दलित अधिकार मोर्चा द्वारा डा भीमराव अंबेडकर जयंती घूरपुर सब्जी मंडी में मनायी गयी

० संवाददाता द्वारा ० 
 प्रयागराज- डा भीमराव अंबेडकर की जयंती दलित अधिकार मोर्चा के बैनर तले घूरपुर सब्जी मंडी में मनायी गयी।कार्यक्रम का प्रारम्भ बी आर अंबेडकर के तस्वीर पर माल्यार्पण कर शुरू किया गया। वक्ताओं में मुख्य अतिथि डा हरजीत सिंह भट्टी, संयोजक, प्रोग्रेसिव मेडिकोज एंड साइंटिफिक फोरम, PMSF दिल्ली, पूर्व अध्यक्ष रेजिडेंट डॉक्टर्स असोशिएसन AIIMS ने कहा कि जाति गणना कराए बिना हिस्सा नहीं मिलेगा, जाति गणना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आरक्षण पर हमला करके दलितों - आदिवासियों, पिछड़ों को अधिकार विहीन बनाया जा रहा है।
आगे कहा कि दलित मेहनती ईमानदार होता हैं, अपनी मेहनत के बल पर आगे बढ़ जाते हैं, इसलिए आरक्षण को छीना जा रहा है। मोर्चे के सचिव राकेश पासी ने कहा की मोर्चे को गांव-गांव में मजबूत किया जाएगा दलितों के अधिकार के प्रति जागरूक किया जाएगा व सामाजिक न्याय के आंदोलन को तेज किया जाएगा। महासचिव सुरेश चंद्र ने कहा कि दलित अधिकार मोर्चा के 18 उद्देश्यों को व 22 प्रतिज्ञा को गांव-गांव घर-घर पहुंचाया जाएगा जाति गड़ना समेत जमीन में भी हिस्सेदारी के लड़ाई को आगे बढ़ाया जायेगा।
मोर्चे के अध्यक्ष श्यामधर ने कहा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा पूना पैक्ट में दलित के दो वोट में से एक वोट का अधिकार छीन लिया गया, जिस वोट से केवल दलित अपने ही दलित प्रत्याशी को ही वोट देता। उसका मूल्य आज तक दलित चुका रहा हैं। वह अधिकार से आज भी वंचित है।  बाबा साहब के इस संदेश के साथ कि 'शिक्षित हो - संगठित हो - संघर्ष करो" मोर्चा ने 18 सूत्रीय कार्यक्रम की घोषणा की गयी।
गोष्ठी में जाति अपमान के सभी सवालों पर - जमीन, आवास व रोजगार का अधिकार, सम्मानजनक वेतन व पेंशन, छुआ - छूत, स्कूलों में व समाजिक व्यवहार में भेदभाव, मंदिरों में घुसने पर रोक, दलित महापुरुषों के प्रतिमा को स्थापित करने पर रोक, जाति सूचक अपशब्दों आदि के विरुद्ध प्रगतिशील मान्यताओं का प्रचार तथा संघर्ष। खेती की जमीन की हदबंदी घटाना, सरकारी संस्थाओं का निजीकरण पर विरोध, आरक्षण व सुविधाओं की गारंटी, आदि मांगों पर भी चर्चा केंद्रित रही।

सभा को सौरभ बौद्ध,दिनेश वर्मा, समरजीत,एडवोकेट राजीव,गुलाब भारतीय,अनुपम,गुड्डू पासी,प्रकाश कुमार,महेंद्र,उदयराज,साहबलाल निषाद आदि ने सभा को संबोधित किया। 
इस मौके पर परिवर्तन सास्कृतिक मंच के मुन्नी लाल, गंगा दीन, शिव प्रसाद, तनिष्क बौद्ध, मुन्ना राही ने गीत गाए।

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