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Drink & Drive नशे में सवा करोड़ की गाड़ी ठोक दी Delhi Car Accident { Qutub...

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कविता, कहानी, संवाद, गीत एवं नाटक की प्रस्तुति के साथ सम्पन्न हुआ लिटरेरिया 2022

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० संवाददाता द्वारा ०  कोलकाता - साहित्योत्सव लिटरेरिया 2022 के अंतिम दिन की शुरूआत चर्चित कथाकार किरण सिंह द्वारा अपनी कहानी ‘संझा' के पाठ द्वारा हुई। सत्र का संचालन स्मिता गोयल ने किया। इस दिन के संवाद सत्र का विषय था- ‘हाशिए पर खड़े लोग'। समाज के तमाम उपेक्षित वर्ग का मुख्य धारा द्वारा अवमानना और इस वर्ग का अपने अस्तित्व के लिए लागातार संघर्ष, लंबे समय से साहित्य का विषय रहा है। स्त्री विषयक चिंतक एव विचारक सुजाता विषय पर अपनी बात रखते हुए हाशिए के समाज की स्थिति का कारण इस समाज की विकल्पहीनता को बताती हैं। वे विभेदों के सम्मान पर जोर देती हैं । बजरंग बिहारी तिवारी ने कहा कि हिन्दी साहित्य की लम्बी परम्परा में आदिवासी सदैव उपस्थित रहा है लेकिन उनकी इंडिविजुअलटी को रेखांकित नहीं किया गया।  दलित विमर्श में एक महत्पूर्ण नाम प्रज्ञा दया पवार ने कहा कि परम्परा की दूसरी खोज हाशिए पर खड़े लोगों द्वारा ही होती है। दलित समाज में वे महात्मा ज्योतिबा फुले व अम्बेडकर की महत्वपूर्ण भूमिका को‌ रेखांकित करना नहीं भूलतीं ।‌ बनास जन के संपादक पल्लव लघु पत्रिका की भूमिका और उसकी वर्तमान स्थिति

प्रथम स्थान उत्तर रेलवे स्काउट ग्रुप, द्वितीय स्थान सुभाष ग्रुप तथा तृतीय स्थान कमला नेहरू ने प्राप्त किया

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० योगेश भट्ट ०   ‌बरेली : पूर्वोत्तर रेलवे भारत स्काउट्स एवं गाइड्स जिला संघ इज्जतनगर के तत्वावधान में स्काउट कुटीर के प्रागढ़ में 6वीं जिला रैली का शुभारम्भ किया गया। रैली का उद्घाटन विेवेक गुप्ता अपर मंडल रेल प्रबन्धक (इन्फ्रास्ट्रक्चर) मुख्य जिला आयुक्त इज्जतनगर द्वारा किया गया। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि  विेवेक गुप्ता ने जिला, स्काउट वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी सनत जैन एवं श्रीमती नीतू जिला आयुक्त,गाइड और वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी, इज्जतनगर की गरिमामई उपस्थिति में खुशहाली व शांति का प्रतीक सफेद कबूतर उड़ा कर किया। रैली उद्घाटन की कड़ी में मुख्य अतिथि ने स्काउट ध्वज फहराकर स्काउट/गाइड की सलामी ली। इस अवसर पर प्रतिभागी स्काउट्स एवं गाइड्स के द्वारा प्रस्तुत किये गये रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति ने उपस्थित जन समूह का मंत्र मुग्ध कर दिया। 6वीं जिला रैली का आयोजन रैली‌ प्रमुख विवेक गुप्ता, रैली निदेशक स्काउट , सनत जैन, रैली निदेशक, गाइड, श्रीमती नीतू के कुशल मार्ग दर्शन में यह रैली 25 नवम्बर की जायेगी। रैली के सफल आयोजन में विपिन सोलकी जिला सचिव, अनिल सेठ जिला संगठन आयूक

विल्डिंग में होने वाली दुर्घटनाओं को ऊषा केबल के माध्याम से कम किया जा सकता है - अमन गुप्ता

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली - भारत की आईएसआई और बीआईएस प्रमाणित कम्पनी ऊषा केबल इंडस्ट्रीज के ब्रॉंड ऊषा केबल ने शोलर वायर व्हाइट कॉपर केबल एवं टेफलॉन वायर और हैलोजन फ्री वायर को भारतीय बाजार में उतारा है। ऊषा केबल इंडस्ट्रीज के निदेशक अमन गुप्ता ने कहा कि हमने भारतीय मानक को ध्यान मे रखते हुए शोलर वायर व्हाइट कॉपर केबल एवं टेफलॉन वायर को भरतीय बाजार में उतारा है, टेफलॉन वायर केबल हीट रेजिस्टेन्ट होता है  इसके ऊपर की प्लास्टिक फायर प्रूफ होती है और यह किसी भी टेम्परेचर को बरदास्त कर सकती है, हैलोजन फ्री वायर किसी परिस्थिति में अगर बिल्डिंग में आग जाती है तो यह केबल आसानी से आग नही पकड़ती और धुंआ बहुत ही कम मात्रा में छोड़ता है जिसकी वजह से दम घुटने वाली समस्या में आसानी से इस केबल के माध्यम से निजात पाया जा सकता है। अमन गुप्ता ने कहा की हमारी इन केबल को इस्तेमाल करने के बाद विल्डिंग में होने वाली दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है।

आयुर्वेद में ऋतुचर्या का विधान पूरे वर्ष कैसे रहें स्वस्थ

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० योगेश भट्ट ०   आयुर्वेद का मुख्य प्रयोजन स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा करना तथा रोगी मनुष्य के रोग की चिकित्सा करना है। इस प्रयोजन की सम्पूर्ति हेतु आचार्यो ने दिनचर्या, रात्रिचर्या, ऋतुचर्या का विधान बताया है आयुर्वेद में काल को वर्षा, शरद, हेमन्त, शिशिर, बसन्त, ग्रीष्म इन छः ऋतुओं में बाँटा गया है। इन ऋतुओं में पृथक-पृथक् चर्या बतायी गयी है। यदि मानव इन सभी का ऋतुओं में बतायी गयी चर्याओ का नियमित व विधिपूर्वक पालन करता है, तो किसी प्रकार के रोग उत्पन्न होने की सम्भावना नहीं रहती है, अन्यथा अनेक मौसमी बिमारियों से ग्रसित हो जाता है। मौसम के बदलाव के साथ ही खान-पान में बदलाव जरूरी है, ये बदलाव करके मौसमी-रोगों से बचा जा सकता है। शिशिर ऋतुचर्या समय - माघ, फाल्गुन (जनवरी, फरवरी) सम्भावित राेेग - अधिक भूख लगना, होंठ, त्वचा तथा बिवाई फटने लगती है। सर्दी व रूखापन, लकवा, बुखार, खांसी, दमा आदि रोगों की सम्भावना बढ़ जाती है। पथ्य आहार-विहार (क्या सेवन करें ?विविध प्रकार के पाक एवं लड्डू, अदरक, लहसुन की चटनी, जमींकन्द, पोषक आहार आदि सेवन करें। दूध का सेवन विशेष रूप से करें। तैल मालिश,

भारतीय विरासत की सांस्कृतिक पहचान को पुन: आविष्कृत करने को कटिबद्ध

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० योगेश भट्ट ०  मुम्बई   -  'प्रत्यय' अर्थात समूचे भारत के लिए अटूट आत्मविश्वास के साथ सशक्त राष्ट्र के पुनर्निर्माण का समय अब आ गया है । देश के युवा वर्ग के सपनों का ही प्रतीक के रूप में आज अयोध्या का पुनर्निर्माण तथा उज्जैन कोरीडोर जैसा उपक्रम है । कुलपति प्रोफेसर वरखेडी ने यह भी कहा कि भारतवर्ष आरंभ से ही अनेकता में एकता का देश रहा है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि तथा सारस्वत अतिथि के रूप में महाराष्ट्र सरकार में राजयपाल भगत सिंह कोश्यारी तथा अध्यात्मिक गुरु स्वामी अभिषेक ब्रहचारी ने भी अपने महत्त्वपूर्ण विचार रखें । साथ ही साथ युुवा नेता और समाज सेवी रोहित कुमार सिंह भी अपने विचार रखे । संस्कृत विश्वविद्यालय तथा भारती विद्या भवन,मुम्बई के संयुक्त तत्वावधान में ' न्यू प्रोस्पेक्टस ऑफ इंडिक इन्टेलेक्चुअल हेरिटेज ' को लेकर इससे जुड़ी विकास यात्रा। सीएसयू , दिल्ली के कुलपति प्रोफेसर श्रीनिवास वरखेडी की अध्यक्षता में आरंभ मुम्बई से हुआ । कुलपति प्रोफेसर वरखेडी ने कहा केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय भारतीय विरासत की इस सांस्कृतिक पहचान को पुन: आविष्कृत करने को कटिबद्ध है ,ताकि

सुप्रीम कोर्ट ने 400 करोड़ रुपये की राशि SFIO के तहत रखने को कहा

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० नूरुद्दीन अंसारी ०  नई दिल्ली- पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बीच हीरा ग्रुप ऑफ कंपनीज के पक्ष में आए इस फैसले को ऐतिहासिक जीत माना जा रहा है, जिसने हीरा ग्रुप की संपत्तियों को सीईओ आलिमा डॉ. नोहिरा शेख को सौंप दिया। डॉ. नोहिरा शेख ने एजेंसियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर आप कंपनी की संपत्तियों और उनके खातों पर ताले और फ्रीजिंग बोर्ड लगा देंगे तो कोई कैसे पैसे दे पाएगा. इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने एजेंसियों को आदेश दिया और कहा कि अब से केवल एसएफआईओ जांच एजेंसी को ही हीरा ग्रुप मामले में हस्तक्षेप करने का अधिकार होगा  और सभी एजेंसियों को आदेश दिया कि हीरा ग्रुप में आपका हस्तक्षेप अनावश्यक है और दूसरे बड़े आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हीरा ग्रुप की सभी 87 महंगी संपत्तियों, जिन पर एजेंसी ईडी और अन्य ने अपने बोर्ड चिपकाए हैं, को हटा दिया जाए. अब हीरा ग्रुप के पास अपनी सभी संपत्तियों पर फ्रीहोल्ड अधिकार है। यहां से हीरा ग्रुप लोगों का पैसा चुकाने के लिए जो भी संपत्ति चाहे बेच सकता है।अब इसमें एजेंसियों का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा। ये विचार हीरा ग्रुप के एक निवेशक मुतीउर्रहमान अजीज