अमूर्त सांस्कृतिक विरासत और सांस्कृतिक परंपराओं" के लिए 9-10 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय स्वदेशी दिवस का आयोजन होगा
जयपुर -"भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत और विविध सांस्कृतिक परंपराओं" की सुरक्षा के लिए इन्फोटेनमेंट एजुकेशनल इवेंट की दो दिवसीय वर्चुअल स्ट्रीमिंग 9-10 अगस्त को जोधपुर के डेसर्ड म्यूजियम अरना झरना से एक वेबिनार के माध्यम से आयोजित की जाएगी। अंतर्राष्ट्रीय स्वदेशी दिवस के अवसर पर, लोक संवाद संस्थान, जयपुर और रूपायन संस्थान जोधपुर और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों और संस्थानों को संयुक्त रूप से कहानी, प्रदर्शन कला और शिल्प जैसी गतिविधियों के माध्यम से स्वदेशी समुदाय की पारंपरिक कला एवं कौशल के संरक्षण, एवं जागरूकता बढ़ाने और स्वदेशी लोगों की जरूरतों और चिंताओं को दूर करने के लिए इस कार्यक्रम को आयोजित किया जा रहा है। लोक संवाद संस्थान के सचिव कल्याण सिंह कोठारी ने बताया कि सांस्कृतिक क्षेत्र सहित लगभग सभी क्षेत्रों में COVID-19 का प्रभाव महसूस किया जा रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द होने, पर्यटन एवं सांस्कृतिक संस्थान बंद होने से सामुदायिक सांस्कृतिक कलाकारों पर गहरा प्रभाव पडा है। मौखिक परंपराओं, प्रदर्शन कला, स्थानीय ज्ञान और पारंपरिक कौशल की हमारी विरासत...