संदेश

जून 30, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

चित्रांश महिला समिति द्वारा कपड़ा बैंक को दान में मिली सामग्री

चित्र
० संवाददाता द्वारा ०  छिन्दवाड़ा - सेवा सहयोग संगठन कपड़ा बैंक एक ऐसी संस्था है जो जमीनी स्तर पर कार्य कर लोगो की मदद एवं सहयोग के लिए अग्रसर है । संस्था की मुख्य थीम सेवा बने स्वभाव की भावना से प्रेरित होकर जरूरत मन्दो की मदद के लिए चित्रांश महिला परिवार द्वारा छोटा तालाब चित्र गुप्त मंदिर प्रांगण से चित्रांश महिला समिति के द्वारा गरीब जरुरतमंदों की मदद के लिए कपड़े, जूते चप्पल, बर्तन आदि सामग्री कपड़ा बैंक छिंदवाड़ा को सहयोग स्वरुप प्रदान किया है । प्रबंध अधिकारी ममता बारसिया एवं मीडिया प्रभारी श्याम कोलारे ने जानकारी दिया कि चित्रांश महिला समिति जिला में विभिन्न सेवा कार्य एवं जरूरतमन्दो की मदद के लिए कार्य करती है । कपड़ा बैंक के लगातार निःस्वार्थ भाव से कार्य से प्रेरित होकर समिति ने मदद करने का कार्य किया है ।  गरीब जरुरतमंदों के लिए सामग्री कपडा बैंक सदस्य एवं कार्यकर्त्ता को प्रदान किये । चित्रांश महिला समिति के सहयोगी सदस्य कल्पना श्रीवास्तव, वीजा श्रीवास्तव, चंचल श्रीवास्तव, राजू श्रीवास्तव ,रितु खरे ,सरिता खरे, विनीता वर्मा, नीरु मुकेश सराय, रंजना श्रीवास्तव, अनीता श्रीवास्तव द

कई प्रमुख कंपनियों ने आईटीएलएच के विद्यार्थियों को शीर्ष पदों के लिये चुना

चित्र
० योगेश भट्ट  ०  नयी दिल्ली : इनफॉर्मेशन टेक्‍नोलॉजी लर्निंग हब (आईटीएलएच), तेजी से बढ़ रहा एक इंक्‍युबेटर है, जो कोडिंग स्किल्‍स और डिजाइन (यूआईयूएक्‍स) में दक्षता हासिल करने में विद्यार्थियों की सहायता करता है। आईटीएलएच ने हाल ही में एक स्‍वर्णिम उपलब्धि हासिल की है, क्‍योंकि इसके 26 विद्यार्थियों को देश की कुछ सबसे प्रतिष्ठित प्रौद्योगिकी कंपनियों में नौकरी मिली है। सफलता की यह कहानियां विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित तकनीकी ज्ञान और कौशल पर उनकी मजबूत पकड़ को दिखाती हैं, क्‍योंकि जानी-मानी और उद्योग में अग्रणी कंपनियों, जैसे बायजूस, एक्‍सेंचर, टेक महिन्‍द्रा और फ्लिपकार्ट को आईटीएलएच के टेक इंक्‍युबेटर से अपने कुशल पेशवर मिले हैं। पुणे की शरवरी उमेश पाटिल यह बड़ी उपलब्धि पाने वाले विद्यार्थियों में से एक हैं। उन्‍होंने बहुत अच्‍छा प्रदर्शन किया, अपनी कड़ी मेहनत और आईटीएलएच के पथप्रदर्शक अध्‍यापन के दम पर उन्‍हें बायजूस में इलस्‍ट्रेटर एवं यूआई डिजाइनर के तौर पर नियुक्‍त किया गया। पुणे से कुल 10 विद्यार्थी प्रतिष्ठित कंपनियों में नियुक्‍त हुए हैं। उपलब्धि पाने वालों को उनकी कोशिशों क

जेकेके में भरतनाट्यम, लय-ताल और भावों का संगम

चित्र
० अशोक चतुर्वेदी ०  जयपुर: जवाहर कला केंद्र व आंगीकम् संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में भरतनाट्यम—ताल मालिका कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें नृत्य गुरु ज्ञानेंद्र बाजपेयी व उनके शिष्यों ने भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी। निकिता मुद्गल के निर्देशन में हुए कार्यक्रम में जयपुरवासियों ने बड़ी संख्या में उपस्थिति दर्ज करवायी। 'मल्लारी' पर थिरकते कदमों के साथ कार्यक्रम का आगाज हुआ।  शिष्याओं के कदम थमते ही श्री बाजपेयी ने कमान संभाली। देव स्तुति के लिए मंच पर आए नृत्य गुरु ने पदम की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। भरतनाट्यम में पदम ऐसी विधा है जिसमें नृत्य के दौरान भावों की प्रधानता के साथ ही अभिनय कौशल का प्रदर्शन भी करना होता है। श्री बाजपेयी ने संगीत, भाव, कदमों की ताल को एक माला में पिरोकर दर्शकों का दिल जीत लिया। इसके बाद  बाजपेयी के शिष्य जयदीप ने ताल मालिका में लयबद्ध गणपति रायन पेश किया। ताल मालिका को भरतनाट्यम में तकनीकी तौर पर सबसे कठिन माना जाता है क्योंकि इसमें नृत्य करते हुए एक ताल से दूसरी ताल में प्रवेश करना होता है। लंबे समय से नृत्य साधना करने वाले कलाकार ही इसे म