संदेश

सितंबर 24, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कला को जितना समय देंगे, उतना निखरेंगे

चित्र
० अशोक चतुर्वेदी ०  जयपुर: ‘जयपुर सेंटर ऑफ आर्ट एंड कल्चर में प्रसिद्ध शिल्पकार और चित्रकार हिम्मत शाह का शो 'अंडर दी मास्क' कला प्रेमियों में चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां प्रदर्शित पेंटिंग्स और स्कल्पचर्स लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। कला प्रेमियों का बड़ा समूह यहां शो देखने पहुंचा। इनमें ज्वैलर्स, इंजीनियर्स, आर्किटेक्ट शामिल रहे जो कंटेम्पररी आर्ट में विशेष रुचि रखते हैं। उन्होंने हिम्मत के हुनर को देखने के साथ ही स्कल्पचर्स और पेंटिंग्स में छिपे रहस्यों को अपने नजरिए से जाना। विजिटर्स का कहना है कि हिम्मत की कला बेशकीमती है जितना समय आप इसे देखने में देंगे उतने ही गहराई से इसे समझ और जान पाएंगे, उन्होंने यह भी कहा कि जयपुर में सभी सुविधाओं से युक्त जेसीसीए गैलरी होना गर्व की बात है, यहां का माहौल कलाकारों के अनुरूप है व उनकी जरूरतों का पूरी तरह से ध्यान रखा गया है। जेसीसीए की डायरेक्टर मोनिका शारदा ने कहा कि किसी भी कला में रुचि रखना खुद पर इंवेस्टमेंट करने जैसा है,  कला हमारे व्यक्तित्व और नज़रिए का विकास करती है, इसे जितना समय देंगे उतना निखरेंगे।गौरतलब है कि 1 ज

जयपुर की अर्शिना सुंबुल ने मिस ग्राण्ड इंडिया का खिताब जीता

चित्र
0 संवाददाता द्वारा ०  जयपुर , जयपुर से अर्शिना सुंबुल ने मिस ग्राण्ड इंडिया का खिताब जीता। 18 प्रतियोगियों के बीच जीत हासिल कर उन्होंने इस प्रतिष्ठित खिताब को अपने नाम कर लिया। सोफिया सिंह को मिस टूरिज़्म इंडिया का खिताब मिला, वहीं असम से राजश्री दोवाराह रनर-अप रहीं। विजेताओं की घोषणा नेशनल डायरेक्टर निखिल आनंद के द्वारा की गई। ग्लैमानंद सुपर मॉडल इंडिया 2023 के ग्राण्ड फिनाले का आयोजन जयपुर में किया गया। मिस ग्राण्ड इंडिया और मिस टूरिज़्म इंडिया के खिताब के लिए 18 प्रतियोगियों ने प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लिया। ग्लैमानंद सुपरमॉडल इंडिया भारत की तीन बड़ी राष्ट्रीय सौन्दर्य प्रतियोगिताओं में से एक है, जिनका आयोजन हर साल किया जाता है।र्सुंबुल जयपुर से 25 वर्षीय मॉडल हैं जिन्होंने मिस ग्राण्ड इंडिया का खिताब जीता है। अब वे मिस ग्राण्ड इंटरनेशनल में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। मिस ग्राण्ड इंटरनेशनल दुनिया की तीन सबसे लोकप्रय सौन्दर्य प्रतियोगिताओं में से एक है। मौजूदा मिस ग्राण्ड इंडिया प्राची नागपाल ने उन्हें क्राउन पहनाया। अर्शिना सुंबुल 3 अक्टूबर से 25 अक्टूबर के बीच वियतनाम में होने वाले

राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस अपनी सरकार बनाने जा रही है- राखी गौतम

चित्र
० संवाददाता द्वारा ०  कोटा । जयपुर में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में आयोजित रैली व राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए कार्यालय के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए राजस्थान प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष राखी गौतम ने राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस अपनी सरकार बनाने जा रही है की ताल ठोकते हुए कहा कि राजस्थान के कार्यकर्ताओ में आज भी उतना ही जोश और जुनून है।  गौतम ने कहा की में शीर्ष नेतृत्व को इस बात का विश्वास दिलाती हूं कि कांग्रेस का हर एक कार्यकर्ता सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं लेकर घर-घर, ढाणी-ढाणी, शहर- शहर जाएंगे,हमारी सरकार वापस से रिपीट करेंगे। इस दोरान गौतम की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व कांग्रेस नेता राहुल गांधी से आगामी चुनावो के लेकर विशेष चर्चा हुई I

जब से देश में इण्डिया गठबंधन बना है एनडीए की नींव हिल गई है

चित्र
० संवाददाता द्वारा ०  राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवीन भवन की नींव कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी द्वारा रखी गई। सिर्फ कांग्रेस भवन की नींव ही नहीं रखी गई है बल्कि राजस्थान में पुन: कांग्रेस की सरकार बनाने की नींव रखी गई है तथा आगामी विधानसभा चुनावों कांग्रेस के विजय का ऐलान करने हेतु कार्यकर्ता सम्मेलन में जुटे हैं। राहुल गाँधी से कांग्रेस कार्यकर्ताओं से यही सीखा है कि निडर रहकर बब्बर शेर बनकर मोदी सरकार की गलत नीतियों का विरोध करें जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मानसरोवर के शिप्रा पथ पर बनने वाले नये भवन का शिलान्यास कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी के द्वारा सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल, राजस्थान प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सहप्रभारी काजी निजामुद्दीन, अमृता धवन, वीरेन्द्र सिंह राठौड़ भी उपस्थित रहे । शिलान्यास कार्यक्रम के पश्चात् राजस्थान प्रदेश कांग्र

हैदराबाद से आए शायरों के सम्मान में दिल्ली में मुशायरा

चित्र
० इरफ़ान राही ०  नई दिल्ली-अदबी तंजीम "सिलसिला" महफिल के ज़ेर-ए-एहतमाम रिवर सोसायटी क्लब (नई दिल्ली) में हैदराबाद से तशरीफ़ लाए शोरा जलील निजामी और तय्यब पाशा के एजाज़ में मुशायरा किया गया।मेहमान-ए-ख़ुसुशी की हैसियत से मारूफ शायर मंगल नसीम ने शिरकत की। इस मौके पर तालिब रामपुरी के शागिर्द हशमत भारद्वाज की शायरी के मजमू-ए "सफर में हूं" का रस्मे इजरा भी किया गया। मुशायरे में सदारत उस्ताद शायर तालिब रामपुरी और निज़ामत फिलबदी के जादूगर प्रोफेसर अफज़ल मंगलौरी ने की। मुशायरे की कन्वीनर सपना एहसास ने तमाम मेहमानो के इस्तकबाल के साथ शानदार ज्याफत की।  मशहूर शायर एवं अदीब प्रोफेसर अफजल मंगलोरी, मशहूर नाजिम-ए-मुशायरा, शायर मुइन शादाब हिंदी के प्रसिद्ध कवि, सुरेंद्र शिफर, एवं मशहूर शायरा सपना एहसास अदबी तंजीम सिलसिला की जानिब से शायर असलम जावेद को सम्मानित किया गया। इस मुशायरे के वरिष्ठ शायर एवं श्रोताओं से असलम जावेद ने खूब दुआएं और वाह वाही बटोरी है। चुनींदा शायरों के शेर प्रस्तुत हैं- सूरज से बड़ी चीज है ये जर्रा ए नाचीज जुगनू को कभी आग लगाते नहीं देखा। तालिब रामपुरी जाते हु

राजकीय सह-शिक्षा माध्यमिक विद्यालय पॉकेट-IV बिंदापुर में माइक्रोग्रीन खेती पर प्रोजेक्ट की शुरुआत

चित्र
० इरफ़ान राही ०  नई दिल्ली-बिंदापुर के राजकीय विद्यालय में कलस्टर के स्कूलों की मेंटर टीचर प्रियंका सहरावत के दिशा-निर्देश में पोषण-युक्त आहार प्रदान करने के लिए माइक्रोग्रीन खेती पर एक प्रोजेस्ट की शुआत की गयी। विद्यालय के प्राकृतिक विज्ञान शिक्षक सन्दीप तोमर ने इस प्रोजेक्ट की आवश्यकता और गतिविधियों से अवगत कराया वहीँ एको-क्लब इंचार्ज महेंद्र कुमार सैनी ने इस प्रोजक्ट पर छात्र- छात्राओं के साथ मिलकर खूब काम किया। विद्यालय प्रमुख सरोज बाला ने इस प्रोजेक्ट पर प्रियंका सहरावत से विचार-विमर्श किया और साथ ही इसे अंजाम तक पहुँचाने की मंशा जाहिर की। प्रियंका शेरावत शिक्षा निदेशालय, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के विद्यालय ने अंग्रेजी विषय की शिक्षिका हैं, वे पिछले कई वर्षों से बतौर शिक्षक मार्गदर्शक विभाग को अपनी सेवाएँ दे रही हैं। जब सम्पूर्ण विश्व पोषण की समस्या का सामना कर रहा है, हंगर इंडेक्स के आंकड़े चौकाने वाले हैं ऐसे समय में प्रियंका शेरावत ने पोषण की समस्या का सामना करने के लिए एक नई पहल की। उन्होंने एक अद्भुत माइक्रोग्रीन परियोजना की शुरुआत की जिससे राजकीय विद्यालय बिंदापुर के

सतरंगी दस्तरख्वान - बहुसांस्कृतिक जीवन और खानपान' पर पुस्तक का लोकार्पण

चित्र
० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली -  'सतरंगी दस्तरख्वान - बहुसांस्कृतिक जीवन और खानपान' इस अर्थ में एक निराली पुस्तक है कि इसमें कई जानी-मानी हस्तियों के आलेख हैं जिन्होंने अपने जीवन से जुड़े खानपान के प्रसंगों को बड़े सुंदर तरीके से इसमें संजोया है। इस किताब में शामिल लेखक न सिर्फ भारत के भिन्न क्षेत्रों से हैं, बल्कि उन्होंने कला और साहित्य के अपने-अपने क्षेत्रों में भी विशेष पहचान हासिल की है। उनमें से कुछ ने अपनी मादरी जुबान और कुछ ने अंग्रेजी में ये अनुभव लिखें हैं, जिन्हें हिंदी में अनूदित किया गया है।इस पुस्तक को राजकमल प्रकाशन ने प्रकाशित किया है। राजकमल प्रकाशन एवं तक्षशिला एजुकेशन सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में 'सतरंगी दस्तरख्वान - बहुसांस्कृतिक जीवन और खानपान' का लोकार्पण ,कांस्टीट्यूशन क्लब में हुआ। इस पुस्तक का संपादन सुमना रॉय व कुणाल रे और अनुवाद वन्दना राग व गीत चतुर्वेदी ने किया है। पुस्तक लोकार्पण के बाद हुई बातचीत में 'ऑन ईटिंग' के सुमना रॉय, कुणाल रे, ज्ञानपीठ सम्मानित कोंकणी लेखक दामोदर मावजो, प्रसिद्ध गायिका कलापिनी कोमकली, नाट्यकर्मी नीलम मान

पं.दीनदयाल उपाध्याय भारतबोध के प्रखर प्रवक्ता

चित्र
० प्रो.संजय द्विवेदी ०  वे सही मायनों में भारतबोध के प्रखर प्रवक्ता थे। भारतीय राजनीति में उनके आगमन ने एक नया विमर्श खड़ा कर दिया और वैकल्पिक राजनीति को मजबूत आधार प्रदान किया। आज भरोसा करना कठिन है कि श्री दीनदयाल उपाध्याय जैसे साधारण कद-काठी और सामान्य से दिखने वाले मनुष्य ने भारतीय राजनीति और समाज को एक ऐसा वैकल्पिक विचार और दर्शन प्रदान किया कि जिससे प्रेरणा लेकर हजारों युवाओं की एक ऐसी मालिका तैयार हुयी,  जिसने इक्कीसवीं सदी के दूसरे दशक में भारतीय राजसत्ता में अपनी गहरी पैठ बना ली। क्या विचार सच में इतने ताकतवर होते हैं या यह सिर्फ समय का खेल है? किसी भी देश की राजनीतिक निष्ठाएं एकाएक नहीं बदलतीं। उसे बदलने में सालों लगते हैं। डा.श्यामाप्रसाद मुखर्जी से लेकर श्री नरेंद्र मोदी तक पहुंची यह राजनीतिक विचार यात्रा साधारण नहीं है। इसमें इस विचार को समर्पित लाखों-लाखों अनाम सहयोगियों को भुलाया तो जा सकता है किंतु उनके योगदान को नकारा नहीं जा सकत पं. दीनदयाल उपाध्याय राजनीति के लिए नहीं बने थे, उन्हें तो एक नए बने राजनीतिक दल जनसंघ में उसके प्रथम अध्यक्ष डा. श्यामाप्रसाद मुखर्ज