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"आज़ाद भारत की बात - आकाशवाणी के साथ"

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० संवाददाता द्वारा ०  नयी दिल्ली -ये आकाशवाणी है अब आप ..... से समाचार सुनिए स्वतंत्रता के समय से ही पिछले 75 वर्ष के दौरान भारत का सबसे बड़ा लोक सेवा प्रसारक आज देश की एक अरब तीस करोड़ जनसंख्या के लिए लोक प्रसारण कर रहा है। आकाशवाणी अनूठी पहल के साथ स्वतंत्रता के 75 वर्ष का उत्सव मना रहा है। इसका शीर्षक है "आज़ाद भारत की बात आकाशवाणी के साथ"  यह 15 अगस्त, 2022 से आरंभ हो रहा है। डेढ़ मिनट की यह कड़ी 100.1 एफ एम गोल्ड चैनल, मुख्य समाचार बुलेटिनों और सोशल मीडिया सहित सभी मंचों से प्रसारित की जाएगी। इसमें आकाशवाणी से जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में स्वतंत्र भारत की उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी। स्वतंत्रता के समय राष्ट्र के उदय से लेकर आधुनिक भारत के महाशक्ति के रूप में उभरने तक ऐतिहासिक यात्रा का प्रसारण आकाशवाणी से किया जाएगा। इनमें महात्मा गांधी, होमी जहांगीर भाभा, सर सी वी रमन, डॉक्टर कुरियन वर्गीज, डॉक्टर एम एस स्वामीनाथन, पंडित भीम सैन जोशी, मेलविन डी मेलो और जसदेव सिंह जैसी हस्तियों की आवाज़ शामिल हैं। प्रतिदिन एक विशेष कहानी प्रसारित की जाएगी और इंस्टाग्राम, ट्विटर, फेस

भारत की पहली सेलाइन वाटर लालटेन का शुभारम्भ

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०  संवाददाता द्वारा ०  नई दिल्ली -इस प्रौद्योगिकी को दूरदराज के क्षेत्रों में भी उपयोग किया जा सकता है, जहां समुद्र का पानी उपलब्ध नहीं है क्योंकि किसी भी खारे पानी या सामान्य नमक के साथ मिश्रित पानी को लालटेन को रोशन करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह न सिर्फ किफायती है, बल्कि इसे संचालित करना भी खासा आसान है।  केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारत की पहली सेलाइन वाटर लालटेन का शुभारम्भ किया, जो एलईडी लैंप को रोशन करने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए इलेक्ट्रोड्स के बीच इलेक्ट्रोलाइट के रूप में समुद्र के पानी का उपयोग करता है।  डॉ. जितेंद्र सिंह ने तटीय अनुसंधान के लिए राष्ट्रीय समुद्र प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईओटी), चेन्नई द्वारा संचालित और उपयोग किए जाने वाले एक तटीय अनुसंधान पोत सागर अन्वेषिका के भ्रमण के दौरान अपनी तरह की पहली“रोशनी” नाम के लानटेन का अनावरण किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सेलाइन वाटर लालटेन से गरीब और वंचित लोगों

मीडिया सेंटर के रूप में ग्वालियर की पत्रकारिता को नया प्लेटफार्म मिला

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० संवाददाता द्वारा ० ग्वालियर - केन्द्रीय उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि आईकॉम इंटरनेशनल सेंटर ऑफ मीडिया एक्सीलेंस के रूप में ग्वालियर को एक ऐसा प्लेटफार्म मिला है जिससे ग्वालियर देश ही नहीं समूचे विश्व से जुड़ गया है। सिंधिया ग्वालियर में सांध्य समाचार कार्यालय परिसर में मीडिया सेंटर के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर की पत्रकारिता के क्षेत्र में यह मीडिया सेंटर बड़ी सौगात है। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से देश-विदेश के शहरों से जुड़कर परिचर्चाएँ व संगोष्ठियाँ की जा सकेंगीं। साथ ही पत्रकारिता संबंधी विषयों पर भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विमर्श हो सकेगा। कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर व बीज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, आईकाम इंटरनेशनल सेंटर ऑफ मीडिया एक्सीलेंस के संस्थापक और वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर केशव पांडे और नागरिक उपस्थित थे।

राजस्थान और राजस्थानी सिनेमा को आगे बढ़ाने के लिए जिफ ने उठाया कदम

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  ० संवाददाता द्वारा ०  जयपुर। सिनेप्रेमियों के लिए यह जानना किसी खुशख़बरी से कम नहीं होगा कि जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल - जिफ की ओर से फोरम होस्ट किया जा रहा है। गौरतलब है कि यह फोरम राजस्थानी भाषा में फिल्म निर्माण प्रोत्साहन एवं अऩुदान नीति 2022 के लिए होगा। इस समय राजस्थान फिल्म पर्यटन प्रमोशन पॉलिसी – 2022 पर भी चर्चा की जाएगी. फिल्म निर्माण प्रोत्साहन एवं अऩुदान नीति और राजस्थान फिल्म पर्यटन प्रमोशन पॉलिसी को लेकर देश विदेश के फिल्मकारों को भी बड़े स्तर पर इस बारे में अवगत कराया जाएगा. राजस्थान और राजस्थानी सिनेमा को आगे बढ़ाने के लिए जिफ ने ये कदम उठाया है. जिफ के फाउंडर हनु रोज का कहना है की राजस्थानी सिनेमा के निर्माण और प्रदर्शन को लेकर एक सकारत्मक माहौल बनाया जाना जरूरी है. साथ ही ज्यादा से ज्यादा फिल्मों की शूटिंग फिल्म निर्माण प्रोत्साहन एवं अऩुदान नीति और राजस्थान फिल्म पर्यटन प्रमोशन पॉलिसी के तहत राजस्थान में हो जिससे फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को रोजगार मिले, राजस्थान के कलाकारों को रोजगार और पहचान मिले और राजस्थान के पर्यटन, कला संस्कृति प्रचार प्रसार हो विश्व स्

21 कृषि पत्रकारों को मिलेगा सनराइज एग्रो जर्नलिज्म सम्मान

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० अशोक चतुर्वेदी  ०  जयपुर - देश के 21 कृषि पत्रकारों का सनराइज एग्रो जर्नलिज्म सम्मान के लिए चयन किया गया है। इस सम्मान के लिए देशभर के 156 पत्रकारों के नामों पर विचार किया गया, जिनमें से पांच सदस्यीय सम्मान समारोह समिति ने 21 पत्रकारों नाम घोषित किए हैं। इनमें से वरिष्ठ कृषि पत्रकार डॉ. महेंद्र मधुप को पत्रकारिता में लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा 20 अन्य कृषि पत्रकारों को सनराइज एग्रो जर्नलिज्म सम्मान से नवाजा जाएगा। सम्मानित होने वालों में उतरप्रदेश, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र सहित अनके राज्यों के पत्रकार हैं।  समिति की अध्यक्ष संगीता गौड़ ने बताया कि चयनित पत्रकारों को भारतीय जैविक किसान उत्पादक संघ व आईआईएएएसडी के संयुक्त तत्वावधान में 20 व 21 अगस्त को जयपुर की श्रीपिंजरापोल गोशाला परिसर के सुरभि सदन में हो रही नेशनल फार्मर्स मीट में सम्मानित किया जाएगा। इस मीट में कृषि एवं पशुपालन मंत्री, राजस्थान सरकार लालचंद कटारिया, नेशनल मेडिसनल प्लांट्स बोर्ड के रीजनल डायरेक्टर, नॉर्दन रीजन-प्रथम डॉ. अरूणचंदन व बोर्ड के सदस्य डॉ. राजाराम त्रिपाठी, महाराणा प्रताप

लोकतंत्र के मंत्र की गूँजे है आवाज़

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०  सुषमा भंडारी ०  पाँडव, पृथ्वीराज ने किया यहाँ पर राज। विकसित विस्तृत की धरा मंदिर - मस्जिद - ताज़।। दिल्ली भारत देश में करती आई राज। लोकतंत्र के मंत्र की गूँजे है आवाज़ ।। भारत की सरकार में दिल्ली है सिरमौर। जन- जन में दिल्ली बसे सबको देती ठोर।। भगवां मेरे देश का है इतिहासिक रंग। चहुँदिश लहराते दिखे मुझको तीनों रंग।।

भारतभूमि में बसे ,अनगिन संत औ पीर

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०  सुषमा भंडारी ०  अमृतमहोत्सव मना, हर घर है खुशहाल देख तिरंगा झूमता, चमका माँ का भाल भारतभूमि में बसे ,अनगिन संत औ पीर वीर सपूतों की धरा , हर दिल की जागीर मिट्टी को वंदन करें, मिट्टी है अनमोल चंदन सम है ये तिलक, जाने ये भूगोल नव रत्नों से है भरी , भारत भू की रेत हरी हरी वसुन्धरा, सोने जैसे खेत ये मिट्टी है बोस की , भगत सिंह की आन। लहराये जब केसरी, कण कण में मुस्कान।। जाने कितने शहंशाह, इस मिट्टी में लीन। संत, पीर, फ़क़ीर सभी, नतमस्तक तल्लीन।।