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हम लोगों और सरकारी योजनाओं के बीच सेतु का काम करते हैं / काशिफ अब्दुल्ला

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० संवाददाता द्वारा ०  नई दिल्ली : पांच साल पहले विजन 2026 ने लोगों तक सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचाने के लिए 'नागरिक विकास केंद्र' की शुरुआत की थी.नागरिक विकास केंद्र के प्रोजेक्ट प्रमुख काशिफ अब्दुल्ला ने बताया कि अब तक 84 सरकारी योजनाओं के तहत लोगों के खातों में 5 करोड़ से अधिक की राशि ट्रांसफर कराई जा चुकी है. असम, हरियाणा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, ओडिशा और अन्य राज्यों सहित देश के 12 राज्यों में 39 केंद्र स्थापित किए गए हैं। एक केंद्र को चलाने की वार्षिक लागत लगभग 2 लाख है यह केंद्र कमजोर वर्गों को मुफ्त सुविधा उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभा रहा है. काशिफ ने आगे कहा कि यह केंद्र सभी नागरिकों को बिना किसी भेद भाव मुफ्त सेवाएं प्रदान करता है, बड़ी संख्या में लोग केंद्र पर आते हैं, ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यक दस्तावेजों की कमी के कारण लोग सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से समय पर वंचित रह जाते हैं. हम ऐसे लोगों और सरकारी योजनाओं के बीच सेतु का काम कर रहे हैं । काशिफ ने बताया कि इस वर्ष 84 सरकारी योजनाओं को प्राप्त करने के लिए आव

आईआईएम उदयपुर इन्क्यूबेशन सेंटर द्वारा एस्पायरलैब्स के साथ,उदयपुर को प्लास्टिक मुक्त बनाने की मुहिम

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० संवाददाता द्वारा ०  उदयपुर - अपने क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिशों पर फोकस करते हुए आईआईएम उदयपुर के इनक्यूबेशन सेंटर ने एस्पायरलैब्स एक्सेलरेटर के साथ साझेदारी की है। इसके तहत फिनीलूप प्लास्टिक लैब के माध्यम से उदयपुर को प्लास्टिक कचरा मुक्त शहर बनाने की मुहिम छेड़ी जाएगी। इस मुहिम में एस्पायरलैब्स एक इकोसिस्टम पार्टनर के रूप में सहयोग करेगा। फिनीलूप प्लास्टिक लैब प्लास्टिक कचरा प्रबंधन उद्यमियों के लिए एक स्टार्टअप इनक्यूबेशन और मेंटरशिप प्रोग्राम है। यह लैब दरअसल एक सिटी लेवल बेस्ड वेस्ट मैनेजमेंट मॉडल फिनिलूप (वित्तीय समावेशन और प्लास्टिक से बेहतर आजीविका) का हिस्सा है। आईआईएम उदयपुर इन्क्यूबेशन सेंटर के सीईओ सुरेश ढाका ने कहा, ‘‘वर्तमान दौर में 21वीं सदी में प्लास्टिक के उपयोग को पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक माना गया है। भारत में प्रतिदिन लगभग 20,000 टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है, जिसमें से केवल 13,000-14,000 टन ही एकत्र किया जाता है। आईआईएम उदयपुर इन्क्यूबेशन सेंटर ने फिनिलूप प्लास्टिक लैब के माध्यम से प्लास्टिक वेस्ट के अपर्याप्त संग्र

एचडीएफसी बैंक ने स्पेशल रिक्रूटमेंट प्रोग्राम के तहत नई भर्तियों की शुरुआत की

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली, : एचडीएफसी बैंक ने, फ्यूचर बैंकर्स 2.0 प्रोग्राम को लॉन्च किया है, जो युवा ग्रेजुएट्स को एक वर्ष* के भीतर बैंकिंग प्रोफेशनल्स में बदलने के लिए एक ऑल इंडिया भर्ती कार्यक्रम है। मणिपाल ग्लोबल एकेडमी ऑफ बीएफएसआई के सहयोग से पेश किया जाने वाला, फ्यूचर बैंकर्स 2.0 एक साल का प्रोफेशनल डिप्लोमा है, जिसका उद्देश्य एचडीएफसी बैंक के रिटेल बैंकिंग बिजनेस - जो बैंक के लिए एक प्रमुख क्षेत्र है - के मजबूत, भविष्य के लिए टेलेंट पाइपलाइन तैयार करना है।  फ्यूचर बैंकर्स 2.0 क्लासरूम सेशन, गेस्ट लेक्चर, ग्रुप डिस्कशन, रोल प्ले और फील्ड वर्क का एक दिलचस्प, रोमांचक मिक्स पेश करता है। इसके अलावा, यह प्रोग्राम बैंकिंग प्रोडक्ट्स, प्रोसेसेज, कम्पलाएंस फ्रेमवर्क और रोजमर्रा की बैंकिंग संचालन में स्टूडेंट्स की ग्राउंडिंग को और मजबूत करने के लिए देश के भीतर एचडीएफसी बैंक की शाखा स्थानों पर आठ महीने की पेड इंटर्नशिप और ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग प्रदान करता है।  कोर्स को सफलता से पूरा करने के बाद, यंग स्टूडेंट्स को मणिपाल ग्लोबल एकेडमी ऑफ बीएफएसआई से सेल्स एंड रिलेशनशिप बैंकिंग में पोस्टग्रेजुएट

बैंक ऑफ बड़ौदा राष्ट्रभाषा सम्मान' भारतीय भाषाओं के साहित्यिक लेखन और हिंदी अनुवाद को सम्‍मानित करेगा

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० योगेश भट्ट ०  मुंबई : “बैंक ऑफ़ बड़ौदा राष्ट्रभाषा सम्मान” 2023 के नामित 12 उपन्यासों की लॉन्गलिस्ट की घोषणा की। इस अवार्ड की शुरुआत विभिन्न भारतीय भाषाओं के साहित्यिक लेखन को सम्मानित और संवर्धित करने हेतु की गई है।  इसका उद्देश्य हिंदी पाठकों को अनुवाद के जरिए श्रेष्ठ भारतीय साहित्य को उपलब्ध कराना है ताकि पाठकों की रूचि को विस्तार प्राप्‍त हो सके और उपन्यासों को एक बड़े पाठक वर्ग तक पहुंचाया जा सके। “बैंक ऑफ़ बड़ौदा राष्ट्रभाषा सम्मान” मूल कृति के लेखक के साथ-साथ उसके हिंदी अनुवादक को भी प्रदान किया जाएगा। विजेता कृति के मूल लेखक तथा उसके हिंदी अनुवादक को 21 लाख तथा रु. 15 लाख की सम्मान राशि दी जाएगी। इसके अलावा अन्य -5- चयनित श्रेष्‍ठ कृतियों के मूल लेखकों और उनके हिंदी अनुवादकों को रु. 3.00 लाख और रु. 2.00 लाख की सम्मान राशि दी जाएगी।  संजीव चड्ढा, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी, बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने कहा कि “भारत विविधताओं से भरा देश है- जहां संस्कृतियां, धर्म और भाषाएं एक दूसरे की पूरक हैं। इसकी विविधता ही इसकी शक्ति और विशिष्टता है। हमारा मानना है कि सभी भारतीय भाषाओं के

Rajsthan राजीव गांधी पंचायती राज संगठन की ओर से पंचायतीराज सशक्तिकरण संवाद

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० संवाददाता द्वारा ०  प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा एवं प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा किया गया संवाद। राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.सी.बी.यादव ने पंचायती राज सशक्तिकरण के लिए रखा मांग पत्र। जयपुर - राजीव गांधी पंचायती राज संगठन की ओर से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में "पंचायतीराज सशक्तिकरण संवाद" कार्यक्रम रखा गया। जिसमे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा एवं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों से संवाद किया। राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.सी.बी.यादव ने पंचायतीराज सशक्तिकरण के संदर्भ में मांग रखते हुए इन्हें ग्यारहवीं अनुसूची में दिए गए 29 विषयों को विकेंद्रीकृत करने, पंचायती राज सदस्यों को ऑडिट सहित ओर अधिकार दिए जाने, उनके मानदेय की मांगो पर सहानुभूति पूर्वक विचार किए जाने की मांग को पंचायती राज जनप्रतिनिधियों की ओर से रखा। पंचायती राज जनप्रतिनिधियों को कांग्रेस पार्टी की सबसे बड़ी एसेट बताते हुए संगठन द्वारा रखी गई और मांग पर सरकार से बातचीत करके पूरा करव

जेडीए के लिपिक की गलती भुगत रहे 571 पत्रकार

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० आशा पटेल ०  जयपुर। जेडीए के लिपिक की गलती की सजा भुगत रहे पिंकसिटी प्रेस एनक्लेव, नायला पत्रकार नगर के 571 आवंटियों ने जेडीसी डा जोगाराम से मुलाकात की और गलती का शीघ्र सुधार कर आवंटित प्लॉटों के पट्टे जारी करने की मांग की। आवंटियों ने जोगाराम को लिपिक की गलती के प्रमाण भी दिए। चलो नायला संगठन के आह्वान पर दर्जनों आवंटी जेडीए में जेडीसी कार्यालय के बाहर जमा हो गए।   जेडीसी डा जोगाराम ने सभी को अपने कक्ष में बुलाकर उनकी पीड़ा सुनी। उन्होंने आश्चर्य भी जताया कि अभी तक पत्रकारों के प्लॉटों का काम कैसे नहीं हुआ। आवंटियों ने उन्हें जेडीए की ही तथ्यात्मक रिपोर्ट सौंपकर कहा कि जब जेडीए ही मान चुका है कि ब्रोशर के प्रकाशन में लिपिकीय त्रुटि हुई है और राज्य सरकार के आदेश की अवहेलना कर अधिस्वीकरण का बिंदु जोड़ा गया है तो इस त्रुटि को सुधारा क्यों नहीं जा रहा। लिपिक की गलती का खामियाजा 571 पत्रकारों को भुगतना पड़ रहा है। आवंटियों ने अलग अलग पत्र देकर मांग की कि प्रमाणित हो चुकी लिपिकीय गलती को तुरंत सुधारें और आवंटित प्लॉट के पट्टे जारी करें। लिपिक की गलती के कारण 10 साल से सब परेशान हैं। आवंटिय

कैलीग्राफी में अनोखा प्रयास - 73 साल के अनुभवी विशेषज्ञ बच्चों को सिखा रहे हैं

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० अशोक चतुर्वेदी ०  जयपुर।  कैलीग्राफी अपने आप में एक विज्ञान है, यह केवल राइटिंग सुधारना मात्र ही नहीं है। दरअसल यह गणित पर आधारित है। अक्षरों की बनावट गणित के कोण पर आधारित होती है। मसलन सामान्य राइटिंग नब्बे डिग्री के कोण पर लिखी जाती है जबकि कर्सिव राइटिंग लिखते समय पैंतालीस डिग्री के कोण का ध्यान रखा जाता है। वहीं अंकों का अनुसरण कर अक्षरों की प्रभावी बनावट तैयार की जाती है। यह तो एक उदाहरण मात्र है। एक कलम एक ही शब्द को कई अलग अलग तरीके से लिख देती है। 73 साल के अनुभवी हाथ, कागज पर चलते हैं तो मानो अक्षर की जगह मोती उकेर जाते हैं। अब वे अपना अनुभव बच्चों से साझा कर रहे हैं। उनके लेखन को, उनकी हैंडराइटिंग को सुधारने में जुटे हैं। जवाहर कला केंद्र के जूनियर समर प्रोग्राम (कैम्प) में अपने तजुर्बे से बच्चों की लेखनी निखारने में लगे हुए हैं कैलीग्राफी एक्सपर्ट हरिशंकर बालोठिया। कैम्प की इस क्लास में एक तरफ जहां बच्चों में सुधार लाने की प्रक्रिया जारी है, वहीं उन्हें अपनी जड़ों की ओर भी ले जाया जा रहा है। समाज का भविष्य माने जाने वाले बच्चों के हाथों को एक जमाने में काम में ली जाने वाल