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अक्तूबर 23, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

छात्रों ने शहर के ट्रैफिक गाईस और प्रायेजन एनजीओ के बच्चों के साथ मनाई दिवाली

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० संवाददाता द्वारा ०  कोलकाता :  ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल, न्यूटाउन की प्रिंसिपल  शर्मीली शाह ने कहा, "पर्व-त्योहारों का मतलब उत्सव और एक-दूसरे का साथ ही होता है। इस प्रकाश पर्व के दौरान, हम अपने ट्रैफिक गार्डों के साथ इस दिन को मनाते हुए बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं जो यातायात के निरंतर प्रबंधन में मदद कर रहे हैं और शहर को चलायमान रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। हमारे दिनों और जीवन को आसान बनाने के लिए हम उनके आभारी हैं और हमारे छात्र उनके साथ कुछ गुणवत्तापूर्ण समय बिताकर रोमांचित थे। उत्सव के दौरान हमारे स्कूल में प्रायजन एनजीओ के बच्चों का होना वास्तव में सौभाग्यशाली क्षण था। ऑर्किड्स - द इंटरनेशनल स्कूल (ओआईएस), न्यूटाउन, कोलकाता ने शहर के ट्रैफिक गार्डों और वंचित बच्चों के लिए काम करने वाले गैर-सरकारी संगठन, प्रायजन के बच्चों के साथ पूरे उल्हास और उत्साह के साथ दिवाली मनाई। छात्रों ने न्यूटाउन पुलिस स्टेशन क्षेत्र का दौरा किया और ट्रैफिक गार्डों के साथ अच्छा समय बिताया और उनकी सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। प्रायजन एनजीओ, राजारहाट के वंचित बच्चों ने भी स्कूल ...

कहानी-'अमूल्य उपहार'

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०  सुरेखा शर्मा ०  घर में खूब चहल-पहल थी । शादी जैसा माहौल था ।हो भी क्यों न ,भाभी का पहला करवा व्रत जो था।खूब खरीदारी की गई थी भाभी के मायके वालों के लिए । दीपावली के उपहारों की पैकिंग चल रही थी ।सारा परिवार भाभी के मायके जाने की तैयारी में व्यस्त था।माँ ड्राइवर को बार-बार एक ही बात कहे जा रही थी , 'सब सामान ध्यान से गाड़ी में रखना ।कोई चीज छूट न जाए। फलों का टोकरा आया या नहीं ?' 'आ गया माँ जी। सब हो गया, आप चिंता न करो ।'बड़ी भाभी सुबह से तैयारी में जुटी थी। चुपचाप इधर से उधर समान रख रही थी , पर आज उनके सलोने से मुख पर चमक नही थी ।बड़ी भाभी के मायके वालों को तो इतना सम्मान मां ने कभी नही दिया । अभी विचार मन्थन चल ही रहा था कि भाभी चाय का कप देते हुए बोलीं , 'दीदी चाय पी लीजिए अदरक वाली ,हमने स्पेशल आपके लिए बनाई है।हम देख रहे हैं आप कल से बहुत उदास हैं।क्या ननदोई जी की याद आ रही है? ' 'अरे भाभी ,हमारी छोडिये , आप बताइए कि आज चांद से मुखड़े पर चिंता की काली बदरी क्यों छाई हुई है ?' भैया ने कुछ कह दिया क्या?"'नहीं दीदी ऐसी कोई बात नहीं ?'...

कहानी-''जगमग दीप जले"

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०  सुरेखा शर्मा ० लेखिका / समीक्षक दफ्तर से आते-आते रात के आठ बज गये थे।घर में घुसते ही प्रतिमा के बिगड़े तेवर देख श्रवण भांप गया कि जरूर आज घर में कुछ हुआ है,वरना मुस्करा कर स्वागत करने वाली का चेहरा उतरा न होता ।सारे दिन मोहल्ले में होने वाली गतिविधियों की रिपोर्ट जब तक मुझे सुना न देती उसे चैन नहीं मिलता था ।जलपान के साथ-साथ बतरस पान भी करना पड़ता था।पंजाब केसरी पढ़े बिना अड़ोस-पड़ोस के सुख-दुख के समाचार मिल जाते थे।शायद देरी से आने के कारण ही प्रतिमा का मूड बिगड़ा हुआ है ।प्रतिमा से माफी मांगते हुए बोला,"साॅरी,मैं तुम्हें फोन नहीं कर पाया।महीने का अन्तिम दिन होने के कारण बैंक में ज्यादा कार्य था।" " तुम्हारी देरी का कारण मैं समझ सकती हूं,पर मैं इस कारण दुखी नहीं हूं।" प्रतिमा बोली। यह सनकर मन को कुछ राहत मिली"फिर हमें भी तो बताओ इस चांद से मुखड़े पर चिन्ता की कालिमा क्यों?" दोपहर को अमेरिका से बड़ी भाभी(जेठानी)जी का फोन आया था कि कल माता जी हमारे पास पहुंच रही हैं ।" प्रतिमा चिन्तित होते हुए बोली" तो इसमें इतना उदास व चिन्तित होने कि क्या बात...

बाल स्वरूप माता लक्ष्मी ने घर-घर जाकर जरूरतमंदों को बांटी दीपावली सामग्री

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० संवाददाता द्वारा ०  चौरई(छिन्दवाड़ा )-  बाल स्वरूप में माँ लक्ष्मी ने गरीब, असहाय एवं जरूरतमंद परिवारों के घर पहुँचकर दीपावली उपहार का वितरण किया। माता लक्ष्मी के गरीबों के घर मे कदम पडते ही घरो में जैसे खुशी का माहौल आ गया। परिवार को ऐसे लगने लगा मानो माता लक्ष्मी साक्षात उनके घर मे खुशियाँ लेकर आई हो। सभी ने बाल स्वरूप में दर पर पहुँची माता लक्ष्मी का स्वागत किया एवं पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इस दृश्य को देखकर आसपास के लोग खुशी से झूम उठे। कपड़ा बैंक "सेवा सहयोग संगठन छिंदवाड़ा" के सहयोग से जरूरतमंद घर में होगा उजाला, कपड़ा बैंक शाखा चौरई में संस्थापक हेमलता महेश भावरकर के निर्देशन में ब्लाक अध्यक्ष मोनू पवार एवं टीम द्वारा भारत माता चौक पर माँ लक्ष्मी की पूजा कर लाबानगुड़ी एवं टोला में दीपावली उपहार हर घर हो उजाला दान-दाताओं के सहयोग से दिये, लाही, बताशा, मिठाई, रंगोली, फुलझड़ी, अनारदाना, चूड़ी-बिंदी, साड़ी, पेंट-सर्ट एवं अन्य सौंदर्य सामग्री आदि उपहार स्वरूप प्रदान की गई। जिला मीडिया प्रभारी श्याम कोलारे ने बताया कि कपड़ा बैंक हर साल गरीब जरूरतमंदो के घर उजाला एवं खुशियाँ ...

जियो ट्रू 5जी-पावर्ड वाई-फाई लॉन्च , नाथद्वारा में आकाश अंबानी ने किया शुभारंभ

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० संवाददाता द्वारा ०  नई दिल्ली :  JioTrue5G पावर्ड सर्विस के साथ ही नाथद्वारा और चेन्नई में जियो की ट्रू 5जी सर्विस भी शुरू हो गई हैं। हाल ही में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और वाराणसी में भी 5जी सर्विस लॉन्च की गई थी। जल्द ही दूसरे शहरों में भी जियो 5जी सर्विस शुरू हो सके और ट्रू 5जी हैंडसेट की उपलब्धता बढ़े इसके लिए जियो की टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।  रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड (जियो) ने JioTrue5G नेटवर्क पर चलने वाली वाई-फाई सेवाओं को लॉन्च किया। शैक्षणिक संस्थानों, धार्मिक स्थानों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड, कमर्शियल हब जैसे स्थान जहां लोगों का जमावड़ा अधिक होता है वहां यह सर्विस दी जाएगी। JioTrue5G पावर्ड वाई फाई की शुरूआत आज राजस्थान के पवित्र शहर नाथद्वारा से की गई। जियो यूजर्स को यह नई वाई-फाई सर्विस, जियो वेलकम ऑफर अवधि के दौरान मुफ्त में मिलेगी। दूसरा नेटवर्क इस्तेमाल करने वाले भी जियो 5जी पावर्ड वाई फाई का सीमीत इस्तेमाल कर सकेंगे। पर अगर वे जियो 5जी पावर्ड वाई फाई की फुल सर्विस का उपयोग करना चाहते हैं तो उन्हें जियो का ग्राहक बनना होगा। दिलचस्प यह है कि...

दीप मालाओं का महामहोत्सव है दिवाली ' पर्व एक ,किदवंती कथाएं अनेक

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0  विनोद तकियावाला 0 ब्रह्म पुराण के अनुसार आज के दिन अर्धरात्रि के समय घन की देवी महालक्ष्मीजी के भुलोक में यत्र -तत्र विचरण करती हैं। इसलिए नगर वासी इस दिन घर -बाहर को खूब साफ -सुथरा करके,आम के पत्तों ,केले का खम्ब और फूलों और रंगोली से सजाया -संवारा जाता हैं। ताकि जब लक्ष्मीजी आये वह प्रसन्न होकर स्थायी रूप से अपने भक्तों के घर निवास करती हैचौथे दिन गोवर्धन पूजा तथा पांचवें दिन द्धितीया को भाईदूज ,जिन्हें विभिन्न वर्गों के लोग बड़ी श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।वास्तव में दीप मालाओं का महापर्व धनतेरस ,नरक चतुर्दशी तथा महालक्ष्मी पूजन --इन तीनों पर्वों का मिश्रण हैं। दीपावली का पर्व कार्तिक मास के कृष्ण त्रयोदशी(धनतेरस )से कार्तिक मास के शुक्ल द्वितीया (भाईदूज )तक मनाया जाने वाला पंच दिवसीय -महोत्सव पर्व है। कार्तिक मास की अमावस्या 'दीपावली 'भारतीय सभ्यता ,संस्कृति की अस्मिता की पहचान है।इन 5 दिनों में सर्वप्रथम त्रयोदशी को धनतेरस के दिन भगवान धनंवतरी का पूजन होता है ,दूसरे दिन मृत्यु के देवता यमराज के निर्मित नरक चतुर्दशी (रूप चौदस )मनाई जाती है।जिसे छोटी दीपावली भी ...