संदेश

नवंबर 23, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

प्रतिष्ठित और चर्चित लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ उनकी कथाकृति स्वप्नपाश के लिए 28वें बिहारी पुरस्कार से सम्मानित

चित्र
जयपुर - के. के.बिरला फाउंडेशन की ओर से हिंदी की प्रतिष्ठितऔर चर्चित लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ को उनकी कथाकृति स्वप्नपाश के लिए 28वें बिहारी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुरस्कार हिन्दी की प्रसिद्ध साहित्यकार ममता कालिया तथा चयन समिति के अध्यक्ष ओम थानवी द्वारा एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया । जयपुर की प्रसिद्ध लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ के हिन्दी उपन्यास 'स्वप्नपाश' का प्रकाशन वर्ष 2016 है। 'स्वप्नपाश' मनीषा कुलश्रेष्ठ के पिछले उपन्यासों से एकदम अलग किस्म का उपन्यास है जिसकी नायिका शिजोफ्रेनिया की शिकार है। इस पुरस्कार के तहत एक प्रशस्ति पत्र, एक प्रतीक चिह्न और ढाई लाख रुपये की राशि भेंट की जाती है। इस पुरस्कार की शुरूआत 1991 में की गई थी।

सरकारी ई-बाजार - जेम और दिल्‍ली सरकार के बीच समझौता

चित्र
नयी दिल्ली - भारत सरकार के वाणिज्य विभाग द्वारा गठित सरकारी ई-बाजार एक अत्‍याधुनिक सार्वजनिक खरीद का मंच है। जो सार्वजनिक खरीद में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए सरकारी उपभोक्‍ताओं की सुविधा के लिए ई-बोली प्रक्रिया, रिवर्स ई-नीलामी और मांग में सामंजस्‍य बनाए रखने के तौर-तरीके उपलब्‍ध कराता है। पोर्टल पर 40 हजार से अधिक खरीदार संगठन और 3 लाख से अधिक विक्रेता और सेवा प्रदाता पंजीकृत हैं। इसके अलावा, लगभग 15 लाख उत्पाद और सेवाएँ जिनमें 3,000 से अधिक उत्पाद श्रेणियां हैं, जीईएम पर उपलब्ध हैं। पोर्टल द्वारा प्रदान की जाने वाली पारदर्शिता, दक्षता और समावेशिता की पहल ने सरकारी संगठनों के लिए औसतन 15 - 25% की बचत की है। सरकारी ई-बाजार (जीईएम) ने दिल्ली के खरीदार संगठनों को बाजार आधारित खरीद की सुविधा उपलब्‍ध कराने के लिए दिल्ली सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किए हैं। दिल्ली लगातार सरकारी ई-बाजार पर शीर्ष खरीदारों में से एक रही है। समझौता ज्ञापन दोनों संस्थाओं की खरीद प्रक्रिया के निर्देशों और प्रणालियों के बीच सामंजस्य को और बेहतर बनाएगा जिससे खरीद प्रक्रिया आसान और ...

8वां अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट मणिपुर के इम्फाल में शुरू

चित्र
मणिपुर - 8वें अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट, के जरिए सतत पर्यटन को आर्थिक विकास और रोजगार के इंजन के रूप में प्रचारित किया जाएगा। यह पर्यटन को बढ़ावा देने उपायों पर चर्चा के अलावा पूर्वोत्‍तर राज्‍यों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने तथा इन राज्‍यों के साथ पड़ोसी देशों के संबंध बेहतर बनाने के लिए एक मंच भी प्रदान करेगा। दुनिया भर से और देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए खरीदार और मीडिया के लोग इस मार्ट में भाग ले रहे हैं जिससे वे उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों के विक्रेताओं के साथ सीधी बातचीत करने का अवसर मिलेगा। ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, कंबोडिया, चेक, दुबई, इटली, जापान, ओमान, कोरिया, म्यांमार, मलेशिया, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, सिंगापुर, स्पेन, थाईलैंड, अमेरिका, ब्रिटेन और वियतनाम जैसे देशों से आए खरीदारों की कुल 36 टीमें मार्ट में भाग ले रही हैं। भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय  पूर्वोत्तर राज्यों के साथ मिलकर 23 नवंबर से 25 नवंबर तक मणिपुर की राजधानी इम्फाल में "अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट" (...

भारत और ऑस्ट्रेलिया ने भूजल की भरपाई में अनुसंधान के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए

चित्र
नई दिल्ली - केंद्रीय भूजल बोर्ड ने आयोजित एक समारोह में ऑस्ट्रेलिया के 'मारवी' (मैनेजिंग एक्वीफर रीचार्ज एंड सस्टेनिंग ग्राउंडवॉटर यूज थ्रू विलेज-लेवल इंटरवेंशन) के साथ एक समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि जल संकट किसी एक देश का नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का मुद्दा है। उन्होंने कहा, हमारी 65 प्रतिशत निर्भरता भूजल पर है और इसमें बढ़ोतरी होती जा रही है।' उन्होंने कहा कि क्योंकि भावी पीढ़ियां इससे प्रभावित होंगी, इसलिए यह मुद्दा बहुत महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, जल शक्ति तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रत्तन लाल कटारिया, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग के सचिव यू. पी. सिंह, ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री डैन टेहन और भारत में ऑस्ट्रेलिया की उच्चायुक्त सुश्री इवेन मैके उपस्थित थीं। अपने संबोधन में कटारिया ने कहा कि सरकार 'जलदूत' संवर्ग बनाने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा, 'भूजल का दोहन सबसे अधिक होता है, क्योंकि वह सस्ता और सुगम्य है।'