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जनवरी 3, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

भिलंगना क्षेत्र विकास समिति गौरवमय स्थापना के 27 वर्ष में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली - भिलंगना क्षेत्र विकास समिति जो कि उत्तराखंड राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले में भिलंगना नदी के नाम पर घनशाली विधान सभा क्षेत्र में स्थित सबसे बड़ा प्रखंड ब्लॉक है। समिति के आयोजकों ने पंचकुइया रोड,नई दिल्ली स्थित बद्री नारायण धाम,गढ़वाल भवन में अपनी *गौरवमय स्थापना के 27 बर्ष*के उपलक्ष में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। हाल दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था क्योंकि कार्यक्रम इतना मन मोहक था कि क्षण भर के लिए भी उससे दूर हटना ना मुमकिन हो रहा था। इस समारोह में  मुख्य अतिथि श्रीकृष्ण सेमवाल,पूर्व सचिव,संस्कृत अकादमी,दिल्ली सरकार के अलावा डॉक्टर जीत राम भट्ट,पूर्व सचिव, कुमाऊनी गढ़वाली एवम जॉनसोरी अकादमी, दिल्ली सरकार, हरपाल रावत, बरिष्ट समाज सेवी, मंगल सिंह नेगी,महा सचिव,गढ़वाल हितेशिनी सभा( पंजी ),दिल्ली,कई कार्यकारिणी सदस्य, गढ़वाल हितेशिनी सभा एवम समाज के कई प्रतिष्ठित ब्यक्तियो की उपस्तिथि से समारोह में और जोश भर गया। समिति ने सभी गण मान्य ब्यक्तियो का मोमेंटो, शॉल और पुष्पहार द्वारा सम्मानित किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में अलग अलग कलाकारों द्वारा नई नई मनमो

कड़ाके की ठंड में कैसे रखें सेहत का ध्‍यान

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० डॉ. चंचल शर्मा ०  सर्दियाँ शुरू होने के साथ शीतलहर चलने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। आपने स्वेटर और दूसरे गर्म कपड़े निकाल लिए होंगे। ऐसे में इस मौसम में सर्दी, खांसी, बुखार जैसी बीमारियां बढ़ने लगती हैं। इससे बचने के लिए ठंड के मौसम में न सिर्फ गर्म कपड़े ही काफी हैं, बल्कि खान-पान की आदतों में भी बदलाव जरूरी है। क्योंकि शरीर को अंदर के साथ-साथ बाहर से भी गर्म रखना जरूरी है। मौसम के अनुसार हमें कई बदलाव करने पड़ते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि हमारी जीवनशैली और खान-पान मौसम के अनुसार होना चाहिए, इसलिए आयुर्वेद में 'ऋतुचर्या' का उल्लेख किया गया है।  डॉक्टर चंचल शर्मा का कहना है 'ऋतु' का मतलब है 'मौसम' और 'चर्या' यानी 'जीवनशैली और आहार संबंधी नियम' को कहा गया है। आयुर्वेद में 6 ऋतुओं के लिए अलग-अलग चर्या के बारे में बताया गया है। इनका पालन करके हम कई बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं। आयुर्वेद का एक अहम पहलू खानपान और जीवनशैली पर जोर देना है जिसके माध्यम से कोई भी स्वस्थ रह सकता है यानी बीमार नहीं पड़ने पर आधारित है। इस उद्देश्य से दिनचर्या और ऋ

लीनेस प्रांत RM-1 स्वयंसिद्धा ने आयोजित की मस्ती की पाठशाला

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० आशा पटेल ०  जयपुर। लीनेस प्रांत RM -1 स्वयंसिद्धा के नूतन वर्ष का आरंभ वर्ष का पहले ही दिन मस्ती की पाठशाला का आयोजन किया गया। जयपुर के सभी लीनेस क्लब अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष तथा प्रशासकीय कार्यकारिणी, प्रांतीय सचिव, कोषाध्यक्ष,रीजन चेयरपर्सन एरिया ऑफिसर, पी.आर ओ,मीडिया इंचार्ज,सेमिनार इंचार्ज,की ट्रेनिंग रखी गई थीम मस्ती की पाठशाला थी जिसमें सभी स्टूडेंट यूनिफॉर्म में आए। मीडिया प्रभारी शकुन्तला विजयवर्गीय ने बताया ट्रेनर टीचर के रूप में लीनेस ,चंद्रा चतुर्वेदी,कुसुम सोगानी, महादेवी आर्य एवं वीणा पारख थी। सभी ने उपरोक्त को पढा़या और लीनेस प्रांतीय रूल्स व आगामी वर्ष की योजनाओं से अवगत कराया। प्रांतीय अध्यक्षा अनुभा जैन ने सभी का स्वागत व अभिनंदन किया तथा आगामी वर्ष में फुटप्रिंट्स कदमों के निशाँ प्रतीक चिन्ह से परिचय कराकर पूरी रूपरेखा बताई। प्रांतीय सीईओ अंजना जैन ने लीनेस सर्विस आर्गेनाईजेशन के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी तथा सगठन को मजबूत बनाने की जानकारी दी। समाज के पीड़ित वर्ग की सेवा करते हुए ऑटिज्म के बच्चों पर विशेष कार्य इस वर्ष किया जाएगा साथ ही पब्लिक वेलफेयर, ए