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अक्तूबर 6, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ बांग्लादेश की जीरो टॉलरेंस नीति की सराहना की

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नयी दिल्ली - राष्ट्रपति ने कहा कि जहां तक सामाजिक-आर्थिक विकास की बात है तो आज बांग्लादेश विकासशील देशों के लिए ए क रोल मॉडल है। इस यात्रा में बांग्लादेश का सहयोगी होना भारत के लिए सम्मान की बात है। उन्होंने भरोसा जताया कि भारत और बांग्लादेश की द्विपक्षीय परियोजनाएं एक सं युक्त एवं समृद्ध पड़ोस का निर्माण करेंगी। राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ बांग्लादेश की जीरो टॉलरेंस यानी बिल्कुल बर्दाश्त न करने की नीति की सराहना की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद, उग्रवाद और हिंसात्मक कट्टरपंथ को परास्त करने के हमारे संयुक्त प्रयास परिणाम दे रहे हैं। बांग्लादेश गणराज्य की प्रधानमंत्री श्रीमती शेख हसीना ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री का भारत में स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों को उच्च प्राथमिकता देता है। हमारी साझेदारी ऐतिहासिक, समय की कसौटी पर परखी हुई और चिरस्थायी है। यह 1971 के मुक्ति संग्राम में तपकर निकली है।  राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध बहुत अच्छे चल रहे हैं। हम दोनों मिलकर अपनी साझेदारी का स

CM Uttrakhand गांव-देहात की सड़कें कब बनेंगी

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गोवा मैरीटाइम कॉन्क्लेव : हिंद महासागर क्षेत्र में सहयोग के आधार पर मिलकर काम करने का आह्वान किया

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जीएमसी 2019 का उद्घाटन 4 अक्टूबर को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत कुमार डोभाल ने किया था। इसमें कई नौसेना प्रमुखों और हिंद महासागर से सटे 10 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यह भारत द्वारा समुद्री क्षेत्र में की गई अग्रिम पहल है। गोवा के नेवल वॉर कॉलेज में दो दिन से चल रहा गोवा मैरीटाइम कॉन्क्लेव (जीएससी) 2019 नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, एडीसी के संबोधन के साथ संपन्न हो गया।  उन्होंने हिंद महासागर क्षेत्र में सभी हितधारकों से आपसी विश्वास की मजबूत बुनियाद, सहयोग और सहभागिता के आधार पर मिलकर काम करने का आह्वान किया, ताकि इस क्षेत्र के समुद्री रास्तों और अर्थव्यवस्थाओं को सुरक्षित किया जा सके।  कॉन्क्लेव के इतर, द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने और हर देश से जुड़े खास मुद्दों पर चर्चा करने के लिए द्विपक्षीय बैठकें भी आयोजित की गईं। इस अवसर पर नौसेना की दक्षिणी कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल एके चावला, एवीएसएम, वीएसएम, एनएम ने 13 अगस्त से 5 अक्टूबर, 2019 तक चले आठ सप्ताह के चौथे  क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा पाठ्यक्रम (आरएमएससी) में शामिल होने वाले

पुलिस व्‍यवस्‍था और थानों को लोगों के अनुकूल बनाएं: उपराष्ट्रपति

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नयी दिल्ली - थाने लोगों के लिए संपर्क करने का पहला स्‍थान है। उन्होंने कहा कि आम लोगों को यह विश्वास होना चाहिए कि पुलिस कर्मी उसकी शिकायत का निवारण करने में समर्थ हैं। आप इस बात से सहमत होंगे कि वर्तमान में शिकायतकर्ता इस गलतफहमी के साथ थाने में प्रवेश करता है कि क्या उसकी रिपोर्ट दर्ज की जाएगी या उसके साथ कैसा व्‍यवहार किया जाएगा। नायडू ने कहा, “हम थानों को लोगों के अनुकूल बनाने के लिए कई सालों से बात कर रहे हैं। दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा है। जब तक वरिष्ठ अधिकारी थानों में माहौल सुधारने का बीड़ा नहीं उठाएंगे तब तक स्थिति नहीं बदल सकती हैं। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने पुलिस व्‍यवस्‍था को लोगों पर  केंद्रित बनाने और थानों को लोगों के अनुकूल एवं सुलभ बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उपराष्‍ट्रपति ने इंडियन पुलिस फाउंडेशन, नेशनल सेंटर फॉर गुड गवर्नेंस और ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआर एंड डी) द्वारा संयुक्त रूप से स्‍मार्ट पुलिस व्‍यवस्‍था पर आयोजित एक राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए पुलिस बलों में आंतरिक सुधार करने का सुझाव दिया। उन्‍होंने थानों में माहौल को