनश्याम------ कोई न दूजा  तुमसा दीखे कह रहे नैना भीजे भीजे ओ मेरे घनश्याम --- मैं तुझमें तू मुझमें दीखे मोर पंख हैँ सौत सरीखे ====================   चाँद सा मुखडा देख के तेरा     शरमाउँ   घबराउँ     उज्ज्वल- उज्ज्वल है जग तुझसे    सब को मैं समझाऊँ 1) कभी त्रिपुरारी कभी तू बिहारी      और कभी सुन्दर- नारी      माटी के कण-कण में नीहित      गोवर्धन बनवारी     ऐसी बांकी छवि देख कर      वारी वारी जाउँ      शरमाउँ घबराउँ ------- 2) कभी बन जाउँ तेरी मुरलिया      कभी गैया कभी शक्ति      शेषनाग बनूँ कभी मैं डमरू      करूं मैं तेरी भक्ति      तेरी जटाओं में जीवन पा      पावन मैं कहलाउँ        गंगा नाम कहाऊँ        शरमाउँ घबराउँ  3) हे विश्वेस्वर हे नटेश्वर     

बीएसडीयू के 3 छात्रों ने हासिल की अमेरिकी स्टार्ट-अप इंटेलेक्टा आईएनसी में वर्चुअल इंटर्नशिप

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‘हमारा लक्ष्य छात्रों को ऐसा ज्ञान और कौशल प्रदान करना है जिसकी जरूरत इंटेलेक्टा आईएनसी को अपनी वर्तमान अमेरिकी परियोजनाओं के लिए है और उम्मीद है कि यह इंटर्नशिप अनुभव कॅरियर के महत्वपूर्ण अवसरों के साथ उम्मीदवारों की मदद करेगा।‘‘ जयुपर , कोविड-19 ने दुनियाभर में कारोबारी और आर्थिक परिदृश्य को बुरी तरह प्रभावित करने के साथ-साथ शैक्षिक जगत के बुनियादी ढांचे और कामकाज के तौर-तरीकों पर भी प्रतिकूल असर डाला है। बदले हुए माहौल में अब शैक्षिक जगत में उन क्षेत्रों की पहचान की जा रही है जिनमें शिक्षा के जरिए व्यवसाय और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो सके। वर्चुअल इंटर्नशिप भी ऐसी ही एक नई प्रक्रिया है, जिसे कई कंपनियों ने तलाशना शुरू कर दिया है । इसी सिलसिले में देश के एक मात्र कौशल विकास संगठन भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू), जयपुर ने अपने छात्रों को नए अवसर प्रदान करने के लिए वर्चुअल इंटर्नशिप को अपनाया है। भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट प्रो. अचिंत्य चैधरी कहते हैं, ‘‘बीएसडीयू में हमारी कोशिश यही है कि हम कौशल प्रशिक्षण की पेशकश करने में सबसे आगे और सर्वश्रेष्ठ

कानपुर, गोंडा, गोरखपुर समेत यूपी में अपहरणकर्ताओं के हौसले बुलंद

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कानपुर, गोंडा और यहां तक कि मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में अपहरण की घटनाएं बताती हैं कि अपराधी बेखौफ हैं और सरकार कानून का राज स्थपित करने में नाकाम है. गोंडा से आठ वर्षीय बालक नमो गुप्ता और गोरखपुर से 14 वर्षीय बलराम गुप्ता का दिन दहाड़े अपरहण के दुस्साहस ने बता दिया कि बहन-बेटियों के बाद सूबे में बच्चे तक सुरक्षित नहीं हैं. लखनऊ . उत्तर प्रदेश में कानपुर, गोंडा के बाद गोरखपुर में हुए अपहरण और हत्या पर बोला कि योगी जी से उनका गृहजिला नहीं संभल रहा, क्या वे प्रदेश संभाल पाएंगे. एक के बाद एक हुई अपहरण की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए मंच ने प्रदेश सरकार के अपराध पर ज़ीरो टॉलरेंस के दावे को निराधार और झूठा प्रचार बताया. योगी सरकार में पुलिस को बेगुनाहों पर जुल्म ढाने के लिए खुला छोड़ दिया गया है. दूसरी ओर वही पुलिस रसूखदारों और दबंगों की सेवा-टहल करने में लगी है. राजधानी के अलीगंज से भी लखीमपुर खीरी के सुजीत की गुमशुदगी की खबर सामने आ रही है. रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने कहा कि कानपुर के संजीत यादव को 22 जून को अपहरणकर्ताओं ने मात्र तीन किलोमीटर के फासले पर रखा था. पुलिस ने संजीत

सेफजॉब का वर्चुअल ग्रुप डिस्कशन कॉम्पिटिशन ‘द ग्रिड’ मौजूदा समय में स्किल बेहतर करने पर देगा जोर

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नयी दिल्ली : पैन इंडिया ग्रैंड फिनाले के फाइनल डिस्कशन के लिए ‘डिसेबिलिटी & इंक्लूशन’ विषय रखा गया था और इसमें जाने-माने डिसेबिलिटी राइट एक्टिविस्ट विरल मोदी भी शामिल हुए, जिन्होंने दिव्यांग लोगों के लिए रेलवे स्टेशन में ज्यादा सहूलियतें प्रदान करने के लिए कई प्रयास किए। इस अहम चर्चा की विजेता डीएवी कॉलेज की प्रियंका पाठक रहीं, जबकि पहले उप विजेता लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी की उर्वी कठुरिया और दूसरे उपविजेता आईएमएमआर कॉलेज के शिवम गोयल रहे। तीनों विजेताओं को उनकी परफॉर्मेंस के लिए क्रमश: 30 हजार रुपए, 20 हजार रुपए और 10 हजार रुपए का इनाम दिया गया। हालांकि इसमें सबसे बड़ी उपलब्धि इस दौरान मिली लर्निंग, अनुभव और इंटरव्यू व इंटर्नशिप का मौका है, जो सेफजॉब की टीम की मेंटरशिप के माध्यम से मिलेगा।  जॉब के लिए तैयार करने और प्लेसमेंट करवाने वाला देश का सबसे प्रीमियम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म सेफजॉब अब भारत का पहला वर्चुअल ग्रुप डिस्कशन चैंपियनशिप – द ग्रेट इंडियन डिस्कशन या द ग्रिड आयोजित करने जा रहा है। दिल्ली यूनिवर्सिटी, गलगोटियाज यूनिवर्सिटी, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, आईटीएम यूनिवर्सिटी आदि

1 लाख ऑटो रिक्शा में सुरक्षा पार्टिशन इंस्टॉल करेगा ऊबर

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सुरक्षा किट्स में फेस मास्क, हैंड सैनिटाईज़र्स एवं वैहिकल डिसइन्फैक्टेंट्स 20 शहरों में 1 लाख ऑटो रिक्शा ड्राईवर्स को दिए जा रहे हैं। इन शहरों में नई दिल्ली, गुड़गांव, मुंबई, पुणे, चेन्नई, हैदराबाद, बैंगलोर, मैसूर, मदुरई आदि शामिल हैं। इसके अलावा ऊबर अपनी टेक्नॉलॉजी का उपयोग कर ड्राईवर्स को ऊबर ऐप द्वारा अनिवार्य स्पेशियलाईज़्ड ट्रेनिंग मॉड्यूल्स भी उपलब्ध करा रहा है, जिनमें पीपीई के सही उपयोग एवं उनके वाहन के लिए सैनिटाईज़ेशन प्रोटोकॉल के बारे में बताया जाएगा। नई दिल्ली , ऊबर एवं बजाज ने घोषणा की कि वो देश में 1 लाख ऑटो रिक्शा में ड्राईवर की सीट के पीछे सुरक्षा पार्टिशन इंस्टॉल करने के लिए ऑटो ड्राईवर्स के साथ साझेदारी कर रहे हैं। यह सुरक्षा पार्टिशन ड्राईवर्स एवं राईडर्स के बीच संपर्क को बाधित कर सुरक्षात्मक बैरियर का काम करेगा तथा सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने में मदद करेगा, जिससे ‘न्यू नॉर्मल’ में यात्रा ज्यादा सुरक्षित हो सकेगी। साझेदारी का विवरण देते हुए नंदिनी महेश्वरी, डायरेक्टर, बिज़नेस डेवलपमेंट, ऊबर एपीएसी ने कहा, ‘‘ऊबर सेवाएं बहाल कर रहा है। हम दौड़ में सबसे आगे रहते हुए अपने ल

पैन-आईआईटी का ग्लोबल ई-कॉन्क्लेव का राज्यों के री-इमेजिन करने पर फोकस

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राज्य या देश को लंबे समय तक लॉकडाउन नहीं रख सकते क्योंकि यह आर्थिक स्वास्थ्य को काफी प्रभावित कर रहा है। लॉकडाउन के दौरान कृषि उद्योग को सक्रिय रखने और किसानों व औद्योगिक श्रमिकों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने पर फोकस किया। नई दिल्ली : पूरा देश महामारी के प्रभाव से उबरने के लिए प्रयासरत है और इस बीच तीन सप्ताह के पैन-आईआईटी ग्लोबल ई-कॉन्क्लेव का अंतिम चरण महत्वपूर्ण समाधानों और रणनीतियों के साथ संपन्न हुआ। देश इस अभूतपूर्व समय में कई चुनौतियों से जूझ रहा है और उनसे आगे निकलने की कोशिश कर रहा है, ग्लोबल आईआईटी एल्युमनी कम्युनिटी ने वर्तमान संकट का हल करने के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था के हितधारकों के साथ यह प्रयास किया। कॉन्क्लेव के तीसरे चरण में राज्यों और उद्योग की रीबिल्डिंग के साथ-साथ एग्रीकल्चर, फूड सिक्योरिटी, एमएसएमई और लाइवलीहूड्स पर ग्लोबल आईआईटी एल्युमनी और भारतीय नीति निर्माताओं, इंडस्ट्री के दिग्गजों और थर्ड सेक्टर लीडर्स के बीच गंभीर विचार-विमर्श हुआ।  ‘री-बिल्डिंग स्टेट्स’ विषय पर पहले सत्र में लोकसभा सांसद जयंत सिन्हा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चर्

तीन गोलगप्पों के बाद एक पुचका फ्री में खिलाता है

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डॉ स्वाति शर्मा मन तो मेरा भी करता है, कोई saree challenge अपनाऊ मैं, लगा के नित नयी नयी फ़ोटो स्टेटस पर इतराऊ मैं।                                                                                               कभी lovely couple और                                                                                                                           कभी without makeup की फ़ोटो सबको दिखलाऊँ मैं,                                                                                  कभी कभी ऐसे ही खुद को खूब सजाऊँ मैं। पर जैसे ही स्टेटस लगाने फ़ोन को मैं उठाती हूँ,                                                                                                  कितने ही अनजान चेहरों को नज़रो के सामने पाती हूँ। नज़रों के सामने आता है, उस गोलगप्पे वाले का चेहरा, जो तीन गोलगप्पों के बाद एक पुचका फ्री में खिलाता है, इस lockdown में उसे कुछ खाने को मिलता है, या भूखा ही सो जाता है। दूसरा चेहरा उस धोबिन का,  जो चालाकी से मुझसे हमेशा ज्यादा पैसे ले जाती थी, और मैं दो चार रुपयों के लिए झिक झिक करती रहती थी।