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किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सारा अनाज न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा खरीदा जाए, यह सुनिश्चित करना लक्ष्य है: पासवान

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नयी दिल्ली - केन्‍द्रीय उपभोक्‍ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने विशेष जोर देते हुए कहा कि मंत्रालय का मुख्‍य उद्देश्‍य यह सुनिश्चित करना है कि किसानों की कड़ी मेहनत से पैदा होने वाले अन्न का एक भी दाना व्यर्थ न जाए और किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सारा अनाज न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा खरीदा जाए तथा इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित करना है कि भ्रष्‍टाचार पूरी तरह समाप्‍त हो जाए। पासवान ने एक संवाददाता सम्‍मेलन में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की भावी रूपरेखा पेश करने के दौरान ये बातें कहीं। केन्‍द्रीय मंत्री पासवान ने कहा कि शांता कुमार समिति की सिफारिशों के अनुसार यह सुनिश्चित करने को प्राथमिकता दी जाएगी कि एफसीआई की कार्य शैली सुव्‍यवस्थित और अत्‍यंत तेज हो जाए। उन्‍होंने कहा कि देश में 100 लाख टन की गोदाम (साइलो) भंडारण क्षमता सृजित करने की योजना है। पिछली सरकार ने 6.75 लाख टन की भंडारण क्षमता निर्मित की थी, जबकि 22 लाख टन की भंडारण क्षमता का निर्माण कार्य जारी है। श्री पासवान ने कहा कि गोदामों के निर्माण की धीमी गति का मुख्‍य कारण यह है कि गोदामों के

‘’कम खाओ, सही खाओ’’ अभियान को बढ़ावा दिया

नयी दिल्ली - केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने प्रथम विश्‍व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर कहा, 'मैं भारत के सभी नागरिकों से अपील करता हूं 'सही खाओ' मुहिम को जन भागीदारी  के साथ उसी तरह  जन आंदोलन का रूप दें, जिस प्रकार हम सबने एकजुट होकर भारत को पोलिया मुक्‍त बनाया है। उन्‍होंने कहा कि अनाज हर किसी का उत्‍तरदायित्‍व है- आइए, अनाज का एक भी दाना बर्बाद नहीं करने का संकल्प लें तथा अपने स्‍तर पर और अपने संस्‍थानों में, खाद्य सुरक्षा में योगदान देना सुनिश्चित करें। इससे गरीबी, भूख और कुपोषण को जड़ से मिटाने में मदद मिलेगी। डॉ. हर्षवर्धन ने यह बात भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा पहली बार मनाए जा रहे विश्‍व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर कही। विश्‍व खाद्य सुरक्षा दिवस का विषय, 'खाद्य सुरक्षा सभी का सरोकार' है। इस अवसर पर स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण राज्‍य मंत्री अश्‍वनी कुमार चौबे भी मौजूद थे। इस अवसर पर डॉ. हर्षवर्धन ने एफएसएसएआई के परिसर में स्‍थापित गांधी जी की  प्रतिमा- 'साईकिल पर गांधी जी' का भी

राष्‍ट्रीय साम्‍प्रदायिक सद्भाव पुरस्‍कारों के लिए नामांकन 30 जून तक

नयी दिल्ली - साम्‍प्रदायिक सद्भाव और राष्‍ट्रीय एकता को बढ़ावा देने में उत्‍कृष्‍ट योगदान देने के लिए पात्र व्‍यक्तियों और संगठनों से राष्‍ट्रीय साम्‍प्रदायिक सद्भाव पुरस्‍कार-2019 के लिए नामांकन आमंत्रित किए गए हैं। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 30 जून है। राष्‍ट्रीय साम्‍प्रदायिक सद्भाव पुरस्‍कारों की स्‍थापना केन्‍द्रीय गृह मंत्रालय के अन्‍तर्गत एक स्‍वायत संस्‍था राष्‍ट्रीय साम्‍प्रदायिक सद्भाव संस्‍थान (एनएफसीएच) के द्वारा की गई थी।    राष्ट्रीय सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार, 2019 की व्यक्तिगत श्रेणी में प्रत्येक को प्रशस्ति पत्र और 5 लाख रुपये तथा संगठन श्रेणी में 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। व्‍यक्तिगत श्रेणी में राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सद्भाव के क्षेत्र में कम से कम दस साल की अवधि तक काम कर चुके व्‍यक्तियों के नाम पुरस्‍कार के लिए विचार किए जाने के पात्र होंगे, जबकि राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के क्षेत्र में 5 साल से अधिक कार्य करने वाले संगठनों के नामों पर विचार किया जाएगा। नामांकन राष्‍ट्रीय साम्‍प्रदायिक सद्भाव संस्‍थान (एनएफसीएच),