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"कहानी तब बनती है जब वह अंतर्मन को विभिन्न भावों से भर सके और लंबे समय तक स्मृति में जीवित रहे-संतोष श्रीवास्तव

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० संवाददाता द्वारा ०  भोपाल -अंतर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच की मध्य प्रदेश इकाई द्वारा कहानी संवाद का ऑनलाइन गूगल गोष्ठी के माध्यम से आयोजन किया गया ।"कहानी तब बनती है जब वह अंतर्मन को विभिन्न भावों से भर सके और लंबे समय तक स्मृति में जीवित रहे-संतोष श्रीवास्तव"कहानी को कहानी की तरह लिखा जाना चाहिए।"- डॉ निरंजन श्रोत्रिय प्रत्येक माह आयोजित होने वाला यह आयोजन इस बार कहानी की कार्यशाला में उस समय परिवर्तित हो गया जब समीक्षकों ने कहानियों की सारगर्भित और विस्तृत समीक्षाएँ की।  मीनाधर पाठक की कहानी, "शापित" ने सभी श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। सभी की आँखें नम हो गईं। कहानी जितनी सुन्दर थी उतनी ही सटीक समीक्षा , महारानी लक्ष्मी बाई कन्या महाविद्यालय की उर्दू विभाग की अध्यक्ष डॉ बिलकीस जहाँ ने की। उन्होंने स्त्री विमर्श पर मज़बूती से अपनी बात रखी।  महिमा वर्मा श्रीवास्तव की कहानी , "शर्त" , ने भी श्रोताओं का दिल जीत लिया। यह कहानी माँ और उसकी ममता के ऊपर आधारित थी। इस कहानी की सारगर्भित समीक्षा करते हुए। श्रीमती पूनम साहू , राज भाषा अधिकारी, भेल भोपाल

खेल पुरस्कार 2022 के लिए आवेदन आमंत्रित

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० संवाददाता द्वारा ०  नयी दिल्ली - खेल पुरस्कार’ हर साल खेलों में उत्कृष्टता को सराहने और पुरस्कृत करने के लिए दिए जाते हैं। ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार’ चार साल की अवधि में किसी खिलाड़ी द्वारा खेल के क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है; ‘अर्जुन पुरस्कार’ चार वर्षों तक निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है; ‘द्रोणाचार्य पुरस्कार’ प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में पदक विजेताओं को तैयार करने के लिए कोचों को दिया जाता है, जबकि ‘ध्यानचंद पुरस्कार’ खेल के विकास में आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है। ‘राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार’ उन कॉरपोरेट संस्थाओं और व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने खेल के प्रचार-प्रसार और विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ‘मौलाना अब्दुल कलाम आजाद (माका) ट्रॉफी’ किसी विश्वविद्यालय को अंतर-विश्वविद्यालय टूर्नामेंटों में समग्र रूप से शीर्ष प्रदर्शन के लिए दी जाती है। भारत सरकार का युवा मामले और खेल मंत्रालय प्रत्येक वर्ष ‘खेल पुरस्कारों’ के लिए आवेदन आमंत्रित करता है। वर्ष 2022 के लिए इन खेल पुरस्कारों

ठुमरी गायन व कथक प्रस्तुति से सजी महफिल - भानु कुमार राव व शांभवी श्रिया ने बांधा समां

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० अशोक चतुर्वेदी ०  जयपुर , जवाहर कला केंद्र के रंगायन सभागार में सुर, लय और ताल का संगम दिखायी दिया। मौका था जेकेके की ओर से आयोजित ठुमरी गायन व कथक नृत्य प्रस्तुति का। भानु कुमार राव व शांभवी श्रिया की उम्दा प्रस्तुति ने लोगों का दिल जीत लिया। जयपुर घराने का प्रतिनिधित्व करने वाले भानु कुमार राव ने श्रृंगार रस से लबरेज ठुमरी पेश कर समां बांधा। राग देश में ‘मोरा सईंया बुलावे आधी रात नदिया धीरे बहो’ गाकर उन्होंने प्रस्तुति की शुरुआत की। राग मिश्र खमाज में पेश ‘सावन की रुत आई रे सजनवा, प्रीतम घर ना ही आए रे’ के जरिए विरह अग्नी में जल रही नायिका की भावनाओं को जाहिर किया गया। राग किरवानी में ‘जगत में झुठी देखी प्रीत’ गाकर भानु ने श्रोताओं को आध्यात्मिक शांति का अनुभव करवाया। तबले पर पं. रामस्वरूप राव, हारमोनियम पर पं. राजेंद्र प्रसाद बनर्जी व तानपुरे पर दिपाली शर्मा ने संगत की। जयपुर घराने की कथक नृत्यांगना शांभवी श्रिया ने आंगिक भाव, फुट वर्क का बेजोड़ प्रदर्शन कर सुधि दर्शकों को एकटक प्रस्तुति देखने को मजबूर कर दिया। थिरकते कदमों के साथ पंचेश्वर स्तुति कर उन्होंने प्रस्तुति की शुरुआत की

एनपीपी उत्तर पूर्व के बाहर भी चुनावी मैदान में उतरेगी, अन्य विधानसभा चुनावों में उम्मीदवार को टिकट देगी

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली - नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को सही मायने में एक राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए पार्टी के अध्यक्ष कोनराड के. संगमा ने शनिवार को नई दिल्ली में घोषणा की कि उनकी पार्टी ओडिशा और छत्तीसगढ़ के आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। मेघालय के मुख्यमंत्री ने कहा कि एनपीपी उत्तर पूर्व भारत की सीमा के भीतर नहीं रहेगी और कहा कि एनपीपी राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि एनपीपी मेघालय, नागालैंड, त्रिपुरा, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश राज्यों के आने वाले चुनावों पर ध्यान केंद्रित करेगी।  राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद संबोधित करते हुए मेघालय के मुख्यमंत्री और एनपीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कोनराड के. संगमा ने कहा कि “अपनी स्थापना के छह साल से भी कम समय में, एनपीपी को एक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला है, जबकि कई अन्य राजनीतिक दल अभी भी ये दर्जा प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह केवल गौरव और सम्मान की बात नहीं है बल्कि एक संकेत है कि इस क्षेत्र में पार्टी को व्यापक रूप से स्वीकार किया गया है और लोग चाहते हैं कि

प्रोफाइल को आकर्षक बनाकर Shine.com के व्‍यापक नेटवर्क की मदद से मुफ्त में जॉब ऑफर्स प्रदान करेगा

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली : भर्तियों पर रोक, कंपनियों से लोगों की छंटनी किए जाने की होड़ और धन की कमी, जैसे कई पहलुओं के कारण भारत का उद्यमशीलता पारितंत्र अभूतपूर्व स्थिति में फंस गया है। हालांकि, अभी भी कुछ कंपनियां है, जो चुपचाप शांतिपूर्ण ढंग से नियमित भर्तियां कर रही हैं। इस अस्थायी और निराशा से भरे दौर में, भारत के दूसरे सबसे बड़े जॉब पोर्टल Shine.com ने एक अनोखे कार्यक्रम स्टार्टअप विंटर इनीशिएटव की शुरुआत की है। #RebootwithShine नामक इस पहल से छंटनी के दौर से प्रभावित कर्मचारियों को एक सहयोगी फोरम मुहैया कराई जाएगी, जो इस मुश्किल दौर से गुजरने में उनकी मदद करेगी। हमने आउटप्लेसमेंट पार्टनर के रूप में कई फर्म्‍स के साथ इस प्रयास में समझौता किया है ताकि इससे छंटनी के बाद नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों को मजबूती से मदद की जा सके और उन्हें उनकी जॉब के अनुकूल नियोक्ताओं से जोड़ा जा सके। Shine.com के सीईओ श्री अखिल गुप्ता ने कहा, “#RebootwithShine इनीशिएटिव का उद्देश्य छंटनी से प्रभावित सभी कर्मचारियों को उनकी सहायता करने का प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना है, जिससे उन्हें इस मुसीबत के समय से

लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत कचरा प्रबंधन का उद्घाटन

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० संत कुमार गोस्वामी ०  बिहार - मशरक (सारण) मशरक प्रखंड अंतर्गत डुमर्सन पंचायत में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत बनाए गए कचरा प्रबंधन यूनिट के ठोस व गीला कचरा प्रबंधन परियोजना का उद्घाटन बनियापुर राजद विधायक केदारनाथ सिंह,बीडीओ मो आसिफ और डुमरसन मुखिया बच्चा लाल साह , प्रखंड प्रमुख रवि प्रकाश सिंह मंटू ने संयुक्त रूप से फीता काट कर उद्धाटन किया । वही नारियल फोड़कर अपशिष्ट ढोने वाली इ-रिक्शा व ठेला को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। केंद्र सरकार की योजना भारत स्वच्छता मिशन के तहत इस अभियान का मुख्य उद्देश्य डुमरसन पंचायत को स्वच्छ रखना है। प्रत्येक वार्ड में कचरा की उठाओ को लेकर एक ठेला दिया गया,जिसमें 8 डब्बा,चार सूखा और चार गीला के लिए। वहीं एक इ-रिक्सा जो कि सभी कचरे को समुचित जगह पर लाकर रखेगा। इस कार्य के लिए हर वार्ड में कचरा प्रबंधन के लिए स्वच्छ कर्मी की बहाली की गयी है। मौके पर प्रखंड प्रमुख रवि प्रकाश सिंह मंटू, मुखिया संघ अध्यक्ष व मदारपुर मुखिया प्रतिनिधि डॉ जितेन्द्र सिंह, कर्ण कुदरिया मुखिया प्रतिनिधि अशरफ अली समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। मौके पर मुखिया बच्चा लाल सा

‘पुकार’ नाटक का मंचन - रंगायन में गूंजी कुरीतियों से त्रस्त समाज की पुकार

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० अशोक चतुर्वेदी ०  जयपुरः   जवाहर कला केंद्र के रंगायान सभागार में शुक्रवार को ‘पुकार’ नाटक का मंचन हुआ। डाॅ. सौरभ भट्ट के निर्देशन में रंगकर्मियों ने कुरीतियों से त्रस्त समाज की व्यथा जाहिर की। पाक्षिक नाट्य योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। एक गलत फैसले से हुई मुश्किल ‘पुकार’ तपन भट्ट द्वारा लिखित कहानी पर आधारित है। गाॅंव का सरपंच नानका लोगों की भलाई के लिए के लिए तत्पर रहता है। नानका समाज के दबाव में एक गलत कदम उठाता है। उसकी पत्नी धानका के दिमाग पर इसका गलत असर पड़ता है। इलाज के लिए ओझा को बुलाया जाता है। कब सुनी जाएगी पेड़ की पुकार? ओझा सरपंच की नब्ज टटोलता है। इसके बाद नानका अपने फैसलों के बारे में बताता है। वह बाल विवाह व नाता रोकता है, विधवा विवाह करवाता है। इसी बीच वह ऑनर किलिंग के आरोपियों को बचा बैठता है। इसके बाद धानका खुलासा करती हैं कि यह बात सामने लाने के लिए ही वह पागल होने का नाटक कर रही होती हैं। कहानी पुकार है उस पेड़ की जिस पर जाति-वर्ग का भेद मिटाकर प्रेम करने वालों को इज्जत के नाम पर फंदा लगा दिया जाता है। इन्होंने निभाई भूमिका