संदेश

सितंबर 30, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

एमएचएस के पूर्व छात्रों के एसोसिएशन द्वारा 1 व 2 अक्टूबर को क्रिकेट लीग

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर। एमएचएस तिलक नगर के पूर्व छात्रों के एसोसिएशन महसोसा( माहेश्वरी सी. सै. स्कूल ओल्ड स्टूडेंट एसोसिएशन) द्वारा 1 व 2 अक्टूबर को अंडरआर्म बॉक्स क्रिकेट लीग “प्ले स्पेस, मानसरोवर” में आयोजित की जा रही हैं। महसोसा एमएचएसएम से पास आउट 25,000 से अधिक विद्यार्थियों की संस्था है जिसकी शुरुवात 2022 में हुई। संस्था के अध्यक्ष सी.ए. शरद काबरा(1986 बैच), सचिव संजीव(1986 बैच), उपाध्यक्ष विनय अग्रवाल(1986 बैच) व दुर्गेश श्रीवास्तव(1986 बैच), कोषाध्यक्ष अभिषेक लाटा(2009 बैच),  एक्सिक्यूटिव राजीव नागोरी(1990 बैच) व अजय मालपानी(1993 बैच) हैं। यह संस्था हर साल दो बड़े इवेंट्स करती है, एक एलुमनाई मीट की जाती है जिसमें पुरे देश विदेश से साथी हिस्सा लेते है और साथ ही साथ इवेंट में टीचर्स का भी सम्मान किया जाता है और दूसरा बॉक्स क्रिकेट लीग का आयोजन किया जाता है जिसमे अगल अलग बैच(अलग अलग साल से पास आउट) की टीमें हिस्सा लेती है। एसोसिएशन के अध्यक्ष सीए शरद काबरा ने बताया कि इस बॉक्स क्रिकेट का आयोजन दूसरे वर्ष होने जा रहा है। विद्यार्थियों में इस आयोजन को लेकर जबरदस्त उत्साह है। इस टूर्ना

'किस्सागोई’ के लिए जयपुर की उमा को दिया कन्हैयालाल सहल पुरस्कार'

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर। जयपुर की साहित्यकार उमा को उनकी किताब ‘किस्सागोई : अदीबों के निज की जादुई कथाएं’ के लिए राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर की ओर से वर्ष 2020-21 का कन्हैयालाल सहल पुरस्कार प्रदान किया गया। अकादमी ने हाल ही उदयपुर में पुरस्कार समारोह आयोजित करके गत तीन वर्ष (2019-20, 2020-21, 2021-22)के अकादमी पुरस्कारों से साहित्यकारों को नवाजा।  उमा को कथेतर विधा में यह सम्मान मिला। विभिन्न विधाओं में उमा की अब तक तीन किताबें आ चुकी हैं।  पहली ही किताब ने लेखन की दुनिया में स्थापित कर दिया, उनका उपन्यास ‘जन्नत जाविदां’ भारतीय ज्ञानपीठ नवलेखन पुरस्कार के लिए अनुशंसित हुआ। अकादमी की ओर से पुरस्कृत किताब किस्सागोई में उन्होंने अनूठी शैली का प्रयोग करते हुए राजस्थान के छह लेखकों के शुरुआती जीवन पर किस्से बुने हैं, जो सत्य और गल्प का मेल है। किताब कलमकार मंच से प्रकाशित हुई है। पुरस्कार समारोह में गांधी शांति प्रतिष्ठान दिल्ली के अध्यक्ष कुमार प्रशांत ने बतौर मुख्य अतिथि और साहित्यकार लीलाधर मंडलोई ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की। अध्यक्षता राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष दुलाराम सहारण न

समाज में करुणा की भावना जागृत करना समय की मांग

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर । सत्यार्थी मूवमेंट फॉर ग्लोबल कम्पैशन विराटनगर में, अपने पहले युवा शिखर सम्मेलन "यूथ समिट फॉर ह्यूमन फ्रटर्निटी एंड कम्पैशन" का उद्घाटन करते हुए दुनिया भर में परोपकार की भावना को जागृत करते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का आह्वान किया। जायद अवार्ड फॉर ह्यूमन फ्रेटरनिटी के सहयोग से आयोजित इस समारोह में देश - दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों से आए 600 यूथ लीडर्स नें अपनी भागीदारी दर्ज कराई। इस अवसर नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यर्थी नें कहा, "दुनिया में पहली बार, समाज में करुणा की भावना को जागृत करने के लिए एक छत के नीचे 500 - 600 युवा यहां एकत्रित हुए हैं। दुनियाभर में उठ रहे इन सामाजिक मुद्दों और अलगाव के कारण यह एक आवश्यकता बन गई है। आज यहां जो लोग एकत्र हुए हैं वे करुणा के इस इतिहासिक वैश्विक आंदोलन का हिस्सा हैं।" जायद अवार्ड फॉर ह्यूमन फ्रेटरनिटी के महासचिव न्यायाधीश, मोहम्मद अब्देलसलाम ने ह्यूमन फ्रेटरनिटी और कम्पैशन के बीच एक संबंध स्थापित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि, "कोई भी मनुष्य अपने मन में शत्रुता, भेदभाव और नफरत की भ

डा. पंकज सिंह फॉउंडेशन राष्ट्रनिर्माण में कर रहा है सहयोग-कैलाश सत्यार्थी

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर - विराटनगर स्थित बाल आश्रम में डा. पंकज सिंह फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं निम्स यूनिवर्सिटी के निदेशक डा. पंकज सिंह ने नोबेल पुरस्कार विजेता सुप्रसिद्ध समाजसेवी कैलाश सत्यार्थी से शिष्टाचार भेंट कर शनिवार से आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय युवा शिखर सम्मेलन की तैयारियों पर चर्चा की। इस दौरान दोनों समाजसेवियों ने साथ मिलकर बाल कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करने की योजनाओं पर विचार विमर्श किया। इस दौरान डा. पंकज सिंह ने उनके बाल आश्रम में शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा देने की भी घोषणा की। मानव बंधुत्व एवं करुणा पर आयोजित होने वाले ‘युवा शिखर सम्मेलन 2023‘ पर चर्चा करते हुए सत्यार्थी ने कहा कि करुणा चिकित्सक का प्रमुख गुण है जो आपके अंदर है। उन्होंने इग्लैंड के क्वीन एलिजावेथ चिल्र्डन हॉस्पिटल में किए मलाला युसुफजई के इलाज और आपरेशन पर भी चर्चा की। डा. पंकज सिंह ने डा. पंकज सिंह फाउंडेशन द्वारा चिकित्सा, शिक्षा, रोजगार सहित महिलाओं के स्वास्थ्य उनके उत्थान और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए चलाई जा रही योजनाओं की विस्तार से ज

युवराज सिंह के साथ गठबंधन में VicksKholIndiaBol एंथम लॉन्च

चित्र
० नूरुद्दीन अंसारी ०  नयी दिल्ली - खिच-खिच फ्री वॉइस देकर चीयर करने की प्रेरणा देने और पूरे जोश से अपनी टीम का उत्साह बढ़ाने में समर्थ बनाने के लिए युवराज सिंह के साथ गठबंधन में VicksKholIndiaBol एंथम लॉन्च करके बहुत उत्साहित है। इस एंथम के बोल प्रदर्शित करते हैं कि वॉइसेज़ में किस प्रकार सबसे ज़ोर से चीयर करने की क्षमता होती है, चीयर्स किस प्रकार मैच का रुख़ बदल सकते हैं और देश के कोने-कोने से आए क्रिकेट प्रशंसकों का उत्साह कई गुना बढ़ा सकते हैं।  कोई भी चीयर अनसुना न रह जाए, इसके लिए हमने देश के अनुमानित 6.3 करोड़ हियरिंग इंपेयर्ड लोग, जो इस खेल के लिए उतने ही उत्साहित हैं, के लिए इस एंथम का भारतीय साइन लैंग्वेज में एक दिलचस्प संस्करण बनाने के लिए ‘इंडिया साइनिंग हैंड्स’ के साथ साझेदारी की है। इस एंथम के साथ विक्स कफ ड्रॉप्स हमारे देश को परिभाषित करने वाली विविधता में एकता की ख़ुशी मना रहा है, और यह विविधता में एकता इस खेल के प्रति प्रेम है।” इंडिया साइनिंग हैंड्स (आईएसएच) शुरू करने के लिए एक साथ आया, जिसका उद्देश्य भारत में हियरिंग इंपेयर्ड लोगों को ‘एक्सेसिबिलिटी’ के लिए समाधान प्रद

पितरों के मोक्ष का सरल मार्ग है-पिण्डदान

चित्र
० लाल बिहारी लाल ०  मानव का जन्म बहुत सदकर्म करने के मिलता है और इस जन्म में सभी अपने ईच्छानुसार काम करते है। औऱ सभी को अपने-अपने कर्मों के हिसाब से मृत्यु के बाद परलोक में जगह मिलती है । सभी प्राणी के कमों का हिसाब या यूं कहे कि लेखा-जोखा देना पड़ता है। पर कुछ प्राणी अपने सद्कर्मों से पिछे रह जाते है. इससे उनकी आत्मा भटकती रहती है। उनके भटकती आत्मा को शांत करने या मोक्ष के लिए अपने पितरों का पिण्ड दान या श्रद्धा से श्राद्ध करते है इसलिए इसे श्राद्ध कहा गया । पिण्डदान मोक्ष प्राप्ति का सरल एवं सुगम मार्ग है। यह अश्विन माह के प्रतिपदा से शुरु होकर एक पक्ष यानी अश्विन मास के अमावस्या तक चलता है। इस दौरान अलग-अलग तिथि को पितरो का तर्पण करते है। श्राद्ध करने का सीधा-सीधा संबंध पितरों यानी अपने दिवंगत पारिवारिक जनों का श्रद्धापूर्वक किए जाने वाला स्मरण है जो उनकी मृत्यु की तिथि में किया जाता हैं। अर्थात पितर प्रतिपदा को स्वर्गवासी हुए हों, उनका श्राद्ध प्रतिपदा के दिन ही होगा। इसी प्रकार अन्य दिनों का भी, लेकिन विशेष मान्यता यह भी है

क्रिकेटर हरलीन देओल ने 18 वीं वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन के रेस डे टी (टी शर्ट) का किया अनावरण।

चित्र
० आनंद चौधरी ०  नई दिल्ली।।  स्पोर्ट्स ब्रांड- प्यूमा काफी लंबे समय से वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन का पार्टनर रहा है और अब वो इस हाफ मैराथन में भाग लेने वाले सभी पंजीकृत प्रतिभागियों को एक विशेष रेस डे टी शर्ट प्रदान करेगा। इसके अलावा 10 किमी धावकों द्वारा किए गए प्रयास और सराहना के प्रतीक के रूप में, प्यूमा शीर्ष 500 पुरुष और 500 महिला धावकों को एक खास तरह से तैयार फिनिशर टी शर्ट देगा। प्यूमा एथलीट और भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार क्रिकेटर हरलीन देओल ने इस खास किट का अनावरण किया। हरलीन बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में रजत पदक जीतने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा थीं।   एथलीट और क्रिकेटर हरलीन देओल ने इस अवसर पर कहा, “ मेरे लिए रनिंग करना ही सब कुछ है। हमारा खेल भी पूरी तरह से दौड़ने पर ही आधारित है और इस मामले में वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन एक बेहतरीन पहल है। यह आयोजन काफी लोगों को प्रेरणा देती है। इस आयोजन के माध्यम से महिलाओं ने बाधाओं को तोड़ा है और वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन में निर्णय लेने वालों में अधिकतर महिलाएं ही शामिल हैं. यह अपने आप में बहुत कुछ बयां करता है.” र

भारत से रशिया जाने वाले व्यापारिक पर्यटकों की संख्या में वृद्धि-एवगेनी कोज़लोव

चित्र
० आनंद चौधरी ०  नई दिल्ली। मॉस्को सिटी टूरिज्म कमेटी के अध्यक्ष एवगेनी कोज़लोव ने कहा कि आने वाले वर्षों में रशिया में, व्यापारिक पर्यटकों की संख्या बढ़ने की आशा है। भारतीय व्यवसायियों की दिलचस्पी बढ़ने के प्रमुख कारणों में से एक इलेक्ट्रॉनिक वीज़ा कार्यक्रम का शुभारंभ रहा है। गौरतलब है कि 1अगस्त, 2023 से, भारतीय नागरिकों के लिए मास्को की यात्रा पर जाना आसान हो गया है। वे केवल इलेक्ट्रॉनिक वीज़ा के लिए आवेदन करके यहाँ आ सकते हैं।  ई-वीजा की वैधता अवधि इसके जारी होने की तारीख से 60 दिन तक है। इस वीजा के साथ आप रूस में 16 दिनों तक रह सकते हैं। पारंपरिक वीज़ा की तुलना में ई-वीज़ा के कई फायदे हैं। उन्होंने कहा, “महामारी से पहले, भारत से पर्यटकों का आवागमन 12-15 प्रतिशत की वार्षिक गति से बढ़ता था। अब हम फिर से इसे हासिल करने की राह पर हैं। इसके लिए सभी अनुकूल परिस्थितियाँ बनाई गई हैं। हर साल मास्को में सैकड़ों अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियाँ, फोरम, कांग्रेस और सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं। पिछले साल, लगभग 35 लाख लोगों ने व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए रूस की राजधानी का दौरा किया और उनमें से महत्व