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नोएडा क्रिकेट टूर्नामेंट महाकुंभ की टीम जर्सी की लांचिंग

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० योगेश भट्ट ०  नोएडा -  देवभूमि स्पोर्ट्स फाउंडेशन तथा सह-आयोजक माता पार्वती देवी चैरिटेबल ट्रस्ट एवं उत्तराखण्ड जन मोर्चा ओर समस्त संस्थाओं के सहयोग से गढ़वाल सदन, कड़कड़डुमा, पूर्वी दिल्ली के सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें क्रिकेट टूर्नामेंट में खेलने वाली 32 टीमों के कप्तान और उप-कप्तान सम्मिलित हुए।   टूर्नामेंट के अध्यक्ष महावीर सिंह राणा ने मंच संचालन करते हुए उपस्थित सभी प्रतिभावान खिलाड़ियों एवं कप्तानों को अनुशासन में रहकर खेल भावना से खेलने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उत्साहवर्धन किया। और साथ ही टूर्नामेंट से सम्बंधित समस्त जानकारी साझा करी। बैठक में उपस्थित समस्त अतिथियों के साथ मिलकर उपरोक्त क्रिकेट टूर्नामेंट की टीम-जर्सी लांच की गई। जिसका सभी उपस्थित मेहमानों ने हर्ष उल्लास से स्वागत किया। ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष सत्येंद्र रावत ने इस क्रिकेट महाकुंभ को सफल बनाने हेतु टूर्नामेंट से जुड़े सभी सहयोगियों का स्वागत एवं आभार प्रकट किया। बैठक में हरिपाल रावत, हरेंद्र डोलिया, दलबीर रावत, दरबान सिंह नेगी, दुष्यंत नायक, सुरेश चौबे, राजेन्द्र चौहान,  देवेन्द्र सिंह क

के चंद्रशेखर राव ने कलेश्वरम प्रोजेक्ट में किया बड़े स्तर का भ्रष्टाचार

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली : शर्मिला ने कहा कि उन्हें यह देखकर दुख हो रहा है कि इस मुद्दे पर दो राष्ट्रीय पार्टी पूरी तरह से असफल नजर आई है. जबकि इस मामले में वाईएसआर तेलंगाना पार्टी ने पहल करते हुए KCR के आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार को उजागर करने का कार्य किया है. वाईएस शर्मिला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की इस शिकायत के बाद इस मामले में कुछ कार्रवाई होगी  वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने दिल्ली में सीबीआई के अधिकारियों से मुलाकात की. इस दौरान शर्मिला ने के चंद्रशेखर राव सरकार की ओर से प्रारंभ की गई कलेश्वरम नहर परियोजना में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायत की. शर्मिला ने कहा कि इस योजना में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया है. जिसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए. शर्मिला ने इस संबंध में सीबीआई को एक ज्ञापन पत्र और उसके साथ कई अन्य दस्तावेज भी जमा कराए हैं. शर्मिला ने कहा कि यह राज्य का सबसे बड़ा घोटाला है. जिसमें मनचाहे तरीके से अपने चहेते लोगों को के चंद्रशेखर राव ने लाभ पहुंचाने का कार्य किया है. शर्मिला ने कहा कि यह प्रोजेक्ट बड़े स्तर पर

Bihar Chapra Eid-E-Milad un Nabi जुलुस में लोगों की भीड़

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2031 तक 10 मिलियन टन का एयर कार्गो लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली :  जब हम पिछले 2000 वर्षों में सबसे धनी शहरों को देखते हैं, तो वे बंदरगाहों पर स्थित शहर थे जहां माल की आवाजाही आसान थी और इसी तरह पिछले 3 दशकों में प्रमुख बढ़ते शहर बड़े हवाई अड्डे हैं क्योंकि यह वह जगह है जहां मजबूत व्यवसाय खड़ा हो सकता है। यह आपूर्ति श्रृंखला में सुधार करता है। हम 10 मिलियन टन कार्गो की योजना बना रहे हैं जो हांगकांग हवाई अड्डे से अधिक है, इसमें घरेलू में 1/3, आयात में 1/3 और निर्यात में 1/3 शामिल है।  एयर कार्गो किसी भी राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और एक राष्ट्र वास्तव में इस लाभ का लाभ उठा सकता है यदि वह एयर कार्गो के संबंध में अपना प्रयास करता है, केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल (डॉ) वी के सिंह ने कहा । फाउंडेशन फॉर एविएशन सस्टेनेबल टूरिज्म (FAST) द्वारा आयोजित एक सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में, उन्होंने कहा, “किस तरह हमने एयर कार्गो की तुलना में यात्री यातायात पर अधिक ध्यान केंद्रित किया है। मुझे लगता है कि एयर कार्गो इकोसिस्टम को और अधिक कुशल बनाने की जरूरत है, तभी हम 2031 तक एयर कार्गो सेवाओं

क्षत्रियों को एक मंच पर लाना हमारा मुख्य उद्देश्य

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली - क्षत्रियों का समाज व राष्ट्र निमार्ण के लिए गौरवशाली है। इतिहास इस बात का साक्षी है।भारत माता के रक्षा के लिए क्षत्रियों का तप त्याग व तपस्या का उद्घारण आज भी दिया जाता है चाहे वह महाराणा प्रताप हो, 'अमर सिंह राठौर या वीर कुवॅर सिह हों। राजपुत हमेशा ही अपने धर्म कर्म व कर्तव्य का पालन करते हैं। चाहे इसके लिए उन्हें अपनी जान तक क्यों न देनी पड़े। आज हमारा राज पाठ नही है फिर भी क्षत्रिय समाज हमेशा ही समाज व राष्ट्र की सेवा के हमेशा ही तत्पर रहता है।समाज के उपेक्षित सभी वर्गो की सेवा करना क्षत्रियों का कर्तव्य है। यह विचार राजकुमार सिंह भदौरिया अखिल भारतीय राजपुत महासंघ के दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष ने नजफगढ रोड, मनसा राम पार्क में दशहरा महोत्सव एवं शास्त्र व शस्त्र पूजन भव्य कार्यक्रम में कही। इस कार्यकम में अंतरराष्ट्रीय कथावाचक एवं भारत के इकलौते राष्ट्र मंदिर के संस्थापक अजय भाई द्वारा "राष्ट्र गाथा" का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में देश भर से क्षत्रिय समाज की महान व अति विशिष्ट हस्तियाँ शामिल हुई। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के पूर्व परिवहन मंत्र

समाज के सामने ऐसा चरित्र लाना चाहता हूं, जिसे समाज आदर्श माने।

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० योगेश भट्ट ०  कानपुर । नानाराव पार्क में वाल्मीकि समाज के लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि समाज के सामने ऐसा चरित्र लाना चाहता हूं, जिसे समाज आदर्श माने।अपने संबोधन के दौरान उन्होंने वक्ताओं के अपने बारे में विचार के संबंध में भी कहा किवक्ता कह रहे थे । मैं मिठाई हूं,लेकिन में मिठाई नहीं बताशा बने रहना ही ठीक समझता हूं। इस दौरान उन्होंने महर्षि वाल्मीकि का भी जिक्र किया और कहा कि रामायण व वाल्मीकि हिन्दू समाज के प्रणेता थे। वह अगर रामायण नहीं लिखते तो हमें कुछ पता ही नहीं होता। बड़ी संख्या में शामिल हुए बाल्मीकि समाज के लोगों को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने यह भी कहा कि मैं समाज के सामने ऐसा चरित्र लाना चाहता हूं, जिसे समाज आदर्श माने।उन्होंने भगवान राम की भी चर्चा की और कहा कि वाल्मीकि रामायण की रचना हुई। उत्तर दक्षिण पूर्व पश्चिम में श्रीराम सबके आदर्श बने। उनके नाम का जप किया जाता है हर घर प्रतिष्ठित होते हैं, जो वाल्मीकि जी की राम के साथ हनुमान व वाल्मीकि का भी स्मरण किया है। उन्होंने मनुष्य के गिरते स्तर प

आप में से कोई राम है क्या

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०  विनोद तकियावाला ०  दिल्ली व एन सी आर मे रामलीला का मंचन व जय श्री राम से पुरा वातावरण गुंजायमान था।वैश्विक महामारी कोरोना संकट के दो वर्षों के बाद दिल्ली वासी शाम होते ही अपने परिवार के सदस्यो के संग रामलीला का आनंद लेने घर से निकल पड़ते थे।मुझे भी कुछ रामलीलाओं को तीरक्षी नजर से देखने का सुअवसर मिला।इस दौरान मुझे रामायण के कई पात्रओ के बारे में बारिकी से जानने का अवसर मिला। इस क्रम में कई ऐसे क्षण आयें जिसने मुझे ना प्रभावित किया बल्कि कुछ सोचने को मजबूर कर दिया विशेष कर राम - रावण युद्ध का प्रसंग। आप को बता दें राम - रावण का युद्ध काफी ही शिक्षाप्रद व रोचक है।आज रामलीलाओं में मर चुका है रावण का शरीर,सुनसान है किले का परकोटा,चारो दिशाओं में उदासी पसरी है,किसी के घर में नही जल रहा दीया।विभीषण के घर छोड़ कर सागर के तट पर बैठ है विजय श्री राम।विभीषण को लंका का राज्य पाठ सौंपते हुए ताकि सुबह हो सके र्निविघ्न राज्याभिषेक,स्वयं राम लक्ष्मण से पुछते अपने सहयोगियों के कुशल क्षेम,चरणो में हनुमान बैठे। लक्ष्मण मन से क्षुब्द है।भ्राताश्री राम सीता माता को अशोक बाटिका मे क्यों नही लेने जाते है