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नवंबर 14, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

आज तंत्र यंत्र और षड़यंत्र का बोलबाला है, जिसने इस विद्या को सीख लिया वह परांगत व्यक्ति

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लेखक > विजय सिंह बिष्ट बदलता परिवेश,समय समय पर संसार में कई परिवर्तन हुए हैं। कुछ प्राकृतिक होते हैं और कुछ मानवीय परिवर्तन कहलाते हैं। आदिकाल का इतिहास जिसमें मानव चेतना का समय कहा जा सकता है सतयुग में उसे नामित किया गया। उस समय के लोगों का आचरण मात्र सत्य पर निर्भर था, शिक्षा प्रणाली मंत्र प्रधान थी, वेदों  और ऋचाओं का अध्ययन भी बोधगम्य करना होता था।लेखन कार्य भोज पत्रों  अथवा शिला लेखों पर आधारित था। शिक्षा आचार्यों और मंत्र दृष्टाओं पर गुरुकुल या आश्रमों में दी जाती थी। इसके उदाहरण मिलते हैं  श्री राम की धनुष विद्या ,पुष्पक विमान का चालन ,तीर कमान का अभिमंत्रित होकर चलाना। रिद्धि सिद्धि के प्राप्त होने पर हनुमान जी का आकार प्रकार बढ़ाना,मात्र मंत्र शक्ति थी। त्रेतायुग में मंत्र दान गुरु दक्षिणा के आधार पर शिष्ठ समाज का निर्माण हुआ। द्वापर में मंत्र के साथ तंत्र विद्या का प्रादुरभाव हुआ, इसमें वेद के साथ लवेद और सत्य के साथ असत्य  का उद्भव भी होने लगा। राज्य प्राप्ति के लिए समय समय पर शकुनि और द्रुयोधन का छल कपट, जोड़ तोड़ की राजनीति तंत्र पर आधारित हो गई। भगवान श्री कृष्ण का सार

37 Street Children's सरकारी स्कूल में हुआ दाखिला

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Guru Nanak DevJi 550th.PrkashParv,गुरु नानक जयंती

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आने वाले वक्त के अंदर जनता और सबक सिखाएगी CM अशोक गहलोत

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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ विशेष संवाददाता की हुई बातचीत के कुछ अंश आपके लिए प्रस्तुत हैं।   सवाल: महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाया है क्या जल्दबाजी की है? जवाब : नियत अच्छी नहीं लगती है, महाराष्ट्र बहुत महत्वपूर्ण राज्य है देश का उसमें अगर हंग असेंबली आ गई तो राज्यपाल महोदय की ड्यूटी थी कि वह कम से कम कि कैसे स्थिति संभल सकती है, किस प्रकार स्थाई गवर्नमेंट बन सकती है, उसकी बजाय जल्दबाजी में उन्होंने पहले बुलाया शिवसेना को और टाइम दे दिया, टाइम बाउंड 7:30 यह कहां लिखा हुआ है, आपने 2 दिन 3 दिन, 7:30 टाइम दिया और इंतजार किया 7:30 कब हो और immediately रिएक्शन दे दिया अगली एनसीपी को बुलाएंगे और बाद में एनसीपी का मामला क्या हुआ सबको मालूम है देश को मालूम है। अब जो ध्वनियां निकल रही है मिस्टर राणे जो पहले कांग्रेस में थे, शिवसेना में थे और अब वह बीजेपी में है वह कहते हैं कि हम तो साम दाम दंड भेद कुछ भी करेंगे सरकार बनाएंगे आप सोच सकते हो कि देश किस दिशा में जा रहा है, उस रूप में आज मोदी जी, अमित शाह जी और यह एनडीए गवर्नमेंट देश को चला रही है, पूरा मुल्क देख रहा है इनको झटक