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अपने अस्तित्व की सुरक्षा से जूझती गौरैया

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०  श्याम कुमार कोलारे ०    "गौरैया की चहचहाहट से, भोर हुआ करती थी, गौरैया से करलव से, दिन-रजनी से मिला करती थीl" एक समय था जब हमारा जीवन गांवो में बसा करता था l जहाँ हमारे चारों ओर ग्रामीण परिवेश में बसे जीव-जन्तु निवास करते थे, उन्मुक्त गगन में जब हम इन जीव-जंतुओं के इर्दगिर्द रहते तो जमीन से जुड़े हुए होने का यथार्त आनंद की अनुभूति करते थे l हम सभी को याद होगा कि उन जीवों में से एक नन्ही सी चिड़िया गौरैया भी हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हुआ करती थी, इसकी चहचहाहट से ही दिन की शुरुआत होती थी, और इनके करलब से ही दिन का प्रकाश शांत होता था l  सभी के घर-आँगन की शोभा गौरैया हमारे आसपास अपना जीवन बड़े उमंग से व्यतीत करती थी l हमारे घर के नन्हे बच्चे गौरैया के पीछे-पीछे भागते-दौड़ते और साथ खेला करते थे l उस समय की कल्पना से ही मन में जैसे उमंग भर जाती हैl इस सुखद यादें अपने मन में रखे इस नन्हा सा जीव गौरैया को देख अब लगता है जैसे यह हमसे रूठ गयी है l बहुत-बहुत दिनों तक इसके दर्शन नहीं होते हैl उसकी चहचहाहट, करलब की ध्वनी को सुनने के लिए मन फिर से मचल उठता है l  उसकी फुदक के साथ हमारे

देश में तालाबों के हालात बद्तर, जिम्मेदार कौन

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० राम भरोस मीणा ०  हर वर्ष गर्मियां शुरू होते ही पानी की किल्लत जोरों से प्रारम्भ हो जाती है। कहीं पीने के पानी की समस्या है तो कहीं कृषि की सिंचाई के पानी की समस्या मुंह बाये खडी़ है। वैसे यह समस्या तो हर वर्ष दिसम्बर- जनवरी के आने के साथ ही प्रारंभ हो जाती है जो मई -जून आते-आते अपना असर दिखाने लगती है। पिछले एक - डेढ़ दशक से यह हर वर्ष विशेष रूप में दिखाई देने लगी है। जहां तक जल स्तर का सवाल है, देश में जल स्तर भी प्रति वर्ष लगातार तेजी से गिरता जा रहा है। अब प्रश्न यह उठता है कि आखिर इस सबका जिम्मेदार कौन है? प्रकृति, सरकार या स्वयं मानव ?  इस समस्या पर चिंतन बहुत जरूरी है। क्योंकि यह किसी एक व्यक्ति विशेष की समस्या नहीं है बल्कि यह तो सभी की समस्या है। इससे कोई अछूता नहीं है। तात्पर्य यह कि दावे कोई कुछ भी करे, हकीकत में इसकी मार से कोई बच ही नहीं सकता। वह चाहे मध्य प्रदेश हो, छत्तीसगढ़ हो, महाराष्ट्र हो, राजस्थान हो, हरियाणा हो या राजस्थान या फिर उत्तर प्रदेश ही क्यों न हो, देश का कोई राज्य, महानगर इस समस्या से अछूता नहीं है। राजस्थान को ही लें, यहां का पश्चिमी भाग रेतीले धोरों

यूईएम जयपुर, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट द्वारा " अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन

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० आशा पटेल ०  जयपुर | यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट (यूईएम) के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट विभाग द्वारा "नेशनल ताईपेई यूनिवर्सिटी ऑफ बिजनेस", ताइवान के सहयोग से यूईएम-जयपुर स्थित कैंपस में दो दिवसीय "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन मैनेजमेंट फॉर बिजनेस एंड इंडस्ट्रियल ग्रोथ 2024" कॉन्फरेंस का आयोजन किया। कार्यक्रम में महानुभावों द्वारा कॉन्फरेंस की स्मारिका का अनावरण किया गया। मैनेजमेंट विभाग प्रमुख प्रो डॉ प्रीति शर्मा ने स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम के उपाध्यक्ष प्रो डॉ बिस्वजॉय चैटर्जी ने एक उपदेश भाषण दिया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं में डॉ एलिजाबेथ इसलास लेओन जो पेरू के अंतर्राष्ट्रीय वक्ता हैं ने "एजुकेशन में एआई का वैश्विक परिदृश्य: ट्रेंड्स, चुनौतियाँ, और बेस्ट प्रैक्टिस" पर बताया; वेरोनिका थावोनेट, एक कॉर्पोरेट लीडरशिप एक्सपर्ट, ने "ब्रिजिंग विजन्स : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स और मैनेजमेंट की जुड़ावट में उद्यमिता की उत्कृष्टता" पर चर्चा की और डॉ मुनिश जिंदल, होवर रोबोटिक्स ग्लोबल प्रेसिडेंट और मेंटोरक्स के संस्थापक और सीईओ ने "ए

सीएमए जयपुर चैप्टर को मिला "बैस्ट चैप्टर अवार्ड"

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० आशा पटेल ०  जयपुर | दी इन्स्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउन्टेन्ट्स ऑफ इंडिया के द्वारा इन्दौर में आयोजित नेशनल चैप्टर्स मीट में सीएमए जयपुर चैप्टर को वर्ष 2022-23 के लिए केटेगरी ए चैप्टर मे बैस्ट चैप्टर अवार्ड से सम्मानित किया गया| चैप्टर की ओर से चेयरमैन सीएमए हरेन्द्र कुमार पारीक एवं एनआईआरसी के वाइस चेयरमैन सीएमए राकेश यादव ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। चैप्टर के चेयरमैन सीएमए हरेन्द्र कुमार पारीक ने बताया कि सीएमए स्टूडेन्ट, मेम्बर व प्रोफेशन के लिए विभिन्न क्षेत्रों में जैसे कि कैरियर काउंसलिंग प्रशिक्षण कक्षाएं,  मोटीवेशनल सेमीनार, इन्डस्ट्री विजिट, कैम्पस प्लेसमेंट, मेम्बर सेमिनार एवं बेहतर परीक्षा परिणाम आदि विविध गतिविधियों व साथ ही सदस्यों के तकनीकी ज्ञान में अभिवृद्धि और स्वास्थ्य जागरूकता के उद्देश्य से विभिन्न वेबीनार व सेमीनार आदि सराहनीय कार्यों के लिए जयपुर चैप्टर को बैस्ट चैप्टर अवार्ड से सम्मानित किया गया | एनआईआरसी के वाइस चेयरमैन व जयपुर चैप्टर के पूर्व चेयरमैन सीएमए राकेश यादव ने यह उपलब्धि हासिल करने का श्रेय प्रबंध कमेटी के सभी सदस्यों, स्टाफ और चैप्टर के सम्मानीय

भारतीय प्रेस पत्रकार संघ ने मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

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० आशा पटेल ०  जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का कहना है की मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और पत्रकार समाज का महत्वपूर्ण घटक है। पत्रकारों के साथ राजस्थान सरकार हमेशा खड़ी है और पत्रकारों की विभिन्न समस्याएं उनके नोटिस में है। मुख्यमंत्री भारतीय प्रेस पत्रकार संघ के प्रतिनिधिमंडल से सीएमआर में बात कर रहे थे। इस अवसर पर भारतीय प्रेस पत्रकार संघ के अध्यक्ष अभय जोशी ने पत्रकारों की आवास समस्या के निस्तारण के साथ ही वंचित पत्रकारों के लिए नई आवास योजना,  छोटे,लघु एवं मंझोले अखबारों को नियमित हर माह दो फुल पेज विज्ञापन जारी करने की पॉलिसी बनाने, वरिष्ठ पत्रकारों की पेंशन सहायता राशि बढ़ाकर पच्चीस हजार रूपए करने, पत्रकारों को पांच लाख तक की कैशलैस मेडिकल सुविधा देने, पत्रकार या उसके परिजन के गंभीर बीमारी से पीड़ित होने पर मुख्यमंत्री सहायता कोष से पचास लाख तक की मदद, पत्रकारों को आसान शर्तो पर बिना ब्याज के तीस लाख तक का ऋण देने, रेलवे में सत्तर प्रतिशत छूट एवम राजस्थान रोडवेज की बसों में पत्रकारों को देश भर में निशुल्क यात्रा सुविधा प्रदान करने सहित अन्य मांगे रखी।  जोशी ने कहा की पत्रका

आईआईजीजे-रिसर्च एंड लेबोरेटरीज सेंटर ने जयपुर में मोती टेस्टिंग सेवा शुरू की

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० आशा पटेल ०  जयपुर | जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) की यूनिट आईआईजीजे-रिसर्च एंड लेबोरेटरीज सेंटर ने जयपुर में मोती टेस्टिंग की बहुप्रतीक्षित सेवा शुरू करने की घोषणा की है । विपुल शाह, अध्यक्ष (जीजेईपीसी), किरीट भंसाली, उपाध्यक्ष (जीजेईपीसी), श्री निर्मल कुमार बरडिया, क्षेत्रीय अध्यक्ष (जीजेईपीसी राजस्थान क्षेत्र), डॉ. नवल किशोर अग्रवाल, बोर्ड के निदेशक (आईआईजीजे-आरएलसी), श्री अनिल संखवाल बोर्ड के निदेशक की उपस्थिति में (आईआईजीजे-आरएलसी), श्रीमती निरूपा भट्ट, सलाहकार (आईआईजीजे-आरएलसी) और पूर्व एमडी जीआईए इंडिया ने सेवा शुरू करने की घोषणा की । इस अवसर पर श्री विजय केडिया, श्री सुधीर कासलीवाल, श्री संजय काला, श्री विवेक काला, श्री अनिल विरानी, श्री बद्रीनारायण गुप्ता सहित व्यापार जगत के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। जयपुर में आईआईजीजे-आरएलसी द्वारा मोती टेस्टिंग सेवा के शुभारंभ पर, जीजेईपीसी के अध्यक्ष श्री विपुल शाह ने कहा, "जयपुर में मोती पहचान सेवाओं की शुरुआत रत्न और आभूषण उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस अत्याधुनिक सुविधा के साथ हमा

एक्सिस बैंक नेशनल कैंसर ग्रिड और टाटा मेमोरियल सेंटर को देगा सहायता और करेगा 100 करोड़ रुपये का योगदान

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० आशा पटेल ०  मुंबई  | एक्सिस बैंक ने नेशनल कैंसर ग्रिड में 100 करोड़ रु का योगदान देने का वादा किया है। यह ग्रिड भारत में 300+ कैंसर केंद्रों का एक बड़ा नेटवर्क है जो देश में कैंसर देखभाल के मानक में सुधार के लिए काम कर रहा है। नेटवर्क का समन्वय टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल करता है जो टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी) की एक इकाई है। 5 साल की यह साझेदारी कैंसर देखभाल की पहुंच बढ़ाने, कैंसर अनुसंधान को आगे बढ़ाने और एनसीजी से संबद्ध 300+ कैंसर केंद्रों में डिजिटल स्वास्थ्य अपनाने में क्रांतिकारी बदलाव लाने की दिशा में काम करेगी।  एक्सिस बैंक नेशनल ट्यूमर बायोबैंक, नेशनल कैंसर टेलीकंसल्टेशन नेटवर्क और ऑन्कोलॉजी-विशिष्ट इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड जैसी प्रमुख परियोजनाओं की स्थापना में मदद करेगा, जो भारत में कैंसर के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। महत्वपूर्ण बात यह है कि ये पहल देश भर में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के उपयोग सहित डिजिटल स्वास्थ्य अपनाने की प्रक्रिया बढ़ाने के भारत सरकार के प्रयासों के अनुरूप है। इस एमओयू पर हस्ताक्षर समारोह में एक्सिस बैंक के उप