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हेमंत फाउंडेशन एवं अंतर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन।

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०  मुज़फ़्फ़र सिद्दीकी ०  भोपाल  - नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्निकल टीचर्स ट्रेंनिंग एंड रिसर्च, श्यामला हिल्स भोपाल  में हेमंत फाउंडेशन एवं अंतर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच द्वारा राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया।  अपने स्वागत वक्तव्य में संस्था की संस्थापक अध्यक्ष वरिष्ठ लेखिका संतोष श्रीवास्तव ने कहा"21 वर्षों से लगातार पुरस्कार को बनाए रखना टेढ़ी खीर है ।सबसे ज्यादा संकट तो आर्थिक रहा लेकिन हमारी दृढ़ इच्छाशक्ति हमसे हर साल यह कार्य करवा लेती है। वैसे भी जोखिम उठाना हमारी फितरत है। कहना चाहूंगी कि रक्खा है आंधियों ने ही हमको कशीदा सर हम वह चिराग हैं जिन्हें निस्बत हवा से है।" कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार  गिरीश पंकज  ने कहा कि," हमें भारत देश में भारतीयता को साथ लेकर आगे बढ़ना है।"मुख्य अतिथि डॉक्टर नुसरत मेहदी ने कहा कि, "साहित्यिक संस्थाओं को भाषा के क्षेत्र में शोधकेंद्र की तरह काम करना चाहिए।"माहौल तब बहुत अधिक भावुक हो गया जब मुंबई से पधारे मशहूर पत्रकार हरीश पाठक ने हेमंत के संस्मरणों को साझा किया।रामायण केंद्र के निदेशक राजेश श्रीवा

कैलीग्राफी हमे अनुशाशन मे रहने का सन्देश देती है : एहसन आबिद

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० इरफान राही ०  नयी दिल्ली - उत्तर पूर्वी जिले के मुस्तफाबाद इलाके मे राष्ट्रीय कैलीग्राफी का तीन दिवसीय वर्कशॉप व् कॉम्पिटिशन कौमी कौंसिल बराए फरोगे उर्दू जबान, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार व् सोफिया एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी ने मिलाकर किया। जिसमे उर्दू अकादमी के सेक्रेटरी एहसन आबिद मुख्य अतिथि व् शमा कौशर यजदानी असिस्टेंट डायरेक्टर कौमी कौंसिल बराए फरोगे उर्दू जबान विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहेमशहूर कैलिग्राफर मुख़्तार अहमद जिन्होंने कहा कि कैलीग्राफी एक ऐसा हुनर जिसको महसूस किया जाना चाहिए। यहाँ आकर करीब 250 बच्चों को ट्रेनिंग के दौरान उनके हुनर को जानने का मौका मिला और बच्चों ने बहुत ही कम समय मे बहुत खुश सीखा यह पहला मौका है जब पूरी दुनिया मे अलग अलग जगहों पर मैंने वर्कशॉप की है लकिन जितनी तादाद मे यहाँ बच्चों को ट्रेनिंग देने का मौका मिला वो कहीं नहीं मिले शमा कौशर ने अपनी ख़ुशी का इजहार करते हुए कहा कि कौमी कौंसिल लगातार देश मे ऐसे वर्कशॉप करने के लिए हमेशा तैयार है और सोफिया की इस पहल से कैलीग्राफी को नया आयाम मिलेगा और मुझे बेहद ख़ुशी है कि बंगलौर से मशहूर कैलिग्राफर मुख़्तार

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे होंगे ग्रीन सिनेमा अवार्ड 2023 के मुख्य अतिथि

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० आरिफ जमाल ०   मुंबई - ग्रीन सिनेमा अवार्ड के सफलतापूर्ण पांच साल पूरे हो गए हैं।  यह अवार्ड 13 फरवरी को एक अलग अंदाज में आयोजित किया जा रहा है।  ग्रीन सिनेमा अवार्ड के पांच वर्ष पूरे होने  के उपलक्ष्य में आयोजक विजय पांडेय द्वारा केक काट कर इस खास मौके को सेलिब्रेट भी किया गया, जिसमें निर्देशक लाल बाबू पंडित, संजय भूषण पटियाला, सोनू सुरीला, मुन्ना दुबे, शिवा देवनाथ, संतोष और प्रीत मौजूद रहे। इस खास आयोजन को अनवरत जारी रखने के लिए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि कलाकार जब सम्मानित होते हैं तो इनका हौसला बढ़ता है।   ऐसे में ग्रीन सिनेमा अवार्ड का आयोजन सिर्फ मनोरंजन मात्र के लिए नहीं, बल्कि हमारे कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए किया जाता है।  आयोजक विजय पांडेय ने बताया की इस बार अवार्ड शो में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुख्य अथिति होंगे वही सांसद सह अभिनेता मनोज तिवारी ,रवि किशन ,दिनेश लाल यादव निरहुआ जैसे दिग्गज लोग शामिल होंगे। पवन सिंह ,खेसारी लाल यादव ,रितेश पांडेय ,अरविन्द अकेला कल्लू ,गौरव झा ,प्रिंस सिंह राजपूत ,काजल राघवानी ,मोनालिसा ,रिंकू घोष ,अमरीश सिं

* 26 जनवरी को होगा सच्ची घटना पर बनी बॉलीवुड फिल्म 'बुरहान' की स्ट्रीमिंग*

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० संवाददाता द्वारा ०  मुंबई - फिल्म बुरहान एक एक्शन ड्रामा मूवी है, स्थानीय गुमराह कश्मीरी नौजवान मुसलमानों और सरहद पार के आतंकी आकाओं के बीच की कहानी को दर्शाता है। कश्मीर में आये दिन होने वाले आतंकी गतिविधियों और सरहद पार के आतंक पोषक अपराधों पर आधारित है। कश्मीर घाटी में सरहद पार के आतंकी आकाओं के बहकावे का शिकार और आतंक की एक भयानक साजिश की चपेट में कश्मीर के युवाओं के हाथों में पत्थर और हथियार उठाने वाले दुश्मन के एजेंटों का औजार बने एक युवक बुरहान वानी की कहानी, अलगाववादियों का नायक का घाटी के अमन का खलनायक बन जाने की कहानी और इस राज से पर्दा उठाने वाले फिल्म बेहद खास होने वाली है। बिग बॉस के घर में धूम मचा रही प्रियंका चाहर चौधरी की बॉलीवुड फिल्म 'बुरहान' की स्ट्रीमिंग इस बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को ओटीटी पर होगी। मास्क टीवी ओटीटी आज देश भर में दर्शकों के बीच अपने अनोखे और गुणवत्ता वाले कंटेंट को लेकर तेजी से लोकप्रिय हुआ है। उसी कड़ी में इस बार 26 जनवरी को देशवासियों के लिए कश्मीर घाटी की एक रियल घटना पर आधारित फिल्म 'बुरहान' लेकर आ रही है, जो देश के

“2023 में आज भी हमें जातिवाद पर बात करनी पड़ रही है| : सुरेंदर एस. जोधका

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० अशोक चतुर्वेदी ०  जयपुर - ‘कास्ट मैटर’ ने श्रोताओं को समाज की वास्तविकता से रूबरू कराया| सत्र सूरज येंग्ड़े की किताब, कास्ट मैटर पर आधारित था, जिसमें सूरज से बात की वरिष्ठ अकादमिक सुरेंदर एस. जोधका ने| सत्र की शुरुआत करते हुए जोधका ने भारत में जातिवाद के इतिहास पर रौशनी डालते हुए कहा, “2023 में आज भी हमें जातिवाद पर बात करनी पड़ रही है| भारत को आज़ाद हुए 75 साल हो गए हैं, हालाँकि आज जाति के बारे में जो बात हो रही है वो 70 और 80 के दशक से अलग है|” उन्होंने मंडल मिशन के माध्यम हरिजन, ओबीसी और दलितों के संघर्ष को व्यक्त किया| जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का चौथा दिन, पेंजे बैंड के सुमधुर संगीत के साथ हुई| भारतीय और पश्चिमी संगीतकारों वाला ये बैंड अपने सुरों के माध्यम से इस सम्मिलन के जादू को जगाने में कामयाब रहा| विवेकानंद के ज्ञान, हरिप्रसाद चौरसिया की विरासत, जाति प्रथा के दंश, आज़ादी की कीमत और कला के विविध रूपों पर विस्तार से बात हुई|   लम्बे समय जातिवाद के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले लेखक और विचारक सूरज येंग्ड़े ने विजय सिंह पथिक सहित उन सभी विचारकों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस दिशा में काफी

गरीबी व बेरोजगारी से निजात के लिए आमूल चूल परिवर्तन करना पड़ेगा- प्रोफेसर अरूण कुमार

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० आशा पटेल ०  जयपुर । राजस्थान समग्र सेवा संघ और राजस्थान नागरिक मंच के सयुक्त तत्वावधान में विनोबा ज्ञान मंदिर में 'देश मे बढ़ती बेरोजगारी औऱ महंगाई' विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। राजस्थान नागरिक मंच के महासचिव बसन्त हरियाणा ने जानकारी देते हुए बताया परिचर्चा में मुख्यवक्ता के रूप में प्रख्यात अर्थशास्त्री प्रोफेसर अरुण कुमार ने अपने विचार विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गरीबी व बेरोजगारी से निजात के लिए नीतियों में आमूल चूल परिवर्तन करना पड़ेगा,साथ ही उन्होंने कहा कि मुद्रा स्फीति से अमीरों को फायदा और गरीबो को नुकसान हुआ है। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि अप्रत्यक्ष कर की तुलना में प्रत्यक्ष कर बढ़ाना चाहिए।   बढ़ते बाजारीकरण को उन्होंने पर्यावरण के लिए भी नुकसान देह बताया। परिचर्चा के अंत में धन्यवाद आर सी शर्मा ने दिया एवं परिचर्चा पश्चात जनांदोलनों के साथी अलवर के वीरेंद्र विद्रोही जी को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुरेश देमन, संदीप मील, अनिल गोस्वामी, डॉ नीरज रावत, प्रोफेसर जगदीश गिरी, विशाल विक्रम सिंह, रेखा पांडे, डॉ अनिल कुमार जैन, गोपाल शरण, हेमे

All India Khattati Muqabla @ Delhi आल इंडिया खत्ताती मुकाबला { Qutub Mail }

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