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नुन्हारिया मेहरा समाज ने किया समाज, शिक्षा, साहित्य, चिकित्सा क्षेत्रो में नाम रोशन करने वालो का सम्मान

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० संवाददाता द्वारा ०  छिन्दवाड़ा - नुन्हारिया महरा समाज छिन्दवाड़ा का वार्षिक मिलन समारोह, सम्मान समारोह एवं युवक युवती परिचय सम्मलेन षष्ठी माता मंदिर भवन में कोरोना प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए संपन्न किया गया l कार्यक्रम अध्यक्ष किशनलाल नागलकर , मुख्य अतिथि सिरपत सरनकर ने दीप प्रज्वलित किया एवं राष्ट्रगान कर कार्यक्रम का श्रीगणेश किया l कार्यक्रम में जिला के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दी l नुन्हारिया मेहरा समाज आयोजक टीम से सभी ने उपस्थित सदस्यों का स्वागत एवं सत्कार किया l कार्यक्रम में महिला एवं मातृशक्ति की गरिमामयी उपस्थित एवं सहभागिता ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई l कोरोनाकाल के कारण सभी सामूहिक कार्यक्रम एवं गतिविधियाँ की गति धीमी हो गई है l पिछले 2 वषों में ऐसे आयोजन नहीं हो पा रहे हैl नुन्हारिया मेहरा समाज छिन्दवाड़ा ने कोरोना प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए सामाजिक परिचय एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया l कार्यक्रम में आये सामाजिक लोगो का आपसी परिचय के साथ एकजुटता की पहल की गई l समाज के सक्रीय कार्यकर्ता कोमल भावरकर द्वारा बताया गया कि नुन्हारिया समाज का सामाजिक क्षेत्

बाल कवि खोज प्रतियोगिता 2020 शब्दाक्षर द्वारा

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० संवाददाता द्वारा ०  नयी दिल्ली - बाल कवि खोज प्रतियोगिता, शब्दाक्षर द्वारा जूम एप के माध्यम द्वारा एक अनूठे डिजिटल कार्यक्रम का आयोजन हु । यह कार्यक्रम दो सत्रों में बहुत ही खूबसूरती से चला । सन्स्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप  व दिल्ली इकाई की अध्यक्षा सन्तोष कुमारी 'संप्रीती'  ने बहुत ही मनोयोग व उत्साह से इस कार्य को किया। इसकी शुरुआत काफी पहले से शुरु हो गई थी।  अत्याधिक मात्रा में बच्चों का डिजिटल माध्यम से प्रवेश हुआ।इसमें अपने-अपने घरों से ही मोबाइल एवम कम्प्यूटर के माध्यम से कविताएं सुनाकर, सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया गया । इस प्रतियोगिता की विशेषता ये रही कि इसमें अध्यक्ष, मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि तथा संचालन आदि का दायित्व बहुत ही निपुणता व खूबसूरती से बखूबी निभाया गया। बच्चों के काव्यपाठ पर अपनी विशेष टिप्पणी करने तथा उन्हें आशीर्वाद प्रदान करने हेतु दिल्ली से वरिष्ठ व अन्तराष्ट्रीय  साहित्यकार ,कवयित्री कीर्ति काले  ने बच्चों को अपना स्नेह दिया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि भी कीर्ति काले थी उन्होने बच्चों को सम्बोधित किया ।संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प

कूटनीति में कोई देश किसी का स्थायी मित्र या शत्रु नहीं होता

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0 आर.के. सिन्हा 0   जब    भारत की चीन और पाकिस्तान से    लगने वाली    सीमा    पर तनाव कई महीनों से बरकरार चला आ है. तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दिवाली पर देश की सीमाओं की रखवाली करने वाले जवानों के साथ रहना अत्त्यॅंत ही महत्वपूर्ण है। वे तो पिछले कई वर्षों से दीपोत्सव देश के जवानों के साथ ही मनाते रहे हैं। उन्होंने कहा की उनकी दिवाली तभी पूर्ण होती है जब वह जवानों के साथ होते हैं ,  चाहे   वह बर्फ से ढके पहाड़ हों या रेगिस्तान। इस बार प्रधानमंत्री ने साफ संकेतों में चीन और पाकिस्तान को सॅंयुक्त रूप से यह बता दिया है कि   “ आज का भारत समझ और पारस्परिक अस्तित्व में विश्वास तो जरूर रखता है लेकिन अगर हमारे धैर्य की परीक्षा ली जाएगी तो हम उसी भाषा में हम भी बराबरी से जवाब देंगे।” कहना न होगा कि उनका संदेश बीजिंग से लेकर    इस्लामाबाद तक तो चला ही गया होगा। चीन-पाकिस्तान को ललकारने का मतलब भारत अपने इन चिऱ शत्रुओं    से सरहद पर प्रति दिन ही लोहा ले रहा है। लेकिन ,  भारत को तो अपने इन दुष्ट पड़ोसी मुल्कों की नापाक हरकतों का मुकाबला करने के लिए हर वक्त चौकस और तैयार तो रहना ही होगा। ये द

भारतीय राजनीति में इंदिरा गांधी का अमूल्य योगदान

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लाल बिहारी लाल आयरन लेडी इंदिरा गांधी का जन्म देश के एक आर्थिक एंव बैध्दिक रुप से सभ्रांत परिवार में पं. जवाहर लाल नेहरु के घऱ में 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद के आनंद भवन में हुआ था। इनके माता का नाम कमला नेहरु तथा दादा का नाम पं. मोती लाल नेहरु था। इनके दादा एंव पिता दोनों वकालत करते थे।बचपन में इनके माता पिता का लार-दुलार ज्यादा नहीं मिला क्योंकि पिता भारतीय राजनीति में ब्यस्त थे वही माता अस्वस्थ्य रहती थी। इन्हें दादा से ज्यादा लार-दुलार मिला क्योंकि यह घर की इकलौती संतान थी। इनके दादा इन्हें लक्ष्मी एवं दूर्गा के प्रतीक मानते थे। इंदिरा की प्ररंभिक शिक्षा आनंद निवास पर ही हुई ।इन्होनें सिर्फ अंग्रैजी में दक्षता हासिल की और अन्य विषयों पर ध्यान कम दिया। फिर शांति निकेतन उसके बाद उच्च शिक्षा हेतु इंगलैंड गई वैडमिंटन स्कूल तथा आक्सपोर्ड  विश्वविद्याल  में अध्यन किया  फिर ये भारत आ गई । उन्हें विश्व भर के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया था। प्रभावशाली शैक्षिक पृष्ठभूमि के कारण उन्हें कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा विशेष योग्यता प्रमाण दिया गया। श्

जी-फेयर कोरिया एक्सपो 2020 का आयोजन 5 और 6 नवंबर को

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वर्चुअल कोरिया सोर्सिंग फेयर 2020 (G-Fair) शुरू करने के लिए कोरियाई मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री ने ट्रेडइंडिया से हाथ मिलाया ट्रेडइंडिया के डिजिटल टेक्नोलॉजी-प्लेटफॉर्म पर जी-फेयर 2020 भारतीय एसएमई और एमएसएमईए को अपने कोरियाई समकक्षों से जुड़ने में मदद करेगा। नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय समन्वय और व्यापार सहयोग का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत के प्रमुख बी2बी ऑनलाइन मार्केटप्लेस में से एक ट्रेडइंडिया ने कोरियाई जी-फेयर 2020 के आयोजकों से हाथ मिलाया है। इस इवेंट का आयोजन दक्षिण कोरिया की ग्याओंगी-डू की प्रांतीय सरकार और ग्याओंगी बिजनेस एंड साइंस एक्सीलरेटर मिलकर कर रहे हैं। जी-फेयर- कोरिया सोर्सिंग फेयर के अब तब 11 संस्करण हो चुके हैं और यह 12वां संस्करण होगा। यह सबसे बड़ा एसएमओ एक्सपो है और दक्षिण कोरिया के ग्याओंगी प्रांत से निकले इनोवेशन और टेक्नोलॉजी को प्रस्तुत करता है। ट्रेडइंडिया अपने प्रमुख डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भारतीय स्मॉल-बिजनेस सेक्टर को लाभ पहुंचाने के लिए इस बहुप्रतीक्षित बिजनेस मेले के वर्चुअल ट्रांसमिशन की सुविधा प्रदान करेगा। यह न केवल भारतीय एसएमई और एमएसएमई को कोरियाई समक

डॉ.रमेश कुमार रावत प्रिसिंपल,पारूल इंन्सटीट्यूट ऑफ आर्ट्स एवं डीन फेकल्टी ऑफ आर्ट्स के पद पर नियुक्त

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जयपुर जिले की चौमूं तहसील अशोक विहार निवासी प्रो. डॉ.रमेश कुमार रावत को हाल ही में वड़ोदरा, गुजरात में संचालित पारूल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर, जर्नलिज्म एंड मॉस कम्यूनिकेशन, प्रिसिंपल, पारूल इंन्सटीट्यूट ऑफ आर्ट्स एवं डीन फेकल्टी ऑफ आर्ट्स के पद पर नियुक्त  किया गया है।  राजस्थान प्रदेश के जयपुर जिले की चौमूॅं तहसील में जन्में डॉ. रमेश कुमार रावत ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चौमूं से दसवीं एवं 12वीं उत्तीर्ण की। आर.एल. सहरिया पी.जी. कॉलेज कालाडेरा से बीएससी, राजस्थान विश्वविद्यालय से बीजेएमसी, एलएलबी, डीएलएल एवं पीएचडी, सागर विश्वविद्यालय, एमपी से एमसीजे की उपाधियां तथा कम्यूटर साइंस में विभिन्न डिप्लोमा आदि के सहित अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अन्तर्गत ज्ञान अर्जित करने के पश्चात्  एवं  किए है। डॉ. रावत ने ओ एंड एम एडवरटाइजिंग ऐजेंसी, इंडिया बूल्स, आनंद राठी, बोनान्जा, इंडियामार्ट एवं ईटीएंडटी कार्पोरेशन लिमिटेड, दिल्ली एपटेक लिमिटेड, सोमानी टाइल्स मुबंई, एक्वाप्रुफ मुम्बई अनेक शिण संस्थानों में मॉस कम्यूनिकेशन विभाग की स्थापना करते हुये बतौर विभागाध्यक्ष एवं पीआरओ सेवाएं दी है

असम राज्य द्वारा संचालित मदरसों और संस्कृत टोलों को बंद करने का विरोध

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नयी दिल्ली - यहाँ अंतर मंतर पर अल्पसंख्यक समुदायों का शिक्षा का अधिकार छीनने के विरोध में मुस्लिम छात्र संघ (MSUA)। यूनियन ने एक विरोध प्रदर्शन किया । संघ के अध्यक्ष जलालउद्दीन ने कहा कि वे जल्द ही गुवाहाटी उच्च न्यायालय में इस मुद्दे पर जनहित याचिका प्रस्तुत करेंगे। राज्य सरकार द्वारा संचालित मदरसों और संस्कृत टोल को बंद करने का निर्णय लिया है। असम सरकार ने मदरसों को बंद करने के उद्देश्य से सामान्य माध्यमिक शिक्षा के तहत स्कूलों में मदरसों के संविदा शिक्षकों की 148 संख्या को स्थानांतरित करने का आदेश जारी किया है।  जलालउद्दीन ने मीडिया को संबोधित करते हुए असम के मुस्लिम छात्र संघ के अध्यक्ष होने के नाते राज्य सरकार को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि सरकार का यह काम अल्पसंख्यक समुदाय की शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन करता है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार का इरादा असम में रह रहे मुस्लिम आबादी को रोहिंग्या के रूप में रखना है और यह उनके फैसले में परिलक्षित होता है।  इस महीने की शुरुआत में, असम के शिक्षा मंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा था कि सभी राजकीय मदरसों के शिक्षकों को नियमित स्कूलों में