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अगस्त 3, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बेंगलुरु-मैसूरु एक्सेस कंट्रोल्ड राजमार्ग 2/3 पहिया वाहनों के लिए टोल फ्री

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० संवाददाता द्वारा ०  बेंगलुरु-मैसूरू एक्सेस कंट्रोल्ड राजमार्ग को एक हाई-स्पीड कॉरिडोर के रूप में विकसित किया गया है, जिसमें विभिन्न प्रकार के मोटर वाहनों के लिए गति सीमा 80-100 किमी/घंटा है। तेज़ गति वाले वाहनों की आवाजाही तुलनात्मक रूप से धीमी गति से चलने वाले वाहनों की सुरक्षा के लिए जोखिम पैदा कर सकती है। इसलिए, धीमी गति से चलने वाले वाहनों जैसे दो और तीन पहिया वाहनों को गलियारे का उपयोग करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है, जो राष्ट्रीय राजमार्ग-275 के एक हिस्से को कवर करता है। बेंगलुरु-मैसूरु एक्सेस कंट्रोल्ड राजमार्ग पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे पर 2/3-पहिया वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालाँकि, ये 2/3 पहिया वाहन टोल फ्री सात-मीटर चौड़ी, दो-लेन सर्विस रोड का उपयोग कर सकते हैं, जो एक्सेस कंट्रोल्ड राजमार्ग के दोनों ओर उपलब्ध होती है। वर्तमान में, बिदीदी, रामानगर एवं चन्नपटना और मांड्या में रेलवे ओवर ब्रिज के कारण सर्विस रोड पर तीन गैप हैं, लेकिन वाहन इन गैप्स पर पुराने मैसूरु रोड का उपयोग कर सकते हैं। इसी प्रकार 2/3 पहिया

प्रकाशन विभाग दिल्ली पुस्तक मेला में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्क़ृत

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० संवाददाता द्वारा ०  नयी दिल्ली - दिल्ली पुस्तक मेले के 27वें संस्करण का आयोजन आईटीपीओ ने एफआईपी के सहयोग से 29   जुलाई से 2   अगस्त   तक प्रगति मैदान ,  नई दिल्ली में किया। नई दिल्ली- भारत सरकार के प्रकाशक, प्रकाशन विभाग ने दिल्ली पुस्तक मेला 2023 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए रजत पदक जीता है। पुरस्कार प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित पुस्तक मेले के समापन और पुरस्कार समारोह में प्रदान किया गया। प्रकाशन प्रभाग की प्रमुख और महानिदेशक,नुपमा भटनागर ने प्रकाशन प्रभाग, भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) और फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स (एफआईपी) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ प्रकाशन विभाग की आयोजक टीम की उपस्थिति में पुरस्कार ग्रहण किया आगंतुकों ने प्रकाशन विभाग द्वारा प्रदर्शित पुस्तकों के उत्कृष्ट संग्रह की अत्यधिक सराहना की। पुस्तकों में राष्ट्र निर्माण, इतिहास और विरासत से लेकर जीवनियाँ, संदर्भ पुस्तकें और बाल साहित्य तक के विषय शामिल थे। पुस्तकों के सेट में राष्ट्रपति भवन पर प्रमुख पुस्तकें और विभाग द्वारा विशेष रूप से प्रकाशित राष्ट्रपतियों, उपराष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों के चु

‘संविधान को पढ़ो और जिओ’ अभियान की शुरुआत

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० योगेश भट्ट ०  संविधान देश का सर्वोच्च विधान है। इसके अर्थ की गहराई को समझे जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि धर्म निरपेक्षता क्या है, इसको भी व्यापक अर्थ में समझने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि राजभवन में संविधान उद्यान निर्माण के पीछे मंशा यही रही है कि संविधान की मूल प्रति और इसकी धाराओं को सहज, सरल ढंग में प्रदर्शित किया जाए।  जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि भारतीय संविधान भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत है। संविधान सांस्कृतिक ग्रंथ है और इसके बारे में सभी को समुचित जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह जब राज्यपाल के रूप में राजस्थान आए तब इस बात को अनुभूत किया कि संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों के बारे में बहुत अधिक जानकारी लोगों को नहीं है। इसे महसूस करते हुए ही संविधान संस्कृति के प्रसार के लिए राजस्थान से पहल प्रारम्भ की गयी। राज्यपाल मिश्र ने राजभवन में संस्कृति युवा संस्था द्वारा ‘संविधान को पढ़ो और जिओ’ अभियान की शुरुआत करते हुए यह बात कही। उन्होंने संस्कृति युवा संस्था द्वारा दो लाख की संख्या में मुद्रित ‘संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्य’ संद

Delhi AIBDA Award Ceremony

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