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सितंबर 10, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

टी-सीरीज़ की दिव्या खोसला कुमार एवं बंगाली अभिनेता यश फिल्म "यारियां 2" को प्रमोट करने पहुंचे

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० संवाददाता द्वारा ०  Kolkata : फिल्म “यारियां 2” के कलाकार, दिव्या खोसला और यश दासगुप्ता ने छात्रों के साथ बातचीत करने और अपनी आगामी फिल्म का प्रचार करने के लिए iLEAD परिसर का दौरा किया, जो 20 अक्टूबर,  को रिलीज होने वाली है। दोनों कलाकारों ने फिल्म की कहानी के बारे में शूटिंग के दौरान बिताए कुछ मजेदार पलों को साझा किया। कार्यक्रम में आगामी फिल्म का एक गाना "सांसों की माला पे सिमरूं मैं तेरा नाम" दिखाया गया। कॉलेज के छात्रों ने मेहमानों के लिए अपनी कला का प्रदर्शन किया और मुख्य अभिनेत्री दिव्या खोसला कुमार ने भी छात्रों के साथ डांस किया।  वह iLEAD की प्रतिक्रिया देखकर बहुत खुश हुईं उनके साथ फिल्म में उनके सह-कलाकार यश दासगुप्ता भी थे, जो बंगाल का एक बहुत लोकप्रिय चेहरा हैं।राधिका राव और विनय सप्रू द्वारा निर्देशित फिल्म "यारियां 2" मुंबई, भारत में तीन चचेरे भाइयों की यात्रा और उनकी स्वयं की खोज पर आधारित है। यह फिल्म भाई-बहनों के बीच दोस्ती, प्यार और रिश्तों के विषय का एक आदर्श चित्रण प्रस्तुत करती है। iLEAD , सृजनशीलता का एक स्कूल होने के नाते, मनोरंजन उद्योग मे

जैन संत पं अर्जुनलाल सेठी की जयंती भट्टारक जी नसिया में मनाई

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० आशा पटेल ०  जयपुर। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक जयपुर में जन्मे जैन संत पं अर्जुनलाल सेठी की जन्म जयंती राजधानी के नारायण सिंह सर्किल स्थित भट्टारकजी की नसिया में मनाई गई।इस अवसर पर उनके द्वारा किए गए महान कार्यों को याद किया गया। यह कार्यक्रम बदल्यो बदल्यो राजस्थान केसरिया ज्योति अभियान के तहत आयोजित किया गया। इसमें समाज के लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इसमें राजस्थान के क्रांतिकारी परिवारों के सदस्यों और पूर्व सैनिकों ने हिस्सा लिया।  कार्यक्रम में आए अमरीश वर्धन ने कहा कि बदल्यो बदल्यो राजस्थान में इतिहास को देखा जाए तो राजस्थान के सच्चे क्रांतिकारी अर्जुनलाल सेठी, दामोदर राठी व गोपाल कहरवा सहित अन्य कई स्वतंत्रता सेनानियों ने हमे स्वतंत्रता दिलाई लेकिन ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों को जो सम्मान मिलना चाहिए था वह कभी नही मिला । उन्हे जो आदर मिलना चाहिए वो नहीं मिल रहा। उनका नाम तक भी किताबों से धीरे धीरे हटा दिया गया है। चाहे कांग्रेस व भाजपा हो या फिर कोई भी पार्टी हो अर्जुनलाल सेठी के जन्म दिवस पर किसी ने भी एक पोस्ट नहीं डाली।  उनको याद दिलाने के लिए जोत केसरिया जोत करत

संदीप गुड़ियाल उत्कृष्ट युवा सम्मान से सम्मानित

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० योगेश भट्ट ०   हरियाणा - यूथ क्लब एसोसिएशन सिरसा हरियाणा व नेहरू युवा केंद्र द्वारा तरूण कौशल समाज समर्पण सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें भारत के अलग अलग प्रदेश से लोगों का चयन हुआ दिल्ली के संदीप गुड़ियाल राष्ट्रीय अध्यक्ष शिक्षा अभियान एन. जी. ओ. एवं मंत्री एन. जी. ओ. एवं सामजिक कार्यकर्त्ता संघ का चयन हुआ संदीप गुड़ियाल को समाज में किए सामजिक कार्यों के लिए सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि हरियाणा सरकार के जेल व बिजली मंत्री ने संदीप गुड़ियाल को सम्मानित किया व संदीप गुड़ियाल के कामों की सराहना की  इस समारोह में यूपी , राजस्थान, हरियाणा , बिहार, मध्यप्रदेश अन्य राज्यों के समाजसेवियों को सम्मानित किया प्रोग्राम में संस्कृति प्रोग्राम भी प्रस्तुत किये गये ।  संदीप गुड़ियाल ने यूथ क्लब एसोसिएशन वह नेहरू युवा केंद्र का तहेदिल से शुक्रिया अदा किया संदीप गुड़ियाल ने बताया की अलग अलग राज्यों के लोगो का चयन हुआ था दिल्ली में से सिर्फ दो लोगों का चयनआयुष पाठक व मेरा हुआ था ।

तिरुवनंतपुरम में 12 से 16 सितंबर तक 'ज्ञान पर्व'

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली. 'ज्ञान पर्व' के दौरान 'केरल में हिन्दी : दशा और दिशा', 'इक्कीसवीं सदी में कबीर', 'साहित्य और पर्यावरण', 'भारतीय साहित्य की अवधारणा', 'भिन्न यौनिकताएँ : साहित्य में उपस्थिति का सवाल', 'हिन्दी और मलयालम : संचार के नए माध्यम', 'समकाल : साहित्य और विचारधारा', 'केरल की हिन्दी पत्रिकाएँ : उपलब्धि और चुनौतियाँ' जैसे प्रमुख विषयों पर परिचर्चा समेत अनेक सत्र आयोजित होंगे।  राजकमल प्रकाशन समूह 12 सितंबर से 16 सितंबर तक केरल हिन्दी प्रचार सभा के साथ मिलकर तिरुवनंतपुरम में 'ज्ञान पर्व' का आयोजन करने जा रहा है। पांच दिनों तक चलने वाले इस 'ज्ञान पर्व' में भाषा-मैत्री संवाद, विभिन्न विषयों पर व्याख्यान, हिन्दी और मलयालम में काव्य-पाठ, विभिन्न मुद्दों पर परिचर्चाएँ, अनुवाद कार्यशाला, नई पुस्तकों का लोकार्पण और बातचीत समेत अनेक गतिविधियाँ होंगी। कार्यक्रम का उद्घाटन केरल के पूर्व मुख्य सचिव के. जयकुमार के हाथों होगा। उद्घाटन समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार ममता कालिया और सुप्रसिद्ध लेखक मधु क

आध्यात्मिक ज्ञान से पत्रकार चुनौतियों का सामना और समाधान करने की सही सोच विकसित कर सकते हैं

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० योगेश भट्ट ०  आबूरोड ।  समाज में मूल्यों के पतन को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है और मीडिया इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि पारिवारिक, सामाजिक और शैक्षिक मूल्यों को फिर से स्थापित करने की आवश्यकता है। मीडिया की भूमिका केवल मनोरंजन और सूचना के प्रसार तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक मूल्यों को स्थापित करने की भी है।  भारतीय जन संचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा है कि 'स्वर्णिम विश्व' के निर्माण में 'सकारात्मक मीडिया' की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को लोकमंगल और विश्व कल्याण की दिशा में कार्य करना चाहिए। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय मीडिया कांफ्रेंस के शुभारंभ सत्र में 'वैश्विक शांति और सद्भावना के लिए सशक्त मीडिया' विषय पर संबोधित कर रहे थे।   सत्र में सांसद डा. भोला सिंह,कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय, रायपुर के पूर्व कुलपति प्रो.मान सिंह परमार, ब्रम्हकुमारीज मीडिया विंग के अध्यक्ष बीके करुणा,डा. बीके निर्मला, बीके सरल

कोरोना का पुनः संक्रमण खतरे का संकेत

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० ज्ञानेन्द्र रावत ०  नयी दिल्ली - अमेरिकी संस्था सेंटर फार डिजीज कंट्रोल एण्ड प्रिवेंशन के अनुसार भारत में खसरा-रूबेला के टीकाकरण बढ़ने से नये मामलों की तादाद में काफी कमी आयी है। सेंटर की मानें तो 2017-2021 के दौरान देश में खसरा के मामले 62 फीसदी कम हुए हैं जबकि रूबेला के मामले 48 फीसदी कम हुए। उसके बाबजूद चुनौतियां अभी भी कम नहीं हुयी हैं। सबसे बडी़ चिंता का कारण यह है कि कोबिड महामारी से पैदा हुए लांग कोबिड की समस्या समूची दुनिया की बहुत बडी़ समस्या बन चुकी है।  क्या कोरोना की फिर वापसी हो रही है, मौजूदा हालात तो यही संकेत दे रहे हैं। साल 2023 में देश में 46 फीसदी लोगों का दोबारा कोरोना संक्रमित होना तो यही साबित करता है। दावे कुछ भी किये जायें लेकिन हकीकत तो यही है कि कोरोना अभी भी रहस्य बना हुआ है और दुनिया के वैज्ञानिक लगातार उसके रहस्य को सुलझाने - समझने के जी तोड़ प्रयास करने में लगे हुए हैं। बहरहाल हालात गवाह हैं कि इस साल 46 फीसदी लोगों का देश में कोरोना की चपेट में आना बेहद चिंतनीय है। वह बात दीगर है कि बीते साल 2022 में यह तादाद 93 फीसदी के आसपास थी। जबकि 2021 में यह तादाद