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जुलाई 11, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

उदयपुर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शामिल आतंकवादी के भाजपा एवं भाजपा नेताओं से सम्बद्धता की जानकारी सामने आई

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० संवाददाता द्वारा ०  जयपुर । भाजपा की केन्द्र सरकार के शासन में पूरे देश में भय का महौल बना हुआ है तथा आमजन सुरक्षा को लेकर आशांकित एवं भयभीत है। उदयपुर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शामिल आतंकवादी के भाजपा एवं भाजपा नेताओं से सम्बद्धता की जानकारी सामने आई है। इसी प्रकार जम्मू में पकड़ा गया आतंकी भाजपा का पदाधिकारी निकला है। इन घटनाओं की जाँच एनआईए को करनी चाहिए तथा 05 जुलाई को महानिदेशक, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण दिनकर गुप्ता को जो पत्र लिखकर भाजपा नेताओं एवं आतंकवादियों के संबंधों की वृहद जाँच करने हेतु मांग की है, का संज्ञान लेकर एनआईए को देश के समक्ष सच्चाई लानी चाहिये ।  उक्त विचार राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक गोविन्द सिंह डोटासरा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, जयपुर पर आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। डोटासरा ने कहा कि भाजपा के नेता संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग विपक्ष के नेताओं को प्रताड़ित करने के लिये कर रहे हैं, पूरे देश में शंका का माहौल है। उन्होंने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार लोकतंत्र को मजबूत करने की बजाए कमजोर करने के कार्य कर रही ह...

डिजिटल दुनिया में भी कायम है प्रिंट मीडिया का महत्व: प्रो. द्विवेदी

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० योगेश भट्ट ०  इंदौर । भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी का कहना है कि डिजिटल और सोशल मीडिया के सक्रिय हो जाने के बावजूद प्रिंट मीडिया का अलग महत्व है। हमारे सामने भले ही चुनौतियां हैं, लेकिन हम अपनी चुनौतियों का डटकर मुकाबला करते आ रहे हैं। यही कारण है कि आज भी अखबार की साख और इसकी विश्वसनीयता बरकरार है। प्रो. द्विवेदी वीणा संवाद केंद्र, इंदौर द्वारा मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति के शिवाजी सभागार में आयोजित विशेष व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण कुमार अष्ठाना ने की एवं विषय प्रवर्तन प्रतिष्ठित पत्रिका 'वीणा' के संपादक  राकेश शर्मा ने किया। प्रिंट मीडिया का भविष्य' विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रो. द्विवेदी ने कहा कि बेहतर अखबार के लिए कंटेंट का मजबूत होना जरूरी है। ऐसा नहीं है कि टेक्नोलॉजी बदलने अथवा टीवी और सोशल मीडिया के आने से अखबारों का भविष्य खतरे में है। ऐसा होता, तो जापान में अखबार नहीं छपते, क्योंकि वहां की तकनीक भी हमसे बहुत आगे है और मोबाइल भी वहां बहुत ज्यादा हैं। उन्होंने...

यूनिवर्सिटी लिविंग ने स्टूडेंट्स को सम्मानित करने के लिये लॉन्च किया ‘सोशल स्कॉलरशिप’

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली - यूनिवर्सिटी लिविंग समाज पर प्रभाव डालने वाले स्टूडेंट्स के लिये सोशल स्कॉलरिशप लॉन्च कर रहा है किसी भी राष्ट्रीयता के कोई भी स्टूडेंट इस स्कॉलरशिप के लिये आवेदन कर सकते हैं, यदि उन्होंने लंदन, लिवरपूल, बर्मिंघम, कोवेन्ट्री, लेसेस्टर और शेफील्ड में यूनिवर्सिटीज में आवेदन किया है इस स्कॉलरशिप में उनके रहने का खर्च शामिल होगा और अकादमिक प्रदर्शन से इतर सम्मानित किया जाएगा। लंदन में इस स्कॉलरिशप का मूल्य 5000 पाउंड और अन्य शहरों में 1000 पाउंड है। यूनिवर्सिटी लिविंग, जोकि दुनियाभर के विद्यार्थियों आवास उपलब्‍ध कराने वाली एक प्रमुख प्रदाता है, ने सोशल स्‍कॉलरशिप्‍स की पेशकश की है। यूनिवर्सिटी लिविंग द्वारा ब्रिटेन (यूके) में छह स्‍थानों पर इन-हाउस सोशल स्कॉलरशिप की शुरुआत की गई है। सच ही कहा गया है कि किसी भी स्‍टूडेंट को बनाने में सिर्फ अंकों का ही योगदान नहीं होता है और यूनिवर्सिटी लिविंग भी इस कथन का पूरी तरह समर्थन करती है। यह स्कॉलरशिप लंदन, बर्मिंघम, लिवरपूल, कोवेंट्री, शेफील्ड और लेसेस्टर में विश्वविद्यालयों में आवेदन करने वाले छात्रों के लिये उपलब्ध ...