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नवंबर 19, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

दिल्ली में होगा गौ भक्तों का विशाल सम्मेलन : Gau Bhakto Ka Delhi Me Hoga...

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ईटीएस इंडिया और एलन ग्लोबल ने भविष्य के वैश्विक लीडर्स विकसित करने के लिए समझौता किया

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० संवाददाता द्वारा ०  नई दिल्ली : ईटीएस इंडिया एक प्रमुख शिक्षा इकाई है ने टीओईएफएल और जीआरई जैसे परीक्षणों में उनकी दक्षता कौशल को और बढ़ाकर एलन ग्लोबल में छात्रों को मजबूत बनाने के लिए एक समझौता  (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह सहयोग छात्रवृति, एडवांस रिसर्च तैयारी सीखने के समर्थन जैसी कई पहल शुरू करने के लिए तैयार है। ईटीएस इंडिया और एलन ग्लोबल मिलकर मेधावी छात्रों को डिजिटल प्रमाणपत्र के साथ 5,00,000 रुपये की वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान करेंगे। इसके अतिरिक्त, जीआरई और टीओईएफएल दोनों के लिए एक साथ पंजीकरण कराने वाले छात्रों को विशेष छूट दी जाएगी। संयुक्त उद्यम प्रमुख एलन वैश्विक स्थानों पर एक सह-ब्रांडेड "वॉल ऑफ फेम" की सुविधा देगा और एलन विद्वानों को जीआरई और टीओईएफएल परीक्षण शुल्क पर विशेष छूट प्रदान करेगा, साथ ही दोनों परीक्षणों के लिए एक साथ नामांकन करने वालों के लिए अतिरिक्त लाभ भी मिलेगा। इस अवसर पर ईटीएस इंडिया और दक्षिण एशिया के कंट्री मैनेजर, सचिन जैन ने कहा, "हमें एलन ग्लोबल स्टडीज डिवीजन के साथ अपने रणनीतिक गठबंधन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। हमारे ठोस

दीपावली सजावट में विभिन्न श्रेणियों में योगदान हेतु किया राज्यपाल मिश्र ने सम्मान

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० आशा पटेल ०  जयपुर। अन्तर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन द्वारा जयपुर व्यापार महासंघ के सहयोग से आयोजित समारोह में दीपावली पर गुलाबी नगर की रोशनी और साज—सज्जा में विभिन्न श्रेणियों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले बाजारों एवं प्रतिष्ठानों को पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि दीपोत्सव रोशनी के साथ ही उत्सवधर्मिता में जीवन जीने का पर्व है।  राज्यपाल कलराज मिश्र ने  इस अवसर पर सम्मानित हुए व्यावसायिक संस्थानों से सार्वजनिक सरोकार रखते हुए परोपकार के कार्यों में सहयोग करने का भी आह्वान किया। मिश्र ने कहा कि अपने लिए सभी कार्य करते हैं परन्तु जीवन की सार्थकता इसमें है कि हम दूसरों के सुख और संतोष के लिए भी कार्य करें। उन्होंने जयपुर को धर्म और अध्यात्म की छोटी काशी बताते हुए यहां सामूहिक रूप में उत्सवधर्मिता से त्योहार मनाने की परंपरा की सराहना भी की। उन्होंने वैश्य समाज को भामाशाह परम्परा से जुड़ा समाज बताते हुए कहा कि देश और राज्य की अर्थव्यवस्था को सशक्त करने का महती कार्य इसी समुदाय द्वारा सर्वाधिक किया गया है। उन्होंने वैश्य समाज को व्यवसाय के साथ जनहित के अधिकाधिक कार्य करने

जयपुर का सबसे बडे दिवाली मिलन समारोह का हुआ आयोजन

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० योगेश भट्ट ०  जयपुर । सर्व ब्राह्मण महासभा एवं विभिन्न सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों की ओर से जयपुर का सबसे बड़ा दिवाली मिलन समारोह बनीपार्क स्थित खण्डाका हाउस में आयोजित किया गया जिसमें 7 हजार से ज्यादा जयपुरवासियों ने शिरकत की।  दीपावली मिलन समारोह के आयोजक एवं सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं सुरेश मिश्रा ने बताया कि जयपुर का सबसे बडा दिवाली मिलन समारोह कार्यक्रम में 7 हजार से ज्यादा जयपुरवासियों ने षिरकत की। समारोह मे विशिष्ठ अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री भारत सरकार अर्जुनराम मेघवाल, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल कुमार जैन, पूर्व सांसद एवम प्रदेश संयोजक चुनाव प्रबंधन समिति भाजपा नारायण पंचारिया, सांसद रामचरण बोहरा, विधाधर नगर से भाजपा प्रत्याशी दिया कुमारी, सांगानेर से भाजपा प्रत्याशी भजनलाल शर्मा, हवामहल से भाजपा प्रत्याशी बालमुकुंद आचार्य महाराज, सिविल लाईन्स भाजपा प्रत्याशी गोपाल शर्मा, किशनपोल भाजपा प्रत्याशी चंद्रमोहन बटवाडा, आदर्श नगर से भाजपा प्रत्याशी रवि नैयर, पूर्व मेयर ज्योति खण्डेलवाल, पूर्व मेयर विष्णु लाटा, बिहार क्रिकेट एसोसि

इंडो - इंटरनेशनल आइकन अवार्ड्स से नवाजी जाएंगी प्रतिभाएं

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली: 'देश दुनिया में बेशुमार प्रतिभाएं विद्धमान हैं,लेकिन दुर्भाग्यजनक पहलू ये है कि उचित मार्गदर्शन और प्लेटफार्म के अभाव में उन्हें गुमनामी के सिवा कुछ नहीं मिल पाता। चप्पे चप्पे में ऐसी प्रतिभाएं छिपी हुई हैं,जिन्हें अगर मौका मिला तो वह देश दुनिया का नाम रोशन कर सकते हैं।ऐसी ही प्रतिभाओं और विशिष्ट जनों को हम सामने लाना चाहते हैं। साथ ही,उन्हें ह्यूमन राइट्स के प्रति जागरूक करने का भी हमारा लक्ष्य है। ' ये कहना है मीडिया पर्सनैलिटी और इंटरनेशनल इक्विटेंल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल के चेयरमैन संजय सिन्हा का।  उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि , ' हमारे पास अवार्ड के लिए 250 प्रपोजल्स आए,जिनमें से 51 विभूतियों और प्रतिभाओं का हमने चयन किया है,जिन्हें 24 नवंबर को इंडो - इंटरनेशनल आइकन अवार्ड से विभूषित किया जाएगा। मैं सभी अवार्डीज को अग्रिम बधाई देना चाहता हूं।  सोशल काउंसिल के कार्यालय में एक बैठक भी हुई, जिसमें चेयरमैन संजय सिन्हा सहित नेशनल कन्वेनर अरुण बर्मन,साउथ दिल्ली, वूमेंस विंग की अध्यक्ष पूजा राउत आदि उपस्थित थे।  सिन्हा ने बताया कि,

पूर्वांचल वासियो का महापर्व है छठ पूजा

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० विनोद तकियावाला ०  हमारा देश भारत बर्ष को पर्व त्योहारों का देश कहा गया है। अभी कुछ दिन पहले ही हम सभी नवरात्रि 'रामलीला व दीपावली भैया दुज आदि त्योहार को हर्षोउलास से मनाया।।पर्व त्योहार के इस श्रंख्ला में दीवाली के चौथे दिन से शुरु होकर सातवें दिन तक कुल 4 दिनों तक मनाया जाता है।इसमें पहले दिन यानी चतुर्थी को घऱबार साफ सुथरा करके स्नान करने के बाद खाना में चावल तथा चने दाल तथा लौकी का सादा सब्जी बनाया जाता है फिर खाया जाता है जिसे (नहा के खाना) नहा खाये कहते है।अगले दिन संध्या में पंचमी के दिन खरना यानी के गुड़ में चावल का खीर बनाया जाता है। उपले और आम के लकड़ी से मिट्टी के चूल्हें पर फिर सादे रोटी और केला के साथ मां को याद करते हुए अग्रासन निकालने के बाद धूप हुमाद के साथ पूजा के बाद पहले व्रती खाती है फिर घर के अन्य सदस्य खाते हैं।इसी के साथ मां का आगमन हो जाता है। तत्पश्चात षष्टी के दिन घर में पवित्रता एवं शुद्धता के साथ उत्तम पकवान बनाये जाते हैं।संध्या के समय पकवानों को बांस के डालों तथा टोकरीयों में भरकर नदी, तालाब,सरोवर आदि के किनारे ले जाया जाता है। जिसे छठ घाट कहा जाता

लोक आस्था का महा पर्व-छठ व्रत

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छठ मईया की महिमा,जाने सकल जहान। “लाल पावे” जे पूजे, सदा करी कल्याण।। ० लाल बिहारी लाल ०  सृष्टी की देवी प्रकृति नें खुद को 6 भागों में बांट रखा है। इनके छठे अंश को मातृदेवी के रुप में पूजा जाता है। ये ब्रम्हा की मानस पुत्री हैं। छठ व्रत यानी इनकी पूजा कार्तिक मास में आमवस्या के दीपावली के छठे दिन मनाया जाता है इसलिए इसका नाम छठ पर्व पड़ गया। छठ व्रत भगवान सूर्यदेव को समर्पित एक हिंदुऔं का विशेष पर्व है। भगवान सूर्यदेव के शक्तियों के मुख्य स्त्रोत उनकी पत्नी उषा औऱ प्रत्यूषा है। यह पर्व उतर भारत के कई हिस्सों में खासकर यू.पी. झारखंड और बिहार में तो महापर्व के रुप में मानाया जाता है। शुद्धता, स्वच्छता और पवित्रता के साथ मनाया जाने वाला यह पर्व आदिकाल से मनाया जा रहा है। छठ व्रत में छठी माता की पूजा होती है और उनसे संतान व परिवार की रक्षा का वर मांगा जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो भी सच्चे मन से छठ मैया का व्रत करता है। उसे संतान सुख के साथ-साथ मनोवांछित फल जरुर प्राप्त होता है। प्रायः हिदुओं द्वारा मनाये जाने वाले इस पर्व के इस्लाम औऱ अन्य धर्मावलम्बी भी मनाते देखे गये हैं। यह पर्व