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हिंदी के बदलते स्वरूप के साथ खुद को भी बदलने की तरफ जोर

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० संवाददाता द्वारा ०  नयी दिल्ली - भारती विद्यापीठ प्रबंधन एवं अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली ने "हिंदी दिवस-2022" को अपने परिसर में धूम धाम तरीके से मनाया । इस वर्ष का शीर्षक था - बिखरी भाषा की बिसरी निशानियाँ । इस अवसर पर श्रीमती निशि शर्मा 'जिज्ञासु' श्रीमती शकुंतला मित्तल और  अशोक कुमार मिश्र को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था । संस्थान की निदेशिका डॉ यामिनी अग्रवाल ने मुख्य अतिथियों के साथ दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की ।  प्राध्यापकों एवं बच्चों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । निशि शर्मा ने हिंदी के बदलते स्वरूप के साथ खुद को भी बदलने की तरफ जोर दिया । शंकुन्तला मित्तल ने बताया कि कहां हिंदी और आम जनमानस के बीच जो दूरी है उसे कैसे कम किया जा सकता है।वहीं अशोक के विचारों में हिंदी की किताबों को यदि सरल और आसान शब्दों में लिखा जाए तो उसकी पहुंच आज की तुलना में कहीं ज्यादा हो सकती है ।कार्यक्रम का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि इसे मात्र हिंदी दिवस की तरह मनाकर छोड़ना नही है अपितु आगामी वर्षों में अपनी मातृभाषा को विश्व स्तर तक ले कर

इंडियन फेडरेशन ऑफ जनरल इंश्योरेंस एजेंट एसोसिएशन का राजस्थान रीजन का वार्षिक अभिकर्ता सम्मेलन

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० आशा पटेल ०  जयपुर . इंडियन फेडरेशन ऑफ जनरल इंश्योरेंस एजेंट एसोसिएशन, राजस्थान रीजन का तृतीय वार्षिक अभिकर्ता सम्मेलन भगवान श्री परशुराम भवन, विद्याधर नगर, जयपुर में मणिपाल हॉस्पिटल, जयपुर के सहयोग से सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।IFGIAA संगठन के राजस्थान रीजन अध्यक्ष रवीन्द्र गौड़ ने बताया कि इसमें संपूर्ण राजस्थान के साधारण बीमा ,स्वास्थ्य बीमा और जीवन बीमा के लगभग 650 अभिकर्ता साथियों ने अपनी उपस्थिति प्रदान कर कार्यक्रम को सफल बनाया। संगठन के उपाध्यक्ष आलोक श्रीवास्तव एवं सचिव सुनील शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में बैंगलोर से संगठन के अ भा संस्थापक अध्यक्ष बसवराज, जी एस ओर जीआई कोंसिल एवं इरडा रिव्यू कमेटी सदस्य  के सी लोकेश , जयपुर से राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ , दिल्ली से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विकास भारद्वाज एवं जनरल सेक्रेटरी सुधीर गुप्ता, जोधपुर से राजस्थान रिजन वरिष्ठ उपाध्यक्ष सवाई सिंह भाटी उपस्थित हुए और साथ ही मणिपाल हॉस्पिटल के डायरेक्टर रंजन ठाकुर , यूनाइटेड इंडिया इंशोरेंस के जोधपुर सीआएम जी के बंसल , राम जीआईसी के जीएम मनीष दवे , जम्मू से लेफी अध्यक

दिव्यांग जनों के कल्याण हेतु मेगा हेल्थ कैम्प का आयोजन

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०  विनोद तकियावाला ०  नयी दिल्ली - प्रधान मंत्री के जन्म दिवस के अवसर दिव्यांग जनों के कल्याण के लिए मेगा हेल्थ कैम्प का आयोजन किया गया।नर सेवा ही नारायण सेवा है । प्रधान मंत्री का जन्म दिन मानवता सेवा कार्य के रूप मनाया जा रहा है।मोदी जी इसे विक्लांग नही दिव्यांग कहा जाता है। प्रधान मंत्री ने यह सम्मान दिया है।भारत विविधता का देश है। हम सभी शुभ लाभ अपने घर के दरवाजें पर लिखते है।शुभ का अर्थ सवों कल्याण होता है।हम केवल अपनी लाभ नही विना पैसा के सेवा करना ही भारतीय संस्कृति है। विगत दिनो जब कोरोना आया था।हमारी विदेशी नेता से वार्त्ता होती थी वे चिंता जताया जा रहा था।सारी दुनिया कहती हैं भारत का क्या होगा।लैकिन आज दुनिया कहती है,भारत ने सर्व श्रेष्ट व्यवस्था किया । विपरीत समय में सीमित संसाधन में ही समुचित व्यवस्था की।सरकार से दृष्टि से सारी व्यवस्था की सरकारी गैर संस्थान के निस्वार्थ सेवा है।  हमारी संस्कृति हमें मानवता की सेवा के लिए प्रेरित करता है। कोविड़ के दौर मे बल्ड बैक मे ब्लड का स्टॉक कम ही गई थी।प्रधान मंत्री के जन्मदिन के अवसर 5000 रक्त दान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। प्रत

प्रोफेसर राधा बल्लभ डोभाल का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन.

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० योगेश भट्ट ०  मुंबई -उत्तराखंडी समाज में चेतना भरने हेतु आपने मुंबई में कई संस्थाओं में सक्रिय भूमिका निभाई। आप उत्तरांचल विचार मंच, मुंबई के आजीवन संस्थापक अध्यक्ष भी रहे। उत्तरांचल विचार मंच ने आपके ही मार्गदर्शन से मुंबई में प्रथम उत्तराखंडी कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया था, जिसमें देशभर से १६ उत्तराखंडी कवियों ने भाग लिया था। मुंबई की सबसे पुरानी एवं प्रतिष्ठित संस्था गढ़वाल भ्रातृ मण्डल के आप आजीवन सदस्य भी रहे तथा मण्डल द्वारा प्रदत्त गढ़रत्न अवार्ड की समिति के प्रायः अध्यक्ष भी बने रहे । एक प्रखर वक्ता, कुशल मार्गदर्शक एवं आकर्षक व्यक्तित्व के कारण आप मुंबई में उत्तराखंड के प्रायः अधिकांश समारोहों के मुख्य अतिथि या मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किए जाते थे। आप सौम्य स्वभाव वाले एवं ज्ञान भंडार से परिपोषित व्यक्तित्व के धनी होने के कारण सभी के प्रति सम्मानित महानुभाव थे। लेकिन आज आपके अचानक चले जाने के कारण समाज में एक शून्यता का आभास-सा हो रहा है ।   मुंबई के शिक्षाविद् एवं समाजसेवी प्रोफेसर राधा बल्लभ डोभाल का १७-९-२२ की प्रातः जोगेश्वरी स्थित उनके निवास स्थान में दुखद निध

अन्तर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच ,दिल्ली इकाई द्वारा हिंदी आयोजन

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०  शकुंतला मित्तल ०  नयी दिल्ली - अन्तर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच,दिल्ली इकाई ने डाॅ मुक्ता,पूर्व निदेशिका,हरियाणा अकादमी की गरिमामयी अध्यक्षता में साहित्यिक अनुष्ठान कर के मनाया।सर्वप्रथम डाॅ शारदा मिश्रा ने दीप प्रज्वलित किया और उसके बाद सरोज गुप्ता ने अपनी सुमधुर सरस्वती वंदना से मंच को रससिक्त कर दिया।मंच की संस्थापिका और वरिष्ठ साहित्यकार संतोष श्रीवास्तव ने बीज वक्तव्य में हिंदी भाषा की स्थिति पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा हिंदी राजनैतिक और प्रादेशिक अड़चनों के कारण राष्ट्र भाषा के पद पर चाहें अब तक नहीं पहुँच सकी पर विश्व भाषा और लोक भाषा बन चुकी है वैश्विक स्तर पर हिंदी का स्तर सुदृढ़ और गौरवान्वित करता है। इसी के साथ उन्होंने यह भी सूचना दी कि साहित्य संस्कृति सेवा न्यास ,बदायूं द्वारा सेवा रत्न सम्मान की घोषणा की गई है। यह समाचार सुन कर सबमें हर्ष की लहर दौड़ गई और सबने करतल ध्वनि से इस समाचार का स्वागत किया। साहित्य की सभी विधाओं का आदर करते हुए इस आयोजन में नीलम दुग ने अपनी बहुत मार्मिक और भावपूर्ण कहानी 'चीख' को पढ़ कर सुनाया।सबने इस कहानी की मुक्त कंठ से प्र

हसरत जयपुरी के दिलकश तरानों पर झूमे श्रोता: उस्ताद पप्पी दीवाना और नाजिम हुसैन ने बांधा समां

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० अशोक चतुर्वेदी ०  मुख्य आकर्षण रहे 90 वर्षीय कलाकार उस्ताद पप्पी दीवाना ने सिर से हारमोनियम बजाकर हसरत जयपुरी को अनूठी श्रद्धांजलि दी। इस बीच कलाकार ने हाथों की बजाय सिर याने माथे के जरिए हारमोनियम पर ‘जाने कहां गए वो दिन’, और पंख होते तो उड़ आती रे, रसिया और जालिमा... ,गीतों को पेशकर श्रोताओं को आश्चर्यचकित कर दिया। कार्यक्रम में डॉ. प्रदीप शाह, सखावत हुसैन, खादिम हुसैन, सलामत हुसैन, लियाकत अली समेत कई कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। कलाकारों के साथ की-बोर्ड पर रहबर हुसैन, तबले पर मेहराज हुसैन, ऑक्टोपैड पर फरीद दीवाना और गिटार पर बिलाल हुसैन ने संगत की। इससे पूर्व जवाहर कला केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक अनुराधा गोगिया ने कलाकारों का सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन रहमान हरफनमौला का रहा। जयपुरः सिने जगत के मशहूर गीतकार हसरत जयपुरी की 23वीं पुण्यतिथि पर जवाहर कला केंद्र और स्वागत जयपुर की सहभागिता में आयोजित कार्यक्रम जश्न-ए-हसरत में प्रदेश के जाने माने कलाकारों ने अपनी गीतों भरी प्रस्तुतियों से ऐसा समां बांधा कि हरेक श्रोता हसरत जयपुरी की यादों में खो सा गया। जवाहर कला केंद्र के कृष्णायन

Rajasthan University राष्ट्र के गौरव में

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