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फ़रवरी 16, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

आदि महोत्सव 2024 : आदिवासी कारीगरों की प्रतिभा और शिल्प कौशल Aadi Mahots...

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आज 10 वर्ष बीतने के पश्चात् भी भाजपा ने अपना वादा नहीं निभाया : कांग्रेस

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० संवाददाता द्वारा ०  यूपीए शासन के दौरान डॉ. मनमोहन सिंह सरकार ने किसानों के 72 हजार करोड़ रूपये के ऋण माफ किय थे जो उदाहरण है कि केन्द्र सरकारें किसानों को राहत प्रदान करने का कार्य करती रही है। इसी कड़ी में राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने 21 लाख किसानों के 16 हजार करोड़ रूपये के ऋण माफ किये थे। जब केन्द्र में यूपीए की सरकार एवं राजस्थान की कांग्रेस सरकार द्वारा प्रस्तुत उदाहरण भाजपा के समक्ष है तो आज केन्द्र की भाजपा सरकार तथा राजस्थान की भाजपा सरकार किसानों के कर्जे माफ करने का कार्य क्यों नहीं कर रही है? जयपुर। भाजपा ने वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव में जारी घोषणा पत्र में किसानों से वादा किया था कि उपज की लागत का डेढ़ गुणा न्यनूतम समर्थन मूल्य किसानों को दिया जायेगा, किन्तु आज 10 वर्ष बीतने के पश्चात् भी भाजपा ने अपना वादा नहीं निभाया है । फरवरी, 2016 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के किसानों से पुन: वादा किया था कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दुगनी की जायेगी, किन्तु किसानों की आय तो दुगनी हुई नहीं बल्कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने देश में तीन काले कृषि कानून लागू कर दिये और बाद

7वें मुंबई आर्टिज़न ज्वेलरी डिज़ाइन अवॉर्ड्स में अभिनेत्री सोनम कपूर हुई शामिल

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० आशा पटेल ०  मुंबई - जीजेईपीसी के आर्टिज़न ज्वेलरी डिजाइन अवार्ड्स क्राफ्ट्ममैन के शिल्प कौशल और अतुलनीय डिजाइन का जश्न मनाते हैं और उनका सम्मान करते हैं। मुंबई में आयोजित 7वें आर्टिज़न ज्वेलरी डिज़ाइन अवॉर्ड्स में अभिनेत्री और स्टाइल आइकन सोनम कपूर शामिल हुईं। जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) द्वारा आयोजित और जीआईए द्वारा संचालित द आर्टिज़न ज्वैलरी डिजाइन अवार्ड्स के 7वें संस्करण ने डिज़ाइनरों को अनदेखे क्षेत्रों को छूने की चुनौती दी और अनूठे मटीरियल्स और चेरिश्ट ऑब्जेक्ट्स को अपने ज्वेलरी डिज़ाइन में इंटिग्रेट करने के लिए प्रेरित किया, ताकि अपने आभूषणों को एक अद्वितीय पहचान के साथ जीवंत बना सकें। अभिनेत्री और स्टाइल आइकन सोनम कपूर ने मुंबई में जीजेईपीसी के आर्टिज़न ज्वेलरी डिज़ाइन अवार्ड्स के 7वें संस्करण की शोभा बढ़ाई और विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। सोनम कपूर ने विपुल शाह ,  किरीट भंसाली ; श्रीराम नटराजन ; मिलन चोकशी ; सब्यसाची रे के साथ इस भव्य मंच की शोभा बढ़ाई। उन्होंने इस कार्यक्रम में 6 कारीगर विजेताओं को प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किए। इस वर्ष आर्टि

उद्देश्यपूर्ण जीवन अपनाएं और भारत की विकास गाथा का हिस्सा बनें - बालमुकुंद आचार्य

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० आशा पटेल ०  जयपुर - जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट जयपुर ने यूथ 2025, 'इंडिया राइजिंग 2024' श्रृंखला में 11वें अंतर्राष्ट्रीय युवा सम्मेलन 2024 की मेजबानी की। सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य और विशिष्ट अतिथि के रूप में टाटा मोटर्स के पूर्व सीईओ और उपाध्यक्ष रवि कांत की उपस्थिति रही। संबोधित करते हुए बालमुकुंद आचार्य ने छात्रों को व्यक्तिगत पूर्ति और भारत के विकास को आगे बढ़ाने के लिए अर्थ और इरादे की स्पष्ट समझ के महत्व पर जोर देते हुए एक उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। रवि कांत ने छात्रों को नेतृत्व के मंत्र दिए और सलाह दी कि वे पीछे से नेतृत्व करें और दूसरों को यह सोचने दें कि वे आगे से नेतृत्व कर रहे हैं। ये नेतृत्व मंत्र उनकी पुस्तक "लीडिंग फ्रॉम द बैक" पर आधारित थे। निदेशक डॉ. प्रभात पंकज ने अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और युवा सम्मेलन के अध्यक्ष श्री शरद जयपुरिया और उपाध्यक्ष श्री श्रीवत्स जयपुरिया कीं हार्दिक शुभकामनाएं साझा कीं। डॉ. प्रभात ने सम्मेलन में दुनिया भर से 2000 से अधिक व्यक्तियों की भागीदारी

निराला से सीखिए सच कहने का साहस और सलीका :प्रो.संजय द्विवेदी

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० योगेश भट्ट ०  झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी के हिंदी विभाग तथा पंडित दीनदयाल शोधपीठ द्वारा महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की स्मृति में आयोजित निराला व्याख्यान श्रृंखला में प्रोफेसर संजय द्विवेदी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि महाकवि निराला से हमें सच कहने का साहस और सलीका सीखना चाहिए।निराला की कविताएं आशा और विश्वास को जागृत करने का कार्य करती हैं। हर साहित्यकार और पत्रकार को निराला से सीखना चाहिए।  निराला ने अपनी कविता के माध्यम से राम के व्यक्तित्व को जन जन तक पहुंचाया।उन्होंने भाषा पर जोर देते हुए कहा कि भाषा में हर भावना को व्यक्त करने का सामर्थ्य है। हिंदी भाषा ने खुद को समर्थ किया है। हिंदी आज पूरे विश्व में संवाद की भाषा बनने की राह पर है। जहां जहां हिंदी भाषी रहते हैं , यह उनकी नैतिक जिम्मेदारी है कि वह भाषा के राजदूत की तरह काम करें। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक सुंदर हिंदी विभाग है। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद विश्वविद्यालय के कुलसचिव विनय कुमार सिंह ने कहा कि निराला की

एचडीएफसी एर्गो ने अपने हियर ऐप में इनोवेटिव अपग्रेड कर ग्राहकों के लिए ज्यादा उपयोगी बनाया

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० योगेश भट्ट ०  मुंबई : एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस ने अपने हियर ऐप, जो कि बीमा का एक अद्वितीय इकोसिस्टम है, उसमें एक ख़ास अपग्रेड किया है, जिससे ग्राहक अनुभव और भी शानदार हो सकेगा। भारत में मधुमेह के सबसे ज़्यादा मामले हैं, लगभग 100 मिलियन से भी ज़्यादा भारतीयों को मधुमेह है और कुल 136 मिलियन प्री-डायबिटिक हैं। आने वाले समय में ये संख्या बढ़ने की उम्मीद है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए एचडीएफसी एर्गो के हियर ऐप ने फिटरफ्लाई के साथ मिलकर डायबिटीज सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) को शुरू किया है,  जिसका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को उनके स्वास्थ्य और कल्याण से जुड़े कार्यक्रमों को पेश करके मधुमेह प्रबंधन में मदद करना है, जिससे उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य परिणाम मिल सकें और स्वास्थ्य देखभाल पर कम पैसा खर्च हो।  यह ऐप उपयोगकर्ताओं को पर्सनल डाइट प्लान, एक्सरसाइज रूटीन, दवा कब लेनी है उसे याद दिलाने वाले रिमाइंडर्स और हर समय की स्वास्थ मॉनिटरिंग करता है, जो हर एक हेल्थ प्रोफाइल, जीवनशैली और पसंद के हिसाब से तैयार किए जाते है।  इसके अलावा सीओई लोगों के मानसिक स्वास्थ को बरकरार रखने के लिए और उन्हे

विश्व पुस्तक मेला : इमर्जिंग ट्रेंड्स इन नार्थ ईस्ट इंडिया" पर विचार विमर्श

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली : "नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में शीर्षक "इमर्जिंग लेटरेरी ट्रेंड्स इन नार्थ ईस्ट" पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन असम प्रकाशन परिषद् और ऑल असम पब्लिशर्स एंड सेलर एसोसिएशन के परिचालन में दिल्ली विश्वविद्यालय की अध्यापिका और विशिष्ठ लेखिका डॉ रत्नोत्तमा दास विक्रम के सञ्चालन में शुरू हुआ। उन्होंने उत्तर पूर्वांचल साहित्य विषय पर आलोचना प्रारम्भ की। आलोचना उत्तर पूर्वांचल साहित्य के उपन्यास,कथा शिल्प,कविता एवं राष्ट्रीय प्रयाय विषय लेकर हुई। चर्चा बेहद ही गवेषणापूर्ण साहित्य जानकारी भरी रही है।  कार्यक्रम में उत्तरपूर्वांचल साहित्य को लेकर व्यक्तिगत रूप से प्रासंगिक,तथ्य परख,विश्लेषणात्मक वक्तव्य द्वारा विशिष्ठ लेखक-गवेषक,उपन्यासिक-गल्पकार-निबंधकार में इसिलिंग कामये,डॉ प्रार्थना सैकिया,डॉ मनोजीत बोरा,डॉ शवेलिम सांखिल,डॉ मेरिलिन लिंग्दो लवाह,पंकज प्रतिम बारदोलोई ने अपने विचार रखे। इसमें असम तथा उत्तर पूर्वांचल की भाषा को समृद्ध करने की बात हुई। सभी लेखक-कवियों ने ऐसे जनसाधारण के बीच साहित्यिक आलोचना जायदा से जायदा करने पर जोर

"आदि महोत्सव : आदिवासी कारीगरों की असाधारण प्रतिभा और शिल्प कौशल का अद्भुत संगम

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० आनंद चौधरी ०  नई दिल्ली। भारत की जनजातीय विरासत की समृद्ध विविधता को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से जनजातीय कार्य मंत्रालय के तत्वावधान में ट्राइफेड द्वारा आयोजित "आदि महोत्सव, जिसका शुभारंभ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने दिल्ली स्थित मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में किया था। यह महोत्सव 10 से 18 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। महोत्सव में आदिवासी कारीगरों की असाधारण प्रतिभा और शिल्प कौशल देखने को मिल रही है। महोत्सव में 300 से अधिक स्टाल है, जिसमें जनजातीय कला, हस्तशिल्प, प्राकृतिक उपज और स्वादिष्ट जनजातीय व्यंजनों का विविध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। यह महोत्सव आदिवासी उत्पादों को प्रदर्शित करने और आदिवासी कारीगरों को मुख्यधारा की आबादी के साथ जुड़ने में मदद करने का एक राष्ट्रीय अवसर है, जिसमें व्यक्तिगत तौर पर अपनें उत्पादों के साथ आदिवासी कारीगर, आदिवासियों के लिए कार्यरत एजेंसियां एवं संगठनों ने भाग लिया हैं। आदी महोत्सव, आम जनमानस को आदिवासियों की समृद्ध विरासत और संस्कृति की एक झलक देता है। इससे वंचित जनजातियों को अपनी कला और शिल्प को प्रदर्शित करने और बेचने के लिए एक बड़ा

ऑल इंडिया एजूकेशनल मूवमेंट द्वारा क़ानूनी सेमिनार

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० संवाददाता द्वारा ०  नई दिल्ली/ ऑल इंडिया एजूकेशनल मूवमेंट (ए.आई.ई.एम.) द्वारा अपनी क़ानूनी शिक्षा श्रृंखला के हिस्से के रूप में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन तस्मिया हॉल दिल्ली में किया गया। जिसका विषय ‘इस्लामी शरीयत और आधुनिक क़ानून-संविधान और क़ानूनी ढांचा‘ रखा गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमालया वेलनेस कंपनी के निदेशक डॉ फारूख ने की। उद्धघाटन भाषण संस्था के अध्यक्ष व मानु यूनिवर्सिटी के पूर्व वाईस चांसलर ख्वाजा एम शाहिद ने दिया।  वही मुख्य वक्ताओं के तौर पर जामिया मीलिया इस्लामिया लाॅ फेकल्टी की प्रमुख(डीन) प्रोफेसर कहकशां दानियाल, आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता डॉ क़ासिम रसूल इल्यास, बोर्ड के वकील सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट एम आर शमशाद के साथ दारुल क़ज़ा से डॉ तबरेज आलम क़ासमी, जमाते इस्लामी हिन्द की शरिया कॉउंसिल के सचिव डॉ रज़िउल इस्लाम ने शिरकत की। उद्धघाटन संबोधन में संस्था के अध्यक्ष शप्रोफेसर ख्वाजा एम शाहिद ने विषय की अहमियत पर रोशनी डालते हुए इसे वक़्त की ज़रूरत क़रार दिया और शरीयत एक्ट 1937 को कोडिफ़ॉएड होने की सूरत के में इसकी क़ानूनी व्याख्या का दायरा संकुचित होने