संदेश

नवंबर 5, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक की उत्तर कोलकाता में 84वीं शाखा खुली

चित्र
० संवाददाता द्वारा ०  कोलकाता - देशभर में बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए देश के लोगों के दिलों में एक विशेष जगह बनाने वाली उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड ने कोलकाता में एक नई शाखा की शुरुआत की गई। यह शाखा पश्चिम बंगाल की 84वीं शाखा होगी, जिसका शुभारंभ उत्तर कोलकाता के श्यामबाजार क्रॉसिंग के पास किया गया है। बैंक के अधिकारियों की तरफ से दावा किया गया है कि राज्य में मौजूदा 9.41 लाख ग्राहकों को जोड़ने में यह शाखा अहम योगदान करेगी। नई शाखा खोलने का उद्देश्य देश की सांस्कृतिक राजधानी कोलकाता में रहनेवाले ज्यादा से ज्यादा लोगों को इससे जोड़कर उनतक अपनी बेहतर सेवाएं पहुंचाना है। उज्जीवन एसएफबी की योजना देश भर के ग्राहकों को सर्वोत्तम श्रेणी के बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है।उज्जीवन एसएफबी ग्राहकों को उनके द्वारा बैंक में खोले गए बचतउज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक की ओर से उत्तर कोलकाता के श्यामबाजार क्रॉसिंग के पास 84 वें शाखा का हुआ शुभारंभ  देशभर में बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए देश के लोगों के दिलों में एक विशेष जगह बनानेवाली उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड ने कोलकाता में एक नई शाखा की श

गुंजन सिंह और ब्रिटिश अभिनेत्री क्रिस्टिना का "पैक-अप"

चित्र
०  संत कुमार गोस्वामी ०  पटना -तस्वीर में गुंजन सिंह गले मे बिहारी गमछा डाले ब्रिटिश अभिनेत्री क्रिस्टीना के साथ नजर आ रहे है। दोनों की जोड़ी कमाल लग रही है। उनके फैन्स भी इसे खूब पसंद कर रहे हैं और इस तस्वीर को खूब शेयर भी किया जा रहा है। इसको लेकर गुंजन सिंह का कहना है कि यह फ़िल्म काफी रोचक है और इसकी शूटिंग में हमें खूब मजा भी आ रहा है। क्रिस्टिना प्रतिभाशाली और स्टनिंग एक्ट्रेस हैं। हम लोग सेट को खूब एंजॉय कर रहे हैं। उम्मीद है हमारी केमेस्ट्री और यह फ़िल्म लोगों को खूब पसंद आने वाली है। भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री के पॉपुलर स्टार गुंजन सिंह एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं,उनकी एक नही दो दो तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। एक तस्वीर में वे ब्रिटिश अभिनेत्री क्रिस्टिना के साथ तो दूसरी तश्वीर में अभिनेत्री अर्शिया के साथ नजर आ रहे हैं।दोनों तश्वीर लंदन की है। जहां उनकी नई भोजपुरी फिल्म "पैक-अप" की शूटिंग पूरे जोर शोर से चल रही है।यशी फिल्म्स-अभय सिन्हा प्रस्तुत इस फ़िल्म का निर्माण पॉल कॉमर्स कर रही है।जबकि निर्देशक है प्रेमांशु सिंह तस्वीरों में एक तस्वीर अर्शिया क

भैलो रे भैलो खेलना गांवों में अधिक आनंदकर होता है,

चित्र
०  डॉ.वीरेंद्रसिंह बर्त्वाल ०  शहरों में पहाड़ की दीपावली (इगास) मनाने की पहल होना परंपराओं को पुनजीर्वित करने की दिशा में अच्छा प्रयास है, परन्तु अच्छा होता कि यह आयोजन उसी स्वरूप में होता, जो आज से लगभग 35-40 साल पहले था। शहरों में तो उस स्वरूप की आस नहीं कर सकते हैं, लेकिन पलायन के कारण निर्जन हुए गांवों में तो उस स्वरूप की कल्पना भी नहीं की जा सकती। शहरों में मनाए जाने वाली एकादशी का वही स्वरूप है, जो दीपावली का है। यहां दीपावली जैसा ही धूम-धड़ाका हो रहा है, पटाखे फूट रहे हैं, हां,मिठाई थोड़ी कम बंट रही है। कुछ संस्थाओं की पहल पर भैलो खेलने का आयोजन हुआ है, जो विशुद्ध रूप से पहाड़ों में ही होता था। भैलो केवल एकादशी पर ही नहीं, छोटी और बड़ी दोनों दीपावलियों पर भी खेला जाता था, लेकिन अधिकांश लोगों ने इसे केवल एकादशी से ही जोड़ लिया। भैलो का आशय और उद्देश्य अनिष्टकारिणी शक्तियों और व्यक्ति को बुरे प्रभावों से मुक्त कराना रहा है। इसके साथ मनोरंजन और मनोविनोद के भी झीने से तंतु जुड़ चुके हैं, इसलिए यह लोकप्रिय बन गया। यद्यपि भैलो खेलना गांवों में अधिक आनंदकर होता है, लेकिन जब शहरों ने पहाड़ के

वाप्कोस और एनपीसीसी में प्रभावी प्रबंधन हेतु एक महत्‍वपूर्ण उपकरण – सम्‍मेलन

चित्र
० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली - वाप्कोस और एनपीसीसी में 31 अक्‍टूबर से 6 नवम्‍बर तक सतर्कता जागरूकता सप्‍ताह मनाया जा रहा है जिसका विषय ‘ एक विकसित राष्‍ट्र के लिए भ्रष्‍टाचार मुक्‍त भारत’ है।इस सप्‍ताह के दौरान भ्रष्‍टाचार के दुष्‍परिणामों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए वाप्कोस में विभिन्‍न गतिविधियों जैसे प्रमुख स्‍थानों पर बैनर/पोस्‍टर लगाना, बच्‍चों और कर्मचारियों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता, निबंध लेखन जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। एनपीसीसी भी सतर्कता जागरूकता सप्‍ताह 2022 की थीम के अनुसार फरीदाबाद और गुड़गांव शहरों में पढ़ रहे बच्‍चों के लिए पोस्‍टर प्रतियोगिता और निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन करेगी। वाप्कोस और एनपीसीसी ने सीएसओआई ऑडिटोरियम, चाणक्‍यपुरी, नई दिल्‍ली में निवारक सतर्कता सम्‍मेलन – वाप्कोस और एनपीसीसी में प्रभावी प्रबंधन हेतु एक महत्‍वपूर्ण उपकरण – सम्‍मेलन का आयोजन किया। इस अवसर पर जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार में सचिव श्री पंकज कुमार मुख्‍य अतिथि थे। श्री शैलेन्‍द्र सिंह, मुख्‍य प्रौद्योगिकी जांचकर्ता, सीवी

नॉर्थ ईस्ट में मीडिया शिक्षण को बढ़ावा देगा आईआईएमसी का आइजोल कैंपस : मुर्मू

चित्र
० योगेश भट्ट ०  आइजोल । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मिजोरम की अपनी यात्रा के दौरान भारतीय जन संचार संस्थान के स्थाई आइजोल कैंपस का उद्घाटन किया। इस परिसर में संस्थान द्वारा अंग्रेजी पत्रकारिता एवं डिजिटल मीडिया में पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों का संचालन किया जाएगा।इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय जन संचार संस्थान, आइजोल के स्थाई परिसर का उद्घाटन करते हुए मुझे बेहद खुशी हो रही है। यह परिसर पूरे उत्तर पूर्व में मीडिया और जनसंचार क्षेत्र में शिक्षण एवं प्रशिक्षण को बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि आईआईएमसी लगातार सीखने और काम करने के जुनून का माहौल प्रदान करता है और मीडिया एवं जनसंचार के क्षेत्र में नए प्रयोगों को बढ़ावा देता है। आईआईएमसी के उत्तर पूर्वी परिसर ने 2011 में मिजोरम यूनिवर्सिटी की ओर से उपलब्ध कराए गए एक अस्थाई भवन में काम शुरू किया था। नवनिर्मित परिसर के लिए निर्माण कार्य 2015 में शुरू हुआ और यह 2019 में पूरा हुआ। इसकी कुल लागत 25 करोड़ रुपये है। 8 एकड़ भूमि पर बने इस कैंपस में छात्रावास व स्टाफ क्वार्टर के साथ अलग-अलग प्रशासनिक और शैक्षणिक भवन हैं। अपनी स्थापना के समय से यह

पावरग्रिड, उत्तरी क्षेत्र-I में सतर्कता जागरूकता सप्ताह,2022 मनाया

चित्र
० योगेश भट्ट ०  फरीदाबाद -  पावरग्रिड, उत्तरी क्षेत्र, पा. प्र.-I में 31 अक्तूबर से 06 नवंबर तक क्षेत्रीय मुख्यालय, फरीदाबाद में सतर्कता जागरूकता सप्ताह, 2020 मनाया गया। समारोह के दौरान श्री ए.के. मिश्रा, कार्यपालक निदेशक (उत्तरी क्षेत्र-I) ने “सदाचारिता, पारदर्शिता एवं नैतिकता के मानक मूल्यों के संचार” हेतु एवं साथ ही भ्रष्टाचार के उन्मूलन हेतु कार्मिकों को फरीदाबाद, क्षेत्रीय मुख्यालय के सभागार कक्ष में अपने विचार व्यक्त किए ।  मनोज कुमार, वरि. महाप्रबन्धक, सतर्कता, उ. क्षे. -I ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह, 2022 मनाए जाने के महत्व पर प्रकाश डाला जो कि भारत के लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म जयंती से जुड़ा है जो अब तक शासन व्यवस्था में भारतीय परंपराओं के उत्कृष्ट मूल्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस वर्ष के सतर्कता जागरूकता सप्ताह का विषय था ‘‘एक विकसित राष्ट्र के लिए भ्रष्टाचार मुक्त भारत. ‘‘  ए. के. मिश्रा, कार्यपालक निदेशक, उ.क्षे-I ने अपने भाषण में नैतिकता, अनुशासन, सत्यनिष्ठा और पारदर्शिता पर ज़ोर दिया जो कि कंपनी और राष्ट् की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण घटक हैं तथा “एक विकसित रा

पटना में आज से 'किताब उत्सव' का आयोजन

चित्र
०योगेश भट्ट ०  पटना। किताबों की दुनिया में पचहत्तर साल का अपना सफर पूरा करते हुए साहित्य और प्रकाशन जगत का अग्रणी नाम राजकमल प्रकाशन 9 दिवसीय 'किताब उत्सव' और पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन पटना के भारतीय नृत्य कला मंदिर, सांस्कृतिक परिसर फ्रेज़र रोड में कर रहा है। इस आयोजन में केवल बिहार से 40 से अधिक लेखक, रंगकर्मी, पत्रकार, राजनीतिकर्मी, संस्कृतिकर्मी शामिल हो रहे हैं। इनके अलावा बिहार के सात प्रवासी लेखक भी होंगे। बिहार समेत कुल 8 राज्यों के प्रतिष्ठित लेखक यहां जुटेंगे। बिहार और बिहार से बाहर के चर्चित नौजवान लेखकों से मिलने का अवसर भी इस अवसर पर पाठकों को मिलेगा। 5 नवम्बर से 13 नवम्बर तक आयोजित होने वाले इस उत्सव में लेखकों से पाठकों के संवाद को प्रमुखता दी गई है। रचना पाठ के साथ यहाँ चुनिंदा कृतियों पर बातचीत और रचनात्मक विषयों पर गंभीर विमर्श भी होंगे। कश्मीर, नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ और देश की बदलती हुई सियासत जैसे ज्वलंत विषयों के साथ इस उत्सव में 'हमारा शहर हमारे गौरव' श्रृंखला के तहत रेणु, रामधारी सिंह दिनकर, हरिमोहन झा, नागार्जुन, बेनीपुरी, राजकमल चौधरी, शिवपूजन स

"इगास* उत्तराखण्ड की लुप्त होती दीपावली

चित्र
० योगेश भट्ट ०  शायद ही किसी गैर उत्तराखण्डी ने इगास के बारे में सुना होगा, दरअसल आजकल के पहाडी बच्चों को भी इगास का पता नहीं है कि इगास नाम का कोई त्यौहार भी है, । दरअसल पहाडीयों की असली दीपावली इगास ही है, जो दीपोत्सव के ठीक ग्यारह दिन बाद मनाई जाती है, दीपोत्सव को इतनी देर में मनाने के दो कारण हैं पहला और मुख्य कारण ये कि - भगवान श्रीराम के अयोध्या वापस आने की खबर सूदूर पहाडी निवासीयों को ग्यारह दिन बाद मिली, और उन्होंने उस दिन को ही दीपोत्सव के रूप में हर्षोल्लास से मनाने का निश्चय किया, बाद में छोटी दीपावली से लेकर गोवर्धन पूजा तक सबको मनाया लेकिन ग्यारह दिन बाद की उस दीवाली को नहीं छोडा, । पहाडों में दीपावली को लोग दीये जलाते हैं, गौ पूजन करते हैं, अपने ईष्ट और कुलदेवी कुलदेवता की पूजा करते हैं, नयी उडद की दाल के पकौड़े बनाते हैं और गहत की दाल के स्वांले ( दाल से भरी पुडी़) , दीपावली और इगास की शाम को सूर्यास्त होते ही औजी हर घर के द्वार पर ढोल दमाऊ के साथ बडई ( एक तरह की ढोल विधा) बजाते हैं फिर लोग पूजा शुरू करते हैं, पूजा समाप्ति के बाद सब लोग ढोल दमाऊ के साथ कुलदेवी या देवता क

बी एन आई फाउंडेशन जयपुर का मैनेजमेंट छात्रों के लिए विशेष सत्र

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर - बी एन आई जयपुर व्यावसायिक संगठन के तहत बी एन आई फाउंडेशन जयपुर की शुरुआत की गई। फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य छात्रों के जीवन में शिक्षा के क्षेत्र में जो समस्याएं आती है उनका समाधान देना है। वो समस्याएं चाहे कॉपी किताब की स्टेशनरी से ले कर किसी करियर चुनने की राह बताने तक की हो। फाउंडेशन का उद्देश्य छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र की सही राह दिखाना है। बी एन आई के संस्थापक डॉ आइवान माइसनर का मानना है की आज के छात्र कल का भविष्य है और इन्हें सही राह दिखाना बहुत जरुरी है। इसके लिए एक कार्यक्रम बिजनस वॉइस फ्यूचर लीडर कार्यक्रम का आयोजन विश्व भर में इस संगठन द्वारा किया जा रहा है। इसी कड़ी में सुबोध मैनेजमेंट कॉलेज में बी एन आई के सदस्यों द्वारा जो सभी एंटरप्रेन्योर्स है , एम् बी ए के छात्रों के साथ एक सेशन आयोजित किया जिसमें उन्होंने अपने जीवन की सक्सेस स्टोरी छात्रों को बताई। एक सफल व्यक्ति जब अपनी राह में असफलताओं की बात करता है तो सुनने वाले को प्रेरणा मिलती है। बी एन आई के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अक्षय गोयल ने कार्यक्रम की शुरुआत में छात्रों को इस संगठन की कार्य प्रणाली