देश में पोषण क्रांति आरंभ करने की आवश्यकताः उप राष्ट्रपति
आउटलुक इंडिया द्वारा पोषण पर आयोजित 'आउटलुक स्पीक आउट-पोषण' कार्यक्रम के तहत आउटलुक पोषण पुरस्कार 2019 प्रदान करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि परिवर्तन लाने वाले नेताओं को निश्चित रूप से जागरुकता फैलानी चाहिए एवं गांवों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे कस्बों में जाकर परामर्श उपलब्ध कराना चाहिए। नयी दिल्ली - उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने महिला कुपोषण-योद्धाओं या छोटे गांव के स्तर पर परिवर्तन लाने वाले नेताओं के निर्माण द्वारा देश में पोषण क्रान्ति आरंभ करने की अपील की है। नायडू ने कुपोषण के अभिशाप एवं अन्न पोषण संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान एवं ऐसी अन्य योजनाओं की तर्ज पर एक राष्ट्रीय आन्दोलन की भी अपील की। उपराष्ट्रपति ने भविष्य की क्षमता के निर्माण के लिए एवं अधिकतम शारीरिक एवं मानसिक सामर्थ्य वाले नागरिकों की एक नई पीढ़ी के सृजन के लिए गर्भवती एवं दूध पिलाने वाली माताओं पर विशेष फोकस करने की आवश्यकता पर जोर दिया। नायडू ने आधुनिक समाज के शक्तिशाली संचार माध्यमों मीडिया एवं सिनेमा ...