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अप्रैल 3, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

चीन की मैन्यूफेक्चरिंग रिकवरी क्रूड के लिए अच्छा सौदा, पीली धातु की चमक फीकी

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चीन से अपेक्षित बेहतर मैन्यूफेक्चरिंग आंकड़ों से अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में तेजी से रिकवरी की उम्मीद जागी है। इससे कच्चे तेल और बेस मेटल्स की कीमतों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा, जबकि सोने की कीमतों पर नकारात्मक असर पड़ा है। आने वाले दिनों में कमोडिटी की कीमतें उस रिकवरी पर निर्भर करेंगी जो चीनी अर्थव्यवस्था कोरोनावायरस के प्रभाव से दर्ज करेगी।यहां हम बता रहे हैं कि 31 मार्च को विभिन्न कमोडिटी का प्रदर्शन कैसा रहा। सोना चीन की उम्मीद से बेहतर आर्थिक आंकड़ों और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने की उम्मीद ने मंगलवार को सोने की कीमतों को नीचे खींचा। सोने की कीमत 3 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1571.7 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई। इसके अलावा अमेरिकी डॉलर को मिली सराहना से अन्य मुद्रा धारकों के लिए पीली धातु महंगी हो गई और इसका असर सोने की कीमतों पर दबाव के तौर पर सामने आया। चीन के इंडस्ट्रियल सेक्टर पीएमआई फरवरी 2020 के 35.7 निचले स्तर से बढ़कर मार्च 2020 में 52.7 पर पहुंच गया। हालांकि, कोरोनावायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए दुनिया के बाकी हिस्सों में लागू लॉकडाउन ने बाजा

यूनियन बैंक भारत का पांचवां सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक बना

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तीनों संस्थाओं के ग्राहक अब यूनियन बैंक्स के व्यापक नेटवर्क और निर्बाध सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। प्रभावी बुनियादी सेवाएं जैसे कि नकद निकासी और जमा, बैलेंस पूछताछ और फंड ट्रांसफर संयुक्त नेटवर्क में इंटरऑपरेबल हो जाएगा। यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक के ग्राहकों को एक-दूसरे के एटीएम पर नगद निकासी पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगाया जाएगा। नयी दिल्ली : यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, भूतपूर्व आंध्रा बैंक और भूतपूर्व कॉर्पोरेशन बैंक अब एक बैंक बन गए हैं। एक साथ आने से उम्मीद है कि वे अपनी समृद्ध व्यक्तिगत विरासतों का दोहन करेंगे और एक गतिशील साझा भविष्य बनाएंगे। आंध्र बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक के सभी कर्मचारी, ग्राहक और शाखाएं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया परिवार का हिस्सा बन जाएंगे। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया अब हमारे 9500+ शाखाओं और 13500+ एटीएम में 120 मिलियन से अधिक ग्राहकों को उत्पादों और सेवाओं की विस्तृत शृंखला प्रदान करता है। संयुक्त रूप से वे भारत के चौथे सबसे बड़े बैंकिंग नेटवर्क और भारत के पांचवें सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक बन गए हैं। उम्मीद है कि इस समामेलन से अगले तीन वर्षों मे