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8वीं भारत-म्यांमार गश्ती उद्घाटन समारोह

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नयी दिल्ली - 8वीं भारत-म्यांमार गश्ती (आईएमसीओआर) के उद्घाटन समारोह में हिस्‍सा लेने के लिए म्यांमार नौसेना के जहाज यूएमएस किंग टेबिन-श्‍वेलएचटी (773) और यूएमएस इनले (ओपीवी-54) 20 मई को पोर्ट ब्लेयर में अंडमान और निकोबार कमान पहुंचे। कमोडोर हेटिन विन, कमांडर, अय्यरवाडी नौसेना  कमान के नेतृत्व में म्यांमार के प्रतिनिधिमंडल ने नौसेना कम्‍पोनेंट कमांडर के सीएमडीई आशुतोष रिढोर्कर, वीएसएम से मुलाकात की। दोनों नौसेनाओं के बीच कॉरपेट पहल का उद्देश्य आतंकवाद, अवैध तरीके से  मछली पकड़ने, मादक पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी, अवैध शिकार और अन्य अवैध गतिविधियों से जुड़ी समस्‍याओं का समाधान करना है। कॉरपेट श्रृंखला मार्च 2013 में शुरू हुई थी। इससे दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी समझ बढ़ी है और समुद्री मामले में बेहतर व्यावसायिक संपर्क को बढ़ावा मिला है। म्यांमार के जहाज यूएमएस किंग टेबिन-श्‍वेलएचटी और यूएमएस इनले  20 से 28 मई, 2019 के बीच भारतीय नौसेना के जहाज सरयू के साथ एक समन्वित गश्ती का आयोजन करेंगे। दोनों नौसेनाओं से समुद्री पैट्रियन एयरक्राफ्ट द्वारा गश्त के प्रयास को बढ़ावा दिया जाएगा। चार दिन

तटरक्षकों ने पाकिस्तानी नौका से 100 किलोग्राम हेरोइन पकड़ी

नयी दिल्ली - खुफिया विभाग को गुजरात के तट पर भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के नज़दीक मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल एक संदिग्ध नौका के होने के संबंध में जानकारी मिली थी। भारतीय तटरक्षक तत्काल हरकत में आ गया और भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय समुद्री तट रेखा पर गश्त कर रहे भारतीय तटरक्षक जहाज अरिन्जय को इस संदिग्ध नौका के प्रति सतर्क कर दिया गया। जखाऊ और ओखा से दो अतिरिक्त अवरोधक नौकाओं सी-437 और सी-408 को भी इस संदिग्ध नौका की तलाशी का काम सौंप दिया गया। आईसीजी के डोर्नियर विमान को भी 20 और 21 मई को हवाई टोह लेने के लिए पोरबंदर से छोड़ा गया। तटरक्षक जहाजों और विमान ने इस संदिग्ध नौका को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी की। आईसीजी के जहाजों ने इलाके में लगातार निगरानी जारी रखी। तलाशी के दौरान मछली पकड़ने की एक नौका को संदिग्ध हालत में देखा गया और इलाके में तटरक्षक जहाजों ने अंधेरे में 20 मई को नौका को घेर लिया। संदिग्ध नौका ने भारत की तरफ समुद्री सीमा रेखा को पार किया और वह जखाऊ तट की ओर बढ़ने लगी संदिग्ध नौका अल मदीना को निगरानी में रखा गया और 21 मई को करीब सवा नौ बजे भारतीय जल क्षेत

जर्मनी, कोलंबिया और पेरू के राजदूतों ने राष्ट्रपति के समक्ष प्रमाणपत्र प्रस्‍तुत किए

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नयी दिल्ली - जर्मनी, कोलंबिया और पेरू के राजदूतों ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के समक्ष प्रमाणपत्र प्रस्‍तुत किए। 1>जर्मनी के राजदूत वाल्टर जोहान्स लिंडनर, कोलंबिया के राजदूत अल्वारो संडोवाल बर्नल,   पेरू के राजदूत कार्लोस राफेल पोलो कास्टानेडा

ईवीएम स्ट्रांगरूम में पूरी तरह सुरक्षित

मीडिया के एक वर्ग में ऐसी शिकायतें आ रही हैं जिनमें कहा गया है कि स्ट्रांगरूम में रखी हुई मतदानयुक्त ईवीएम को कथित रूप से बदलने का प्रयास किया गया है। भारत के निर्वाचन आयुक्त ने स्पष्ट किया है कि ऐसी सभी खबरें और आरोप पूरी तरह झूठे सच्चाई से परे है। मीडिया पर वायरल हो रहे दृश्यों का चुनाव के दौरान इस्तेमाल ईवीएम से कोई लेना-देना नहीं है। ========================================= नयी दिल्ली - मतदान समाप्त होने के बाद मतदानयुक्त सभी ईवीएम और वीवीपैट को कड़ी सुरक्षा में निर्धारित स्ट्रांगरूम में लाया गया है, जिन्हें उम्मीदवारों और निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में दोहरे तालों से सील किया गया है। स्ट्रांगरूम के स्टोरेज और सीलिंग की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई है। मतगणना पूरी होने तक लगातार सीसीटीवी कवरेज की जाएगी। प्रत्येक स्ट्रांगरूम की केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) द्वारा 24 घंटे पहरेदारी की जा रही है। साथ ही उम्मीदवार अथवा उनके मनोनीत एजेंट 24 घंटे स्ट्रांगरूम में मौजूद हैं। मतगणना के दिन उम्मीदवारों/एजेंटों और पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में वीडियोग्राफी के साथ