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सार्क जर्नलिस्‍ट फोरम' के प्रतिनिधिमंडल ने किया आईआईएमसी का दौरा

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्‍ली। सार्क देशों के पत्रकार संगठन ‘सार्क जर्नलिस्‍ट फोरम’ के प्रति‍निधिमंडल ने भारतीय जन संचार संस्‍थान का दौरा किया। प्रति‍निधियों का स्‍मृति चिन्‍ह और संस्थान की प्रकाशन सामग्री देकर अभिनंदन किया। इस अवसर पर एसजेएफ के अध्‍यक्ष राजू लामा, आईआईएमसी के डीन (छात्र कल्याण) प्रो. प्रमोद कुमार, डॉ. मीता उज्‍जैन, डॉ. पवन कौंडल एवं अंकुर विजयवर्गीय भी उपस्थित रहे। आईआईएमसी के महानिदेशक ने प्रति‍निधिमंडल को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और नेपाल सभ्यता, संस्कृति और आपसी आदान-प्रदान के माध्यम से प्राचीन काल से जुड़े हुए हैं। भारत और नेपाल के बीच मित्रता बढ़ाने में पत्रकारों की अहम भूमिका है। नेपाल को भारत के सुख-दुख का साथी बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल की दोस्ती दुनिया के लिए मिसाल है। इस अवसर पर एसजेएफ के अध्‍यक्ष राजू लामा ने कहा कि आईआईएमसी में आकर वे बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। जनसंचार शिक्षण एवं प्रशिक्षण के क्षेत्र में भारतीय जन संचार संस्थान द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि अपनी इस यात्रा के माध्यम से उन्हें मीडिया शिक्

श्रीलंका के मुल्लीवाईकल नरसंहार की याद में श्रद्धांजलि सभा

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली,  श्रीलंका ने भारत के साथ किये गए किसी भी समझौते का आज तक पालन नहीं किया और उलटे भारत से ही मदद लेकर हमारे साथ लगातार धोखा करता आया है।हाल फ़िलहाल में वहॉं के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने तीसरी बार भारत का दौरा रद्द किया है , उनकी नीयत संदिग्ध है और अभी ये सही समय है कि भारत वहॉं तमिल हिन्दुओं के मानवाधिकार व गरिमा की रक्षा हेतु भारतीय हितों के अनुरूप कदम उठाये ॥ हिन्दू संघर्ष समिति ने श्रीलंका सरकार व सेना द्वारा निर्दोष तमिल हिन्दु नागरिको के जघन्य मुल्लीवाईकल नरसंहार की याद में कार्यक्रम कर मारे गए तमिल हिन्दुओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की शुरूआत ब्राह्मणों के एक समूह ने श्रीलंकाई सेना द्वारा अकाल मृत्यु को प्राप्त निर्दोष नागरिकों की आत्मा की शांति के लिये शांति पाठ किया   चौदह साल पहले श्रीलंका में आतंकी संगठन लिट्टे को समाप्त करने के बाद वहां की सेना ने बदले की कार्रवाई करते हुए मुल्लिवैक्कल में निर्दोष तमिल हिन्दुओं व उनके परिवारों को लिट्टे से सहानुभूति रखने के संदेह के कारण उनका जघन्य नरसंहार किया था तथा उनकी लाशो को समुद्र में फेंक दिय

जोधपुर के सब इंस्पेक्टर भंवर सिंह ने माउंट लोबुचे पिक में 6119 मीटर पर फहराया तिरंगा

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० आशा पटेल ०  जोधपुर । जोधपुर जिले में कार्यरत सब इंस्पेक्टर भंवर सिंह द्वारा नेपाल के हिमालय पर्वत श्रृंखला में स्थित माउंट लोबुचे पीक 6119 मीटर पर सफलता पूर्वक क्लाइंबिंग कर राष्ट्रीय ध्वज और राजस्थान पुलिस का फ्लैग लहराया है। भंवर सिंह राजस्थान पुलिस के प्रथम व्यक्ति हैं जिन्होंने 6000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर क्लाइंबिंग कर सफल पर्वतारोहण को अंजाम दिया है। डीसीपी पूर्व डॉ अमृता दुहन ने बताया कि थाना रातानाडा के उप निरीक्षक भंवर सिंह ने नेपाल के हिमालय पर्वत श्रंखला में स्थित माउंट लोबुचे पीक 6129 मीटर पर प्रथम प्रयास में सफल क्लाइंबिंग कर चोटी पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा और राजस्थान पुलिस का दर्ज कराया गया। माउंट लोबुचे पीक जो कि टेक्निकल चैलेंजिंग माउंटेन की श्रेणी में आता है, इसे सफल आइस क्लाइंबिंग व हाई किंग करते हुए एसआई भंवर सिंह द्वारा सफलता अर्जित की गई है। डीसीपी ने बताया कि एसआई भंवर सिंह का लक्ष्य माउंट एवरेस्ट और विश्व के अन्य टॉप माउंटेन पर पर्वतारोहण करना है। जिसकी तैयारी वह अपनी ड्यूटी के साथ-साथ कर रहे हैं।

महिला पहलवानों के समर्थन में पूरे देश में रैली

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० आशा पटेल ०  जयपुर । सीटू और जनवादी महिला समिति और एपवा द्वारा संयुक्त रूप से मजदूर किसान भवन से एक रैली शुरू की गई रैली ईएसआई मॉडल हॉस्पिटल अजमेर रोड होती हुई सिविल लाइन मेट्रो स्टेशन के पास सिविल लाइन पर पहुंचकर आम सभा में बदल गई। रैली में महिला पहलवानों के पक्ष में जोरदार नारेबाजी की गई तथा बीजेपी सांसद ब्रिज भूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग की गई तथा महिला रेसलर पर अत्याचार करने वाले पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने की मांग की गई। प्रदर्शन में बड़ी तादाद में महिलाएं शामिल थी जिनमें महिला पहलवानों के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर काफी रोष था और वो जोरदार नारेबाजी कर रही थी। सिविल लाइन पर हुई सभा को सीटू प्रदेश अध्यक्ष कामरेड भंवर सिंह शेखावत, उपाध्यक्ष कामरेड सुमित्रा चोपड़ा ,जनवादी महिला समिति की नेता लीला वर्मा, सुनीता चौधरी ,एपवा की नेता मंजू लता, निर्माण यूनियन के प्रदेश महामंत्री कामरेड हरेंद्र सिंह, जयपुर के महामंत्री कामरेड विजय सिंह तंवर, कामरेड लक्ष्मण सेन, कामरेड बाबूलाल लुगारिया, खेत मजदूर यूनियन की प्रदेश महामंत्री कामरेड दुर्गा स्वामी सहित अनेक नेताओं ने संबोध

Delhi सैफ़ी कांफ्रेंस : बैठक और अल्पसंख्यक जागरूकता अभियान Saifi Conferen...

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एमडी इंडिया ने की दिल्‍ली में व्‍यापक विस्‍तार की घोषणा

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्‍ली। देश की अग्रणी 'थर्ड-पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर' में से एक एमडी इंडिया ने अपनी स्थिति को मजबूत करते हुए देश की राजधानी दिल्ली में व्‍यापक विस्‍तार की घोषणा की है। एमडी इंडिया हेल्‍थकेयर और स्‍वास्‍थ्‍य बीमा सेवाओं की एक व्‍यापक श्रृंखला प्रदान करने के लिए प्रसिद्ध है, जिसका मुख्यालय पुणे, महाराष्ट्र में स्थित है। दिल्‍ली में कंपनी का विस्‍तार एक मील की पत्‍थर साबित होगा, क्योंकि दिल्‍ली देश की राजधानी है और यह विस्‍तार कंपनी की मजबूत स्थिति को दर्शाता है। वर्तमान में, एमडी इंडिया 8 हजार पेशेवरों के साथ अपने ग्राहकों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान कर रहा है। एमडी इंडिया नई तकनीकी के माध्‍यम से अपने ग्राहकों को सेवा प्रदान कर रही है। एक इंश्योरटेक केंद्रित कंपनी के रूप में एमडी इंडिया 1000 चिकित्सा पेशेवरों के अलावा कई आईटी विशेषज्ञों की एक टीम के साथ कार्य करते हुए नई तकनीकी के माध्‍यम से ग्राहकों को उच्‍चस्‍तरीय सेवा प्रदान कर रही है। नए विस्‍तार की घोषणा के साथ एमडी इंडिया राजधानी दिल्‍ली में लोगों को अपनी गुणवत्‍तापूर्ण स्‍वास्‍थ्‍य बीमा सेवा प्रदान कर

उत्तराखंड के गायक बी के सामंत का हुआ सम्मान

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली : कला के माध्यम से देश के अंदर राष्ट्रीय भाव और भारत की कला दृस्टि विकसित करने का कार्य करने वाली संस्था संस्कार भारती के 'कला संकुल में हुई संगीत विधा की संगोष्ठी में उत्तराखंड के प्रमुख लोक गायक बी के सामंत ने अपनी प्रस्तुति दी। संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय जन संचार संस्थान के डीन (अकादमिक) एवं उत्तराखंड भाषा संस्थान सदस्य प्रो. गोविंद सिंह विशिष्ट अतिथि रहे, मुख्य अतिथि के रूप में मयूर विहार बीजेपी के जिलाध्यक्ष विनोद बछेती की विशेष उपस्थिति रही। लोक कला से जुड़े रहने को अपनी प्रसिद्धि का श्रेय देते हुए सामंत ने प्रर्यावरण पर अपनी चिंता और पलायन के पीड़ के अंतर्द्वंद को अपने गीतों की प्रस्तुति के माध्यम से व्यक्त किया। बी के सामंत, उत्तराखंड के चम्पावत जिले के एक छोटे से गांव में जन्मे हैं। उन्होंने अपने बचपन से ही संगीत के क्षेत्र में रुचि प्रकट की और उत्तराखंड से मुंबई चले गए, जहां उन्होंने संगीत की साधना की और अपनी लोक संस्कृति के प्रति अपार आकर्षण दिखाया। उन्होंने उत्तराखंड की भाषा, संगीत और लोक साहित्य के माध्यम से उत्तराखंड की सां