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दिसंबर 2, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

उपराष्ट्रपति "दिव्यांगजन अंतर्राष्ट्रीय दिवस" पर दिव्यांगों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे

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नयी दिल्ली - दिव्यांगजन अंतर्राष्ट्रीय दिवस अर्थात 3 दिसंबर के अवसर पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय का दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग प्रत्येक वर्ष दिव्यांगजन सशक्तिकरण की दिशा में अर्जित की गई उत्कृष्ट उपलब्धियों एवं किये गये कार्यों के लिए व्यक्तियों, संस्थानों, संगठनों और राज्य / जिला आदि को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करता है। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू विज्ञान भवन में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग द्वारा "दिव्यांगजन अंतर्राष्ट्रीय दिवस" मनाने के लिए आयोजित एक समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। वह दिव्यांगजन सशक्तिकरण की दिशा में अर्जित की गई उत्कृष्ट उपलब्धियों एवं किये गये कार्यों के लिए व्यक्तियों, संस्थानों, संगठनों और राज्य / जिला आदि को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत समारोह की अध्यक्षता करेंगे। सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर, श्री रामदास अठावले और श्री रतन लाल कटारिया भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। वर्ष 2019 के लिए दिव्यांगजन सशक्तीकरण के लि

यह सरकार नफ़रत की राजनीति कर रही है,बोली पीस पार्टी

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मानवीय रिश्तों पर आधारित "ये रिश्ता" का सफल मंचन

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पत्नी के देहांत के बाद वकील साहब की नियत मे फर्क आ जाता है वो लड़की भी अब जवान हो गई थी  वकील साहब की नज़रें अब उसे बेटी की दृष्टि से न देखकर साली की दृष्टि से देखने लगी थी अन्ततः वकील साहब  उसी लड़की से शादी कर लेते है जिसे कभी वो इस घर मे बेटी बना कर लाये थे।     नई दिल्ली ! अभिकल्प के  तत्वाधान मे नाटक " ये रिश्ता " का सी एस ओ आई  के सभागार मे सफलता पुर्वक मंचन  किया गया। मुंशी प्रेमचंद की कहानी भूत पर आधारित इस नाटक मे मानवीय रिश्तो की मर्यादा को बनाए रखने पर ताना बाना बुना गया है। अपने सशक्त अभिनय से  कलाकारों ने नाटक को जीवंत बना दिया।   नाटक मे दर्शाया गया है कि वकील सीता नाथ को चार बेटे हैं और बेटी न होने का ग़म है। बेटी की कमी को पूरा करने के इरादे से वो अपनी चार साल की छोटी सी साली को ही बेटी करके पालने का निश्चय करता है और उसे बहुत प्यार से पालता भी है किंतु समय बीतने के साथ और उसकी पत्नी के देहांत के बाद वकील साहब की नियत मे फर्क आ जाता है वो लड़की भी अब जवान हो गई थी  वकील साहब की नज़रें अब उसे बेटी की दृष्टि से न देखकर साली की दृष्टि से देखने लगी थी अन्ततः वकील स

कारवां फाऊंडेशन की 2 नई  "नेकी की दीवार" की शुरुआत

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नयी दिल्ली - कारवां फाऊंडेशन ने की 2 नई  " नेकी की दीवार " *मधु विहार के बाद जनकपुरी और पालम विधानसभा में भी हुई शुरुआत*इस मौक़े पर समाजिक कार्यकर्ता फरज़न्द खान और सगीर खान ने कहा कि "सर्दियों का मौसम शुरु हो रहा है और हमारे आसपास ऐसे काफी लोग रहते हैं जिनके पास सर्दियों के मौसम में खुद को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े मयस्सर नहीं हो पाते हैं। इनमें काफी लोग ऐसे भी होते हैं जो अपनी खुद्दारी की वजह से अपनी ज़रूरत तक दूसरों को नहीं बता पाते, और सर्दी में कपड़े ना होने की वजह से बीमार पड़ जाते हैं या बेरहम सर्दी की सर्द रातें बिना गर्म कपड़ों के गुज़ारने को मजबूर होते हैं। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुये हम लोगों ने इन नेकी की दीवारो की शुरुआत की है, जिससे ज़रुरतमंद लोगों को गर्म कपड़े मिल सकें।     कारवां फाऊंडेशन द्वारा हाल ही में दिल्ली के मधु विहार में नेकी की दीवार की शुरुआत के बाद,दो नई नेकी की दीवारों की शुरुआत की गई। जिसमें कारवां फाऊंडेशन व दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग सलाहकार समिति सदस्ये रईस अहमद ने क्षेत्र के अहम लोगों के साथ शिरकत की।   इस मोक़े पर रईस अहमद ने